November 21, 2024
करीबी दोस्त ने घर में अकेला देख कर मेरी गांड की चुदाई घोड़ी बना कर की

नमस्कार मेरे प्यारे पाठको, मैं साक्षी आपके लिए एक सेक्सी गे की कहानी लेकर आयी हूँ, ये कहानी सिराज की है, और आगे की कहानी अब सिराज को जुबानी है, जिसमे मेरे Karibi Dost Ne Gand Maari थी।

मैंने दिल्ली में कई बार सेक्स किया था, मैं 18 साल की उम्र में अपनी कॉलोनी की लड़कियों के साथ और ज्यादा करके मेरे 3 दोस्तों के साथ किया था।

हम छोटे थे पर आपस में सेक्स करते थे कभी कभी सब एक साथ मिलके चुदाई का मजा (Chudai Ka Maja) लेते थे।

मेरा एक दोस्त जिसका नाम मिन्टू था वो मेरा करीबी दोस्त है। वो हमेशा मुझे कस के पकड़ता और मेरी गांड चोदने की ख्वाहिश जताता।

मैं हमेशा उसे मना करता था, मिन्टू को जैसे ही मोका मिलता वो मुझे दर्दबोचके चूमने लगता पर उसने कभी गांड की चुदाई (Gand Ki Chudai) की बात मिस नहीं की।

मुझे भी अब मिन्टू के लंड से चुदवाने का दिल करने लगा, पर फिर भी मैं उसे मना करता, जितना मना करता वो उतना मुझे उतेजित करता जाता जो मुझे बहुत पसंद था।

मिन्टू का लंड मोटा 6″ का था, वो 21 साल का था मेरे लिए बहुत बड़ा था, एक दिन में कॉलेज नहीं गया और मिन्टू को पता चला, उन दिनों मम्मी नानी के घर गई थी।

10 बजते ही मिन्टू मेरे घर के दरवाजे पर था, उसे देख के मैं खुश हुआ पर डर भी गया था, जैसे ही मैंने दरवाजा पूरा खोला मिन्टू सीधे मुझे चूमने लगा वही दरवाजे पर ही।

अपने हाथों से ही बिना रुके दरवाजा बंद कर लिया, मैं बहुत गर्म हूं हो चुका था, और उसका साथ दे रहा था, पर मुझे डर भी लग रहा था कि आज मिन्टू मेरी गांड की चुदाई के बिना नहीं रहेगा।

मैं भी तैयार था, मिन्टू मुझे चुमते ही मेरे बेडरूम में ले गया और मुझे बेड पर फेंक दिया, मुझे पेट के बल लेटा दिया और मेरे ऊपर आ गया, तुरंत मेरी टी-शर्ट निकली और अपनी भी।

फिर मेरी ट्रैक पैंट निकल के फेंक दी, और मेरी मोटी गांड (Moti Gand) को ऊपर से चूमने लगा, मेरी कमर, पीठ और फिर गर्दन पर किस करने और काटने लगा जिसका पता चल नहीं रहा था मैं इतना मदहोश हो चुका था।

अब मिन्टू में मेरी गांड को हाथो से दबाके चेक करने लगा, उसके ऐसे बेफिकर बारतव पर मुझसे अब उसे अपनी गांड देने का फेसला खुदी बन गया और अब मैं पेट के बल लेटा पल्टी मार रहा था और उसे रोक भी नहीं रहा था।

ये देख मिन्टू और खुश हुआ और आखिरकार मुझे चूमने लगा, अब मैं उसका 6″ का लंड हाथ में लेके सहला रहा था।

उसका लंड इतना उत्तेजित दिख रहा था कि मेरा मन कर रहा था उसे अपने मुँह में लू जबकी मैंने कभी लंड मुँह में नहीं लिया था।

पर अभी मैं हिचकिचा रहा था, मिन्टू ने जैसे मुझे पढ़ लिया, मेरा सर लंड की तरफ झुकाया और मेरे होठो को अपने लंड से चिपकने लगा।

