हेलो दोस्तों मैं काजल हूं, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “भाभी की गुलाबी चूत की चुदाई-xxx bhabhi ki chudai” यह कहानी कमल की है आगे की कहानी वह आपको खुद बताएँगे मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी।
मेरा नाम कमल है, मैं उतरप्रदेश शहर से हूँ। मेरी उम्र 23 साल है। मेरी एक चचेरी भाभी है, जिनकी उम्र अब तक 29 साल होगी। वो मुझसे “आप” कहकर ही बात करती हैं।
उनका फिगर 34-30-36 है। मैं उन्हें शुरू से ही पसंद करता हूँ। वो भी मुझसे चिपक कर बैठती हैं, मेरी गर्लफ्रेंड्स के बारे में पूछती थी और मौका मिलने पर कभी मेरे गाल खींचती तो कभी मेरे कंधे पर हाथ रख देती।
मैं उनकी हर हरकत को नोट करता था और मेरा लंड भी तन जाता था, लेकिन में कुछ नहीं कर पाता था, सिर्फ़ मुठ मर कर काम चला लेता था।
एक दिन की बात है, शाम के 5 बजे होंगे। भाभी रसोई में मेरे लिए चाय बनाने गई थीं। जाते हुए मैं बस उनकी मोटी गांड देख रहा था। थोड़ी देर बाद वो एक गिलास दूध लेकर आई और बोली “दूध पिए लो, आप बहुत पतले दुबले हो” और वो वापस चली गई।
मैं फिर से उनकी गांड की तरफ देखने लगा और सोचने लगा कि काश ये गांड एक बार मुझे चोदने को मिले।
मैंने हसते हुए दूध पी लिया। थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे रसोई से आवाज दी। जैसे ही मैं अंदर गया वो बोली “आज आपसे गले लगने का मन कर रहा है” बोलते हुए मुझसे चिपक गईं।
मेरी कुछ समझ नहीं आया। फिर वो बोली “काफी दिनों से मुझे इस दिन का इंतज़ार था”। उनके चूचे मेरे छाती को छूने लगे, तब तक मेरा 8 इंच” का लंड तन गया और उनके पेट से सटने लगा। उन्होंने मुझे जोर से जकड़ लिया और धीरे-धीरे अपना शरीर मेरे शरीर से रगड़ने लगी।
मैंने भी उन्हें ज़ोर से पकड़ लिया और कहा “मैं भी इस दिन का इंतज़ार कर रहा था, आज मौका मिल ही गया”। ये बोलते ही मैंने अपने होठ उनके गुलाबी होंठों पर रख दिए और चूमने लगा।
वो भी मेरे होठों को काटने लगीं। फिर धीरे-धीरे मैंने अपने हाथों को उनकी गांड पर ले गया और उनकी गांड दबाने लगा। वो भी मेरा लंड दबाने लगी।
मैंने अपना बायाँ हाथ उनकी सलवार के ऊपर ले गया और उनकी गांड को दबाना शुरू कर दिया और दायाँ हाथ उनकी ब्रा में घुसाकर उनका दायाँ चूचे दबाना शुरू कर दिया और अपने होठों से उनके गर्दन को चूमने लगा।
कितनी मुलायम थीं उनकी गांड और चूचे यार, xxx bhabhi ki chudai
क्या फीलिंग आ रही थी यार उस समय। वो “आह्ह” “उन” “नहीं” की आवाज़ निकालने लगी। अब मैंने उनकी निप्पल दबना शुरू कर दिया। वो और भी कराहने लगी।
मुझे तो बहुत मजा आ रहा था। फिर वो बोली “अब बेडरूम चलते हैं”। वो आगे बढ़ी, मैं पीछे पीछे उनकी गांड देखते हुए चला गया। रूम में घुसते ही उन्होंने दरवाज़ा बंद कर दिया और मेरी जीन्स और अंडरवियर उतार दी।
मेरे लंड को देखते ही वो पागल सी हो गई और बोली “इतना लंबा-चौड़ा लंड, आपके भाई का तो इससे पतला और छोटा है”। इतना बोलते ही उसने” मेरा मोटा लंड अपने मुँह में ले लिया।
मैंने उनके बालों को पकड़कर उनके मुँह में अपना लंड आगे-पीछे करने लगा। वो कभी रुककर लंड पर थूक लगाती फिर मुँह में ले लेती। जैसे ही मैं झड़ने वाला था कि मैंने अपना लंड उनके मुँह से खींच लिया और कहा अब नहीं।
अब मैंने उनका सूट उतार दिया। यार क्या चूचे थे उनके यार। फिर मैंने उनका सलवार भी उतार दी। ” Uff” ब्रा और पेंटी में क्या लग रही थी। अब मैंने उनका ब्रा खोली ।
उनके गुलाबी-गुलाबी निप्पल देखकर तो मेरे होश ही उड़ गए। मैंने उन्हें हल्का धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया। उन्होने कहा “आराम से मेरे शेर”। पर मैं भूखा शेर की तरह उनपर झपटा और उनकी पैंटी खोल दी।
