सभी पाठको को मेरा प्यार भरा नमस्कार मैं साक्षी हिंदी सेक्स स्टोरीज (Hindi Sex Stories) की दुनिया में आप सभी का स्वागत करती हूँ, आज मैं आपके साथ एक देसी हिंदी फॅमिली सेक्स कहानी लेकर आई हूँ जिसका शीर्षक खाला की शादी की सुहागरात पर खाला की चुदाई (Suhagrat Par Khala Ki Chudai) करके उसको अपनी रंडी बनाया,
इस देसी सेक्स कहानी (Desi Sex Kahani) को हमारे एक पाठक कलीम जी ने लिखा है।
आगे की हिंदी फॅमिली सेक्स स्टोरी (Hindi Family Sex Story) कलीम से सुनते है……….
हेलो दोस्तो, आज जो कहानी मैं आपको बता रहा हूँ, वो मेरी बहन, खाला और मामी की है। मैने इन तीनो को जम कर चोदा और तीनो को चुदवा कर बहुत पैसे भी कमाए।
मैं 23 साल का लड़का हूं और जिम फिट हूं, मैं दिल्ली के पहाड़गंज में रहता हूँ। मेरा कद लंबा है और मेरा लंड 7.5 इंच का है और काफी मोटा भी है।
मैं हमेशा से बहुत हॉर्नी था और मैंने बहुत सी औरतों को चोदा। मेरा रंडियों का बिजनेस है, लेकिन ये सब मैंने अपनी बहन, खाला और मामी से शुरू किया।
इस फॅमिली सेक्स कहानी (Family Sex Story) की शुरुवात 2 साल पहले शुरू हुई थी।
मुझे हमेशा से ही चुदाई का शौक था। लेकिन सामान्य चुदाई में मुझे मजा नहीं आता था। मैं लड़कियों को रंडियों की तरह चोदता था और उनको इंसान ही नहीं समझता था।
मेरी रफ चुदाई की वजह से, काफी लड़कियां मुझसे दूरी बना कर ही रखती थीं।
इसी वजह से मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड 5-6 महीने से ज्यादा मेरे साथ नहीं रुकती थी। क्योकि वो लोग मेरे लंड की चुदाई बर्दाश्त ही नहीं कर पाती थी।
मेरी अपनी खाला नाजिया पे हमेशा से ही नज़र थी। वो बहुत ही सेक्सी है, काफ़ी स्लिम थी वो, लेकिन बूब्स और गांड उसके बड़े थे।
32″28″34″ का फिगर था उसका। मैं नाजिया के नाम की अक्सर मुठ मारा करता था। मेरी हमेशा से ख्वाहिश थी, कि उसको चोदू और दूसरे से भी चुदवाओ।
मुझे लड़कियों को अपमानित करने में बहुत मज़ा आता था।
अब हुआ यू, कि नाजिया की शादी हो रही थी। मुझे नाजिया को उसकी शादी से पहले किसी भी हाल में चोदना ही था।
लेकिन शादी की भाग दौड़ में कुछ करने को नहीं मिला। शादी के दिन मुझे पता था, कि आज नाजिया की सील खुलनी थी।
मैंने एक पत्र पर लिख दिया, कि शादी की रात आँखों पर पट्टी बंद कर रखना। फ़िर वो लेटर नाजिया को दे दिया और बोला, कि उसके पति ने दी थी।
उसने चिट्ठी पढ़ी और शर्मा गई। उसको ये नहीं पता था, मैंने क्या प्लान किया था।
शादी की रात से पहले मैंने उसके पति को जूस दिया और उसमें बहुत सारी नींद की गोलियाँ डाल दी।
उसके पति को नींद की गोलियों का असर होने लगा और शादी का फंक्शन भी ख़त्म होने लगा।
नाजिया को पहले ही कमरे में भेज दिया गया था, जहां वो आंखों पर पट्टी बांध कर लेटी थी।
मेरी ज़िम्मेदारी थी, कि उसके पति को कमरे तक ले जाऊं। क्योंकि शादी होटल में थी और टॉप फ्लोर पर उनका कमरा था।
लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। मैं उसके पति को अपने रूम में ले गया और तब तक उसको वही बिठाया, जब तक वो सो नहीं गया।
फिर मैं उसको टॉप फ्लोर पर ले गया और कमरा खोल कर अंदर ले गया। जैसा मैंने चाहा था, वैसा ही हुआ।
नाजिया शादी की ड्रेस में बैठी थी और उसकी आँखों पर कपड़ा बंधा हुआ था। वो बेड पर लेटी हुई थी, उसको तो यही लगा था, कि उसका पति कमरे में आया था।
मैंने उसके पति को कुर्सी पर बिठा दिया और कमरे में ताला लगा दिया। फ़िर मैं नाजिया के पास बिस्तर पे गया और उसके होठों पे चूमा। तभी नाजिया बोल पड़ी-
नाजिया: आंखों से पट्टी उतारू?
