October 6, 2024
सुहागरात को तीन लोगो से चुदाई

मेरी सुहागरात को मुझे तीन लोगो से चुदने में बहुत मजा आया

दोस्तों मेरा नाम शबाना हैं मेरी उम्र 24 वर्ष है। और मुझे नए-नए लंड से चुदने का बहुत शौक हैं। आज में आपको अपनी शादी की बात बताउंगी की कैसे सुहागरात को तीन लोगो ने खूब चोदा, दोस्तों मैं दिल्ली के द्वारका में रहती हूँ, और मेरी शादी जल्दी ही हुई हैं।

मुझे आज भी याद है वो रंगीन रात जब मैं अपनी सुहागरात को अपने बेड पे बैठी थी और मेरे पति ने अपना मोटा लंड निकाल के मेरे सामने रख दिया।

वो मेरे मुँह में अपना लोडा डालकर चुसवाने लगा और मेरी चूचियों को ऊपर से ही मसलने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था। फिर उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरे ऊपर लेट कर मुझे किस करने लगा।

अब मुझे भी मजा आने लगा था और मैं भी उसे जोर से पकड़ के चूमने लगी जब हम दोनों गर्म हो गए उसने अपना हाथ मेरी जांघो के बिच से मेरी चूत तक ले जाने लगा मुझे झनझनाहट होने लगी साथ ही मजा भी आ रहा था फिर उसने अपनी एक ऊँगली मेरी चूत में डाली और अंदर बाहर करने लगा मैं मदहोस होने लगी। थोड़ी देर बाद वो मेरी चूत को चाटने लगा और

थोड़ी देर बाद ही मैं झड़ गयी और अपना सारा पानी अपने शोहर में मुँह में डाल दिया। उसके कुछ समय बाद वो फिर से मेरी चूत पे हाथ सहलाने लगा और मेरी चूचियों को अपने मुँह में लेकर उन्हें चूसने लगा।

और मैं फिर गर्म हो गयी और इसबार उसने अपना लंड सीधा मेरी चूत में घुसा दिया, एक ही झटके में उसने अपना पूरा लंड मेरी चूत मेर घुसा दिया मैं चिल्लाने लगी लेकिन उसने अपने होठो से मेरा मुँह बंद कर दिया। थोड़ी देर में जब मेरा दर्द काम हुआ वो धक्के मरने लगा और मेरी चूचियों को चूसने लगा।

अब मुझे बहुत मजा आने लगा था, लगभग 10 मिनट की चुदाई के बाद मैं फिर झड़ने वाली थी और मेरा शोहर भी और तभी मैंने उससे बोला और जोर जोर से चोदो अहह अहह यस यस करके सिसकिया लेने लगी और मेरा शोहर भी हाफने लगा ओर तेज तेज धक्के दे के चोदने लगा।

थोड़ी देर बाद हम दोनों झाड़ गए और उसने अपना सारा पानी मेरी चूत में गिरा दिया, मेरी चूत एकदम गीली हो चुकी थी चिप चिप करने लगी थी।

हमने आधा घंटा आराम किया और फिर से एक दूसरे को गर्म करने में लग गए मुझे चुदाई का इतना मजा आने लगा था की ऐसा लग रहा था की मुझे एक साथ दो लंड मिल जाय और मेरी चूत की गर्मी शांत हो। अब हम फिर से गर्म हो चुके थे और जैसे ही मेरे शोहर ने मेरी चूत में अपना लंड डाला।

तभी किसी और का लैंड भी मेरे हाथो में अचानक आ गया उसका लंड एकदम मोटा और तना हुआ था, मैं तो मन ही मन बहुत खुश होने लगी लेकिन दिखावा करने लगी की कौन हो तुम और अंदर कैसे आए, जब मैंने उसका चेहरा देखा तो वो मेरा नन्दोई था और वो मेरे शोहर के कहने से आया था।

पहले मैंने उसे बहुत मना किया लेकिन अपने शोहर के कहने पे उसके लंड को अपने हाथो से सहलाने लगी और अपने मुँह में ले के मजे से चूसने लगी क्युकी उसका लोडा बहुत मोटा था।

कुछ देर के बाद एक और मोटा तगड़ा लंड मेरे हाथ में आ गया मैं डर गयी और हटाने लगी तभी मेरे शोहर ने कहा मेरी जान इसका भी लंड शांत कर दो ये भी आज तुम्हरी चूत का रस निकालने आया हैं।

