कामुकता और हिंदी सेक्स कहानी की दुनिया में आपका स्वागत है। दोस्तों मेरा नाम रोहन हैं, दोस्तों इस सेक्सी स्टोरी में मैं ये स्टोरी सांझा कर रहा हूँ जिसमे मैंने पडोसी भाभी की रातभर चुदाई की।
दोस्तों मैं दिल्ली से हूं, मेरी उम्र 28 साल है और, मेरा रंग गोरा है और 5 फीट 8 इंच की लम्बाई है। यह कहानी दीपा की है, जो देखने में दीपा एक सेक्सी औरत है उसका फिगर एकदम मस्त है और उसकी उम्र 26 साल है। उनके पति एक एमएनसी में काम करते हैं और कंपनी के काम से ज्यादातर विदेश दौरे पर रहते हैं।
मेरे पड़ोसी होने के कारण दीपा और मेरे घर के सभी लोग एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं।दीपा भाभी मुझे मेरे नाम से ही बुलाती थी, और मेरी माँ को वो आंटी कह कर बुलाती थी।
मेरे घर उसका अक्सर आना जाना रहता है। मेरे घर में शादी का माहौल था तो कुछ दिन के लिए उन्हें घर से बाहर जाना था, मेरी नौकरी से मुझे अच्छे ऑफर नहीं मिल रहे थे और मुझे घर पर ही रहना पड़ा।
माँ ने दीपा से कहा कि तुम मेरे बेटे का ध्यान रखो. अब रात को मम्मी पापा को मैं स्टेशन छोड़ कर आया करीब 10 बजे और घर पर टीवी देख कर सोने जा रहा था उतने में डोर बेल बजाई। मैंने दरवाजा खोला।
दीपा:- रोहन, तुम्हें परेशान करने के लिए मुझे माफ़ कर देना, लेकिन मुझे तुम्हारी मदद की जरूरत है।
मैं:-ओके, क्या हुआ?
दीपा:- मेरे बेड को सही कर दो, मुझसे नहीं हो रहा है।
मैं:- बस इतनी सी बात., चलो मैं कर कर देता हूँ.
मैंने उसके घर में जाते ही देखा कि सब एक दम साफ सुथरा है और एक मस्त सी खुशबू थी उसके घर में, और बेडरूम में गया तो उनके बेड को हटा कर दीवार के साइड ले जाना था। और मैंने मदद करके बेड को दरवाजे से लगा दिया।
मैं:- जगह बदलने की क्या जरूरत हथी, यहाँ तो बिल्कुल सही था.
दीपा:- दीवार से हो जाएगा तो अच्छा रहेगा।तब मुझे कुछ समझ नहीं आया लेकिन, जो भी हो उसका बिस्तर था.. मैंने मदद की और जाने लगा।
दीपा:- जाओ पानी पी लो, आपकी मदद के लिए धन्यवाद।
मैं:- (पानी पीते हुए)..अरे हमें धन्यवाद क्या…आप तो मेरी दोस्त की तरह हो, कभी भी जरूरत हो बुला लेना।दीपा ने एक मुस्कान दी और मैं सोने जाने लगा, दीपा रोकते हुए।
दीपा: क्या तुम अकेले जाओगे?
मैं:- हां.. तुम्हें परेशान होने कीकोई जरूरत नहीं।
दीपा:- कुछ नहीं, मेरा मतलब कुछ जरूरी पड़े बता देना।
मैं:- हांजी, पक्का.
दीपा:- (शरारती मुस्कान) गुड नाईट।
मैं:- गुड नाईट। रात को मुझे नींद नहीं आ रही थी और मैं व्हाट्सएप पर अपनी गर्लफ्रेंड से बात कर रहा था। फिर किसी का मेसेज आया बिना जान पहचान का। मैंने पूछा “कौन हो आप?”
दीपा: क्या तुम इतनी जल्दी भूल गये?
मैं:- मेरा फ़ोन रिसेट हो चूका है, इसलिए मुझे नहीं पता कि आप कौन है।
दीपा:- मतलब तुम्हारे पास मेरा नंबर है, हाहा… तो कभी टेक्स्ट क्यों नहीं किया?
मैं:- माफ़ करें, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि आप कौन हो?
