आज की हिंदी सेक्स कहानी है “ट्यूशन पढ़ाने के बहाने स्टूडेंट की सेक्सी माँ को चोदा” इस कहानी को पढ़ने के बाद आप अपना लंड हिलाने से नहीं रोक पाएंगे।
मेरे प्रिय मित्रों, नमस्कार। मेरा नाम सुमित हे। मेरी हाइट 6 फीट है। जैसा कि लोग कहते हैं, मैं भी अच्छा दिखता हूं। मैं दिल्ली में रहता हूँ और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा हूँ।
स्कूल खत्म होने के बाद से ही मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक बन गया था। मुझे हर रोज अन्तर्वासना कहानियाँ पढ़ने में मजा आता था।
इंडियन भाभी के साथ ये इंडियन सेक्स स्टोरी मेरे एक स्टूडेंट से जुड़ी है। अगर वो स्टूडेंट न होता तो शायद मुझे इतनी हॉट और सेक्सी चूत चोदने को नहीं मिल पाती। कहानी के पात्रों के बारे में आपको ठीक से तभी पता चलेगा जब मैं आपको अपने बारे में बताऊंगा।
मैं दो बार इंटरव्यू स्टेज तक पहुंच चुका हूं। आप समझ गए होंगे कि मैं काफी समय से तैयारी कर रहा हूं और दिल्ली जैसे शहर में काफी समय बिताया है।
जब से मैं दिल्ली आया हूं, अपने घर वालों से पैसे मांगता रहता हूं। फिर मैंने अपने रहने और खाने का खर्चा चलाने के लिए ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया। मैंने अपने पड़ोस में ही ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया।
जिस घर में मैं ट्यूशन पढ़ाता हूँ उस घर के लोग बहुत अमीर हैं। वहां से मुझे अच्छी खासी रकम मिल जाती है। घर पर 28 साल की भाभी है। उनका एक बेटा है जो तीसरी कक्षा में है। उनके पति यानि भाई बिजनेस करते हैं।
भैया तो बहुत अच्छे दिखते हैं लेकिन भाभी कुछ अलग हैं। मैं यहां न तो भैया का नाम बता सकता हूं और न ही भाभी का नाम। इसके लिए मैं आप लोगों से माफी मांगता हूं।
भाभी के बारे में बात करूं तो वो बहुत ही खूबसूरत और कातिलाना दिखने वाली महिला हैं। वह 5।7 फीट लंबी महिला हैं। उनके चुचे 34 के हैं। उनकी कमर 30 की है और उनकी गांड भी 36 की है। उनके फिगर को देखकर तो वो बिल्कुल सेक्स की देवी लगती हैं।
घर पर भाभी अक्सर टी-शर्ट और कैफ्री में रहती थीं। उसकी टी-शर्ट में से उसके कसे हुए स्तन दिख रहे थे। जब भी वो वहां से गुजरती थी तो मेरी नजर उसके स्तनों पर ही रुक जाती थी। मेरा लंड सलामी देने लगता है।
मैं अक्सर उस सेक्सी इंडियन भाभी के बारे में सोच कर भाभी के नाम से मुठ मारता था। कितनी बार मैंने अपने तकिये को भाभी की चूत समझ कर चोदा था। भाभी के प्रति मेरा आकर्षण आप समझ ही रहे होंगे।
भाभी और मेरे बीच अक्सर हल्की फुल्की नोकझोंक होती रहती थी। कभी-कभी उनके व्हाट्सएप पर चुटकुलों का आदान-प्रदान भी हो जाता था।
एक दिन मैं उसके घर पर ट्यूशन पढ़ा रहा था।
उस वक्त भाभी कॉलोनी में सब्जी लेने गई थीं।
तभी जोरों की बारिश होने लगी। कुछ देर बाद वह भीगती हुई घर में दाखिल हुई। उसके सारे कपड़े गीले थे।
मुझे याद है कि उसकी सफेद टी-शर्ट के नीचे उसकी लाल ब्रा साफ़ दिख रही थी। ये नजारा देख कर मेरी नजरें जैसे वहीं जम गयीं। इतना रोमांचक नजारा मैंने पहले कभी नहीं देखा था। मैं भाभी के स्तनों को देखता ही रह गया।
शायद भाभी ने भी मुझे नोटिस कर लिया था। उसने देखा कि मैं उसके स्तनों को घूर रहा हूँ, तो मेरा ध्यान भटकाने के लिए उसने हल्की सी खाँसी। उसके खांसने पर मेरा ध्यान गया।
फिर मुस्कुराते हुए बोली- कहां गए सुमित?