मुझे क्या जब तुम राजी हो :मैंने बोला और तीनो के लंड से चुदवाने लगी।

ऐसा लग रहा था जैसे मेरी किस्मत खुल गयी हो इतने मोटे मोटे तीन लंड। मुझे चुदाई करने में बहुत मज़ा रहा था एक मेरी चूत में था और एक मेरे मुँह में और एक को तो मैं अपने हाथो से सहला रही थी।

एक एक करके तीनो ने मेरी चूत का पानी निकाला और मेरी प्यास बुझाई। और इस तरह मुझे मेरी सुहागरात को तीन लोगो ने खूब चोदा।

फिर मैंने अपने शोहर से पूछा के तुम्हे बुरा नहीं लग रहा हैं मैं तुम तीनो का लंड एक साथ ले रही हूँ। शोहर: अरे मेरी जान मैं भी इनकी बीवियों को चोदता हूँ और हमने ये सब पहले ही प्लान कर लिया था। और अब हम तीनो एक दूसरे की बीवी के साथ ऐसे ही सेक्स करेंगे। और इनकी पत्निया भी राज़ी है।

अब तुम्हारे पति, मेरे दोस्त, और मैं सभी एक दूसरे की पत्नियों को एक ही कमरे में चोदेंगे- : नन्दोई बोला

मैं इससे इतना मंत्रमुग्ध हो गयी कि मैंने उनके लंड को मजबूती से पकड़ लिया और फिर दोनों लंडों को चाटने लगी. शकील मेरा नन्दोई है, सिराज उसका साथी है, रूबी सिराज की पत्नी है।

जब मेरी शादी हुई तो मेरे पति ने मुझे गोवा ले जाने का प्रोग्राम बनाया। और मैं अपने हनीमून के लिए बहुत खुश थी। होटल में मैंने हमेशा जोड़ों को आते-जाते देखा। और मैं दुसरो के लंड के बारे में अपने दिमाग में सोचने लगी। हाय अल्लाह, उसका लंड कितना प्यारा है? उसका लंड कितना बड़ा होगा? यह आदमी कैसे चोदेगा? मैंने बस इतना ही सोचा। मैं आपको बता दूं, मुझे दुनिया में सबसे ज्यादा अब “लंड” पसंद हो गया है।

मेरे पति दानिस बहुत ही स्मार्ट और रोमांटिक इंसान हैं। हम शादी से पहले नहीं मिले थे। हां मैं उसे पसंद जरूर करती हूं। रात में एक पार्टी थी जिसमें मेरी नादोई भी शामिल हुई थी। वह अकेला आया था, नन्द नहीं थी। उनके साथ उनके दोस्त सिराज और उनकी पत्नी रूबी थीं।

शकील: क्या तुम्हे शराब पीना हैं?

मैं: “मैंने मन में सोचा मुझे लंड पीना हैं” लेकिन मैंने नहीं बोला और मैंने मना कर दिया।

रूबी बोली :- हां मैं पीती हूं।

शकील (नन्दोय) ने कहा:- ये लो जो पीना है पीओ किसने मन किया?

दानिस: हा हा रूबी जितना पीना है पीओ और मेरी पत्नी बहुत शर्मीली है उसे भी पिलाओ।

रूबी बोली :- इसको पिने के लिए बेशर्म होना चाहिए।

मैंने कहा:- नहीं यार, मैं तो बेशर्म हूं। मुझे आज थोड़ा डर लग रहा है।

रूबी बोली :- अरे डर किस बात का ? आज की रात बिना किसी डर के लंड लेने की रात हैं।

शकील ने कहा :- रूबी आज की रात लंड ही नहीं टट्टे भी पकड़ के चाटने होंगे।

रूबी ने कहा :- तुम सालो सुधरोगे नहीं।मैंने कहा:- इसके टट्टे भी अपनी चूत में घुसा लुंगी आज तो।मेरे इतना कहने पर सब हंस पड़े।

खैर, अब आधी रात हो गयी हम सब अपने कमरे में चले गए। मेरा शोहर अपने कपड़े उतारने लगा। हम दोनों नशे में थे। जब मैंने उसका लंड देखा तो लपक के उसे चूसने लगी और मदहोश होकर चुदने लगी और हम एक दूसरे के ऊपर ही झाड़ गए।फिर मैं बाथरूम गई और वापस आई और अपने पति को नहीं देखा?

