दोस्तों मेरा नाम गुड़िया है और मैं आज आपको अपनी सच्ची कहानी बताती हूँ की कैसे खेत में बॉयफ्रेंड से चुदाई की और खेत में मेरे चूत का पानी निकाला और मुझे बहुत चोदा। मैं दिल्ली के नजफगढ़ के एक छोटे से गाओ में रहती हूँ। हमारे गाँव में हर साल मेला लगता है और सरे गाँव वाले उसे मिल के बहुत उसत्साह के साथ मनाते है, मेला इस साल भी लगने वाला था और हम सब खूब खूब धूम धड़ाका करने वाले थे।
मैं बहुत खुश थी क्योंकि उन्हें नाटक देखना अच्छा लगता था और मेले में जब भी कोई नाटक होता था तो वह उन्हें देखने जरूर जाती थी। मेला शुरू होने में 5 दिन बाकी हैं, लेकिन 5 दिन कैसे बीत गए पता ही नहीं चला।अगले दिन मैं अपनी सहेली सीमा के साथ मेले में गयी और उस दिन नाटक देखने के लिए काफी भीड़ थी।
सीमा मुझसे कहने लगी कि आज बहुत अच्छा नाटक होने वाला है। हम दोनों ने नाटक का खूब मजा लिया और पता ही नहीं चला के कब 2 घंटे बीत चुके थे। हमने खूब तालिया बजाई।
अब हम घर जाने लगे सीमा अपने घर की निकल पड़ी और मैं अपने घर की तरह रस्ते में मुझे नाटक करने वाले ग्रुप के एक लड़के से टकरा गयी।
मैंने कहा: ओह भाई दिखता नहीं क्या?
उसने बोला: सॉरी गलती हो गयी मेरा ध्यान कही और था मुझे माफ़ कर दीजिए।
तभी मैं उसे पहन गयी और बोली तुम तो वही हो न जो अभी नाटक कर रहे थे।
उसने हा कहा: और जाने लगा। फिर मैंने पूछा तुम दिल्ली से ए हो न?
उसने हा कहा और बोला और कहा हम सब वही रहते है।
मैंने उसका नाम पूछा? – उसके अपना नाम राजू बताया। और हमने काफी बात की, उससे बात करके मुझे अच्छा लगा।राजू एक खूबसूरत नौजवान लड़का था और लगभग मेरी उम्र का भी, वो मुझे देख के शर्मा रहा था और मुझे पसंद करने लगा था।
राजू और मैं रोज मिलने लगे मुझे भी राजू पसंद आने लगा था लेकिन मैं कह न सकी और उसके कहने का इंतजार करने लगी और हम रोज मिलने लगे।अब हम एक दूसरे के बहुत करीब आ गए थे और एक दूसरे को चाहने लगे थे।
एक दिन राजू ने हिम्मत जुटा कर अपनी दिल की बात कह दी के वो मुझे कितना चाहता हैं, मैं चौंक गयी एकदम से, फिर उसने मुझे गले लगा लिया, मुझे बहुत अच्छा लग रहा थाऔर मैं भी उसे गले लगा के उसे चूमने लगी और अपने दिल की बात बता दी की मैं भी उसे बहुत चाहती हूँ।
राजू मुझे जोर जोर से चूमने लगा और मेरे होठो को काटने लगा मुझे बहुत मजा आने लगा और मैं भी उसका खूब साथ देने लगी और हम दोनों एकदम गर्म हो गए थे और अब हम एक दूसरे से ऐसे चिपक गए जैसे की ठण्ड के मौसम में कोई रजाई से लिपट जाता है, फिर हमने पास के खेत में जाकर एक दूसरे को खूब किस किया।
किस करते करते मेरी चूत एकदम गीली हो गयी थी और बहुत गर्म होने के कारन मेरे मुँह से सिसकारियां आने लगी थी मन में सोचने लगी की आज तो खेत में बॉयफ्रेंड से चुदाई के मजे आने वाले है, और राजू में धीरे से मेरे बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया मैं तो जैसे पागल होने लगा वो मेरे बूब्स को हल्के हाथो दबा दबा के उन्हें सहलाने लगा।
थोड़ी देर बाद उसने धीरे से अपना एक हाथ मेरी सलवार में डाल दिया और चूत को सहलाने लगा मैं तड़पने लगी क्युकी ये पहली बार अनुभव हो रहा था मुझे बहुत मजा नए लगा था और मैं उसे जोर से किस करने लगी।
