October 12, 2024
रंडी ने चोदना सिखाया

आज की हिंदी सेक्स कहानी है "रंडी ने चोदना सिखाया बदले में सारी रात अपनी चुदाई करवाई" इस कहानी को पढ़ने के बाद आप अपना लंड हिलाने से नहीं रोक पाएंगे।

आज की हिंदी सेक्स कहानी है “रंडी ने चोदना सिखाया बदले में सारी रात अपनी चुदाई करवाई” इस कहानी को पढ़ने के बाद आप अपना लंड हिलाने से नहीं रोक पाएंगे

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमन कुमार है। मेरी उम्र 23 साल है। मेरी लम्बाई साढ़े पांच फुट है और आदमी का सबसे महत्वपूर्ण अंग यानी मेरा लंड 6 इंच का है।

आज मैं आपको एक लड़की की कहानी बताने जा रहा हूँ। उसका नाम कृतिका है। वह आश्चर्यजनक रूप से सुंदर है।

जब मैंने उसे पहली बार देखा तो मुझे उससे प्यार हो गया। कृतिका 5 फीट 3 इंच लंबी, सांवले रंग की थी.. लेकिन कामुकता से भरे शरीर वाली एक अय्याश लड़की थी। उसका मादक फिगर 32-28-34 का था।

हुआ यूं कि मैं अपनी स्कूली जिंदगी खत्म करने के बाद कोचिंग के लिए इंदौर चला गया। वहां मेरी मुलाकात कृतिका से हुई।

वैसे तो क्लास में कई मस्त लड़कियाँ थीं, लेकिन मेरा दिल कृतिका पर आ गया। जब से मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को चोदा है तब से मेरा हर दिन चोदने का मन करता रहता था।

अब मन की इच्छा पूरी करने के लिए मै दुकान से चूत तो खरीद नहीं सकता था।

हां, रंडियों को चोद कर प्यास तो बुझाई जा सकती है, लेकिन बीमारी के डर से मुझे रंडियों से प्यार नहीं हुआ।

वैसे भी पिछली बार कितनी मेहनत करनी पड़ी ये तो मैं ही जानता हूं।

कृतिका से मेरी बातें शुरू हुईं, फिर हम साथ में घूमने लगे। साथ में खाना खाने जाएंगे, मूवी देखने जाएंगे। मैं हॉस्टल में कमरा लेकर रहता था और वो पीजी में रहती थी।

कृतिका मेरे साथ पहले से ही सेट थी, उसके साथ चूमा-चाटी तो हर वक्त होती रहती थी,

लेकिन चुदाई के लिए सुरक्षित जगह न होने के कारण हम दोनों इस दुविधा में रहते थे कि कब उसका मकान मालिक कहीं चला जाए।

फिर एक दिन शाम को कृतिका का फोन आया- जल्दी आओ, आज घर पर कोई नहीं है, मकान मालिक का परिवार दो दिन के लिए बाहर जा रहा है।

यह सुनकर मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। मैंने तुरंत अपना बैग पैक किया और उसके घर की ओर चल दिया जो पैदल थोड़ी दूरी पर था।

मैंने दवा की दुकान से कंडोम का एक पैकेट खरीदा और उसके दरवाजे पर जाकर घंटी बजाई।

उसने दरवाज़ा खोला और मुझे अंदर खींच लिया और तुरंत दरवाज़ा बंद कर दिया।

अन्दर जाते ही उसने मुझे अपनी बांहों में ले लिया। मैं भी लता की तरह उससे चिपक गयी।

हम दो मिनट तक ऐसे ही खड़े रहे।

फिर उसने पूछा- किसी ने देखा है या नहीं?

मैंने ना में सिर हिला दिया।

दोस्तो, क्या बताऊँ, उसे देख कर मैं अब अवाक रह गया था।

आज उसकी आँखों में सेक्स की हवस साफ़ दिख रही थी।

वो तो मुझसे भी ज्यादा चुदने के लिए मरी जा रही थी।

मैंने बिना समय बर्बाद किये उसे अपनी गोद में उठा लिया और पूछा- बेडरूम कहाँ है?