लेकिन मैंने उसके होठों पर उंगली रख के “शश” बोला। मैं बोल नहीं सकता था, वरना पकड़ा जाता।
फिर मैंने उसका दुपट्टा निकाल दिया और उसके हाथ बिस्तर से बांध दिये। अब बारी थी उसके गोर बदन का मजा लेने की।
मैने पहले तो अपने कपड़े उतारे। फिर मैंने नाजिया के कपड़े उतार दिये। अब नाजिया मेरे सामने बिल्कुल नंगी लेती हुई थी।
वो यहीं समझ रही थी, कि उसका पति ये सब कर रहा था। उसको भी इसमें मजा आ रहा था, क्योंकि उसकी चूत गीली हो रही थी।
उसका जिस्म कमाल का था और मेरा तो लंड उसका जिस्म देख कर ही खड़ा हो गया। मैंने नाजिया की टांगे खोली और अपने होंठ उसकी चूत पर रखे।
उसके जिस्म में तो जैसे करंट दौड़ने लगा। मैंने जब चूत चाटना शुरू किया, तो वो पागल हो रही थी।
वो “मम्म” “आह” की आवाज़ निकल रही थी। मैंने उसके जिस्म को चूमकर पूरे मजे के लिए।
अब वो असली चुदाई के लिए तैयार थी। मैंने उसकी चूत पर अपना लंड सेट किया और एक हाथ उसके मुँह पर रख दिया।
मैं प्यार से तो चोदने वाला नहीं था। फिर मैंने एक जोरदार झटका मारा और मेरा आधा लंड उसकी वर्जिन चूत को फाड़ते हुए अन्दर घुस गया।
उसको दर्द हो रहा था और उसका बदन भी कांप रहा था। लेकिन वो चिल्ला नहीं पा रही थी।
मैंने फिर दूसरा झटका मारा और पूरा लंड अन्दर घुसा दिया। जब मैंने लंड निकाला तो मेरा पूरा लंड खून से लाल हो गया था।
मुझे इस सब में बहुत मजा आ रहा था क्योकि मैंने नाजिया की वर्जिन चूत की सील तोड़ दी थी, और नाजिया तो दर्द से बेहाल हो गई थी।
मैंने वापस एक ही झटके में लंड पूरा घुसा दिया और फिर एक झटका दिया। कई बार ऐसा करने के बाद, मैंने उसकी स्पीड से वर्जिन चूत की चुदाई शुरू कर दी।
मैं दूसरे हाथ से उसके बूब्स और गांड को थप्पड़ मार रहा था। मैंने मार-मार कर उसके जिस्म को लाल कर दिया था।
नाजिया करीब 6-7 मिनट की चुदाई के मजे से पागल हो रही थी। लेकिन अब उसका दर्द कम होने लगा था, क्योंकि उसकी चूत गीली हो रही थी।
अब उसको भी मजा आ रहा था, मैं भी उसको बड़ी बेरहमी से चोद रहा था। मैं उसको एक होल से ज़्यादा कुछ समझ ही नहीं आ रहा था।
उसको चोदते-चोदते 12 मिनट हो गए थे और तब मुझे एहसास हुआ, कि अब वो कराह रही थी।
मैंने अपना हाथ हटाया, तो पहले उसने मुझे गालियां दी, कि पहली बार में इतना रफ कोन चोदता है।
लेकिन मैंने कुछ नहीं बोला और उसकी बुर की चुदाई को जारी रखा। वो अब विलाप कर रही थी और जब मैंने स्पीड से चोदना शुरू किया, तो वो कहने लगी-
नाजिया: मैं झड़ने वाली हूँ आआह..अहह आह्ह….उम्म्म…..
