हेलो दोस्तों, में आपकी पिया आज हाजिर है नई सेक्स स्टोरी के साथ जो की आपको रोहन बाटेंगे तो शुरू करते है सेक्स स्टोरी।
इस कहानी में पढ़ें कि कैसे अपने घर की रसीली नौकरानी को चोदा पैसो का लालच देकर और करा सपना पूरा और लिया उसे चोदने का मज़ा।
दोस्तों मेरा नाम रोहन है।
हमारे घर में 4 लोग हैं। माँ और पिताजी, छोटा भाई और मैं!
उस समय की है जब मैं 12 वीं कक्षा में पढ़ रहा था।
उस समय हमारे मामा के घर में शादी थी। वहां जाना सबके लिए जरूरी था।
लेकिन अफ़सोस। मैं नहीं जा सका क्योंकि मेरे बोर्ड के पेपर चल रहे थे।
तो माता-पिता उस शादी में शामिल होने जा रहे थे और उनके साथ छोटा भाई भी जा रहा था।
मेरे खाने की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी मेरी नौकरानी की थी।
अब मैं आपको अपनी नौकरानी के बारे में बताता हूँ।
उसका नाम आशिका है, वो दिखने में थोड़ी सांवली है, लेकिन उसका 34-30-36 का फिगर बहुत सेक्सी है। उसके बाल बहुत लंबे हैं और उसकी गांड के ऊपर से बहते हैं।
आशिका के चूचे भी बड़े है और गांड भी उनके होंठ भी रसीले हैं।
शादी के दो दिन पहले ही सब चले गए। (रसीली नौकरानी को चोदा)
अब मैं घर में अकेला ही बचा था।
सबके जाने के बाद हमारे घर की नौकरानी आई।
घर में कोई नहीं दिखा तो मुझसे पूछने लगी- बाकी लोग कहां गए ?
मैंने कहा – सब शादी में गए हैं और 5 या 6 दिन बाद ही आएंगे।
तो आशिका मेरे खाने के बारे में पूछने लगी।
मैंने कहा – अभी बताता हूँ।
वो अपने काम में लग गई।
जब वो मेरे सामने झाडू लगा रही थी, तब पहली बार मुझे उसके चूचे अच्छी तरह दिखाई दे रहे था, नहीं तो बाकी समय कोई न कोई घर में होता था।
उसे देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा।
फिर मैंने खुद को संभाला। मैंने अपना लंड ठीक किया।
अब वो ऊपर की मंजिल की ओर जाने लगी तो मैं भी किताब लेकर उसके पीछे चलने लगा।
पीछे से मैं अपनी किताब पर कम और उसकी गांड पर ज्यादा ध्यान दे रहा था।
इससे मेरे लंड को फिर से मज़ा आने लगा।
फिर पीछे मुड़ी और बोली – यह क्या कर रहे हो। तुम मेरा पीछा क्यों कर रहा हो ?
तो मैंने कहा – ऊपर के रूम में ताला लगा है, उसी को खोलने आ रहा हूँ।
उसने कहा – ठीक है।
अब मैं उसकी गांड को देखता हुआ उसके पीछे पीछे चलता रहा।
शायद उसने मेरा खड़ा लिंग देख लिया था क्योंकि इस बार वो अपनी गांड को बहुत ज्यादा हिला रही थी।
फिर हम दोनों कमरे में पहुंचे।
मैंने कमरा खोला और वो अपना काम करने लगी।
फिर मैंने सोचा कि यही सही मौका है, इसे पकड़ लो और चोद दो।
मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और उसके सामने पूरी तरह नंगा हो गया।
मुझे नंगा देखकर उसने आंखें बंद कर लीं और मुझ पर गुस्सा करने लगी- ये क्या कर रहा है, पागल हो गया है क्या । तू मेरे सामने इस तरह नंगा क्यों आया है?
मैंने कहा – मैं तुम्हें चोदना चाहता हूँ।
नौकरानी – रुको… मैं अभी तुम्हारी मां को फोन करके बताती हूँ।
मैंने उसे पैसे का लालच दिया – देखो आशिका। तुम मुझे जितनी बार अपनी चूत चोदने दोगी मैं तुम्हें पांच सौ रुपये दूंगा।
जब वो मना करने लगी तो मैंने कहा – चलो बताओ कितने चाहिए?
