कामुकता और हिंदी सेक्स कहानी की दुनिया में आपका स्वागत है। दोस्तों मेरा नाम आशु हैं, दोस्तों इस सेक्सी स्टोरी में मैं ये स्टोरी सांझा कर रहा हूँ जिसमे मैंने हॉट और सेक्सी भाभी कि चूत मारी।
नमस्ते! मैं 21 साल का लड़का हूँ और आगरा में रहता हूँ। मैं एक फिट लड़का हूँ और मेरी लंबाई 5.8 फीट है। और मैं दिल्ली में रहता हूँ। और मेरे लंड की लम्बाई मैंने कभी नापी नहीं लेकिन इतना जरूर कहूंगा की कोई भी लड़की मेरा लैंड मजे से अपनी चूत में घुसवा लेगी। जैसे मेरी भाभी ने मजे से अपनी चूत मुझसे चुदवाई। यह कहानी मेरी भाभी सुधा (असली नाम नहीं) के बारे में है। सुधा के शरीर का आकार आकर्षक है, फिगर 34-30-36 है। सुधा 27 साल की हैं। मेरी चाची हमारे घर से बहुत दूर एक गांव में रहती हैं। मेरा भाई और उसकी पत्नी की बहन भी वहीं रहते हैं। वह बहुत सुंदर है और जब वह लाल पोशाक पहनती है तो हॉट और सेक्सी दिखती है। इनका चेहरा किसी भी हेरोईन से कम नहीं है। मेरे भाई की उससे शादी को 6 साल हो गए हैं और उनका एक बच्चा भी है।एक दिन, मेरी चाची अपने घर के लिए सामान खरीदने के लिए चांदनी चौंक गयी हुई थी। लेकिन ज्यादा शॉपिंग के चक्कर में उन्हें रात हो गयी और उन्होंने रात हमारे साथ रुकने का फैसला किया। हमारे घर में तीन कमरे हैं, और मैं अपनी माँ और पिताजी के साथ रहता हूँ।
उस दिन, मेरे पिताजी मुझसे, मेरी भाभी और मेरी माँ से अलग कमरे में सोने वाले थे। जब मेरी भाभी हमारे कमरे में आईं तो उन्होंने अपने कपड़े बदले और गुलाबी रंग की ड्रेस पहन ली, लेकिन वो अपनी ब्रा और अंडरवियर पहनना भूल गयी. इसके बारे में मुझे बाद में पता चला, कमरे में माँ और भाभी एक बिस्तर पर लेटी हुई थीं।
मैं अलग बिस्तर पर लेटा हुआ अपने लैपटॉप पर एक मज़ेदार वीडियो देख रहा था। गर्मी का समय था और कूलर की हवा सिर्फ बेड पे ही लगती थी। तभी भाभी ने बोला आशु तुम वहा क्यों सो रहा है और मुझे भी बेड पे बुला लिया, और मैं तो इसी बात का इंतजार कर रहा था की कब भाभी मुझे अपने पास बुलाए।
मैं वही एक कोने में जा के लेटने लगा और भाभी भी मेरे बगल में लेटने लगी। भाभी की बदन की खुशबू इतनी मोहक थी की मैं तो उन्हें सूंघ के कि मदहोश होने लगा था, और उन्हें चोदने का सपना देखने लगा।
मैं अपनी भाभी के साथ समय बिताना चाहता था, इसलिए जब मेरी माँ उनसे बात करती थी तो मैं उनके करीब रहता था। आख़िरकार, वे दोनों सो गए और मैंने अपना कंप्यूटर बंद कर दिया, लेकिन मैं सो नहीं सका। मेरे मन में तो भाभी के ख्याल घूम रहे थे।मैं देखना चाहता था कि अगर मैं उनका हाथ छूऊंगा तो भाभी नोटिस करेंगी या नहीं, इसलिए मैंने धीरे से उनका हाथ छुआ और रगड़ा। फिर मैंने थोड़ा सा दबाया तो वो नहीं उठी, पहले तो मैं डरा हुआ था, लेकिन अब मुझमे थोड़ी हिम्मत आ रही थी।