ये सुन कर मैंने स्पीड और तेज़ की और कुछ सेकेंड में ही वो झड़ गई।
नाजिया तेज़-तेज़ सांसें ले रही थी और उसको बहुत ही मजा आया। लेकिन मैं अभी तक उसकी चुदाई कर रहा था। वो कह रही थी कि, मैं उसके हाथ खोल दूँ उसको दर्द हो रहा था।
लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी। मेरा अब दिल चाह रहा था, कि उसकी गांड भी मारू। मैंने उसकी गांड के नीचे तकिया रखा और टांगे खोल कर उसकी गांड पर लंड सेट किया।
फिर मैंने ज़ोरदार झटका देकर अपने लंड का टोपा उसकी गांड के अंदर घुसा दिया, तो वो चिल्ला पड़ी-
नाजिया: अरे ये कहा घुसा दिया हराम-ज़ादे।
मैंने उसको चूमा और लंड को घुसा दिया। वो दर्द से बहुत उछल रही थी, लेकिन मेरी पकड़ मजबूत थी।
उसकी गांड बहुत टाइट थी, मैंने बहुत ज़ोर लगा कर अपना पूरा लंड उसकी मोटी गांड (Moti Gand) में घुसा दिया।
मैंने अपने होंथ हटाये, तो वो रो रही थी दर्द से। मैंने उसको थप्पड़ मारा और मुंह पर हाथ रख दिया।
अब फिर से मैंने उसको चोदना शुरू कर दिया। उसकी गांड बहुत टाइट थी और वो ढीली भी नहीं कर रही थी। लेकिन मुझे क्या परवाह थी उसके दर्द की।
वैसे भी मैं तो उसको रंडी बनाना चाहता था। मैंने 10 मिनट तक उसकी गांड को चोदा और फिर मेरा टाइम भी पूरा हो गया था। मैं आख़िर-कर उसकी गांड में ही झड़ गया।
लेकिन अभी ख़तम नहीं हुआ था। मेरा उसको सुबह तक चोदने का प्लान था। पहली चुदाई के बाद, मैंने 20-25 मिनट का आराम लिया।
नाजिया को मजा तो आया था, लेकिन अब वो इतना थक चुकी थी, के जिंदा लाश की तरह पड़ी थी। 25 मिनट के बाद मैंने उसको फिर से चोदना शुरू किया और दोनों छेद के मजे लिए।
नाजिया का दर्द भी ख़तम हो गया था और अब वह मजे से चुदवा रही थी। उसको तो शायद अभी तक पता नहीं होगा, कि उसको उसका पति नहीं कोई और चोद रहा था।
दूसरी चुदाई के दौरन मैंने नाजिया 2 बार झड़ चुकी थी।
जब वह तीसरी बार झड़ने वाली थी, तो मैंने सोचा, कि अब समय सही है उसको दिखाने के लिए, कि उसको इतना मजा मिल रहा था।
मैंने उसकी आंखों से कपड़ा हटाया और जैसा उसने देखा, कि उसको उसका पति नहीं, बल्कि उसका भांजा चोद रहा था, तो उसके होश ही उड़ गए।
उसने साइड पे देखा, तो उसका पति सोफे पर बेहोश पड़ा था। इसे पहले वो कुछ बोलती थी, मैं उसको किस करने लगा और चुदाई की स्पीड तेज़ कर दी।
उसके जिस्म ने उसका साथ नहीं दिया और चुदाई के मजे में वो झड़ गई। मैं फ़ारिग होने वाला था, तो मैंने लंड उसकी चूत से निकाल कर गांड में डाल दिया और वही अपना माल निकाल दिया।
