मेरे प्यारे दोस्तो, आप सभी को प्यार भरा नमस्कार, आज मैं आप लोगों के लिए हिंदी गे सेक्स कहानी लेकर आया हूं ।
उम्मीद करता हूं कि आपको बहुत पसंद आएगी तो चलिए शुरू करते हैं | कंपनी के Ladke Ke Sath Sex करके गांड चुदाई की तमन्ना पूरी हुई ।
मेरा नाम राजेश है।
मैं दिल्ली के आश्रम से हूं, मेरी उमर 24 साल है। मैं नोएडा में एक कंपनी में इंजीनियरिंग पोस्ट पे हूँ ।
मेरा रंग गहरा है और मैं दिखने में हैंडसम भी हूं।
ऐसा मुझे लड़की कहती है, जिसने मुझे देखा है।
मैं काफी टाइम से सोच रहा था कि मैं अपनी एक कहानी आप सब के साथ शेयर करूं।
पर मुझे कभी मोका नहीं मिला था। पर आज मुझे मोका मिल गया है।
मैं कहीं बार लड़कियों और भाभी के साथ चुदाई की है,
पर मैं आज अपनी लाइफ की पहली लड़के के साथ सेक्स की कहानी शेयर करने जा रही हूं।
जो मेरे साथ आज से 2 साल पहले एक घंटा घटी थी।
मेरी सेक्सी स्टोरी एक दम रियल है, जो मेरे साथ हुई है।
बात आज से 2 साल पहले की है, जब मैं नोएडा में शिफ्ट हुआ था और कंपनी के एक दोस्त घर में ही रहता था।
उस समय मैं अपने कमरे में अकेला ही रहता था।
इसलिए मुझे अपनी गर्लफ्रेंड से बात करने में कोई दिक्कत नहीं होती थी।
हम दोनों काफी काफी देर तक बातें करते-करते सो जाते थे। ( Ladke Ke Sath Sex )
पर कुछ ही दिनों के बाद एक लड़का मेरे साथ उसके रूम में शिफ्ट हो गया, वो मेरा जूनियर था।
उसने अभी हाल ही में किसी कंपनी को ज्वाइन किया था। उसका नाम विजय था, और देखने में बहुत स्मार्ट था।
वो अभी अभी इंजीनियर करके आया था इसलिए उसकी उमर 21-22 की थी।
मुझे उससे मिल कर काफ़ी अच्छा लगा, क्योंकि वो काफ़ी मज़ाकिया अंदाज़ और मिलनसार का था।
वे भी मैं अकेला रहता था, जो मुझे अच्छा नहीं लगता था।
मेरी अंदर एक अच्छी बात है, कि मेरे अंदर ईजीओ नाम की चीज नहीं है, मैं सबसे एक जैसा ही व्यवहार करता हूं।
चाहे वो मेरा सीनियर हो या मेरा जूनियर हो। इसलिए हम दोनों बहुत जल्दी ही एक दूसरे से गुलमिल गए।
पर मेरी परेशानी अब शुरू हुई, उस लड़के के होने के कारण मैं अपनी गर्लफ्रेंड से अच्छी बात नहीं कर पा रहा था।
मुझे बार बार कॉरिडोर में जा कर बात करनी पड़ती थी।
मैंने एक बात नोटिस की, कि जब मैं रात को घंटो घंटो फोन पर बात करता था।
और जब मैं वापस आता था, वो तब तक सोता नहीं था।
मेरी डेली लाइफ ये ही थी, कि मैं सुबह कंपनी फ़िर रूम और रात भर गर्लफ्रेंड से बात करना।
हम दोनों का अंजानपन और कंपनी में सीनियर और जूनियर अब दोस्ती में बदल चुकी थी।
हम दोनो को करीब एक सप्ताह साथ रहते हुए हो गया था।
हम लोग रोज की तरह खाना खा कर अपने कमरे में आ गए,
और मैं रोज की तरह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बातें करने के लिए कॉरिडोर में चला गया।
जब मैं वापस आया तो वो विजय अभी भी सोया नहीं था।
अगले दिन रविवार होने की वजह से हमें भी नींद नहीं आ रही थी, तो हम दोनों आपस में बातें करने लग गए।
विजय- सर मैं दिल्ली का रहने वाला हूं, और वैसे आपकी शादी हो गई है क्या?
मैं- नहीं यार अभी नहीं हुई.
विजय- तो सर, आप इतनी रात तक किस्से बात करते हो?
मैं- अपनी गर्लफ्रेंड से.
विजय- इतनी देर तक?
मैं- हाँ।
विजय – सर, आपको इतने अच्छे हो कि आपके सामने कोई दूसरे के बारे में सोचेगा भी नहीं।
मैं- ऐसी कोई बात नहीं है.