मैंने करवट लेके भाभी की तरह मूड गया और उसके बूब्स को सहलाने की कोसी करने लगा उसके बूब्स बहुत ही नाजुक और सॉफ्ट थे मुझे उन्हें छूने में बहुत मजा आ रहा था। और कमरे में अँधेरा बहुत था तो इसमें मम्मी मुझे देख नहीं सकती थी कि मैं क्या कर रहा हु।
भाभी के बूब्स को हल्के हाथो से दबाने से ऐसा लग रहा था की वो सो नहीं रही है जैसे सोने का नाटक कर रही है तो मेरी हिम्मत और बढ़ती गयी। भाभी ने ब्रा नहीं पहना था तो मुझे तो और भी ज्यादा मजा आने लगा था क्योकि मैंने पहली बार उसके नंगे बूब्स को छू रहा था। फिर मैंने धीरे-धीरे भाभी की गोरी जांघो के पास अपने हाथो को ले गया और उनकी चिकनी चूत जिसे छू कर लग रहा था की उन्होंने कल ही सफाई कि है। थोड़ा हाथ फेरने के बाद मैंने अपनी ऊँगली उनकी चूत में डालने लगा। उसकी चूत काफी कासी हुई थी ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा था की वो एक बच्चे की माँ है, अपनी जब अपनी ऊँगली उनकी चूत में घुसाई तो वो अचानक से जाग गयी और मुझसे लिपट गयी, मैं हैरान हो गया और मैं भी भाभी से लिपट गया। थोड़ी देर बाद भाभी को अहसास हुआ और बोली मुझे लगा आप हो शायद वो अपने पति के बारे में सोच रही थी, और मुझसे अलग हो गयी। मेरी तो गांड ही फटने लगी की भाभी तो नींद में थी कही सुबह माँ को ये सब बता न दे। थोड़ी देर बाद भाभी बोली: ये तुम क्या कर रहे थे?मैं: भाभी मुझे माफ़ करदो अब दुबारा नहीं करूंगा।
भाभी: तेरी भाभी हूँ बीवी नहीं।मैं: सॉरी भाभी, मैं आपको बहुत पहले से पसंद करता था, इसलिए आज अपने आप को रोक नहीं पाया मुझे माफ़ करदो।
भाभी: लगता है तुम्हारी माँ से बोलके तुम्हारी शादी करवानी पड़ेगी, ज्यादा बड़े हो गए हो।
मैं: माफ करदो प्लीज् भाभी अब नहीं करूंगा।
भाभी: ठीक है सुबह तुमसे बात करती हु अब सो जाओ।
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हम दोनों सोने लगे और भाभी मेरी तरफ मुँह करके सो रही थी और मैं उनकी सांसो की आवाज सुन पा रहा था। लेकिन थोड़ी ही देर बाद भाभी ने खुद ही अपना हाथ मेरे हाथो पे रख दिया, तो मैंने फिर से कोशिस करने की सोची।
मैंने सोचा अब कुछ किया तो लफड़ा हो जयगा और माँ भी जग जायगी और मैं अपना मुँह फेर के सोने लगा लेकिन नींद कहा आने वाली थी। और मैं रात भर जागकर सुबह होने का इंतजार करने लगा।
मैंने भाभी को चोदने का सपना अभी तक नहीं छोड़ा था क्योकि जब रात में मैंने उन्हें किस किया था तो उनका मन बदला हुआ लग रहा था जैसे वो कह रही हो की उन्हें सेक्स करवाना है। सुबह हो गयी और सब लोग उठ चुके थे और अपने अपने काम में व्यस्त हो गए लेकिन भाभी अभी तक सो रही थी। और माँ ने बोला अंदर से कुण्डी लगा के तू भी थोड़ा और सो ले। मैं भाभी के जागने का इंतजार कर रहा था। अलार्म बजा तो भाभी भी जग गयी लेकिन वो काफी देर से जग रही थी बस सोने का नाटक कर रही थी। मैं: सॉरी भाभी। भाभी: आंखे खोलते हुए बोली, तुम्हारी उम्र ही ऐसी है जिसमे ऐसी गलतिया होने लगती है, लेकिन आगे से ध्यान रखना। भाभी ने पूछा कि मेरे मन में भाभी के साथ ये सब करने का प्लान कैसे आया। मैं तुम्हें बहुत समय से पसंद करता हूँ, लेकिन मैं तुम्हें बताने से बहुत डरता था।