हिंदी सेक्स स्टोरीज के सभी पाठको का हमारी आज की फॅमिली सेक्स कहानी (Family Sex Story) में स्वागत है। आज की स्टोरी का शीर्षक साली की कुंवारी चूत (Sali Ki Kunwari Chut) और जीजा की चुदाई की हवस है।
इस कहानी को सुनील ने लिखी है, जीजा साली सेक्स कहानी (Jija Sali Sex Kahani) का मजा लीजिए दोस्तों…..
हेलो दोस्तो मेरा नाम सुनील है, और मेरी उमर 28 साल है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूं। मैं हिंदी सेक्स स्टोरीज (Hindi Sex Stories) रोज पढ़ता हूं।
तो आज मैंने सोचा कि मैं भी अपनी जीजा साली सेक्सी स्टोरी (Jija Sali Sex Story) आप सब के साथ शेयर करूं।
मेरी कोई अपनी साली नहीं है, पर मेरी बीवी की चाची की लड़की है। जो मेरी सालिया लगती है, वो दोनो मस्त माल है।
मेरी बड़ी साली उसके ताऊ जी के साथ रहती है, और छोटी वाली अपने माँ-बाप के साथ रहती है।
मेरी साली का सेक्सी फिगर साइज़ 32-28-34 है, और मैं अपनी साली को पत्नी कह कर बुलाता हूँ।
वो भी मुझसे काफी अच्छे से चहक कर बात करती है।
मेरे अंदर अपनी छोटी साली की चुदाई की हवस बहुत ज्यादा भरी हुई थी।
ये बात उन दिनों की है, जब मेरी बीवी की चाची की 28 वीं सालगिरा थी। मुझे घर की सजावट में मदद के लिए बुलाया था। वैसे फंक्शन एक हॉल में था।
घर की सजावट करते समय वो मस्ती कर रही थी, उसकी मस्ती में दो बार मेरा हाथ उसके बूब्स पर लग गया था और वो शर्मा गई थी। फिर सब लोग हॉल में जाने के लिए तैयार हो गए।
मेरी बाइक पर मेरी पत्नी और मेरी दोनों सालिया चलने को आई, तो मैंने मेरी छोटी वाली साली को मेरे पीछे बिठा लिया।
ताकि उसके बूब्सों का मैं मजा ले सकूं, मैंने बाइक स्टार्ट कर ली और हम चलने लग गए।
चलते चलते मैं जान बुझ कर अपने कंधो से उसके बूब्सों को दबा रहा था, और बाइक को खराब रास्ते में चला रहा था।
जिसकी वजह से वो आगे पीछे हो रही थी। मैं उसके नरम बूब्स के मजे ले रहा था।
फिर हम लोग फंक्शन हाल में पहुंच गए, मेरी साली को उसके पापा ने कुछ बोला और वो उदास सी हो गई। उसके बाद मैं और मेरी साली केक लेने चले गए।
केक लेन के बाद हम हॉल में पहुंचे तो कार्यक्रम शुरू होने में अभी समय था।
साली- जीजू चलो केक घर रख आते हैं।
फिर मैं उसके साथ चला गया, घर जा कर मैंने केक फिर से रख दिया। अब उसका उदास चेहरा देख कर मैं बोला – क्या हो गया, ऐसा होता रहता है अपना मन ख़राब मत करो।
फिर मैंने उसे अपने गले से लगा लिया और वो मान गई, फिर मैंने उसका चेहरा अपने दोनों हाथो में पकड़ा और उसके नाज़ुक होठों को चूम लिया। इससे मेरी हवस और बढ़ गयी।
जब उसने इसका कोई विरोध नहीं किया, तो मैं उसके गाल पर और उसके गले पर किस करने लग गया। वो शर्मा गई और अंदर चली गई, मैं समझ गया कि उसे भी अच्छा लगा।
मैं उसके पीछे जा कर उसे पकड़ लेता हूं, फिर मैं उसके गले पर किस करने लग गया। वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लग गई, और वो मुझसे दूर सी हो गई।
फिर मैंने उसको खींच कर दीवार से चिपका दिया, और मैं उसे किस करने लग गया। अब मैं उसके बूब्सों को दबा रहा था, वो मुझसे छूटने की कोशिश में मचल रही थी।
वो – प्लीज जीजू मत करो प्लीज।
अब मैं कहा रुकने वाला था, मुझे अब अपनी साली की चूत की चुदाई करनी थी। पर टाइम की कमी होने के कारण मैंने उसे छोड़ दिया और अपनी हवस को कंट्रोल किया, फिर हम वापस हॉल में चले गए।
उस दिन मेरी साली पूरा दिन मेरे साथ मेरी पत्नी की तरह रह रही। फ़िर फंक्शन ख़तम होते ही हम लोग वापस चले गए। फिर एक दिन मेरी बीवी की चाची को कहीं बाहर गाँव में जाना था।
उनके साथ मेरी पत्नी भी चली गई थी, मेरे चाचा जी दुकान पर चले गए थे। मैं मोका देख कर उनके घर आ गया, और अपनी साली की चुदाई करके अपनी हवस शांत करने का प्लान बनने लग गया।
मैं ऐसे ही पहुंचा तो वो बोली- अरे जीजू, यहां कैसे आना हुआ?
