कामुकता और हिंदी सेक्स कहानी की दुनिया में आपका स्वागत है।। मैं साक्षी अरोड़ा, 30 साल की, शादीशुदा हूँ, दिल्ली से हूँ । मेरा कमाल का फिगर आज भी सबको दीवाना बना के रखा हुआ है। आज मैं आपको बताती हूँ कि कैसे मुझे कॉलेज के टीचर के साथ सेक्स का अनुभव मिला। और वो मेरा चुदाई का पहला अनुभव था।
बात 11 साल पहले की है जब मैं कॉलेज में पढ़ती थी, तब मेरा फिगर 32-28-34 का था और कॉलेज का हर लड़का मेरे पीछे दीवाना रहता था लेकिन मैं किसी को भी भाव नहीं देती थी, और सबको अनदेखा कर दिया करती थी।
कॉलेज के एनुअल फंक्शन में मैं टॉप और स्कर्ट पहन के आयी थी और सभी लड़के मेरे फिगर को देख के मेरे पास आ के धक्का मुक्की करके मेरे बूब्स को दबा देते और मेरी गांड पे अपने हाथ फेरने लगते।
मेरे मना करने के बाद भी वो लोग नहीं मानते थे वो किसी न किसी बहाने से कोई न कोई हरकत जरूर करते, मैं समझ गयी थी के ये लोग मानेंगे नहीं और मैं धीरे से वहा से निकल गयी, और अपनी सहेली नेहा के पास आ गयी। मेरी दोस्त नेहा एक बड़े, खुले विचारों वाले परिवार से आती है। वह हमेशा कार से आती थी। उसके लड़के और लड़किया सभी दोस्त थे क्योकि वो सब के साथ खुल के और घुल मिल के रहती थी।
नेहा के घर शादी थी और उसने मुझे भी कार्ड देकर बुलाया था। और सभी टीचर को भी बुलाया था। उसका घर काफी बड़ा था और उसके घर के गार्डन में ही शादी का फंक्शन चल रहा था। वो मेरी खास दोस्त थी और मुझे दोपहर से ही अपने घर बुला लिया था। शाम को मैं नेहा के कमरे में ही तैयार होने लगी और अपना घाघरा-चोली(गाउन) पहन लिया, और मेरे बूब्स झलक रहे थे।नेहा: यार तू तो एकदम दुल्हन लग रही है। तेरी शादी भी आज ही करवा दूँ? उसने मजाक करते हुए बोला।
अब हम दोनों तैयार होके निचे गए और उसने अपने कमरे की चाबी मुझे दे दी और बोली इसको राखी रहो। बारात आ चुकी थी और सब लोग मस्ती कर रहे थे, मस्ती करते समय मेरा ड्रेस थोड़ा गन्दा हो गया था। नेहा बोली: जाओ मेरे कमरे में जाकर साफ कर लो, और मैं बाथरूम में जाने लगी।
रात के 12 बज रहे थे और ऊपर कोई नहीं था तो मैं अपने पुरे कपडे निकाल से बाथरूम में चली गयी, और अब मैं पूरी नंगी थी और मैंने जल्दी बजी में दरवाजा भी बंद नहीं किया।जब मैं बाथरूम से वापस आयी, तो कमरे में अँधेरा हो गया और लाइट बंद थी। और मेरे कपडे गयाब थे !! मैं परेशान और हैरान हो गयी कि मेरे कपड़े कौन ले गया। दरवाजा देखा तो वह अंदर से बंद था।
लेकिन मैंने बंद नहीं किया था, मैंने जल्दी से लाइट चालू की, और जल्दी से बेडशीट को खींचकर लपेट लिया। क्योंकि मेरा 32 वर्षीय टीचर “अशोक” मेरे सामने मेरी पैंटी को हाथ में लिए बैठे थे और उसे सुंध रहे थे ।
वह कॉलेज के सबसे खूबसूरत और सख्त टीचर माने जाते थे और काफी लोकप्रिय भी थे। लेकिन जब मैंने खुद को इस अवस्था में देखा तो मुझे सांप सुंध लिया था और मैं एकदम सुन्न हो गयी थी। जब मैंने पूछा कि आप यहाँ क्या कर रहे हो, तो उन्होंने कहा कि तुमने ही तो बुलाया है दरवाजा खुल्ला छोड़कर।
मैं समझ गयी के ये उनकी चाल है और मैंने शोर किया तो वो बोलेंगे ही इसे ने मुझे बुलाया हैं। इतने में वो मेरे पास आ कर बोलने लगे की तुम्हारी चूत की महक तो बहुत लाजवाब है।
यह सब सुनकर मैं सुन्न हो गयी और हैरानी से सुनती रही। अब उन्होंने चादर को खींचकर मुझे एकदम नंगी कर दिया और मेरी चूचियों को देखते रहे। मैंने तुरंत अपने हाथ से अपने बूब्स और चूत को ढक लिया।