भाभी : क्या तुम्हें पता है कि मेरी शादी किसी और से हो गयी है फिर भी।
मैं: तभी तो कभी नहीं बोला। वो तो आपको अपने इतने पास देख कर रहा नहीं गया बस।
भाभी: शादी करवानी होगी घरवालों से बोल के।
तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है- भाभी ने पूछा।
मैं: पहले थी। लेकिन अब नहीं है कोई।
भाभी: दूसरी कोई नहीं मिली क्या?मैं: अभी तक तो नहीं मिली।
भाभी: कैसी लड़की चाहिए?मैं: बस आपके जैसे हॉट और सेक्सी होनी चाहिए जिसे देख के मन करे के अभी लिपट जाऊ।
भाभी: अरे क्या तुम्हे लगता है कि मैं हॉट और सेक्सी दिखती हूँ?मैं: आप तो बहुत हॉट और सेक्सी हो तभी तो कह रहा हूँ न।
भाभी: मुझे हॉट बोलते हुए तुम्हे शर्म नहीं आती। मैं: जो हॉट है तो उसे हॉट बोलने मैं कैसी शर्म। और धीरे से मैंने भाभी को आंख मार के लाइन मारनी शुरू की।
भाभी: रात में अगर तुम्हारी माँ जग जाती तो दोनों की जमकर ठुकाई होती।
मैं: सॉरी भाभी। वैसे भी जगी तो नहीं न और अगली बार से इसका पूरा ध्यान रखूंगा।
भाभी: ध्यान रखूंगा मतलब। फिर से करने का मूड है।मैं: आपकी रजामंदी हो तो जरूर। इतना बोलते ही मैंने भाभी को किस कर दिया और अपनी बहो में ले लिया, भाभी अपने आप को छुटाने लगी।
भाभी: देखो आशु में कह रही हूँ छोड़ दो मुझे अगर तुम्हारी माँ आ गयी यो दिक्कत हो जायगी।
मैं: माँ तो हनी आने वाली है क्योकि दरवाजा अंदर से बंद है।
भाभी: मैंने कहाँ न मुझे छोड़ दो। मैंने उन्हें बिल्कुल नहीं छोड़ा और उनके उपर चढ़ गया और मोटे मोटे बूब्स को दबाने लगा और उन्हें जोर से किस करने लगा मैं अपने हाथो से उनके चुचो की जबरदस्त मालिस कर रहा था।
कुछ देर की जोर-जबरदस्ती के बाद भाभी ढीली पड़ गयी, अब वो मुझे हटा नहीं रही थी बस चुप चाप निचे लेती थी। कुछ देर की किस के बाद भाभी मेरे बालो पे हाथ फेरने लगी और मैं उनके रसीले दूध को पिने लगा और उनकी बढ़िया से मालिस करने लगा।
फिर धीरे से मैंने अपनी एक ऊँगली इनकी चूत में डाल दी और सिसकिया लेने लगी।
भाभी: लगता है की तू आज मेरी चूत मार के ही मानेगा, रुकेगा नहीं।
भाभी अब मेरे सर को अपने बूब्स पे जोर से रगड़ने लगी क्योकि अब वो गर्म हो चुकी थी, और मेरा इतने साल का सपना आज पूरा हो रहा था।
मैं कभी उनके एक बूब्स को सहलाता तो एक की खूब मालिस करता और उनके पुरे बदन को चूमने लगा था।
अब भाभी की चूत गीली हो चुकी थी और उसमे से पानी निकलने लगा था। और भाभी ने मुझे निचे लिटा कर मेरे उपर आ गयी और बोली अब मेरी बारी है।