मेरी चोरी पकड़ी गयी और मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई। (स्टूडेंट की सेक्सी माँ को चोदा)
मैंने कहा- तुम पूरी भीग गई हो, तुम्हें अपने कपड़े बदल लेने चाहिए। अगर तुम चाहो तो क्या मैं तुम्हारे लिए चाय बना सकता हूँ?
थोड़ा सोचने के बाद भाभी ने चाय के लिए हां कह दिया और कपड़े बदलने के लिए कमरे में चली गईं।
मैं उनके बेटे को अपने साथ रसोई में ले गई और उसके लिए चाय बनाने लगी। चाय बनाने के बाद मैंने भाभी को आवाज दी।
इस बार जब वो बाहर आईं तो उन्होंने सेक्सी नाइटी पहनी हुई थी। उसे देखते ही मेरा लंड मचलने लगा। दो मिनट में ही लंड का तम्बू पैंट के अन्दर तनने लगा। शायद भाभी ने भी ये नोटिस कर लिया था और उनकी नज़र मेरी पैंट पर पड़ी।
हम दोनों चाय पीने लगे और भाभी हमारे साथ बैठकर मंद-मंद मुस्कुराती रहीं। उस दिन इससे ज्यादा कुछ नहीं हो सका। फिर मैंने उनके बेटे को पढ़ाना शुरू किया। जब बारिश थोड़ी कम हुई तो मैं भी अपने कमरे में आ गया।
कुछ देर बाद मैंने देखा कि मेरे व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया था। मैंने उसे खोला तो उसमें भाभी का ही नंबर था। मैंने मैसेज पढ़ा तो भाभी ने उसमें थैंक्स लिखा था।
भाभी ने लिखा था- चाय के लिए धन्यवाद।
मैंने लिखा- आपके लिए कुछ भी।
भाभी ने मेरे मैसेज का जवाब दिल वाले इमोजी के साथ दिया।
मैंने सोचा शायद भाभी मूड में हैं। फिर हम बातें करने लगे।
भाभी ने पूछा- तुम ज्यादा भीगे तो नहीं हो, कहीं सर्दी न लग जाये?
मैंने लिखा- हां, मैं थोड़ा गीला हूं। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है।
भाभी बोलीं- नहीं, तुम चाय बना कर पी लो। तुम्हें सर्दी लग जायेगी।
मैंने जानबूझ कर झूठ बोला- मेरे घर में दूध नहीं है।
वो बोली- तो मेरे यहां से ले लेते?
मैंने कहा- हां भाभी, मुझसे बस यही गलती हो गई। यह आपसे नहीं लिया। आपके पास हमेशा स्टॉक में अतिरिक्त रहता है।
दोस्तों मेरे मुँह से तो ये निकला लेकिन मेरी गांड फट रही थी। इस बार भाभी ने मैसेज देखा लेकिन कोई जवाब नहीं दिया। मुझे लगा कि मैंने जोश में आकर काम ख़राब कर दिया है। लेकिन मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा जब दस मिनट बाद मुझे फिर से भाभी का मैसेज आया। (स्टूडेंट की सेक्सी माँ को चोदा)
भाभी ने लिखा था- कल सुबह 10 बजे के बाद आना और जितना चाहो उतना दूध ले जाना।
मुझे आश्चर्य हुआ। से लग रहा था
भाभी की बात से पता चला कि वो मेरी बात का मतलब समझ गई थी और अगर मैं गलत नहीं हूँ तो वो तो मेरी बात का मज़ा लेने आई थी।
उस रात मैंने भाभी के बारे में सोच कर लगातार दो बार हस्तमैथुन किया। फिर मैं सो गया। अगले दिन मैं सुबह 10 बजे भाभी के घर पहुंच गया। मैंने जाकर दरवाजे की घंटी बजाई।
भाभी ने उसी नाइटी में दरवाजा खोला। दरवाज़ा खोलते हुए बोली- दूध लाने की जल्दी है क्या?