फिर उसमे मेरी चूत के अंदर अपनी एक अंगुली डाल दिया और अब मैं और ज्यादा गर्म हो चुकी थी वो धीरे धीरे मेरी छूट में अपनी उंगलिओ से अंदर बाहर करने लगा मुझे बहुत अच्छे सुख का अहसास हुआ।
अब हमने एक दूसरे के पुरे कपडे उतर दिए और एकदम नंगे हो गए मुझे शर्म आ रही थी, उसका लंड एकदम टाइट हो के सख्त हो चूका था वो लगभग 7″ का होगा मुझे डर लगने लगा। लेकिन राजू मेरे चुचो को मसल कर उन्हें पीने लगा और एक हाथ से मेरी चूत में ऊँगली करने लगा।
फिर उसने मेरे बालो को पकड़ के मेरा मुँह अपने लंड के पास ले गया और मेरे मुँह में घुसा के मेरा मुँह चोदने लगा मुझे अच्छा लग रहा था ओर मैं भी मजे से उसे चूस रही थी।
थोड़ी देर बाद उसने मेरी टांग को फैलाया और मेरी चूत को चाटने लगा और अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया अब दोनों एक दूसरे को पूरा मजा दे रहे थे, कुछ ही समय में मेरी चूत का पानी झाड़ गया और राजू के मुँह में जाने लगा।
राजू भी उसे बड़े मजे से पीने लगा और अपना लंड निकाल के मेरी चूत के मुँह पे ला के रख दिया। मुझे थोड़ा डर लग रहा था क्युकी ये मेरे साथ पहली बार हो रहा था और उसका लंड भी बहुत मोटा और लम्बा था, किसी को भी देख के एक बार जरूर डर लग जाता।
अब उसने मेरी चूत पे धुक के गिला किया और अपने लंड को धीरे धीरे धक्का देने लगा, उसका लंड मोटा होने के कारन मेरी चूत में घुस नहीं पा रहा था। फिर उसने एक जोरदार धक्का दिया और उसके लंड का ऊपर का भाग मेरी चूत में जा समाया।
मेरी जोर से चीख निकल गयी अहह अह्ह्ह बस करो मुझे छोड़ दो मैंने बोला, तो उसने अपने होठो से मेरे होठो को चूमने लगा। मुझे बहुत दर्द हो रहा था और मेरी चूत से खून भी निकलने लगा।
वो कुछ देर ऐसे ही रहा और मुझे किस करते करते मेरे बूब्स को दबाता रहा, जब मुझे थोड़ा आराम हुआ तो उसने धीरे धीरे अपने लंड को और अंदर घुसाने की कोशिस करने लगा और धीरे धीरे धक्का देने लगा। अब उसका लंड मेरी चूत में आधा घुस चूका था और मेरा दर्द भी काम हो गया था।
तभी अचानक उसने एक और जोरदार धक्का दिया और अपना पूरा लोडा मेरा चूत में बाड़(घुसा) दिया, मेरी चीखे अह्हह्ह्ह्ह करके निकलने लगी और मैं उसे हटाने लगी लेकिन उसने मुझे जोर से पकड़ रखा था मुझसे बरदास नहीं हो रहा था।
मैं उससे मिन्नतें मांगने लगी की मुझे बहुत तकलीफ हो रही है लेकिन वो नहीं माना, मेरी दर्द से हालत ख़राब हो रही थी और मेरी चूत से काफी खून निकल रहा था।
तभी उसने बोला मेरी जान ऐसा सबके साथ होता है जब हम पहली बार सेक्स करते है तो घबराओ मत, यह कहकर वो मुझे किस करने लगा और मेरे बूब्स को चूसने लगा साथ ही धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा।
अब मुझे मजा आने लगा था और मैं भी उसके साथ देने लगी मैं भी अपनी गांड ऊपर करके उसे निचे से धक्का देने लगी ताकि उसका पूरा लंड मेरी चूत में समा जाय और मुझे और मजा आये।
अब मैं मीठी मीठी सिसकिया लेने लगी अह्ह्ह ओह्ह्ह हाययय और जोर से और जोर से मैं उससे बोलने लगी अह्ह्ह मेरे राजा और जोर से अह्ह्ह ओह्ह्ह बहुत मजा आ रहा है।
लगभग 15 मिनट की चुदाई के बाद मैं झाड़ गयी और मेरी चूत का पानी राजू के लंड से टपकने लगा। फिर राजू जोर जोर से धक्के देने लगा क्युकी वो भी झड़ने वाला था।
