November 21, 2024
पति की अदला-बदली

पति की अदला-बदली ग्रुप सेक्स के मजे - Hindi Sex Stories

नमस्ते! मेरा नाम कृतिका है, मैं शादीशुदा हूं। और मेरे पति का नाम अमित है। हम दिल्ली में रहते हैं, आज मैं आपको बताने जा रही हूँ कि कैसे पति की अदला-बदली से सेक्स के मजे लिए। मेरा फिगर 34-30-36 हैं, और जिसे देख कर हर कोई पागल हो जाए और मुझे चोदने के सपने देखने लगे। आइये ये हिंदी सेक्स कहानी कि शुरुवात करते हैं।

मेरे पति मुझे बहुत प्यार करते हैं और मुझे हर तरह से खुश रखते हैं। शादी को 6 साल हो जाने के बाद भी हम एक-दूसरे से ऐसे प्यार करते हैं जैसे अभी-अभी हमारी शादी हुई हो।

मैं अपने पति के साथ हर तरिके से सेक्स के मजे लेती हूं, और मैंने किसी और के साथ सेक्स नहीं किया। ऐसा नहीं है कि मेरे दिमाग में दूसरे के साथ सेक्स करने भी बात न आयी हो, लेकिन ऐसा आदमी ही नहीं मिला जिसे देखकर लगे की इसके साथ सेक्स करना चाहिए और सेक्स के मजे लेने चाहिए।

एक बार की बात है हम दोनों पति पत्नी साथ में एक वीडियो देख रहे थे। उस वीडियो में दो कपल थे. लेकिन इनमें जो बात सबसे अलग और खास थी, वह यह थी कि इन जोड़ों में पुरुष न सिर्फ अपनी पार्टनर के साथ सेक्स कर रहे थे, बल्कि वो एक दूसरे की पार्टनर के साथ भी सेक्स कर रहे थे और चुदाई के बहुत मजे ले रहे थे।

मैं उस वीडियो के बारे में सोचना बंद नहीं कर पा रही थी । मैंने अपने पति से कहा कि अगर हमें कभी मौका मिले तो वह भी दूसरे की पार्टनर के साथ सेक्स करना चाहोगे जैसे वीडियो में कर रहे थे।

वो इतने कामुक हो चुके थे की उन्होंने हा कह दी, और बोले पहले ये सब छोड़ो और मेरा लंड चुसो देखो कितना टाइट हो गया है, मैंने उनका लंड अपने मुँह में लिया और उसे मजे से चूसने लगी और हमने काफी देर तक सेक्स किया और सो गए।

लेकिन वह वीडियो लंबे समय तक मेरे दिमाग मेंघूमती रही, और लगभग साल बीत गए। इस बीच, जब भी मैं किसी आदमी को देखती, तो मैं अक्सर सोचती थी, कि इसके पास भी कोई न कोई होगा जिसे ये मजे से चोदता होगा हैं, जैसे पत्नी या प्रेमिका।

कभी-कभी जब मैं कोई लड़का देखता थी, तो मेरा मन करता है कि मैं उससे पूछूं कि क्या वह मेरे साथ सेक्स करना चाहेगा, फिर सोचती थी के कही वो मुझे रंडी न समझने लगे।

मैंने कई लोगो को लाइन भी मारी लेकिन कोई समझा नहीं, और अगर किसी से सेटिंग हुई भी तो बात आगे नहीं बढ़ पाई और देखकर काम चलना पड़ा।

एक दिन हमारे पडोसी गुप्ता जी के घर में नए लोग रहने के लिए आए। हमारा गुप्ता जी के घर से अच्छे रिश्ते थे है, मैंने देखा कि लेबर उनका सामान अंदर ले जा रहे थे।शाम को हमारे दोस्त गुप्ता जी ने हमें अपने घर चाय पर बुलाया तो हम दोनों साथ चल दिए।