उसने इशारा किया और मैं उसे लेकर कमरे की ओर चल दिया।

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उसे बिस्तर पर लिटा कर मैं उसके होंठों को चूमने लगा। हम दोनों एक दूसरे को चूमे जा रहे थे।

6 महीने बाद आज मुझे चूत मिलने वाली थी। ये सोच कर मेरा लंड सलामी देने को तैयार खड़ा था। मैं अब और इंतज़ार नहीं कर सकता था.. इसलिए मैंने तुरंत उसके कपड़े उतार दिए और अपने भी कपड़े उतार फेंके।

पहली बार कृतिका को बिना कपड़ों के देख कर मेरे लंड से पानी निकलने लगा।

क्या मस्त माल लग रही थी। मैं उसके बगल में लेट गया और उसे झुकाकर उसके एक चूचुक को मुँह में लेकर चूसने लगा।

वो खुद ही दूध पिलाने के लिए मरी जा रही थी, उसने खुद ही अपने हाथ से अपनी दो उंगलियों के बीच में निप्पल को पकड़ा और मेरे होंठों में फंसा दिया,

ये नजारा बिल्कुल वैसा ही लग रहा था जैसे एक मां अपने बच्चे को दूध पिलाते समय करती है।

मैंने अपना सिर उसके स्तनों के बीच फंसा रखा था और एक हाथ से एक स्तन को मसलते हुए दूसरे के निप्पल को चूसने में लगा हुआ था। (रंडी ने चोदना सिखाया)

वो पहले से ही चुदाई के लिए चुदासी थी, मेरे दूध चूसने और मसलने से वो गर्म हो गई और मादक सिसकारियां भरने लगी। ‘आह आह आह।’ ऐसा करने से उसकी कामुक आवाजें आने लगीं।

वो अपना दूसरा हाथ मेरे सिर पर रख कर मुझे अपने पास दबाते हुए कह रही थी- आह्ह … अमन, आज मेरी प्यास बुझा दो।

मुझे 4 महीने से कोई लंड नहीं मिला है। मेरी इस चूत में चींटियाँ रेंग रही हैं.. जल्दी से लंड निकालो।

मैंने बड़बड़ाते हुए उससे कहा- मुझे बहुत अच्छे से चोदना नहीं आता, अभी तक मैंने सिर्फ एक बार ही चुदाई का मजा लिया है।

उन्होंने मेरी पीठ पर हाथ रखा और कहा- टेंशन मत लो राजा… आज मैं तुम्हें सिखाऊंगी कि एक चूत को क्या चाहिए होता है। आज मैं आपकी सेक्स टीचर बन गयी हूँ।

इतना कह कर उसने अपना पैर उठा कर मेरी कमर पर रख दिया, जिससे मुझे उसकी नंगी चूत का गीलापन महसूस होने लगा।

मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और हिलाने लगा। उसकी चूत बहुत टाइट थी, कई महीनों से चुदाई नहीं हुई थी, शायद इसीलिए शेव की हुई थी।

मैंने उंगली अन्दर डाली तो उसकी आह निकल गयी। अब मैं उसके चूचों को चूसते हुए उसकी चूत में तेज उंगली अंदर-बाहर करने लगा।

उसे अपनी मुलायम चूत में उंगली कराने में बहुत मजा आ रहा था और वो भी अपनी कमर उठा-उठा कर ‘आह आह..’ की आवाज निकाल रही थी।

इसके बाद मैंने अपनी उंगली निकाली और उसके ऊपर चढ़कर मोर्चा संभाला। मैंने उसके पूरे शरीर को चूमा और जल्द ही उसके पैरों के बीच आ गया।

उसने मुझे नशीली आँखों से देखा और अपनी साफ़ गोरी चूत पर हाथ फेरा।

मैंने उसका इशारा समझ लिया और उसकी जाँघों को चूमते हुए उसकी चूत के चारों ओर अपनी जीभ फिराने लगा।

पता नहीं क्यों मुझे एक बात समझ में आ गई थी कि सबसे आखिर में मैं उसकी ही चूत मारूंगा। मैं उसकी चूत के चारों ओर अपनी जीभ फिराता रहा।

