दोस्तों, मैं मयंक हूं और दिल्ली बाराखम्बा रोड रहता हूं।
आज में आपको अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई की कहानी बताता हूँ। यह धोखा देने वाली मेरी GF की सेक्स कहानी कुछ समय पहले की है, जब मैंने हाल ही में एक कार्यक्रम में भाग लिया था।
उसी दौरान फेसबुक पर नेहा नाम की एक युवती से मेरी दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे साथी के लिए जुनून का एहसास हुआ और हम एक रिश्ते में आ गए।
इस तरह एक साल बीत गया और हम भविष्य में कभी नहीं मिले।
उसके बाद वह पढ़ाई के लिए चेन्नई चली गई और उसके बाद मैं भी एक बार उससे मिलने चेन्नई चला गया।
हम कई बार एक-दूसरे से खुलकर बात करते थे और हमारे बीच काफी प्यार था।
जब मैं उससे मिलने चेन्नई गया तो होटल में ही रहा और मिलने के लिए बुलाया।
फिर भी, वह होटल में नहीं मिलती थी, यह कहते हुए कि शादी के बाद चुदाई करेगी।
मुझे उसकी बात सुनकर बहुत बुरा लग रहा था, लेकिन साथ ही मैं समझ गया कि शायद उसका मुझसे सच्चा प्यार है।
मैंने चर्चा समाप्त की और उससे मिलने के बाद लौटा।
खैर… सब कुछ ऐसे ही चलता रहा और मैं रोज उससे मिलने जाता था।
चेन्नई घूमते-घूमते हम प्यार की बातें किया करते थे… लेकिन कभी साथ में आराम नहीं किया।
फिर एक दिन मुझे पता चला कि उनके सबसे करीबी दोस्त जो चेन्नई में रहते हैं, उससे भी मिलती हैं।
पूछने पर पता चला कि वह उससे उन्हीं जगहों पर मिलती थी, जहां वह मुझसे मिलती थी।
मुझे लगा जैसे वह मुझे कमजोर कर रही थी।
लेकिन मैं कुछ कहता हूं तो वो मेरी बात बदल देती है… और कहती है- तुम फालतू सवाल कर रहे हो!
इस पर हमारी कई लड़ाइयाँ होती थीं।
फिर भी, उसके पास कोई विचार नहीं है और वह उससे मिलने के लिए आगे बढ़ती है।
लेकिन मैं उससे इतना प्यार करता था कि मैंने रिश्ता तोड़ना ठीक नहीं समझा और इस तरह आगे बढ़ा।
सब कुछ यूं ही रहा।
इसके अलावा, एक बार उन्हें चयन परीक्षा में सफलता मिली और उसके बाद दिल्ली के एक स्कूल में शोध के लिए चुना गया।
इस वजह से वह दिल्ली चली आई।
मैं अपने काम में व्यस्त होने के कारण उनसे नहीं मिल सका।
हालांकि दिल्ली आने के बाद मैं उनसे मिलने दो-तीन बार गया।
जब मैं आखिरी बार उनसे दिल्ली में मिला था, तो मुझे उनका व्यवहार काफी असामान्य लगा था।
मैंने उससे पूछा, तो उसने कुछ नहीं कहा।
अब उनका मुझसे बात करना बहुत कम हो गया था।
तीन-चार महीने तक ऐसा ही चलता रहा।
हर बार जब मैंने पूछा, तो वह इस बात से सहमत होगी कि वह असाधारण रूप से शोध में लगी हुई है।
फिर, उस समय, एक बार मैंने गलती से उनका पुराना फोन देखा, जिसमें उसका इंस्टाग्राम अकाउंट पहले से साइन इन था।
उसे देखने के बाद मेरे होश उड़ गए।
मैंने देखा कि वह इनबॉक्स में अपने सीनियर से रोज बात करती थी और उस चैटिंग में वे दोनों ‘आई लव यू’ की बोल रहे थे।
मैं यह देखकर दंग रह गया कि मेरी gf किसी और को ‘I love you’ लिखती है।
मैंने चैटिंग को आगे पढ़ा…फिर देखा कि जैसे वो दोनों आपस में बेहद गंदी बातें किया करते थे. जैसे लंड और चूत पर चर्चा करना।
दोनों शाम के समय यौन संबंधों के दौरों में शामिल होते थे।
जबकि मुझे लगता था कि मेरा बंदी विचार कर रहा है।
वर्तमान में साधारण मैं उनकी यात्राओं पर ध्यान देता था जो उनमें से थीं और वे सेक्स पर चर्चा करती थीं।
हालाँकि वे कभी नहीं मिले क्योंकि उनके वरिष्ठ राकेश प्रवेश स्तर की स्थिति के लिए चेन्नई गए थे।
उन दोनों की ऐसी बातें पढ़ने के बाद मुझे अजीब लगता था। अंदर से चाहत भी भरी हुई थी और जब मैंने उनके सेक्स के बारे में पता करते हुए मुठ्ठी भी मारी।
एक बार मैंने हिम्मत जुटाकर उसके और उसके के बारे में कुछ जानकारी हासिल की।