मैं – कुछ नहीं, यहां से मैं गुजर रहा था, तो सोचा सब को मिलता ही चलूं। पर क्या बात है कोई दिख नहीं रहा है, कहां है सब?
साली- मम्मी बाहर गाँव में गई है और पापा दुकान पर हैं। आप अंदर आओ ना आओ।
फिर हम दोनों बातें करने लग गए और वो बोली – जीजू क्या लोगे, ठंडा या गरम चाहिए?
मैं मस्ती में बोला – आज तो मैं तुम्हारा दूध पिऊंगा।
वो शर्मा कर किचन में चली गई, और मैं भी उसके पीछे किचन में आ गया और उसको पीछे से मैंने पकड़ लिया।
अब मैं उसकी गर्दन पर किस करने लग गया, वो पहले तो कुछ नहीं बोली। तो मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैं उसके बूब्सों को सहलाने लग गया।
अब वो मुझे दूर हटाते हुए बोली – नहीं जीजू प्लीज ये गलत है।
मैं – प्यार करना गलत या बुरा नहीं होता है।
वो कुछ नहीं बोली और मैं उसे गले से लगा कर चूमने लग गया, और मैं उसके बूब्सों को दबाने लग गया। अब वो भी थोड़ी शर्मा रही थी।
फिर अचानक से वो बोली- नहीं जीजू मत करो प्लीज।
पर अब मैं कहाँ मानने वाला था मैं बोला – क्या तुम मुझे प्यार नहीं करती?
साली- ऐसी बात नहीं है।
मैं- प्यार करती तो हो, पर मुझे क्यों नहीं करने देती?
अब वो शर्मा गई और उसने मुझसे चिपक कर कहा – अच्छा क्या पियोगे?
मैं – जो मैंने पहले कहा था, तुम्हारा दूध पीना है।
साली- अभी इसमें से दूध कैसे निकलेगा?
मैं – वो तुम मुझ पर छोड़ दो।
पर उसने मुझे मना कर दिया तो मैं बोला – ठीक है, मैं जा रहा हूं, तुम तो मुझसे प्यार ही नहीं करती हो बाय।
मैं ये कह कर जाने लगा, तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और वो बोली – प्लीज मत जाओ, ये गलत है।
पर मैं नहीं माना और आख़िर में उसने हां कर दी। उसकी हामी के समय उसके चेहरे पर एक अजीब सी लाली आ गई थी।
मैंने तभी उसका चेहरा पकड़ कर उसको होठों को चूमना शुरू कर दिया।
अब वो भी मेरा साथ दे रही थी, फिर मैं उसका टॉप निकलने लग गया तो वो बोली – नहीं।
मैं – यार मैं फिर दूध कैसे पियुंगा?
साली- इसे ऊपर करके पी लो।
मैं- ठीक है।
फिर मैंने उसका टॉप ऊपर किया और उसकी ब्रा के हुक खोल दिए। अब मैंने उसके बूब्स का आकार और उसके मस्त बूब्स देखने लग गया।
साली- क्या देख रहे हो?