इससे वो बहुत गर्म हो गई और गाली देते हुए बोली- मादरचोद, मुझे क्यों परेशान कर रहा है … छेद पर भी कर।

मैंने हंसते हुए अपना हाथ ऊपर बढ़ाया और उसकी चूची पकड़ ली और अपनी जीभ रगड़ते हुए उसकी चूत को सहला दिया। वह गुनगुनाते हुए उठ बैठी 

अचानक से और अपनी गांड उठाकर अपनी चूत को मेरे मुँह की तरफ रगड़ने लगी।

मैंने उसकी चूत की दरार को अपनी नाक से रगड़ा और उसके बाद अपने दोनों होंठों से उसकी चूत का ऊपरी हिस्सा यानि दाना पकड़ कर चूसने लगा। (रंडी ने चोदना सिखाया)

उसकी चूत चुदासी हो गयी। गांड ऊपर उठाये जा रही थी और रांड आहें भर रही थी। फिर मैंने अपनी जीभ से पूरी लम्बाई में ऊपर से नीचे तक चूत को चाटना शुरू किया, वो मदहोश हो गयी।

कुछ ही पलों में मानो वो एकदम से उछलने लगी और अपने पैरों से मेरा सिर पकड़ लिया। अब वो चिल्ला रही थी- और जोर से.. आह आह उफ्फ्फ आह मजा आ गया।

उंगली करने की वजह से चूत पहले से ही गीली थी, जिसका स्वाद अब मेरी जीभ पर लग रहा था। जितने भी लोग चूत चाटते हैं, सबको पता होगा कि इसका स्वाद कितना स्वादिष्ट होता है।

करीब 5 मिनट बाद मैं उठा और अपना कच्छा उतारने लगा। वो भी मेरा साथ देने लगी और एक ही झटके में उसने मेरा कच्छा लगभग फाड़ ही डाला। अब मैं उसके सामने बिल्कुल नंगा खड़ा था।

उसने तुरंत मेरा पहले से खड़ा लंड अपने हाथ में ले लिया और उसे सहलाने लगी। उसके हाथ का स्पर्श पाते ही ऐसा लगा जैसे लंड को करंट लग गया हो।

अब मैं बिस्तर पर लेट गया और वो नीचे झुक कर मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगी। आज मुझे पहली बार लंड चुसाने का मजा मिल रहा था।

जैसे ही वो मेरे लंड को मुँह में लेने लगी तो मुझे लगा कि लंड तुरंत छूट जायेगा और वही हुआ। मेरा लंड बाहर आने वाला था, मैंने उसके मुँह से लंड बाहर खींचने की कोशिश की।

लेकिन वो समझ गयी कि मैं आने वाला हूँ तो उसने लंड को और मजबूती से पकड़ लिया।

अब मेरी मजबूरी थी तो मैं उसके मुँह में ही झड़ गया। वो मेरा सारा माल पी गई और कहने लगी- इतनी जल्दी कोई झड़ता है क्या?

मैंने कहा- अब इतनी मस्त माल सामने हो तो कोई भी उस पर फिदा हो जाएगा।

वो हंसी और मेरा लंड चूसने लगी। वो बोली- अच्छा हुआ कि तुम बाहर झड़ गये, अगर इतनी जल्दी तुम मेरी चूत में जाकर झड़ जाते तो मैं तुम्हें आज मार ही डालती।

मैं भी हंसने लगा- साली, तुम्हें ये सब पता था कि मुझे एक बार झड़ना है, तभी तो तुमने मुझे अपना लंड बाहर नहीं निकालने दिया।

वो बोली- हां ये तो बात थी। ज़रूर मुझे भी तुम्हारे लंड का स्वाद चखना था। मुझे वीर्य पीना बहुत पसंद है।

मैंने पूछा- कितने नल का पानी पी चुकी है?