उनकी गुलाबी चुत देखकर मैं हक़्का-बक्का रह गया। पहले मैंने उसमें अपनी उंगली डाली। उनकी चुत गीली थी। मैंने धीरे-धीरे उंगली अंदर-बाहर करनी शुरू कर दी। ” Ufffff” “आहह्ह” “ओउईईई” की आवाज़ करते हुए वो कराहने लगी।
अब मैं उनकी चुत चाटने लगा। उन्होंने दोनों हाथों से मेरे बाल पकड़े और मेरा मुँह अपनी चुत को दबाया। उसकी मीठी चुत चाटने के बाद मेरा मन चुत चोदने को हुआ। भाभी बोली “अब और इंतज़ार नहीं होता, डाल दीजिए अपना मोटा चौड़ा लंड इस चुत में”।
अब मैंने दोनों हाथों से उनके दोनों पैर अलग किए और अपने लंड के टोपे को उनकी चुत के दरवाज़े पर रखकर एक जोर का झटका दिया। मेरा आधा लंड उनकी चुत में घुस गया लेकिन भाभी ज़ोर से चिल्लाई। मैंने एक हाथ से उनका मुँह दबा दिया।
जब वो थोड़ी देर के लिए शांत हुई तो मैंने अपना हाथ हटाया, वो चीख पड़ी “ऐसे लंड घुसाते हैं क्या? xxx bhabhi ki chudai मैं तो मर ही गई थी”। मैंने कहा “अब पक्का थोड़ा आराम से डालूँगा” फिर धीरे-धीरे मैंने अपना लंड आगे-पीछे करवाना शुरू किया और दोनों हाथों से उनकी चूचे दबाने लगा। वो “उन्ह्ह” “आह्ह्ह” “ओउईईई” “माँ” जैसी आवाज़ें करते हुए कराहने लगी।
अब मैंने धीरे-धीरे ठोकने की स्पीड बढ़ा दी। कमरा फट-फट और भाभी के कराहने की आवाज़ से गूंज उठा। मैंने दोनों हाथों से उनका कंधा पकड़ लिया और ज़ोर-ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया। अब मैं अपने चरम पर पहुँच गया था।
ऐसा मन कर रहा था जैसे अपना सारा ताकत यहाँ लगा दूँ। ऊपर भाभी चीखते हुए बोली “उतार दीजिए अपना सारा माल मेरे चुत में” और अपने हाथों से मेरा बाल पकड़ लिया। मैंने भी पूरी ताकत लगाकर अपना सारा माल उनकी चुत में निकल दिया, और उसी समय भाभी ने भी अपना पानी छोड़ दिया।
मुझे तो मज़ा आ गया था। मैं उनपर ही 2/3 मिनट तक लेटा रहा। अब मैंने उनसे धीरे से कहा “अब मुझे आपकी मोटी गांड चाहिए, कृपया”। तो भाभी बोली xxx bhabhi ki chudai “सब कुछ आपका ही है पर थोड़ा ध्यान से, आपके भाई गांड कभी कभी मारते हैं तो छेद छोटा होगा। मेरी चुत जैसे इसको भी फाड़ मत दीजिएगा”।
ये सुनते ही मैं उनपर से उठा गया। वो पलट गई और घोड़ी बन गयी। उनका गांड देखते ही मेरा लंड बिलकुल तन गया जैसे ऐसा कुछ हुआ ही ना हो। मैंने अपना लंड का टोपा उनकी गांड के छेद पर रख दिया और धीरे से झटका दिया, लंड फिसल गया। मैंने फिर कोशिश की।
फिर फिसल गया। भाभी ने कहा “थूक लगा लो”। मैंने वैसे ही किया। इस बार लंड हलके झटके पे ही आधा अंदर चला गया लेकिन भाभी और अंदर ले जाने से मना कर रही थी।
उनको बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। मैंने कहा “भाभी थोड़ा सा और” तब उन्होंने अपने दोनों हाथों से अपनी गांड को खोला । मैंने धीरे-धीरे अपना लंड पूरा अंदर डाल दिया। भाभी दर्द के मारे चिल्लाने लगी।
अब मैं दोनों हाथों पे हो गया और धीरे-धीरे तेज करने लगा। अब पट-पट की आवाज़ कमरे में गूंज उठी। मैं ध्यान रखता था xxx bhabhi ki chudai
धीरे-धीरे मैंने उनकी गांड तेज तेज चोदना शुरू किया इससे उनके चुतड़ हिलने लगे। मैं गांड मारने में पूरी तरह खो चुका था। अब मैंने हाथों से उनका चूचे दबाना शुरू कर दिया। मेरी स्पीड काफी बढ़ चुकी थी। मैंने उनके कंधे को जकड़ लिया और अपनी पूरी ताकत से स्ट्रोक लगाना शुरू कर दिया। कुछ ही पल में मेरा माल निकल गया और भाभी के ऊपर ही लेट गया।
कुछ पल बाद भाभी ने मुझे जागाया। हम दोनों कपड़े पहनकर बाहर जाने को हुए तो भाभी ने मुझसे होंठों पर किस किया और बोली “जब मन करे, आ जाइयेगा। मैं आपसे चुदने को हमेशा तैयार हूँ”।
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