लेकिन मेरे सामने एक मोटा और तना हुआ लोहे जैसा लोडा था। वो बहुत ज्यादा तना हुआ था, मैंने उसका चेहरा देखा तो बोला अबे साले शकील? और बोली आज रात मेरे पति की रात है, तू यहाँ क्या कर रहा हैं, भोसड़ीके? चला जा यहाँ से आज मैं तेरा लोडा नहीं लुंगी निकल जा साले मेरे रूम से।

इतना बोलते ही उसका लंड और टाइट हो गया, मैं खुश हो गयी क्युकी ऐसा मैंने उसका लंड और टाइट होने के लिए बोला था।अब मुझे उसक लंड लेने का बहुत मन होने लगा और मैं उसका लंड अपने मुँह में डाल के मजे से चूसने लगी।

फिर जैसे ही मैंने उसका लंड अपनी चूत में घुसेड़ा मैं मदहोश हो गयी क्या मजा आ रहा था, तभी अचानक एक और मोटा लैंड जो सबसे मोटा लग रहा था मेरे हाथो में आ गया।

शकील: शबाना आज सिराज भी तुम्हे चोदेगा।

मैं: क्यों वो क्यों चोदेगा मुझे।

शकील: क्यों तुम्हारा शोहर इसकी पत्नी रूबी को चोद रहा है और ये अब तुम्हे चोदेगा।

मुझे यकीन नहीं हुआ मैंने कहा क्या सबूत है, फिर उसने मुझे सिराज का रूम थोड़ा सा खोल के दिखाया और मेरा शोहर रूबी को उछाल उछाल के चोद रहा था।

सुहागरात को तीन लोगो ने खूब चोदा

मैं: ये सब देखने के बाद – आजा सिराज आज तुझे मैं ऐसा मजा दूंगी जो तेरी बीवी ने कभी नहीं दिया होगा। और उसके लंड को अपनी चूत के मुँह पे रख के बोलने लगी ले भोसड़ीके घुसा से अपना लंड और फाड़ दे मेरी चूत को। अब सिराज मुझे जोर जोर से चोदने लगा और मैं शकील का लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी।

दोनों लंड एक से बढ़कर एक थे और मैं पूरी तरह से अब रंडियों की हरकते करने लगी। सिराज से चुदने के बाद मैंने शकील को बोलै भोसड़ीके मुँह में ही पेलेगा या मेरी चूत की आग भुझायेगा इतना सुनते ही शकील ने अपना लोडा मेरी चूत में घुसा के जोर जोर से मेरी चूत का पानी निकालने लगा। और उसने मुझे ऐसा चोदा की मैं दो बार झाड़ चुकी थी और चुदाई के मजे ले रही थी। और सिराज का लंड मेरी चूचियों के मजे ले रह था।

फिर मैंने शकील से बोला यार अब मेरी गांड भी फड़फड़ा रही है बीच बीच में उसमे भी अपना लंड डाल ताकी उसे भी मोठे लंड लेने का मजा मिल सके। अब दोनों ने मेरी गांड और चूत दबाकर मरी सिराज मेरी चूत को चोद रहा था और शकील मेरी गांड फाड़ रहा था। इतना मजा मुझे पहले कभी नहीं आया था एक साथ गांड और चूत की चुदाई मैं तो खूब मन से चुदवा रही थी।

सुबह के 4 बज रहे थे। वैसे ही सो गयी चुदने के बाद। जब मैं उठी तो मेरे शोहर ने पूछा: – शबाना, तुम्हें उनका लंड अच्छा लगा? उन दोनों ने तुम्हे सही से चोदा की नहीं?

मैंने कहा:- लंड बहुत जबरदस्त थे दोनों ने मेरी बहुत चुदाई की। (मैं रंडियों की तरह बात कर रही थी।) तुम बताओ, तुमने रूबी को सही से चोदा की नहीं? तुम्हरा लंड उसे खुश कर पाया?

उसने कहा:- हाँ, वह पूरी तरह से सेक्स में डूबी हुई है। और एकदम मदहोश होकर छुड़वा रही थी। वह मेरे लंड मजे से चूसकर उसका मजा ले रही थी।

मैं अब समझ गयी हूं कि मैं खुले तौर पर कहीं भी किसी के भी साथ सेक्स कर सकती हूं। अब जब मैं किसी स्मार्ट आदमी को देखती हूं तो उसके लिंग के बारे में सोचती हूं। और मैं सोचने लगा हूं कि कैसे उसका लंड अपनी चूत में लू।

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