पहले तो वह इसके लिए नहीं मानी लेकिन फिर एक बार जब मैंने उसे स्क्रीन कैप्चर दिखाए… तो वह चुप हो गई।
मैंने पूछा तो उसने बताया कि वह मुझसे थक चुकी थी। इसके बाद हमारे बीच लगभग सब कुछ खत्म हो गया था।
लेकिन मैंने उसे यह भी बता दिया कि कोई बात नहीं, जो हुआ सो हुआ… अब साथ चलो।
किसी भी मामले में, वह असहमत थी।
फिर भी मैं उसे कॉल करता, मैसेज करता और उसे मनाने की कोशिश करता रहता।
हालाँकि, वह असहमत थी और राकेश के साथ बात करती रही।
सब कुछ इसी तरह चलता रहा और उसने मुझे हर जगह से ब्लॉक कर दिया।
फिलहाल कहानी थोड़ी बदलने लगी थी।
मैं रात के समय आराम नहीं कर पा रहा था और मैं लगातार उसे और उसके राकेश के बारे में सोचता रहा। मुझे ऐसा लगता है जैसे उसने मुझे कुत्ता बना दिया और उसके साथ बैठ गई।
फिर लगभग 90 दिनों के बाद, मुझे उसके फ्लैट की दोस्त रेखा का फोन आया, जिसके साथ वह पहले रहती थी।
हालांकि, इन दिनों उनका झगड़ा हुआ था, इसलिए वो अलग अलग हो गए।
रेखा ने मुझे बताया कि वह व्यक्तिगत रूप से राकेश की प्यारी थी और राकेश नेहा के साथ विवाहेतर संबंध बनाकर उसे धोखा दे रहा था।
रेखा ने यह भी बताया कि: नेहा राकेश के बेहद करीब आ गई लेकिन जब उसे नेहा और राकेश की जान पहचान हुई तो राकेश ने नेहा को छोड़ दिया।
लेकिन उसी समय नेहा ने यह नहीं माना कि वह इतनी प्यारी है…। तो कोई उसे कैसे छोड़ सकता है?
नेहा राकेश का पीछा कर रही थी और राकेश उसे दूर जाने जाने की कोशिश कर रहा था।
जब नेहा ने कटऑफ पार किया तो उसे (रेखा) को बीच-बचाव करना पड़ा और उसने मुझसे यह बात कही। चूंकि रेखा को पता चल गया है कि मेरे और नेहा के बेहद पुराने नाजायज रिश्ते थे।
उसकी फ्लैट वाली दोस्त रेखा ने मुझे यह भी बताया था कि नेहा अक्सर राकेश के कमरे में आती है…और कई रातें भी उसके कमरे में रही है.
यहाँ अब भी मेरी नेहा से चर्चा होती थी। लेकिन उसने मुझे कभी नहीं बताया कि उसके और राकेश के बीच क्या हुआ था।
अगर रेखा ने मुझे यह बात न बताई होती तो शायद मुझे कभी पता नहीं चलता।
जब मुझे उसके राकेश के साथ सेक्स के बारे में पता चला तो उसने शुरू से ही मना कर दिया… लेकिन बाद में माना कि वह राकेश के कमरे में चुदी थी।
साथियों, उस शाम मुझे चैन नहीं आया और मेरे मन में विचार और भाव आने लगे।
मुझे लगता था कि जब हम सो रहे थे तो मेरी धोखेबाज़ जान ने क्या किया होगा… कैसे उनके बीच चुदाई हुई होगी।
अब मैं अक्सर बिस्तर पर उन दोनों को एक साथ देखता था, जिसके कारण मेरा लिंग काला हो गया था और मुझे मुट्ठी मारनी पड़ती थी ।
पता नहीं क्यों मेरी गर्लफ्रेंड को चोदने का यह सपना मुझे अविश्वसनीय आनंद देता था।
नेहा को राकेश का लंड चूसते देख, राकेश के लंड को उसकी चूत में जाते हुए सोच कर मेरे लंड में तरह-तरह की तरंगें उठनी शुरू हो जातीं और मैं बहुत जोश में आ जाता और सहम जाता।
मैं अब भी नेहा पर लगा हुआ था ज़रूर… लेकिन जब वो दोनों मेरे दिमाग में आते थे… तो मेरा लिंग सीधा खड़ा हो जाता था और उसकी चीखों को देखकर मैं काँप उठता था।
इस बात को एक साल हो गया था। इसी बीच एक दिन जब मैंने नेहा से बात की तो वह रोने लगी।
मैंने उससे कहा- मैं असल में भी तुमसे उतना ही प्यार करता हूं…रो मत। मैं कल ही चेन्नई आ रहा हूं।
कुछ बोली नहीं। उसने हाल ही में कहा था कि मैं तुम्हारे रूप के लिए तंग रहूंगी। मैं दिन के पहले भाग में चेन्नई के लिए निकल गया।
सुबह दस बजे चेन्नई पहुंचे। मैंने पहले वहाँ एक आवास आरक्षित किया था, इसलिए होटल में सफाई करने गया और नेहा को चेन्नई में अपनी उपस्थिति के बारे में बताया। आज वो मुझसे मिलने को बेताब थी।
एक घंटे बाद उनका फोन आया और उन्होंने कहा कि मैं होटल में हूं। आप किस कमरे को कहेंगे कि आप तैयार हैं?