मैंने जब किस ख़तम की, तो वो काफ़ी कुछ बोलने लगी, कि ये मैं क्या कर रहा था वगैरा.. वगैरा। वो मुझे धमकाने भी लगी।
मैंने उसको फ़ोन पे उसकी चूत की चुदाई दिखायी। दरअसल मैंने पूरी चुदाई रिकॉर्ड कर ली थी। फिर मैंने उसको थप्पड़ मारा और बोला-
मैं: देख इतने मजे से चुद रही है। कौन यकीन करेगा, ये धोखे से चुदाई की कहानी को।
वो डर गई और मुझसे मिन्नत करने लगी, कि मैं वीडियो डिलीट कर दूं। मैंने उसके हाथ खोल दिए और उसको ऑर्डर दिया-
मैं: चल अब, आके मेरा लंड चूस। फिर मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा।
पहले 5 मिनट तक वो सोचने लगी, लेकिन फिर मेरे पास आई और मेरा लंड चुसने लगी।
और फिर से मैंने उसकी चुदाई की। उसका जिस्म भी उसका साथ नहीं दे रहा था और वो चुदाई के मजे को इग्नोर नहीं कर पा रही थी। फ़िर मैं उसको उसके पति के पास ले गया और उसको बोला-
मैं: चल चूस अब अपने मिया का लंड।
उसने अपने पति का लंड निकाला, तो वो बहुत छोटा था। उसकी शक्ल पे लिखा था, कि वो लंड देख कर निराश हुई थी।
फिर मैंने उसकी चुदाई उसके पति के सामने की और उसे उसके पति का लंड भी चुसवाया।
उसकी चूत पहले से ज्यादा गीली हो रखी थी, मैंने उसको 3 बार चोदा और वो भी घंटो तक।
आखिरी चुदाई के बाद तो जैसे मानो उसने मुझे अपना पति कुबूल कर लिया हो, क्योंकि वो अब मुझसे और चुदाई करवाने का बोल रही थी।
मैंने उसको बालों से पकड़ा और उसको समझाया, कि आज से वो मेरी रंडी थी और उसने भी ये स्वीकार कर लिया था। उस दिन के बाद नाजिया को मैंने बहुत चोदा और चोद-चोद कर उसको लंड की भूखी बना दिया।
अब जब वो पूरी रंडी बन चुकी थी, तो फिर मैंने उसको दूसरे से चुदवाना शुरू किया। उसकी पहचान छुपाने के लिए।
मैं उसको मास्क पहना देता था। फिर मैंने अपने दोस्तों को बुला कर उसका गैंगबैंग करवाया था।
उसके जिस्म की डिमांड इतनी हो गई थी, कि काफी लोग तो पैसे देने शुरू हो गए। और फिर मैंने पैसे लेके उसको चुदवाना शुरू कर दिया।
उसको भी अपने पति के छोटे लंड से मज़ा नहीं आता था। इसलिए वो मेरे पास अपनी चूत की चुदाई (Chut Ki Chudai) के लिए आती थी और मैं उसको खुश करता था।
नाजिया खाला मेरी पहला शिकार थी , इसके बाद मैंने अपनी बहन को भी रंडी बनाया और अपनी मामी को भी।
कैसे मैंने अपना रंडी खाना खोला और वहां अपनी खाला नाजिया, बहन और मामी को चुदवाया, ये आपको अगली हिंदी सेक्स कहानी (Hindi Sex Kahani) बताऊंगा। तब तक के लिए कहानियो का मजा लेते रहिए। अलविदा।