तो उसने कहा – मैं पहली बार 1000 रुपये लूंगी।
मैंने पूछना चाहा कि अगली बार कितना लेगी, पर मैं चुप रहा और उससे कहा- ठीक है, लेकिन नखरे मत करना।
वो भी मान गई।
फिर मैं उसके पास गया और उसे किस करने लगा।
वो भी मेरा साथ दे रही थी।
उनका साथ पाकर मैं भी बहुत खुश था।
अब मैं उसे हर जगह चूमने लगा; गाल पर, माथे पर, कान के पीछे हर जगह उसे चूमा।
फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया।
वो आहे लेने लगी
शायद उसे गर्दन के पास किस करना बहुत गरम कर रहा होगा।
अब मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया।
मैं उसे चूम रहा था।
उसे चूमते हुए मैं थोड़ा नीचे गया और उसके चूचे ब्लाउज के ऊपर से दबाने लगा।
साथ ही मैं उसे किस कर रहा था। (रसीली नौकरानी को चोदा)
उसके मुँह से सेक्सी फुफकार निकल रही थी- आह आह आह… मेरे कपड़े उतारो नहीं तो साड़ी बर्बाद हो जाएगी।
उसकी बात सुनकर मैंने उसे उतार दिया और उसकी साड़ी निकाल कर अलग कर दी।
अब वो सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में थी।
आंखों में शरारत लिए बोली – मैं अपना ब्लाउज उतार दूं ?
मैं भी हँसा और उसका एक चूचा दबाया और बोला- साली रांड, बड़ी जल्दी है तुझे चुदने की … जरा रुक जा मेरी जान … आज तुझे मैं धीरे धीरे चख चख कर चोदूंगा आशिका रानी।
वो हँसी और मैं धीरे धीरे उसके ब्लाउज का हुक खोलने लगा।
उनमें से एक का हुक खोलकर मैं उसके चूचे को चूम लेता और वो आहें भरती।
हम दोनों की आंखें एक दूसरे से मिल हुई थीं।
इसी तरह धीरे धीरे मैंने आशिका का ब्लाउज उतार कर अलग कर दिया।
उसने ब्लैक ब्रा पहनी हुई थी। उसके भरे हुए स्तनों पर काली ब्रा बहुत अच्छी लग रही थी।
अब मैं ब्रा के ऊपर से उसके चूचो दबाने लगा। इससे वो और खुश हो गई।
मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके दोनों चूचे मेरे सामने नंगे थे। मैं उन पर टूट पड़ा।
मैं उसकी दोनों चूचो को जोर से दबाने लगा और पीने लगा। (रसीली नौकरानी को चोदा)
जब एक चूचा निचोड़ता तो दूसरा चूचा मुंह में भरकर चूसने लग जाता।
उसे भी मजा आने लगा और जोर-जोर से सिसकते हुए अपने हाथ से मुझे अपने निप्पल खिलाने लगी।
मैं उसकी आँखों में देख कर उसके निप्पल चूस रहा था।
वो भी मुझे दबा कर चूचा पिला रही थी – आह … पी लो मेरा दूध आह और बन जाओ मेरे छोटे से बच्चे … आह चूस लो।
काफी देर तक चूचियों का रस पीने के बाद अब मैं थोड़ा और नीचे हुआ।
मैं उसके सेक्सी पेट को चाटने लगा।
आह कितना अच्छा पेट था उसका।।। जैसे – जैसे मैं उसके पेट पर जीभ फेर रहा था, उसकी सिसकियां बढ़ती जा रही थीं।
मैंने अपना हाथ नीचे किया और उसकी चूत पर फेरने लगा। फिर पेटीकोट के साथ उसकी पैंटी खोली और उन्हें अलग कर दिया।
अब वो पूरी तरह नंगी थी।
मैं उसे चाटते चाटते उसकी चूत के पास आ गया। उसकी चूत पर थोड़े थोड़े बाल थे जो बहुत अच्छे दिख रहे थे।
फिर मैंने अपनी उंगली से उसकी चूत को छुआ, फिर उसने एक प्यारी सी आह भरी।
मैंने उसकी चूत में अपना मुँह डाला और ऐसे चूसने लगा जैसे रसमलाई को मुँह में दबा कर चूस रहा हूँ।
जैसे-जैसे मैं उसकी चूत को चूस रहा था, उसकी सिसकियाँ भी बढ़ने लगीं।
अब वो और जोर से आवाजें निकालने लगी- आह आह।।। मेरी चूत चाटो।।। आह आह बहुत मजा आ रहा है।
उसकी सेक्सी आवाजें सुनकर मैं और ज्यादा गरम हो रहा था और मैं उसकी चूत को जोर जोर से चाटने लगा।
फिर 5 मिनट बाद वो झड़ गई।
मैंने कहा- तेरा तो एक बार हो गया, चल अब मेरा भी मुँह में लेकर चूस।
उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मेरे सीने को चूमने और चूसने लगी।
मुझे मज़ा आने लगा।
फिर वो धीरे से नीचे आई और मेरी जींस उतार दी और चड्डी के ऊपर से मेरे लंड को चूमने लगी।
थोड़ी देर बाद उसने मेरी चड्डी भी उतार दी।
