हेलो दोस्तों, आपकी रितिका आप सभी के लिए फिर से हाजिर हूं । एक नई हिंदी सेक्स कहानी ( Hindi Sex Story ) लेकर जो आप सभी को एंटरटेन करेगी और कुछ लोगों को यौन संतुष्टि भी देगी।
उम्मीद है लड़के का लंड खड़ा हो के सलामी देगा । और कोई लड़की की चूत की गर्मी शांत करेगी।
लड़कियों को भी संतुष्टि मिलेगी अपनी उंगली से और फिर लोकी से और अगर चाहे तो किसी का लंड लेले और सूखी जमीन गिली करवा ले।
ये कहानी अमित और उसकी नौकरानी की है कैसे अमित ने चोदकर Naukrani Ko Maa Banaya |
तो अब ज्यादा टाइम नहीं लेते हुए कहानी शुरू करते।
मेरा नाम अमित है। मैं Readxstories.com का शुक्रिया करता हूँ। जो मुझे अपनी कहानी लिखने का मौका दिया।
अब मेरी कहानी पर चलते है।
मैं दिल्ली ( सरोजिनी नगर ) का रहने वाला हूं। मैं यहां एक बड़ी सी कंपनी में मैनेजर लेवल पर नौकरी करता हूं।
मैने Readxstories.com पर सेक्स स्टोरी पढ़ना अभी कुछ समय पहले से ही शुरू की है।
मुझे सब की अलग-अलग कहानियाँ पढ़ कर बहुत अच्छा लगा, मैंने सोचा क्यों नहीं मैं भी अपनी आप बीती आप सभी के साथ साझा करूँ।
तो ये बात है कुछ करीब 3 साल पहले कि मैंने मेरे घर की नौकरानी की चुदाई ( Naukrani Ki Chudai ) करके माँ बनाया था।
उसका नाम मधु था, वो मेरी से उम्र 5 साल बड़ी है। उसका पति विजय हमारे यहां ड्राइवर का काम करता था।
आप सभी को मधु के बारे में बता दूं तो वह एक बहुत ही सीधी घरेलू औरत की तरह बिलकुल नहीं थी।
उसके चुचिया इतने बड़े कि किसी भी मर्द का मन डोल जाए,
और लंड खड़ा हो जाए पर सच कहूं तो मैंने उसको कभी नज़र से नहीं देखा था।
एक दिन की बात है मैं घर में अकेला था और अपने परीक्षा के पेपर पढ़ रहा था ।
और मधु बाहर घर का काम कर रही थी। तभी कुछ समय में अचानक वह किसी के रोने की आवाज आई।
मैंने बाहर जा कर देखा तो मधु रो रही थी। मैं उसके पास गया और उससे पूछा
अमित:- क्या हुआ?? रो क्यों रही हो???
मधु अपने आसू पोछने लगी पर कुछ बोली नहीं। मैंने उससे बहुत बार पूछा पर वो चुप थी।
फिर मैंने उसको मम्मी की धमकी दी कि अगर वो मुझे नहीं बताएगी तो मैं मम्मी से कह दूंगा कि वो रू रही थी।
तब जा कर वो बोली की
मधु:- नहीं अमित जी मैडम को कुछ नहीं बताना।
अमित:- तो मुझे बताओ क्या बात है।
मधु:- वो अमित जी……मैं अमित जी……
अमित:- अब बोलो की क्या बात है।
मधु:- बात ये है अमित जी कि मैं कभी माँ नहीं बन सकती।
अमित:- क्या मतलब??
मधु:- मेरा पति मुझे बच्चा नहीं दे पा रहा है।
अमित:- ये क्या बोल रही हो???
मधु:- हां अमित जी जो भी कह रही हूं सच कह रही हूं।
अमित:- तुम लोगो ने किसी डॉक्टर से सलाह ली???
मधु:- क्या था…वो डॉक्टर कह रहा था मेरे पति में वो कमी है।
अमित:- तो विजय क्या कहता है???
मधु:- अमित जी ये सब बात तो उनको पता नहीं है।
अमित:- ये क्या कह रहे हो तुम??
मधु:- हां अमित जी सही कह रही हूं।
उसकी ये बात सुन कर हम दोनों कुछ समय के लिए चुप हो गए। बाद में वो बोली
मधु:- अमित जी मैं आपसे एक बात काहू?? पर आप किसी से कहोगे तो नहीं ना?? वर्ना में मर जाउंगी…
अमित:- हां बताओ क्या बात है… क्या कहना चाहती हो तुम???
मधु:- अमित जी आप मुझे माँ बना दो….
अमित:- क्या??? ये क्या बोल रही हो?? तुम्हारा दिमाग तो जगह पर है???