दीपा: एक मिनट. (फिर उसने अपने कमरे की एक फोटो भेजी)।
मैं:- ओह्ह्ह्ह्ह दीपा.. सॉरी सॉरी, दरअसल मेरे पास आपका नंबर नहीं है इसलिए मुझे पता नहीं चला कि आप हो।
दीपा: हां हां, ठीक है., तो अब तक सोये क्यों नहीं.
मैं:- मुझे नींद नहीं आ रही है इसलिए मैं अभी भी जग रहा हूँ. तुम्हें नींद क्यों नहीं आई अभी तक? :मैंने पूछा।
दीपा:- मुझे भी नींद नहीं आ रही.. तो बस कॉफ़ी बना रही थी। क्या तुम पिओगे?
मैं:- हां बिल्कुल.दीपा:- ठीक है बन जायगी तो मैं तुम्हारे घर ले के आती हूँ। थोड़ी देर बाद दरवाजे पर “खटखटाहट” हुई, मुझे पता चल गया कि दीपा वहाँ है। मैं अपने निक्कर और बनियान में था। मेने दरवाजा खोला, वह दो कॉफी मग पकड़े हुए थी।
दीपा:- लो जी, कॉफ़ी..
मैं:- धन्यवाद.. अंदर आइये.दीपा ने नाइटी पहनी थी काले रंग की और उसके बाल खुले थे और ब्रा नहीं पहनी थी तो उसके निपल्स दिख रहे थे नाइटी के ऊपर से। मैंने दूर किया और पीछे से उसकी गांड को मटकता हुआ देख कर मेरे अंग-अंग में करंट सा लगाने लगा।
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मैं थोड़ा कंट्रोल में हुआ और जाकर सोफ़े पर बैठ गया. मैं गाना सुन रहा था तो हल्की आवाज बाहर बज रही थी। गाना था “पहला नशा”। ये सुनके दीपा ने मुझसे कहा:
दीपा:- अच्छा गाना है, मेरा पसंदीदा है।
मैं: मेरा भी, वेसे भैया ने यही गाना गा कर प्रपोज किया था क्या आपको।
दीपा:- भैया, हमारी अरेंज मैरिज है प्रपोज करने के लिए और ऐसी कोई बात ही नहीं हुई थी। वेसे तुमने किसी के लिए गाया है ये गाना?
मैं:- मुझे किसी की परवाह नहीं, मैं ऐसे ही मस्त हु।
दीपा:- जूठ तो ऐसे बोल रहा है जैसे मैं तुम्हारी मम्मी को बोल दूंगी। तबी मेरा मोबाइल वाइब्रेट हुआ और दीपा वही पर बैठी थी तो उसने झट से उठा कर देखा तो मेरी गर्लफ्रेंड का मैसेज, मैं जवाब नहीं दे रहा… और वो मेरे मोबाइल को लेके मेरी गर्लफ्रेंड का चैट पढ़ने लगी, हम सेक्स की बातें कर रहे थे तो वो दीपा ने पढ़ कर बोला, झूठ पकड़ा गया..
मैं:- अरे ऐसा कुछ नहीं है, (मैं थोड़ा शर्मा रहा था)।
दीपा:- तो आप ऐसे हैं?
मैं:- कुछ भी तो नहीं बस बाते कर रहे थे।
दीपा: चलो अब बनो मत, मैं भी तेरे उमर की ही हूं… और आप आप कहना बंद कर दो, अब मुझे दीपा कहा करो। अब दीपा मुझसे बहुत फ्रेंडली हो रही थी, तो मुझे मन में लगा कि आज मोका है। मुझे डर लग रहा था क्योंकि दीपा स्वभाव से मिलनसार थी लेकिन मुझे शर्म आ रही थी बात करने में।
दीपा:- अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बताओ, ताकि मुझे भी अपने कॉलेज लाइफ याद आ जाए।
मैं:- अरे यार कुछ नहीं दीपा, बस ऐसे ही बात कर रहे थे।दीपा: मेरे पास आओ और बताओ क्या हो रहा है.
मैं:- (शर्माते हुए) और इसका मतलब क्या है??