मैंने कहा- हां भाभी, दूध पीना तो मेरा सबसे पसंदीदा काम है। वैसे भी मैंने बहुत दिनों से असली दूध नहीं पिया है। अब मैं पैकेट वाला दूध पीकर बोर हो गया हूं।
वो बोली- तो फिर आप सही जगह आये हैं। अंदर आजाओ।
भाभी मुझे अन्दर ले गईं और दरवाज़ा अन्दर से बंद करने लगीं।
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संकेत साफ़ था। जब कोई महिला किसी अजनबी को अपने घर में बुलाती है और उसके साथ छेड़खानी करने लगती है तो इसका मतलब है कि वह उससे कुछ न कुछ जरूर चाहती है।
भाभी की गांड देखते समय मेरे मन में यही ख्याल आ रहा था कि मैं खुद को रोक नहीं पाया और मैंने अपना लंड भाभी की गांड पर रख दिया और उन्हें पीछे से अपनी बांहों में पकड़ लिया। मैं उसकी गर्दन पर चूमने लगा और वो मेरी तरफ घूम गयी।
हमारे होठों को मिलने में देर नहीं लगी। मैं उसके होंठों को चूसने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी। मैं भी धीरे-धीरे भाभी के नितंबों को सहला रहा था। उसके नितम्ब दबाते समय मुझे एहसास हुआ कि उसने नीचे पैंटी भी नहीं पहनी थी।
फिर जब मेरा हाथ उसके स्तनों पर लगा तो मैंने पाया कि उसने अपनी ब्रा भी उतार दी है।
मेरे पूछने पर उसने बताया कि उसे स्तनपान कराने की मुझसे ज्यादा जल्दी थी इसलिए उसने पहले ही ब्रा और पैंटी दोनों निकाल दी थी। (स्टूडेंट की सेक्सी माँ को चोदा)
ये सुनते ही मैंने उसकी नाइटी उतार दी और उसके मम्मों पर टूट पड़ा। मैंने उसके 34 साइज के चूचों को नंगा करके अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगा। मै कभी उनके चूचों को दबा रहा था तो कभी काट रहा था, जिससे भाभी बार-बार कांप रही थीं।
अब तो भाभी को भी रोकना मुश्किल हो गया था। भाभी ने झट से मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरे 7 इंच के लंड से खेलने लगीं। जैसे ही भाभी का मुलायम हाथ मेरे लंड पर लगा तो नसों में एक अलग तनाव बढ़ने लगा। मेरा लंड टाइट होने लगा। लंड की नसें फटने को हो रही थीं।
मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और उसकी चूत चूसने की इच्छा जाहिर कर दी। भाभी तुरंत तैयार हो गईं। मैं उसकी चूत को चूसने लगा। उसके मुँह से कराहें निकलने लगीं। लेकिन उसका भी मन कुछ चूसने का कर रहा था।
वो उठी और मेरे लंड की ओर सिर करके लेट गयी। उसने अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी और मेरा लंड मुँह में ले लिया। हम दोनों 69 पोजीशन में एक दूसरे के शरीर के अंगों को चूसने और चाटने लगे।
हम दोनों के मुँह से आनंद की आवाजें आ रही थीं। ‘आहह… उम्म्म… पुच… मुच… आहह… ममम…। गप… गप… गप… आआहह। ऐसा करके वो मेरा लंड चाट रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था।
मैंने हस्तमैथुन करने में इस तरह का आनंद कभी नहीं लिया। भाभी मजे से मेरा लंड चूस रही थीं। मैं भी जोर जोर से उसकी चूत चाट रहा था। दोनों एक दूसरे में खोये हुए थे। पांच मिनट तक ऐसे ही चुसाई चलती रही।
फिर वो दोनों एक साथ झड़ गये। मुझे उसके मुँह में अपना वीर्य छोड़ने और उसकी चूत का रस मुँह में पीने में बहुत मज़ा आया। थोड़ी देर आराम करने के बाद भाभी मेरे लंड से खेलने लगीं और मैं उनके स्तन की घुंडी को धीरे-धीरे दबाने और चूसने लगा।