मानो अब मैं काबू नहीं कर पा रहा था और मैंने अपना मुँह खोल कर लंड को मुँह में ले लिया और लंड चुसाई (Land Chusai) करनी शुरू कर दी। थोड़ा अजीब लग रहा था पर लंड को चूसते हुए सारा वक्त मजा आ रहा था।

मैं अब मिन्टू का लंड अच्छा से चूसने लगा, मिन्टू अह्ह्ह्ह इस्स्स्स्स्ह्ह्ह्ह्ह्ह की सिस्किया लिए जा रहा था।

मिन्टू मुझे बता रहा था कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, इतना अच्छा पहले किसी ने नहीं चुसा, उसके शकल पर खुशी और सेक्स दोनों उसे पागल कर रहे थे।

पुरे 10 मिनट लंड बड़े प्यार से चूसने के बाद मैंने उससे पूछा कैसा लग रहा है, तो वो वापस मुझे चूमने लगा मेरी गर्दन को काटने लगा।

जेंटलमैन की तरह मिन्टू ने मुझसे पूछा कि पीछे लोगे, आहिस्ता करुंगा तो मैं मना नहीं कर पाया, तुरंत मिन्टू उठके बाथरूम में गया और बादाम तेल की बोतल ले आया।

मेरी धड़कन बहुत तेज हो चुकी थी और मेरे पैर कांप रहे थे, आते ही मुझे लगा मिन्टू मुझे किस करेगा लेकिन उसने मेरी गांड को अपनी तरफ एडजस्ट कर ली और मुझे घोड़ी बनाया।

अब तेल लेके मेरी गांड की छेद को लगया और अपनी उंगली मेरी छेद के ऊपर घुमाने लगा तब तो मुझे मजा आया पर जैसे ही उसने उंगली को घुसाया वो मेरे अंदर आधी चली गई।

मुझे बहुत दर्द हुआ उसकी ऊँगली मेरी गांड में सीधे और तेजी से घुस गयी और मैं आह्ह्हह्ह्ह्ह चिल्लाते बेड पर गिर गया।

मुझे साँस लेने में बहुत दिक्कत हो रही थी, तब तक मिन्टू मुझे सहला रहा था, मैं अब गांड मरवाना नहीं चाह रहा था, मैंने सोचा था कि ये मेरे लिए नहीं है ना मैं चुदवा पाऊंगा किसी से भी।

1 मिनट बाद फिर मिन्टू ने अपने लंड पर तेल लगाया और बोला प्लीज बदन ढीला छोड़ो और प्लीज अंदर जाने दो, शुरू में बहुत दर्द होगा फिर बहुत मजा आएगा तुझे।

मैंने मना किया, तो मुझसे प्लीज कहके बहुत मनाने लगा, बार बार पहले दर्द होगा फिर बहुत मजा आएगा यही कहता रहा।

मैंने अपने आप को संभाल के फिर से घोड़ी बन गया। अबकी बार मिन्टू ने मेरे पेट के नीचे दो तकिये रखा, एक से मेरे मुंह को बंद कर देता है।

अब उसका लंड मेरी गांड के छेद से मस्ती कर रहा था जिसके चलते मुझे बहुत अच्छा लग रहा था लेकिन अभी भी दर्द हो रहा था, अब मिन्टू जोर लगा रहा था, पर लंड बार बार बाहर फिसल रहा था।

वापस तेल लगाया और अब उसने पूरे बदन की ताकत से झटका मारा और मिन्टू के लंड का टोपा मेरी गांड में चला गया।

मैं बुरी तरह से चिल्लाया, मैं बिल्कुल हिल नहीं पा रहा था, मेरे आंखों के सामने अंधेरा था, मिन्टू मेरे ऊपर ही रुक गया।

मेरे पीठ को चूमते मेरे सर को चूमने लगा और पूरी ताकत लगाके लंड अंदर घुसा दिया और लंड फिर से बाहर आ गया।