दीपा:- तुम्हारी चाट पढ़ी मैंने, कब तक अकेले रहोगे? चाहो तो 10 दिन तेरे मजे है।
मैं:- हां.. परसो आ रही है वो। दीपा ने मुझे धीमी आवाज़ दी। यार अच्छा है तुम्हारा. फुल मजे लेना…ये सुनकर मैंने कहा, बोल तो ऐसे रही हो जैसे आपके मजे नहीं है..आपकी तो शादी भी हो गई है, अब तो मजे-ही-मजे है।
दीपा:- काश ना हुई होती मेरी शादी.
मैं:- क्या हुआ
दीपा?? कोई प्रॉब्लम है क्या?? आप मुझे बता सकती हो कि अगर कुछ है तो। मैं तुम्हारी मदद करूंगा. क्या हुआ?? भाई से झगड़ा हुआ क्या?? बताओ ना.
दीपा:- नहीं यार, भाई से कोई झगड़ा नहीं.. भाई को अभी भी मुझमें दिलचस्पी कम है..
मैं: आप ऐसा क्यों सोच रही हो? तुम बहुत खूबसूरत और सेक्सी हो.. ऐसा नहीं है भैया को जॉब का टेंशन होगा इसलिए।
दीपा:- जॉब की टेंशन 7-8 महीने होगी? (ये कह कर चुप हो गई वो, मैं उसके बाजु में जाके बैठा और कहा, चिंता मत करो कुछ तो समाधान होगा इसका। आप भैया से बात करो ना खुल के)।
दीपा:- (रोते हुए) नहीं.. मैंने सब कुछ करने की कोशिश कर चुकी हूँ ..
मैं:- दीपा रोना बंद करो..अब मेरे मन में लड्डू फूट रहे थे के अब शायद मैं दीपा को चोद सकूँ। लेकिन मैं घबरा रहा था कि अगर ऐसा कुछ बोलूंगा तो वो नाराज़ हो जाएगी।
मैं:-दीपा, मेरी तरफ देखो…और चिंता मत करो इसका कोई ना कोई समाधान होगा।
दीपा:- नहीं है..कोई समाधान।
मैं:- है समाधान…
दीपा:- क्या हाल है?
मैं:- उह्म्म्म्म (घबराते हुए)
मैं हूं ना..(एक चुप्पी के बाद) दीपा ने मुझे गले लगाया और मुझे टाइट पकड़, मैंने भी उसे गले लगाया और उसके माथे पर एक किस किया और फिर उसके होठों की और बढ़ा।
फिर मैंने उसे किस किया और हमने 10 मिनट तक लिप किस किया। ये पल बहुत ही रोमांटिक था और मैं थोड़ा चौंक गया क्योंकि मैं तो बस दीपा के बूब्स तक जाना चाहता था, दीपा मुझे चूम रही थी.
दीपा- रोहन, इस दिन का मुझे कब से इंतजार था, आज तुमने मुझे संतुष्ट कर दिया।
मैं:- दीपा भाभीमैं भी तुम्हारे साथ इसी दिन का सपना देख रहा था, आज मुझे यकीन नहीं हो रहा.
दीपा:- (चुटकी लेते हुए) और मुझे चूमा.. अब तो यकीन हुआ ना?
मैं:- आअहह हां.. (और मैंने उसके चूतड़ दबा दिए)।फिर मैंने उसकी नाइटी निकाली दी और वो बस पैंटी में थी, उसने ब्रा नई पहनी थी। उसने भी मेरी बनियान निकाल दी और मेरे चड्डे के ऊपर से मेरे लंड पे हाथ से मसलने लगी और कहने लगी।
दीपा:- लगता है कोई खुश और बेचैन है.