कुछ मिनट तक ऐसा करने से लंड वापस अपने विकराल रूप में आ गया और इस बार भाभी ने बिना समय बर्बाद किये लंड को चूसना शुरू कर दिया। उसने चूस-चूस कर मेरा लंड गीला कर दिया।
मेरे लंड में एक अजीब सी गुदगुदी हो रही थी। लेकिन फिर मुझमें पूरा जोश आ गया और मैं उसकी चूत चोदने के लिए तड़पने लगा। (स्टूडेंट की सेक्सी माँ को चोदा)
इससे पहले कि मैं भाभी पर हमला करता, उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया। वह अपनी चूत फैलाकर मेरे लंड पर बैठ गयी और मेरे लंड को अपनी योनि में घुसा लिया। मेरे लंड को घुसाते ही वो मेरे लंड पर कूदने लगी और चुदवाने लगी।
जब भाभी मेरे सामने उछल उछल कर चुदवा रही थी तो ऐसा लग रहा था मानो मैं दो घाटियों के बीच तैर रहा हूँ। उसके 34 साइज के स्तन बहुत ही मनभावन लग रहे थे। बीच-बीच में मैं भाभी की गांड पर थप्पड़ मार रहा था और भाभी अपने मुँह से गंदी-गंदी गालियाँ निकाल रही थीं।
कुछ देर की उछल-कूद के बाद भाभी घोड़ी बन गईं। इस बार मैं पीछे से उस पर आ गया। मैंने उसके मम्मों को पकड़ कर धीरे से अपना लंड अन्दर डाला और उसे धीरे धीरे चोदने लगा। इस पोजीशन में ज्यादा मजा आ रहा था।
पांच मिनट तक मैंने उसे घोड़ी बनाकर चोदा। उसके बाद मैंने भाभी की गांड के नीचे एक तकिया रख दिया। फिर वो सीधी लेट गई और सामने से चुदाई करवाई।
पहली ही बार की चुदाई में भाभी ने मुझसे तीन अलग-अलग पोज़ में अपनी चूत चुदाई करवाई। जब मेरा वीर्य निकलने को हुआ तो उसने उसे अपने किसी भी छेद में छोड़ने से मना कर दिया।
वो बोली- अपना लंड मेरे चेहरे के सामने लाओ और मुठ मारो।
मैंने वैसा ही करना शुरू कर दिया। मै अपना लंड भाभी के चेहरे के पास लाया और हिलाने लगा। हस्तमैथुन करने लगा और अपने लंड को जोर-जोर से हिलाने लगा। भाभी अपने होंठ खोले हुए मेरे वीर्य के निकलने का इंतज़ार कर रही थी।
अब मेरा वीर्य किसी भी पल निकलने वाला था। फिर मेरा शरीर अकड़ गया और लंड से वीर्य निकल कर भाभी के मुँह पर गिरने लगा। मैंने भाभी का चेहरा अपने वीर्य से भिगो दिया।
मैं भाभी के मुँह में ही झड़ना चाहता था। तो मैंने पूछा कि उसने मेरा सामान अंदर क्यों नहीं निकाला?
वो बोलीं- मर्दों के लंड का रस चेहरे के लिए बहुत अच्छा होता है। इससे चेहरे पर चमक आती है।
भाभी की बात सुनकर मैं हैरान हो गया। मैं सेक्स के बारे में इतना नहीं जानता था। भाभी पूरी खिलाड़ी थी। मैं जानता था कि वह इतनी आसानी से मुझे छोड़ने वाली नहीं है।
उस दिन के बाद से भाभी के साथ मेरी चुदाई शुरू हो गयी। मैं अभी भी भाभी को चोदने का ये मजा ले रहा हूं और ये खेल हम दोनों के बीच बहुत अच्छा चल रहा है।
अपनी चूत चुदाई करवाने के बाद भाभी ने मुझे तीन और नई चूतें दिलाईं। एक चूत भाभी की बहन की थी। मुझे वो तीन नई चूतें कैसे मिलीं और मैंने उन्हें कैसे चोदा, ये सब बातें मैं आपको अपनी आने वाली कहानियों में बताऊंगा।
तो दोस्तो, आपको मेरी यह चुदाई की कहानी कैसी लगी, जरूर बताएं।
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