अब वो मेरे हाथो को हटाने लगे और बोले चुप-चाप मेरा साथ दो। तुम्हारी चुदाई तो मुझे करनी ही है प्यार से चोदने दोगी तो ठीक है नहीं तो पुए कॉलेज में बदनाम कर दूंगा और एग्जाम में फैल भी कर दूंगा। वैसे भी हरकोई मेरी बात मन लेगा।
मैं गिड़गिड़ाने लगी और बोली मुझे छोड़ दो, मेरी इज्जत क्यों ख़राब करने में लगे हो।
तभी वो बोले: मैंने तो कॉलेज में कई लड़कियों को चोदा है और उनके साथ-साथ कई टीचरो को भी। मैं हैरान रह गयी और बोली की आप झूट बोले रहे हो।
तब उन्हने मुझे एक वीडियो दिखाया, जिसमे वो नेहा की चुदाई कर रहे थे। मुझे यकीं नहीं हो रहा था के नेहा ये सब करवा रही थी। फिर वो बोले देखो प्यार से करोगी तो मजा आएगा वरना जबरदस्ती में तुम्हें बहुत तकलीफ होगी और मजा भी नहीं आएगा।
बहुत दिनों से मेरी नजर तुम पर थी, एक दिन जब मैं नेहा के साथ सेक्स कर रहा था, तो मैं उसे तुम्हारे बारे में बता रहा था और उसने कहा, “शादी में उसे चोदना”, और उस ने चाबियां तुम्हें देकर मुझे पीछे से भेज दिया।
तभी उन्होंने मेरा हाथ मेरे बूब्स से हटा दिया और जोर से किस करने लगे। लेकिन अब मैं मना भी नहीं कर सकती थी। तब उन्होंने अपने होठों को मेरी चूत पे रख दिया और उसे चाटने लगे।
मेरे अंदर करंट की लहर दौड़ने लगी और मैं मदहोश हो गयी। और जोर से सिसकिया लेने लगी मुझे बहुत मजा नए लगा था, लेकिन मैं नर्वस थी और मेरे पैर कांप रहे थे। और वो उसे 2 मिनट तक ऐसे ही चाटते रहे और मैं एकदम मदहोश होती गयी। फिर वो उठे, मेरे होठों को चूमा और मेरे कान में कहा- मुझे पता है कि तुम्हें मजा आ रहा है, अगर तुम मेरा साथ दोगी तो यह और भी मजेदार होगा। फिर वो मेरे होठों पर किस करने लगे…
अब वो मेरे पुरे शरीर को चूमने लगे और मेरा भी मन करने लगा उन्हें किस करने का और उनपे टूट पडू, लेकिन अपने आप को काबू कर लिया। अब वो मेरे चुचो को दबाते और उन्हें मुँह में लेके चूसते। मैं तो बहुत गर्म हो चुकी थी। अब उन्होंने मेरी चूत में अपनी ऊँगली डालने लगे मेरे बूब्स को चूसने लगे अब वो भी गर्म हो चुके थे और उनका मोटा लंड खड़ा हो गया था वो मेरे पेट में टकराने लगा और रगड़ करने लगा। अब मेरी चूत एकदम गीली हो चुकी थी और उनका लंड भी चोदने के लिए तैयार था, तो उन्होंने मेरी टैंगो को फैलाया और उसे चौड़ा कर दिया और अपने लंड को उसपे रख कर रगड़ने लगे। मुझे और मजा नए लगा और मैं और जोर से सिसकिया लेने लगी। अब उन्होंने एक जोर का धक्का दिया तो उनका आधा लंड मेरी चूत में जा चूका था क्योकि गीली चूत होने की वजह से लंड आसानी से चला गया हालाँकि मुझे दर्द हो रहा था लेकिन मजा भी बहुत आ रहा था।अब एक और जोर के झटके से उनका पूरा लंड मेरी चूत में समा गया और मेरी चीखे निकल गयी दर्द में मरे मैं कराहने लगी और मुझे छोड़ दो बहुत दर्द हो रहा है मुझे जाने दो।
लेकिन वो अपना लंड मेरी चूत में घुसा के रुक गए और मेरा दर्द कम होते ही अपने धक्को को बढ़ाने लगे। अब मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं भी उनका साथ देने लगी और लगभग 25 मिनट की चुदाई के बाद मैं झाड़ गयी और ठीली पड़ गयी
लेकिन वो नहीं रुके वो कुछ देर बाद जब वो झड़ने वाले थे तो उन्होंने अपने झटको को और तेज कर दिया और मेरी चूत में ही अपना पानी गिरा दिया।
मुझे भी थोड़ा बहुत मजा आया लेकिन मेरी मर्जी के बिना सेक्स होने से मुझे ज्यादा खुशी नहीं हुई और फिर हम निचे कपडे पहन के शादी में शामिल हो गए।