मेरा 7 इंच का लंड उसके सामने आ गया, जिसे देखकर उसकी आँखों में चमक आ गई।
वो मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी और पागलों की तरह चाटने लगी।
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।
6-7 मिनट तक चूसने के बाद मेरा झड़ने ही वाला था तो मैंने उसका मुँह पकड़ लिया और उसके मुँह को चोदने लगा।
मेरा लंड उसके गले तक जा रहा था। कुछ झटको के बाद झटको मैंने उसके मुँह में ही झड़ दिया और उसने मेरा पूरा वीर्य पी लिया।
अब मैं थोड़ा आराम करने के बाद उसे फिर से किस करने लगा और उसे गर्म करने लगा।
मैं एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था और दूसरा हाथ उसकी चूत से खेल रहा था।
वो अपने दोनों हाथों से मेरे लंड को खड़ा करने की कोशिश कर रही थी।
कुछ समय बाद मेरा लंड हो खड़ा गया था।
उसने कहा – अब जल्दी से चोद दो मुझे मुझसे रहा नहीं जा रहा।
मैंने कहा – एक बार मुंह में लेकर गीला कर दो ताकि अंदर जाने में आसानी हो।
वो फिर से मेरे लंड को चूसने लगी।
मुझे फिर से मज़ा आने लगा।
अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसे पीठ के बल लिटा दिया और अपना लंड उसकी चूत के ऊपर रगड़ने लगा।
वो और भी पागल होने लगी और ‘आह आह आह’ कहने लगी।
बोली – लंड में तेल लगा दो ताकि जाने में आसानी हो।
मैंने तेल लिया और अपने लंड पर अच्छे से लगा लिया और उसकी चूत पर भी लगा दिया।
अब मैंने उसके पैर अपने कंधे पर रखे और लंड को उसकी चूत के छेद पर रख कर जोर से धक्का दिया।
मेरा टोपा और थोड़ा सा लंड अंदर चला गया।
जैसे ही मुर्गा अंदर गया, वो जोर से चिल्लाई, ‘मैं मर गई…. धीरे करो।’
लेकिन मैंने उसकी आवाज पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि घर में मेरे और उसके अलावा और कोई नहीं था।
फिर मैं कुछ देर के लिए रुका और किस करते हुए उसे शांत किया।
उसने अपनी गांड हिलाई और मुझे अब चालू होने का इशारा किया।
मैंने एक और धक्का दिया, जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया।
वो फिर से चिल्लाने लगी, लेकिन मैं नहीं रुका, उसे चोदता रहा।
धीरे-धीरे उसे भी मजा आने लगा। कमर उठाकर मेरा साथ दे रही थी।
और मुझे बहुत मज़ा भी आ रहा था।
लगभग 5 मिनट तक एक ही पोजीशन में चुदाई करने के बाद, हमने पोजीशन बदल दी।
अब हम दोनों डॉगी स्टाइल में सेक्स करने लगे।
मैं उसकी चूत से बहुत खेल रहा था।
दस मिनट के सेक्स के बाद वो स्खलित हो गई। लेकिन मेरा अभी भी लंबित था।
मैं उसे चोदता रहा, रुका नहीं। उसका पानी निकलने के कारण कमरे में पुच-पुच की आवाज आने लगी।
कुछ देर बाद मेरा भी होने वाला था।
मैंने उससे पूछा-कहां पर निकालूं? (रसीली नौकरानी को चोदा)
उसने कहा – तुम्हारे माल का टेस्ट बहुत अच्छा है। मैं एक बार और पीना चाहती हूँ।
मैंने भी यही किया।
जैसे ही मैं निकलने वाला था, मैंने उसकी चूत से लंड निकाल कर उसके मुँह में डाल दिया और 3-4 शॉट के बाद वो उसके मुँह में झड़ दिया।
मैंने उसके मुँह में अपना सामान निकाला और वैसे ही एक तरह लुढ़क गया।
वास्तव में नौकरानी को चोदने में मज़ा आया।
सेक्स के बाद हम दोनों थक चुके थे तो हम कुछ देर आराम करने लगे।
फिर मैंने उससे कहा- आशिका, जो दूसरी नौकरानी शीला आती है, उसकी भी चूत दिलवा दे, मजा आ जाएगा।
वो बोली – इससे मुझे क्या मिलेगा ?
मैंने कहा – कुछ पैसे और ले लो।
उसने पैसे के बारे में सुनते ही हां कह दिया और मैं भी बहुत खुश हो गया।
हमने खुशी-खुशी सेक्स एक बार और किया।
अब उसके जाने का समय हो गया था, तो वो चली गई।
दोस्तों आपको यह रसीली नौकरानी को चोदा पैसो का लालच देकर कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं।
धन्यवाद।
यदि आप ऐसी और कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं तो आप “Readxstories.com” पर पढ़ सकते हैं।