विजय- सर, आपने उसके साथ सेक्स किया है?
मैं तो भाई एक टेक्निकल आदमी हूं तो मुझे शर्म किस बात की मैं बोला – हां।
विजय- कितनी बार?
मैं – भाई मैंने कभी गिनती नहीं की, पर जब भी मोका मिलता है तो मैं उसे छोड़ता नहीं हूं।
और इसी तरह हमारी बातें सेक्स टॉपिक पर आ गयीं।
मैं- अच्छा तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है क्या?
विजय- नहीं सर.
मैं- क्यों झूठ बोल रहा है, कोई तो होगी।
विजय – सर मुझे लड़कियों में कोई ज्यादा इंटरेस्ट नहीं है.
मैंने अपना सर पकड़ लिया और सोचने लगा, कि सेल ये केसे लोगे होते हैं और मैं केसे आदमी के साथ प्रशंसक बन गया।
मेरे आदमी में तब तक कोई उसके लिए कोई गलत भावना नहीं थी, और मैं आगे कुछ नहीं बोला।
इतने में ही वो समझ गया कि मुझे ये सब पसंद नहीं है।
उसे लगा कि मैं गुस्सा हो गया हूं,
और अब वो इस बात से डर रहा था कि मैं ये बात कंपनी में ना बता दूं तो मुझसे डरते हुए बोला – क्या हुआ सर?
मैं- कुछ नहीं.
विजय- फिर आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे?
मैं गुस्से में बोला – आज के बाद तुम मुझसे बात मत करना।
वो इतना डर गया था, कि अब वो मेरी टांगे पकड़ कर मुझसे माफ़ी मांगने लग गया।
अब मैं भी नॉर्मल हो गया था और मैंने बोला – वैसे तूने अभी कितनों के साथ किया है?
विजय- मैंने एक लड़के को अपने घर पर बुलाया था, मैंने अभी उसका लंड ही चूसा था।
तभी मेरे भाई ने मुझे देख लिया और बीच में ही रह गई। उसके बाद सर मुझे कभी कोई मोका ही नहीं मिला।
ये बात करते हुए उसने मेरे लंड पर अपना हाथ रख दिया, मुझे अजीब सा लगा।
मैं गुस्सा होने लग गया, क्योंकि इसे पहले मैंने किसी लड़के को किस तक नहीं किया था,
तभी तक सिर्फ मैंने लड़कियों को ही चोदा था।
फिर हम दोनों चुप चाप सो गए, हम दोनों कुछ दिनों तक चुप रहे। पर फ़िर से वो अपनी बातों में मुझे फ़साने लग गया।
अब मैं मान भी गया, क्योंकि कॉलेज के दिनों में ऐसे लोगो के बारे में बहुत सुना हुआ था।
फिर हम दोनों पहले जैसे ही रहने लगे, 31 दिसंबर का दिन था और हम लोगो ने प्लान किया था कि आज हम पार्टी करेंगे।
हमारे साथ कंपनी के हमारे मैनेजर भी आये हुए थे।
उनके साथ आज मैंने कुछ ज्यादा ही पी ली थी, और फिर वो बोले – यार आज तुमने कुछ ज्यादा ही पी ली है,
अब तुम आराम करो और अब हम चलते हैं।
फिर वो सब लोग चले गए, नशे की वजह से मुझे पता ही नहीं चला कि कब मैं सो गया।
पर कुछ समय बाद मुझे मेरे लंड पर कुछ गीलापन महसूस हुआ। मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि विजय मेरा लंड चूस रहा है।
पर नशे में होने की वजह से मैं कोई विरोध भी नहीं कर सकता था।
अब वो मस्ती में मेरे लंड को मुँह में ले कर लॉलीपॉप की तरह चूस रहा था, और वो मुँह से तरह तरह की आवाजें निकाल रहा था।
पर मैं भी आखिर कब तक बर्दाश्त करता, क्योंकि मैं भी एक जवान लड़का हूं।
मेरी जवानी जाग गयी थी, और अब मैं निंद से भी जग गया था।
मैं- ये क्या कर रहे हो यार?