मेरे आँखों के सामने अब बहुत अँधेरा था। मुझसे बिना कुछ कहे 5-6 सेकंड के लिए उसने लंड को बाहर निकला, और अपने रूमाल से मेरी गांड और अपना लंड पोछने लगा।

होश आते ही मैंने मिन्टू को रोका और गिड़गिड़ाने लगा के वो ना करे आगे तो मिन्टू उसपर बोला, अब तो हो गया अब एकदम आराम से जाएगा लंड अंदर।

अब तेरी मोटी गांड पानी भी छोड़ेगी, और तुरंत मेरे पेट के निचे से तकिया निकाला और मुझे अपनी कमर निचे और गांड को ऊपर करने को कहा।

मैंने किया, उसने मेरी कमर पर प्रेशर डाला और नीचे किया और गांड को ऊपर रखने को कहा, मुझे एकदम पोर्न फिल्म की लड़की की तरह चोदने लगा।

मिन्टू अब मेरे लिए सब कुछ था उसे जो जैसा चाहिए मैं करता, अपने लंड पर तेल लगा के वापस लंड मेरी गांड में घुसाया और मेरा लंड पकड़ के सहलाने लगा।

मिन्टू का लंड मेरी गांड में चला गया, जाते ही मैंने उसे रोका और 30-40 सेकंड बाद फिर मैंने फिर से शुरू होने का इशारा किया किया.

अब मिन्टू ने और आराम से लंड को दबाया तो मैंने दर्द के मारे पूछा कि पूरा जा चुका था नहीं? तो उसपर वो बोला कि अभी आधा हो गया है, और एक झटके के साथ अपना पूरा लंड मेरी गांड में पेल दिया, अबकी बार दर्द हुआ पर इतना नहीं।

फिर दो धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और मुझे भी दर्द होने लगा, मेरी अब जान जाएगी ऐसा लगा शायद मैं मर जाऊंगा।

अब चुदते पर मुझसे मिन्टू के लंड की दासी बनने की अजीब इच्छा जगी थी मुझे उस वक्त, मिन्टू बिना रुके मुझे चोदता रहा और 2 मिनट बाद जोर से धक्के मारता रहा।

उसका वक्त मुझे पता नहीं पर मुझे बोलने लगा के चोदो मुझे जोर से बेरहमी से चोद डाल, फाड़ डाल मेरी गांड सिर्फ तुम्हारी है।

मिन्टू धक्के बहुत तेज मार रहा था और अचानक स्पीड हल्की की, मेरे अंदर गरम लावा मानो टकराया क्यूकी मिन्टू मेरे गांड मैं ही झड़ गया।

मिन्टू उतरकर मुझे थैंक्यू कहने लगा और हम बिस्तर पर ही लेते रहे, मैं कुछ नहीं कह रहा था उससे।

तभी मेरी नज़र लाल खुनसे लथपथ सफेद रुमाल पर गई जो टेबल पर थी, और तब मुझे समझ आ गया कि ये मेरा खून ही था जो मिन्टू ने रुमाल से किया मुझे पता नहीं चला था।

मिन्टू तब बोला इस रुमाल के बारे में ना सोचू, ये तुम्हारी पहली चुदाई (Pahli Chudai) की निशानी में हमेशा अपने साथ रखूंगा कहकर मुझे किस करने लगा।

फिर हमने ऐसे ही एक बार और चुदाई का मजा लिया और उसने फिर से मेरी गांड 15 मिनट तक मारी।

फिर हमने अपने कपडे पहने और थोड़ी देर टीवी देखा उसके बाद वो अपने घर चला गया और मैं भी सो गया।

दोस्तों ये थी मेरी पहली गांड चुदाई की कहानी (Gand Chudai Ki Kahani) थी जो मेरे करीबी दोस्त ने चोदी। आपको कैसी लगी मेरी हिंदी गे सेक्स कहानी मुझे कमेंट में जरूर बताये। धन्यवाद।

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