मधु:- सॉरी अमित जी मुझे माफ कर दो…आप प्लीज किसी से कुछ नहीं कहना…। मैडम से भी नहीं….
अमित:- ठीक है.
इतने में घर की घंटी बजी तो मैंने मधु से कहा
अमित:- अपने आसु पोछो और दरवाजा खोलो लगता है सब आ गए।
इतना कह कर अपने कमरे में चला गया। रात को सब ने मिल के खाना खाया और बाद में अपने-अपने कमरे में सोने चले गए ।
पर मधु को देख कर सोच रहा था कि वो काफी सुंदर है और मैं भी तो अभी कुंवारा हूं।
सच कहु तो उस दिन के बाद में बस मौका ढूंढ रहा था और वो मौका मुझे 1 महीने बाद मिला।
मेरे परिवार को दूसरे शहर में एक रिश्तेदार की शादी में जाना था ।
पर मैंने असाइनमेंट का बहाना बना लिया और घर में रुक गया।
मम्मी हमेशा से मुझे लेके बहुत प्रोटेक्टिव रही है, इसलिए उसने मधु से कह दिया कि वो घर में रुक जाए,
मेरा ख्याल रखने के लिए और घर की देख भाल के लिए। इतना कह कर सब चले गये.
सब के जाने के कुछ समय बाद मधु आई और पूछने लगी
मधु:- अमित जी खाना बना दू??
अमित:- हां बना दो।
मधु किचन में गई और खाना बना रही थी तभी में भी उसके पीछे गया और उसको पकड़ लिया। वो डर गई और बोली..
मधु:- अमित जी ये आप क्या कर रहे हो??
अमित:- मैं तो वही कर रहा हूं जो तुम चाहती थी।
मधु:- क्या मतलब मुझे समझ नहीं आया।
अमित:- क्यों समझी नहीं.. चल तुझे माँ बनाता हूँ…।
इतना कहते ही उसने मेरे पीछे से उसकी गर्दन पे चूम लिया।
मधु:- आआअहहा अमित जी..
मैंने उसको मेरी तरफ घुमाया और देखा तो वो रो रही थी।
अमित:- अब क्यों रो रही हो???
मधु:- मैं ये सोच के रो रही हूं कि अब मैं मां बन सकती हूं।
उसे के ये कहते हुए उसने मेरे होठों को चूम लिया और उसको मैंने बहो मे दबा लिया।
उसके बाद मैंने गैस बंद किया और उसको अपनी बाहों में उठा कर अपने कमरे में ले आया ।
और बिस्तर पर लेटा कर उसको चूमने लगा। मेरे उसको छूते वो सिस्कारिया लेने लगी.
मधु:- उउउउह्म्मुह आआहहह अमित जी आआआहहह मुझे माँ बना दो उउउउउउउउह्म्म आआहहहा….
मेने धीरे से चूचे पकड़ लिए और उन्हें दबते हुए चूमने लगा।
मधु:- आहाहा उउफुफुफुम्म आआहाहा
फिर मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया। ब्लाउज के अंदर उसने काले रंग की ब्रा पहनी थी।
मैं उसके चुचियों को ब्रा के ऊपर से जोर से दबाने लगा।
मधु:- आहाहाहा उउउउफफ्फ़ अमित जी आआहाहाहा पी लो इन्हे आहाहा उउउफुफुफ।
मधु की बात सुनते हैं, मैंने ब्रा को फाड़ के निकाल दिया और एक चूचे को हाथों से दबाने लगा ।
और दूसरे को मेरे मुँह के अंदर भर के चूसने लगा।
अमित:- उउउह्म्म्म्म क्या बात है मधु तेरे निपल्स तो बिल्कुल गुलाबी और इतने टाइट हैं।
वैसे ही तेरी टाइट और गुलाबी चूत ( Gulabi Chut ) भी होगी।
मधु:- आआहहह उउउहहम्म क्या करु अमित जी मेरा पति तो सिर्फ काम करता है।
अमित:- उसका नसीब ख़राब है जो आज तक तुम्हारी इस ख़ूबसूरती को नहीं देखा।
ये कहते मैंने सिर्फ उसके चुचियों को दबाना और चूसना शुरू कर दिया।
मधु:- उह्म्मुउ अह्ह्हाहा उउफ़्फ़्ह्ह अहाहाहाहा.
ये कहानी को यहां रोक रहा हूं थोड़ी लंबी चली गयी। इसको कुछ हिस्से में लिखूंगा।
आशा करता हूं आप सभी को मजा आ रहा होगा और अगर कोई भी मुझसे बात करना चाहे या कहानी से संबंधित सुझाव देना चाहे तो मुझे कमेंट कर सकता है।
इस कहानी का दूसरा भाग।
दिन रात चोदकर घर की नौकरानी को माँ बनाया ( Naukrani Ko Maa Banaya 2 )