मैं- तुम्हारे बूब्स कितने गुलाबी हैं।
वो शर्मा गई और मैंने उसके मोटे बूब्स (Big Boobs) पर जैसे ही हाथ रखा, तो उसकी आंखें बंद हो गई। अब मैं फिर से उसके होठों को काफी देर तक चूसता रहा।
साली – मेरे सिर्फ होठ ही चूसोगे या मेरा दूध भी पिओगे?
मैं- क्या बात है बहुत उतावली हो रही हो?
फिर उसने अपनी आंखें नीचे कर ली और मैं सोफे पर बैठ गया। मैंने अपनी साली को गोद में अपनी तरफ उसका मुंह करके बिठा लिया।
अब मैंने उसके बूब्सों को अपने मुँह में ले लिया, और उसके निपल्स पर जीभ फेरी। तोह उसके मुँह से मस्त सिसकियाँ निकलने लग गयी।
साली – आअहह अहह अहह स्सी।
उसने मेरा सर पकड़ लिया, और मैं उसके बूब्सों को चूसने लग गया। अब वो सिस्किया लेते हुए बोली- आअहह आहा उफ़ सीसी बस जीजू बस प्लीज़ मुझे कुछ हो रहा है।
तभी मैंने जोर से उसके निपल्स दबा दिया और तो वो उछल पड़ी। वो धीरे-धीरे अब गर्म होती जा रही थी, उसी समय मैंने उसका टॉप निकाल दिया।
उसका ये पता तक नहीं चला, जब मैं उसके पेट पर किस करने लग गया। धीरे-धीरे मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया।
फिर मैंने झट से उसके अंदर हाथ डाल कर उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को टच कर लिया।
इसे वो एकदम से हिल गई और वो बोली – नहीं जीजू प्लीज ये गलत है।
पर मैं अब कहाँ रुकने वाला था, मैंने उसके बूब्स मुँह में ले कर चूसा और दूसरे बूब्स को मैंने मसलना शुरू कर दिया। मैं अपने दूसरे हाथ से उसकी चूत को रगड़ रहा था।
अब उसकी आंखें बंद हो गई हैं और वो बोली- अहह अहह सी उम्म निचे कुछ कुछ हो रहा है जीजू प्लीज अपना हाथ हटा लो।
अब वो पूरी गर्म हो चुकी थी, और वो मेरा सिर पकड़ कर खुद अपने बूब्स पर दबा रही थी।
साली- आअहह अहह और जोर से चूसो अहह अहह और जोर से चूसो जीजू।
फिर मैंने उसको बिस्तर पर लेटा दिया और उसके पुरे जिस्म को मैं चूमने लग गया। धीरे-धीरे मैं नीचे आ कर उसके पेट को चूमने लग गया।
उसकी नाभि मैं जीभ डाल कर उसको चूमने लग गया। इतने में वो मदहोश हो गई थी, तो मैंने उसकी सलवार और पैंटी पूरी तरह से उसकी टांगो से निकाल दी। अब वो मेरे सामने पूरी की पूरी नंगी हो गई थी।
वो बहुत ही कयामत लग रही थी, फिर मैंने उसके पैर को खोल कर उसकी गुलाबी चूत (Pink Pussy) के दाने पर जीभ फेरी तो वो उछल पड़ी।
पर मैंने अपना काम चालू रखा, और वो कुछ नहीं बोली और वो बस आहह आहह कर रही थी। अब मैं भी जोश में आ गया और उसकी चूत का दाना खींच कर चटने लग गया।
उसकी चूत से अजीब सा रस निकल रहा था, अब वो झड़ने लग गई थी। मैं उसका सारा पानी पी गया, और वो जोर से चिलायी और बोली – आअहह अहाह आअहह।
इतना कह कर वो ढीली हो कर झड़ गई, थोड़ी देर बाद मैंने उसको मेरा लंड चूसने को कहा। उसने पहले तो मन करने लग गई।
साली – मुझे ये अच्छा नहीं लगता।
मैं- एक बार ले कर देखो, अगर मजा नहीं आया तो निकल देना।
फिर वो मान गई, पर मेरा इतना बड़ा और लम्बा लंड देख कर पहले वो डर गई और वो बोली – जीजू ये तो बहुत मोटा है, मेरे मुँह में नहीं आएगा।