भाभी ने तुरंत मेरे कपडे निकल दिए और मेरे लंड को बाहर निकल दिया, मेरा लंड देखकर भाभी चौक गयी, और बोली लगता है आज तू मेरी चूत को फाड़ देगा इतने मोठे लंड से।
मैं: सच में भाभी मैं तो इसी इंतजार में था की कब आपकी चूत को फाड़ने का मौका मिले।
भाभी ने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे मजे से चाटने लगी उन्हें मेरा लंड चूसने में बहुत मजा आ रहा था क्योकि इतना मोटा लंड उन्होंने पहली बार चूसा है।
अब उन्होंने अपने पुरे कपडे निकाल दिए उनका गोरा बदन मेरी आँखों में कहर ढाने लगा क्या सेक्सी फिगर था, अब वो अपनी चूत से में लंड पे रगड़ने लगी और जोर जोर से आहे भरने लगी उनकी सिसकिया बहुत ही मधुर थी।
मैंने बोला भाभी थोड़ा धीरे अवाक् करो नहीं तो कोई आ जायगा और उन्होंने अपनी आवाज को दबा लिया और मेरे होठो को चूसने लगी।
अब उन्होंने अपनी चूत को मेरे लंड के नोक पे रखा दिया और जिसे ही मेरे लंड का उपर वाला हिस्सा भाभी की चूत में घुसा भाभी की आवाज निकल गयी अह्ह्ह अह्ह्ह, मैंने उनकस मुँह अपने हाथ से ढक दिया।
भाभी बोलने लगी कितना मोटा है तेरा लंड मेरी तो जान ही निकल जायगी, पूरा घुसेगा तो मेरी चूत का नक्शा ही बिगड़ देगा।
अरे भाभी धीरे-धीरे घुसाओ ताकि आवाज न हो, फिर मैंने निचे से एक हल्का जोर का धक्का दिया और भाभी की चूत में मेरा आधा लंड घुस गया वो चिल्ला पड़ी…..हाय मर गयी मरे माई रे……आह्हः अह्ह्ह।भाभी: तूने सच में मेरी चूत का बुरा हल बना दिया लगता है मेरी चूत फट गयी है।
भाभी को दर्द हो रहा था। इसी बीच मैंने एक और जोर का धक्का दिया और पूरा लंड घुसा दिया, भाभी इस बार बहुत जोर से कराहने लगी हट जा….मुझे छोड़ दे…… कहने लगी लेकिन मैंने भाभी को तिहत पकड़ा हुआ था और हल्के-हल्के धक्के दिए जा रहा था।
थोड़ी ही देर में भाही को मजा आने लगा और वो भी मजे से चुदाई करवाने लगी कभी वो मेरे उपर के खुद ही मेरा लंड अपनी चूत में लेती तो कभी किसी और पोजीशन में चुदाई करवाती।
भाभी को अलग-अलग पोज़ में सेक्स करना पसंद था तो वो कभी डॉगी स्टाइल में चुदती तो कभी घोड़ी बनके तो कभी अपनी टांगो को फैला के चुदती।
उनकी चुदाई में मुझे बहुत मजा आने लगा था लेकिन भाभी जल्दी ही झाड़ गयी और मेरे लंड को अपनी चूत के पानी से भीगा दिया, चूत का पानी लगते ही मेरा लंड और भी तेजी से भाभी की चूत में जाने लगा।
भाभी की आवाज निकलने लगी। तभी मैंने उनके मुँह पे तकिया रख दिया और उन्हें खूब जोर से उठा-उठा के चोदने लगा कुछ ही देर में मैंने भी भाभी की चूत को अपने लंड के पानी से नहला दिया और उन्ही के ऊपर थोड़े देर तक लेटा रहा।
उसके कुछ देर बाद हमने अपने कपडे पहने और नहाने चले गए। और उस दिन के बाद जब भी मौका मिलता भाभी ख़ुशी ख़ुशी मुझसे चुदती और मेरे लंड को चुस्ती।