कृतिका बिंदास ने कहा- बोहत सारे।

इस बीच वो मेरे मुरझाये हुए लंड को चूम रही थी ..। जिससे दो मिनट में ही मेरा लंड फिर से सख्त हो गया था।

उन्होंने कहा- अब 69 की पोजीशन में आ जाओ। एक बार मेरी बुर भी गीली कर दो।

उसने अपनी चूत उठा कर मेरे मुँह के सामने रख दी और लंड चूसने लगी। मैं भी उसकी चूत का रस चखने लगा।

फिर थोड़ी देर बाद मैंने कहा- मैं अब और नहीं रुक सकता। (रंडी ने चोदना सिखाया)

उसने कहा- कौन रोक रहा है?

उसने पूछा- तुमने अब तक किस पोजीशन में सेक्स किया है?

मैंने कहा- बिल्कुल देसी स्टाइल।

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वो हंसने लगी और बोली- तुम लेट जाओ और बस चुदाई का मजा लो।

वो उठी और मेरे खड़े लंड पर बैठने लगी। लंड को चूत के निशाने पर रख कर उसने सुपारे को चूत की फांकों में फंसा दिया। मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था।

हालाँकि उसकी चूत भी टाइट थी इसलिए उसे थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। लेकिन एक बार जब लंड निशाने पर लगा तो उसने अपने दांत भींच लिए और लंड पर बैठती चली गई।

मेरा पूरा लंड उसकी चूत की गहराई में चला गया।

पूरा लंड चूसने के बाद उसने अपने हाथ मेरी छाती पर रख दिए और थोड़ी देर रुक कर मेरे लंड को अपनी चूत में समा लिया। उसे हल्का दर्द हो रहा था।

इसी बीच मैंने उसकी चुचियों को अपने हाथ से मसला और उसके हाथों को चूम लिया। तो बीस सेकंड के अंदर ही वो ऊपर नीचे होने लगी। कुछ ही पलों में चुदाई ने रफ़्तार पकड़ ली थी।

उसका इस तरह से मेरे लंड पर उछलना मुझे बहुत आनंद दे रहा था। मैं उसकी चुचियाँ दबा रहा था।

करीब आठ दस मिनट तक ऐसे ही चोदने के बाद मुझे लगा कि अब उसका माल गिरने वाला है। फिर मैंने उससे कहा कि अभी रुको, अब मेरी बारी है।

मैंने लंड फंसाते हुए उसे अपने सामने लिटा लिया। फिर उसके दोनों पैरों को फैलाकर अपना लंड अन्दर पेल दिया।

मेरा पूरा लंड एक ही झटके में अन्दर चला गया। उसकी चीख निकल गयी। मैं बिना रुके झटके मारता रहा।

वो भी आह आह करके मजा ले रही थी। फिर कुछ देर में हम दोनों झड़ गये। मैं उसके ऊपर लेट गया और उसे चूमने लगा।

मैंने उससे कहा- अगर तुम मुझे नहीं मिली होती तो शायद ही मैं ऐसी चुदाई का मजा ले पाता।

सारी रात उसने मुझे मजा दिया। इसके बाद भी हमने कई बार सेक्स का मजा लिया है। अभी एक दिन और बाकी था।

जब मैं इंदौर से घर वापस आया तो एक दिन सेक्स करते समय मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को कृतिका के बारे में बताया।

जब उन्हें सब पता चला तो कहने लगीं- अगली बार जब मिलो तो चाहे कुछ भी हो जाए.. उसे मत चोदना।

मैंने कहा- वो लंड चूसती है।

तो उसने मुँह बना लिया।

लेकिन मैं अपनी गर्लफ्रेंड से प्यार करता हूं कृतिका से नहीं।

तो दोस्तो, आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी, जरूर बताना, मैं अगले भाग में बताऊंगा। उन दो दिनों में कृतिका ने मुझे सिखाया कि सेक्स के कौन से स्टेप्स होते हैं.. और हम दोनों कैसे मजे करते हैं।

अगर आपको यह रंडी ने चोदना सिखाया कहानी पसंद आई तो हमें कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं।

यदि आप ऐसी और चुदाई की सेक्सी कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं तो आप “Readxstories.com” पर पढ़ सकते हैं।

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