मैं- जितना आता है, उतना तो ले लो।
जैसे ही उसने अपना मुंह खोला तो मैंने अपने लंड का टोपा उसके मुंह में डाल दिया। और मैं लंड को आगे पीछे करके उसका मुँह चोदने लग गया।
उसने मेरे लंड को अपने गले तक ले लिया, और अब वो मेरा लंड मुँह से निकलना चाहती थी। पर मैंने बहार नहीं आने दिया और अंदर तक मैं धक्के मारने लग गया।
अब उसके मुँह से आअहह आहा गु गु गु की आवाज आ रही थी। अब उसकी आँखों से आंसू आने लगे थे।
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया। अब उसका चेहरा पूरा लाल हो गया था।
फिर मैंने उसे लेटा दिया, और मैं उसे ऊपर चढ़ा कर चूमने लग गया। मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर सेट किया, और उसके बाद मैंने उसके दोनों हाथ को पकड़ कर एक जोरदार धक्का मारा।
पर चिकनाहट के कारण मेरा लंड फिसल गया, और मैंने फिर से लंड को चूत पर सेट किया और जोरदार धक्का मार दिया। अब की बार मेरा टॉप उसकी चूत के अंदर जा कर फंस गया।
इसे वो चिल्लाने लग गई, और वो बोली- आअहह आअहह जीजू मर गई बाहर निकालो, मैं मर जाऊंगी मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज।
मैंने अपनी हवस की वजह से उसकी चीखो को इग्नोर कर दिया, और दूसरे धक्के में मैंने अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया। अब उसकी आँखों से आँसू निकल आये।
अब मैं रुक गया और मैं उसको चूमने और सहलने लग गया। तो अब वो धीरे-धीरे नॉर्मल हो गई और उसका दर्द कम हो गया।
अब वो अपनी गांड उठाने लग गई, तो मैं समझ गया और मैं भी धक्के मारके उसकी गुलाबी चूत की चुदाई करने लग गया।
अब उसके मुँह से आहा आहा कि आवाज़ निकल रही थी, जो पुरे कमरे में गूंज रही थी। करीब 7-8 मिनट के बाद वो झड़ गई, पर मेरा काम अभी बाकी था।
वो अब ढीली हो गई थी, मैं उसे जोर जोर से चोदने लग गया और कुछ मिनटों के बाद मैं उसकी चूत में झड़ने वाला था। फिर हम दोनो साथ में झड़ गये, और मेरे लंड के पानी से उसकी चूत भर गयी।
अपनी साली की कुंवारी चूत की चुदाई करने के बाद मेरी हवस अब काफी शांत हो चुकी थी।
उसने देखा तो चादर पर खून लगा हुआ था, और उसका पानी भी गिरा हुआ था। अब वो घबरा गई और वो बोली – जीजू कुछ होगा तो नहीं ना?
मैं- तुम टेंशन मत लो कुछ नहीं होगा।
फिर हम दोनो बाथरूम में जा कर एक साथ नहाये, और मेरी साली को मैंने किस करके कहा – कैसा लगा?
तो वो शर्मा कर बोली – आप तो पागल हो, ऐसा कोई करता है क्या?
मैं उसे चूमते हुए बोला – मैं तुमसे प्यार करता हूँ।
साली- मैं भी आपसे प्यार करती हूँ जीजू।
उसने मुझे गले से लगा कर कहा – मुझे आज बहुत मजा आया मेरे पति देव।
मैं- दूसरी बार करना है?
साली- अभी नहीं बाद में, अभी कोई आ सकता है।
फिर मैं अपने घर आ गया, और उसके बाद जब भी हमें चुदाई करने का मौका मिलता हम दोनों जीजा साली चुदाई का मजा लेने में पीछे नहीं हटते।
तो दोस्तो आपको मेरी ये रियल हिंदी सेक्स स्टोरी (Real Hindi Sex Story) कैसी लगी। प्लीज मुझे कमेंट करके जरूर बताना। धन्यवाद।