गुप्ता जी के लिविंग रूम में एक सुंदर जोड़ा बैठा था। एक औरत जिसका नाम साक्षी था, जिसकी उम्र करीब 26 -28 साल थी और उसका पति सुरेश, जिसकी उम्र करीब इतनी ही लग रही थी। दोनों बहुत अच्छे थे मानो एक दूसरे के लिए बने हो।

हमने चाय पी और काफी देर तक बातें कीं। फिर गुप्ता जी ने हमरा परिचय करवाया।

मुझे वह आदमी बहुत पसंद आया जिसे मैंने देखा था। वह लंबा, गोरा, पतला लेकिन मजबूत था। जब मैंने उसे देखा, तो मुझे अपनी छाती में एक अजीब सा अहसास हुआ और मेरे निप्पल सख्त हो गए।

मैं उसकी गोद में बैठना चाहती थी और उसे एक किस देना चाहती थी, और वो मेरे बूब्स को मसल के उन्हें चूसे।

तभी मेरे शरीर में एक हल्की सी कंपकंपी महसूस हुई, और शायद मेरी चूत से पानी निकल आया, मुझे ऐसा लगा जैसे मुझे वह आदमी मिल गया था जिसकी मुझे तलाश थी।

वह अपनी पत्नी और बाकी लोगों से बात करने में बहुत व्यस्त था और उसने केवल एक-दो बार ही मेरी तरफ देखा। वह मुझे ज्यादा नोटिस नहीं कर रहा था।

उनकी पत्नी साक्षी  बेहद खूबसूरत और स्टाइलिश महिला थीं। उन्होंने नीले रंग की साड़ी के साथ ब्लाउज पहना था जो उसके लुक को आकर्षक बना रहा था। वो बहुत ही हसमुख थी और मिल जुल कर रहती थी।

जब हम घर पहुँचे, तो मेरे पति ने धीरे से साक्षी की सुंदरता की तारीफ करने लगे। और मैंने उसके पति की तारीफ की। हालाँकि हम दोनों ने समझ गए थे कि मेरे पति को साक्षी का रूप और उसका फिगर पसंद आ गया, और मुझे वो आदमी बहुत पसंद आ चुका है।

कुछ समय बाद हमारी आपस में अच्छी बनाने लगी, और हम एक दूसरे के साथ खाना शेयर करते थे। साक्षी खाना बनाने में बहुत अच्छी थी। हम काफी करीब आ गए।

साक्षी ने लव मैरिज की थी क्योकि उसका बड़ा लड़का शादी से पहले ही उसके पेट में आ चूका था जिसकी वजह से उसे जल्दी में शादी करनी पड़ी।  

अब जब हमने सेक्स के बारे में बात की, तो मैंने पूछा के क्या कभी तुमने किसी और से सेक्स किया है या कभी करने इ बारे में सोचा है, या फिर कोई चक्कर हो।

उसने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हैं, लेकिन उसने कहा कि उसका पति कभी-कभी अन्य जोड़ों के साथ सेक्स करने की बाते जरूर करता है और कहता है कितना मजा आएगा जब हम ग्रुप में चुदाई करेंगे।

साक्षी को इस बात से फर्क नहीं पड़ता, उसने इसे एक मजेदार खेल समझा।

लेकिन मुद्दा यह था कि मैं अपने पति को कैसे पटाऊ ग्रुप सेक्स के लिए, फिर मैंने एक प्लान बनाया कि कैसे पति की अदला-बदली ग्रुप सेक्स के मजे लिए जाए।

पति की अदला-बदली

अब मैं साक्षी के गोर बदन और उसकी उठी हुई गांड की तारीफे करने लगी कि कोई वह कितना सुंदर और आकर्षक है, ताकि उसे अपने पत्नी के बजाय साक्षी में अधिक दिलचस्पी आने लगे।