मैं:- अरे मेरी जान, ये तो आज तक तुम्हारी चूत का गुलाम था।
दीपा:- (जल्दी से बोली) मुझे तुम्हारे बात करने का तरीका पसंद है।
मैं:- आओ मेरी बेडरूम में आराम से बात करते हैं।
दीपा:- (मेरे होठो को काटते हुए) चल।
उसकी पैंटी काफी गीली हो चुकी थी और मुझे उसकी गंध पागल बना रही थी। और मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाल दी।दीपा:- अहहहहह उहम्म्म्म रोहन येस्स्स्स अहह आराम से।
मैं:- तुम्हारी चूत आज एकदम साफ है…लगता है आज चुदने का पूरा मूड है।
दीपा:- आह्ह रोहन मेरी चूत हमेशा साफ होती है बस कोई इसे ऐसे देखेने ..वाला नहीं था अब तक।
मैं:- चिंता मत करो बेबी, अब मैं हूं ना। तेरी चूत और तेरा पूरा ख्याल अब मैं रखूंगा।
दीपा:- आअहह चूसो मुझे……..मैं दीपा की चुत को चाटने लगा और अपना चड्डा उतार दीया और अपनी जीभ को उसकी चुत में डाल कर उसकी चुत का स्वाद लेने लगा. उसे नशा छाने लगा और और आंखे बंद करके इसका पूरा मजा लेने लगी।
मेने उसकी चूत की हर एक जगह का स्वाद ले लिया और उसको इतना तड़पाया और मजे दिए के वो दो बार झाड़ गई और उसकी चूत गीली हो गई। अबी मेरा लंड टाइट हो चूका था।
मैं:- दीपा अब तेरी बारी, कोई तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है।
दीपा:- अरे आज तो तेरे लंड को पुरे समय अपने पास रखूंगी और तेरे लंड के पानी से नहाऊंगी।
मैं:- आह…. (सुनते ही मेरा लोडा एक दम उछल पड़ा)।
दीपा:- तेरा लंड तो काफी बड़ा और मोटा हो गया है.. अब तू जन्नत के मजे लेगा ..
मैं: हां मेरी आज इसको जन्नत दिखा ही दो… आअहह.दीपा:- आज मैं तुम्हें मदहोश करने जा रही हूं।
मैं:- (ये सुनके) हाहाहा हां मेरी जान ये लंड तेरा है आज से.. ले मुंह मैं कर दे इसे मदहोश।
दीपा किसी पोर्न स्टार की तरह मेरे लोडे को चूस रही थी और इतने जोर से आगे-पीछे कर रही थी कि मुझे थोड़ा दर्द भी हुआ लेकिन वो मीठा दर्द में भी एक अलग मजा आ रहा था।
मेरे लोडे को वो अपनी जीभ से चाटती थी तो कभी अपने मुंह में वैक्यूम क्लीनर की तरह लेके चूस रही थी।
मैं:- आहहहह दीपा… यार तू बहुत मस्त है मेरा लोडा मजे से चूस रही है …। आआअहह.
दीपा:- ह्म्म्म्म्म आपकी लंड भी स्वादिष्ट है, आज इसे मजे से खाउंगी।
मैं: हां खा जा.. ये अब तेरा हुआ।
दीपा:- (जोर जोर से डीप थ्रोट ब्लोजॉब देते हुए) अह्ह्ह्ह ह्म्म्म्म।अब मैं झर ने वाला था और मेरा लौड़ा अब अपने चरम सीमा पर था…
मैं: दीपा मैं झड़ने वाला हु….. कहा निकलू अपना माल?दीपा अपने मुँह को बहुत जोर से हिलने लगी और आँखों से इशारा करने लगी कि उसके मुँह में आआहहहह दीपा…आई लव यू…आहहहहहहह निकल रहा है… आह्ह्ह क्या एहसास था वो… मजा आ गया…. मेरा सारा पानी आज भाभी अपने मुँह में पी रही थी।
मैं:- दीपा आई लव यू बेबी..
दीपा:- लव यू बेबी…और फिर हम थोड़ी देर लेट गए…दीपा की चूत को 2 बार झरा चुका था लेकिन उसमें अभी भी आग थी और मैं जानता था उसको मैं ही शांत कर सकता हूं।
मैं:- दीपा तुम्हारी चूत की प्यास आज ही बुझा दूंगा क्योकि …. आज तुमने जो मेरे लोडे को खुश किया है…अब ये बेताब है तेरी चूत में जाने को।
दीपा:- मैं तो तैयार हूं मेरे राजा..और फिर थोड़ी देर बाद हमने चुदाई चालू की, और मैंने उसको कई पोजीशन में चोदा और रात भर उसको चोदता रहा, अगले दिन सुबह उठते ही हमने फिर से जम कर चुदाई की…।