विजय – सर मैं आपसे अपनी Gand ki Chudai चाहता हूँ, प्लीज़ आज मुझे मना मत कीजिये।
अब मुझे भी अच्छा लग रहा था, हमने कभी सोचा नहीं था कि मैं एक लड़का हो कर एक लड़के के साथ सेक्स करूंगा।
अब वो मेरे गालों पर चुंबन करने लग गया, फिर वो मेरी गर्दन से ले कर मेरे शुद्ध जिस्म पर चुंबन करने लग गया।
उसके बाद वो मेरे होठों को चूसने लग गया, पहले तो मुझे बहुत अजीब लग रहा था।
पर बाद में मुझे भी मजा आने लग गया, और मैं भी उसे किस करने लग गया।
बाद में हम फ्रेंच किस करने लग गए, वो मेरी जीभ को चूसने लग गया और मैं उसकी जीभ को चूस रहा था।
अब मैं भी पूरी तरह जोश में आ गया था, अब मैं भी उसका साथ देने लग गया था।
अब मैं एक लड़की की तरह मसलने लग गया था, वो बेकाबू होता जा रहा था।
विजय- सर, अब मुझे और मत तड़पाओ और अपना मूली जैसा लंड मेरी गांड में डाल दो।
मेरी जान की आग लगी को आज आप बुझा दो।
मेरा लंड भी अब पूरी तरह से कड़क और टाइट हो गया था, जो अब दर्द कर रहा था।
मैं- चल अब हो जा त्यार अपनी प्यास बुझाने के लिए।
मैंने अपने लंड पे थूक दिया और उसको उल्टा लेटने को कह दिया।
उसने ऐसा ही किया और फिर उसकी गांड के छेद पर मैंने अपना लंड रखा और हल्का सा धक्का मारा, पर मेरा लंड फिसल गया।
मैंने पहली बार किसी लड़के की गांड देखी थी, वो एक दम टाइट और गुलाबी रंग की थी।
जिसको देख कर मेरा क्या किसी का भी मन डोल सकता था।
लंड फिसलने की वजह से मुझे अब विश्वास हो गया था, कि इसकी गांड अभी तक कुंवारी है।
अब मैंने उसको सीधा लिया और उसकी दोनों टांगो को मैंने अपने कंधे पर रखा और अपना लंड उसकी गांड के छेद पर सेट कर दिया।
फिर मैंने एक धक्का मारा पर मेरा लंड फिर से फ़िसल गया।
पर अब मैंने थोड़ा और जोर से धक्का मारा, तो मेरे लंड का टोपा उसकी गांड के छेद में चला गया।
वो एक दम से चिल्ला उठा, मैंने उसे कस कर पकड़ा हुआ था।
क्योंकि वो दर्द की वजह से ऊपर हो रहा था, पर मैंने उसे होने नहीं दिया। अब वो दर्द की वजह से रोने लग गया।
विजय- आहह आह मैं मर जाऊंगा, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।
पर मैं चुदाई में माहिर था, इसलिए मुझे उसके दर्द की कोई फ़िकर नहीं थी।
मैं – जानू थोड़ा सा सेहन कर लो, उसके बाद सिर्फ और सिर्फ मजा ही मजा है।
मैं 5 मिनट तक उसे ऊपर लेटा रहा, और जब वो नॉर्मल हो गया तो मैंने एक कसस कर ढका मारा।
जिसका मेरा पूरा लंड उसके अंदर चला गया, अब वो और जोर जोर से रोने लग गया।
पर मैं उसकी इस हालत में भी उसे किस कर रहा था, फिर धीरे धीरे वो शांत होने लग गया।
शायद अब उसका दर्द कम होने लग गया, फिर मैंने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया।
अब वो भी मजे ले रहा था, और अब वो बहुत जोर जोर से आहें भर रहा था।
विजय- आह आह आह सर और जोर से आज आप मेरी गांड का भोसड़ा बना दो।
अब मैं और जल्दी-जल्दी धक्के मारने लग गया, अब वो भी अपनी गांड उठा-उठा कर मेरा साथ दे रहा था।
काफ़ी देर तक गांड मरने के बाद मेरे लंड का सारा पानी उसकी गांड में निकल गया।
मैं काफी देर तक उसके ऊपर निधाल हो कर लेता रहा, हम दोनो काफी देर तक ऐसे ही लेते रहे।
जब मैं सुबह उठा तो मैंने देखा कि पूरी बेडशीट खून से भरी हुई थी।
मुझे समझने में देर नहीं लगी कि ये खून विजय की काँवरी गांड का है।
मैंने उसको उठाया और बेडशीट को बदल दिया, फिर हम दोनों नहा धोकर नाश्ता करने चले गए।
उस समय विजय से ठीक से चला तक नहीं जा रहा था, मैंने मेडिकल स्टोर से दर्द निवारक ला कर दी।
दोस्तो उस दिन मैंने अपनी लाइफ की पहली Gand Chudai की थी, मुझे कसम से बहुत मजा आया था।
उतना मजा मुझे आज तक किसी लड़की को चोद नहीं आया था।
फिर क्या था उसके साथ मैंने पूरा एक साल मजा किया, और अब मैंनोएडा आ गया हूं।
इसलिए अब उसका और मेरा साथ छूट गया है, पर अभी भी मुझे उसकी और उसकी गांड की याद आती है।
दोस्तो आपको मेरी ये Hindi Gay Sex Story कैसी लगी, प्लीज मुझे जरूर बताना।