फिर, समय के साथ, मेरे पति साक्षी के बूब्स और उसकी मोटी मटकती गांड पर ध्यान देने लगे। और उसके बारे में सोचने लगे।

कभी-कभी, मैं झूट बोलती कि आज साक्षी  ऐसे कपड़े पहनकर आईं, जिसमें उनके दूध झलक रहे थे।

उसकी सलवार बहुत तंग थी,जिससे उसका पिछवाड़ा बहुत झलक रहा था।मैंने देखा कि मेरे पति साक्षी  के शरीर को देखने के तरीके पर बहुत ध्यान दे रहे थे। इसलिए, जब हम चुदाई करते थे, तो मैंने साक्षी का नाम लेना शुरू कर दिया और अपने पति से पूछना शुरू कर दिया कि अगर वह मेरे बजाय साक्षी के साथ होते तो वह क्या करते।

वह मुझे और जोर से छोड़ने लगते और मेरे साथ सेक्स का और भी ज्यादा मजा लेते। और कहते ओह साक्षी तुम्हारी चूत बहुत मस्त है आज तो मजा आ गया, वह सपने में भी साक्षी के साथ सेक्स करने के बारे में सोचने लगा।

कभी-कभी जब साक्षी मेरे साथ घर आती तो मैं देखती कि मेरे पति उसके मोटे चुचे और उठी हुई गांड को देखकर काफी रोमांटिक होने लगते। मैं यह समझ गयी थी के उनके दिमाग में क्या चल रहा है।

एक दिन, मैंने एक मौका देखा और अपनी सहेली साक्षी से पूछा कि क्या वह हमारे साथ मिलकर ग्रुप सेक्स के मजे लेना चाहती है जिसमे उसे बहुत मजा आए।

साक्षी ने मुझे घूर के देखा और फिर कहा मुझे पता था कामिनी तेरे दिमाग में ऐसा ही कुछ चल रहा है। हम दोनों जोर से हसने लगे।

मैंने बोला: तो फिर अपने पति से बात कर आज।

“तूने भाई साहब से पूछा इस बारे में?” उसने कहा।

मैंने कहा अरे वो तो तेरी चूत के लिए दीवाने बने फिरते है।

‘सच में?’ साक्षी: ने कहा, ‘मैं तो भाई साहब को बहुत शरीफ समझती थी?’

मैंने कहा कि शरीफ आदमी के पास लंड नहीं होता क्या। और हम दोनों हंस पड़े।

साक्षी  ने कहा- भले ही मेरे पति को कोई दिक्कत न हो, फिर भी एक बार मैं उनसे पूछ के बताऊंगी।

अगले दिन साक्षी ने हां भी कर दी। हम दोनों तो पागल हो रहे थे, लेकिन हमारे पति आपस में ज्यादा बाते नहीं कर रहे थे।

इसलिए हमने एक मजेदार पार्टी की योजना बनाई जहां हम सभी बिना शर्मिंदगी महसूस किए खुल के बातो के साथ-साथ चुदाई कर सके।

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अब साक्षी का पति मेरी और आकर्षित होने लगा। मैं उत्साहित थी क्योंकि मैं उस आदमी के साथ सेक्स करने जा रही थी जिसे मैं पहली बार चाहती थी।

हमने साक्षी और उनके पति को अपने घर में ही बुला लिया।साक्षी  मेरे पति के करीब चली गई तो मैं सुरेश के भी करीब चली गई।

आज, मैं वास्तव में उत्साहित और मेरा दिल धक धक कर रहा था क्योंकि मैं सुरेश के बहुत करीब बैठी थी। मैं सोच रही थी कि वह आगे क्या करेगा, पहले मुझे एक किस करेगा या मेरे बूब्स को दबाएगा और उन्हें अपने मुँह में डाल के पियेगा।