उसने तुरंत अपना लंड मेरी चूत से निकला और मेरे मुँह में डाल के अपना सारा रस मेरे मुँह में छोड़ दिया। मैंने उसके लंड का पूरा रस पीकर उसके लंड को चाट चाट के साफ कर दिया।
राजू मैं एक दूसरे के ऊपर ऐसे ही थोड़ी देर लेटे रहे और प्यार भरी बाते करते रहे, उस बीच एक बार फिर राजू का लोडा फड़फड़ाने लगा और जोर जोर उफान मारने लगा, मैं समझ गयी राजू दुबारा मुझे चोदना चाहता है। और मेरा भी बहुत मन हो रहा था दुबारा से राजू का लंड लेने को।
मैंने उसका लंड तुरंत पकड़ के सहलाने लगी और उसका लंड फिर से तन गया। हमने फिर एक दूसरे को किस करके गर्म किया अब हम फिर से सेक्स के लिए तैयार थे उसने अपना लंड एक बार फिर मेरी चूत पे रखा और मुझे चोदना शुरू किया मैंने भी उसका खूब साथ दिया और निचे से धक्का देने लगी इस बार पहली बार से ज्यादा मजा आ रहा था और उतना दर्द भी नहीं हो रहा था बस मजे ही मजे आ रहे थे।
कुछ देर बाद मैं झाड़ गयी और राजू मुझे चोदता रहा ऐसा लग रहा था इस बार वो और ज्यादा मुझे चोदेगा। फिर कुछ समय बाद राजू बोला यार चूत बहुत हो गयी अब तुम झुक जाओ और अपनी गांड में मेरा लंड लो।
मैंने मना कर दिया, लेकिन वो नहीं माना उसने मेरी गांड मारने का मन बना लिया था। उसके बार बार बोलने पर मैं राजी हो गई और अपनी गांड को राजू के हवाले कर दिया।
राजू ने मेरी चूत से अपना गिला लंड निकाला और मेरी गांड में घुसाने लगा लेकिन इतना मोटा लंड होने की वजह से वो मेरी गांड में घुस नहीं पा रहा था।
तो उसने मेरी चूत का पानी मेरी गांड पे लगा के उसे चिकना कर दिया और धीरे धीरे अपना लंड घुसाने लगा अब उसक लंड मेरी गांड में घुसना शुरू किया।
मुझे बहुत दर्द होने लगा ये दर्द तो चूत के दर्द से भी बहुत ज्यादा था। मैंने अपनी गांड हटाने की कोशिस की लेकिन उसने जोर से पकड़ रखा था और मुझे हिलने का भी मौका नहीं दे रहा था।
अब उसने थोड़ा जोर का धक्का मारा और अपना आधा लंड मेरी गांड में घुसा दिया, मैं तड़पने लगी अह्ह्ह हैय्यय नहहीइ की आवाज आने लगी, की जैसे मेरी गांड में क्या घुस गया, मेरी गांड अब फट चुकी थी और मुझे बहुत दर्द हो रहा था।
मेरी दर्द के कारन माआआअ मर गयी आहहह बस्स्स अब नहीं, तो राजू ने अपना धक्का बंद करके थोड़ी देर रुक गया और मेरे संत होने का इंतजार करने लगा।
जब मुझे आराम हुआ तो उसने एक और जोर का झटका दिया और अपना पूरा लंड मेरी गांड में घुसा दिया मेरी चीखा निकने लगी अह्ह्ह ओह्ह्ह ब्स्सस्स्स रहने दो मेरी गांड छोड़ दो मुझे बहुत दर्द हो रहा है अह्ह्ह ओह्ह्ह लेकिन राजू मेरी गांड से चिपका रहा और धीरे धीरे अपना कार्यक्रम चालू रखा।
जब थोड़ी देर बाद मेरा दर्द ख़तम हुआ तो राजू ने अपना धक्का तेज कर दिया और मुझे भी बहुत मजा आ रहा था। राजू मेरी गांड को बहुत बेरहमी से चोद रहा था।
उसे बहुत मजा आ रहा था क्योकी जब भी वो धक्का देखा तो मेरे गोल गोल गदराई गांड से टकराता और गद-गद की आवाज आती, अब राजू का झड़ने वाला था और उसने अपने झटको की रफ़्तार बढ़ाई और मेरी गांड में अपने लंड का पानी छोड़ दिया। और मेरे ऊपर थोड़ी देर लेट गया।
थोड़ी देर आराम करने के बाद हम अपने कपडे पहनने लगे, मेरी चूत से अभी तक पानी गिर रहा था और काफी गीली हो चुकी थी। हम घर जाने लगे और जाने से पहले एक बार फिर गले लग के एक दूसरे को किस किया और अपने अपने घर चले गए।