सुरेश ने मुझे (कृतिका) को अपनी गोद में बैठने को कहा।मैं उसकी गोद में बैठ गयी और देखा उसका मोटा लंड मेरे चूतड़ों को रगड़ रहा था।उसने मेरी सदी है पल्लू हटा दिया, अब मैं उसके सामने सिर्फ ब्लाउज़ में थी, जिसमे मेरे बूब्स साफ साफ झलक रहे थे।

मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई, लेकिन सुरेश ने मेरे बूब्स को मसलते हुए बोला क्या मस्त चुचे हैं।

मुझे बहुत खुशी हुई, खुशी की एक बड़ी लहर मेरे अंदर होने लगी, जब मेरे पसंदीदा आदमी, जिसे मैं बहुत प्यार करने लगी थी, मुझे उनकी गोद में बैठने दिया। जल्द ही, मेरी चूत का पानी निकलेगा।

अपना सिर उठा के मैंने सुरेश को किस करने लगी, मैंने पहले कभी किसी को इस तरह से किस नहीं किया था।

जब उसने मुझे किस किया तो इससे मुझे अपनी चूत में कुछ हलचल महशुस की। वह मेरा ब्लाउज़ उतारने लगा तो मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी, और मैं एकदम बेशर्म होने लगी थी।

वो मेरे गोर चुचो को देखकर उनपर टूट पड़ा और जोर जोर दबाने लगा और उन्हें अपने मुँह में डालकर खूब चूस रहा था।

मैं उसके बालों को सहला रही थी,क्योकि वह बड़े मजे से मेरे बूब्स को चूस और चाट रहा था और मुझे मदहोश किये जा रहा था।

मैंने अपने कपड़े और गहने उतार दिए ताकि सुरेश बिना किसी परेशानी के मेरे चुचो के साथ मस्त कर सके।

मेरा दूध पीने के बाद सुरेश ने मेरी ड्रेस मेरे पैरों तक उठाई, मेरी जांघो को धीरे से छूते हुए कहा – कृतिका , तुम बहुत सुंदर लग रही हो, आज तुम्हे चोद के मुझे बहुत मजा आएगा!

मैं खुश थी और सुरेश भी, मैं बोली: इस समय के लिए तो मैं भी पागल थी। और उसने मेरे सरे कपडे उतर के मुझे नंगी कर दिया। और मैंने उसके सरे कपडे उतर दिए।

अब उसने अपन लंड मेरे मुँह के पास था और मैं बिना देरी के उसके लंड को अपने मुँह में ले लिया और जितना हो सकता था मैंने उसके लंड को अपने मुँह में ले के उसे चूसने लगी।

उसका लंड बहुत मोटा और लम्बा था जिस कारण मेरे मुँह में पूरा नहीं जा रहा था। मेरे पति ने देखते हुए बोले: कृतिका  तुमने मेरा लंड कभी ऐसे नहीं चूसा। मैं तो भूल ही गयी थी की मेरा पति भी वह मौजूद है,

मैंने कहा: मुझे आज पता नहीं क्या हो गया है आज मैं अपने आपे में नहीं हूँ।  

मैंने देखा मेरे पति और साक्षी दोनों बिना कपड़ों के थे और वे एक-दूसरे को 69 पोजीशन में चूस रहे थे। सुरेश ने मुझे अपने आंड चाटने को बोला, मैंने एक के बाद एक उनके दोनों आंड को मजे से चूसने लगी।

सुरेश बोला: कृतिका  मेरे मुँह पर बैठो। और वो मेरी चूत और गांड दोनों चाटने लगा। मैं मदसश हो चुकी थी।

केवल 2 मिनट की चटाई से मैं अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँच गयी, लेकिन सुरेश फिर भी मुझे चाटता रहा। और मुझे एक बार फिर से गर्म कर दिया।

अब उसने मेरे पैरो को उठा लिया और अपने लंड को मेरी चूत के मुँह पे रख दिया और अंदर घुसाने लगा।  

मैं अपनी आँखें बंद करके सुरेश  के झटको का आनंद ले रही थी, लेकिन तभी सुरेश ने मुझसे कहा कि आंखें खोलो, कृतिका ! और देखो मैं कैसे तुम्हारी चुदाई कर रहा हु।  

मैंने अपने दोनों हाथों से सुरेश की कमर को पकड़ लिया। वो जब भी आगे जोर का धक्का देता तो मैं भी अपनी कमर ऊपर उठा लेती और उसके लंड को अपनी चूत में पूरी तरह घुसा लेती।

जब सुरेश और मैं सेक्स कर रहे थे, तो वह जोर जोर से झटके मरता और अपना पूरा लंड मेरी चूत में घुसा देता और मेरी सिसकिया निकलने लगती।

2 मिनट चुदाई के बाद सुरेश और तेज तेज चोदने लगा। और उसी गति से मेरी चुदाई करता रहा ,और मैं बस ‘उम्म्ह… आह… हाय… याह… उम्म’ जैसी आवाजें निकालते हुए वहीं लेती रही।

मैंने अपने पति को साक्षी को चोदने में बहुत मजा आ रहा था, और वह उसके साथ मजे से चुदाई कर रहे थे। लेकिन मेरी खुशी कुछ ऐसी थी जिसे मैंने कभी महसूश हनी किया था। 

अब सुरेश मुझे घोड़ी बना कर जोर जोर से छोड़ रहा था और मैं जोर जोर से सिसकिया ले रही थी, उधर मेरा पति भी साक्षी को घोड़ी बनाकर उसे चोद रहा था, वो साक्षी को ऐसे चोद रहा था जैसे जैसे आज वो साक्षी की चूत फाड़ देगा।  

सुरेश मेरे रूप-रंग की तारीफ करते हुए कहा कि मैं बहुत खुश हूँ की तुम जैसी औरत को चोदने का मौका मिल रहा है जिसकी चूत अभी तक इतनी टाइट है। क्या तुम्हारा पति तुम्हे सही से चोद नहीं पता क्या- उसने कहा।

सुरेश अब और जोर से मुझे चोदने लगा और मेरी चूत का पानी निकलने लगा। और उसका लंड मेरे पेट में जाकर टकरा रहा था।  मेरे पति ने साक्षी को खूब चोदा अलग-अलग तरीको से छोडने में मेरे पति को काफी मजा आ रहा था।

अब मेरे पति का माल झड़ने वाला था तो उसने अपने झटको को और तेज कर दिया और उसकी चूत में अपना सारा पानी गिरा दिया। इधर सुरेश भी झड़ने वाला था और उसने मेरे मुँह में अपना सारा पानी गिरा दिया और मुझे चाटने को बोला, मैंने उसका पूरा रस अपने मुँह में ले कर उसे पी लिया।

30 मिनट बाद हमने फिर से चुदाई शुरू की और इस बार हम काफी देर तक सेक्स करते रहे और बीच-बीच में अपने-अपने पति का भी लंड लेती थी, और कई तरह की पोजीशन में मजे लिए।

कभी मेरा पति साक्षी को चोदता तो मैं सुरेश का लंड चुस्ती और ऐसे ही बारी-बारी हमने ग्रुप सेक्स किया और एक दूसरे को खुश किया। आखिर मैं चारो एक साथ नहाते है और कपडे पहन कर अपने घर चले जाते है.

तभी सुरेश बोला: भाई साहब अगर मुझे मुझे फिर कभी कृतिका को छोड़ना हुआ तो मैं ऐसे ही चोद सकता हु बिना किसी परमिशन के।

मेरे पति: बस ये याद रखना की अपनी बीवी को भी साथ लाना ताकि मैं उसको चोद सकू, चारो हसने लगे और अपने घर चले गए। ऐसे ही हमने हर दूसरे दिन ग्रुप सेक्स करना शुरू कर दिया और एक दूसरे को खुश करने लगे।

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