जब मैंने उसे बताया, तो वह कुछ देर बाद मेरे कमरे से निकली। मैंने अपना प्रवेश द्वार उसके लिए खुला रखा।
जब वह अंदर आई, तो मैंने देखा कि हर तरफ कड़वाहट और मैत्रीपूर्ण भावना का असामान्य व्यवहार था।
उसे देखकर मैंने अपनी बाँहें फैला दीं और नेहा कटे हुए पेड़ की तरह मेरी बाँहों में समा गई। मुझे यह भी लगा कि मुझे अपना खोया हुआ प्रेमी फिर से मिल गया है।
वह मेरे सीने से चिपक कर रोने लगी और बार-बार मुझसे ‘सॉरी’ कह रही थी।
मैंने उससे कहा- नेहा आई लव यू… मैं असल में तुमसे उतना ही प्यार करता हूं जितना पहले करता था।
तो वह फूट-फूट कर रोने लगी।
मैंने उसे मना किया और दरवाजा बंद कर दिया और उसे बिस्तर पर बैठा दिया। वह इस समय मेरी आंखों की जांच कर रही थी। मैं उसे देखकर मुस्कुराया और वह भी मुस्कुराई।
जब मैंने उसे अपने करीब आने के लिए इशारा किया तो वह मेरी गोद में आ गई। हम दोनों इंटरकोर्स करने लगे।
मैंने उससे पूछा- क्या तुम मुझसे शादी करोगी?वो खिलखिला कर बोली- तुम मेरी एक-एक बात जानते हो… फिर भी?
मैंने कहा- नेहा तुम मेरी मुहब्बत हो और मैं तुमसे सच्चा प्यार करता हूं… करता हूं… करता रहूंगा. हम दोनों ने एक दूसरे से अपनी शिकायतें दूर कीं और इसी में एक घंटा बीत गया।
उसने कहा- मैं बहुत उत्सुक हूं। मैं समझ नहीं पा रहा था कि यह कैसी लालसा है। मैंने उसकी आँखों में झाँक कर पूछा- क्या खाओगे?
शायद वह मेरी बात समझ गई थी, इसलिए नीचे झुकते हुए बोली- कुछ भी तुम संभालना चाहते हो। मैंने कहा- नहीं, आज कुछ भी बोलो।
वह दयनीय स्वर में बोला- डियर… मैंने पिछले कुछ दिनों से ठीक से खाना नहीं खाया है। मैंने तुम्हें धोखा दिया है
अब मैं समझ गया कि नेहा सच में खाने की भूखी है। मैंने जल्दी से होटल के खाने वाले को फोन लगाया और उनसे खाने का अनुरोध किया।
कुछ देर बाद खाना दिखा और हम दोनों खाने के लिए नीचे गिर पड़े। नेहा बोली- क्या तुम अपने हाथ से मेरा ख्याल रखना चाहोगे?
मैंने अपने हाथ से उसकी देखभाल की और उसने मेरी देखभाल की। इसके बाद वह मुझे अपनी बाहों में भर कर बैठ गई।
जब मैंने उसे किस किया तो वो भी मुझे किस करने लगी। इसके बाद सेक्स का पारा चढ़ने लगा और कब हम दोनों की पोल खुल गई, पता ही नहीं चला. नेहा ने मेरी लंड को छुआ और असाधारण रूप से अगले ही पल वह लंड की भूखी वेश्या की तरह लंड पर गिर पड़ी।
उसने मेरा लंड चूसा…तो मैं समझ गया कि शादी के बाद पंगा लूंगी और ये कहां वेश्या की तरह लंड चूस रही है।
कुछ देर बाद मेरी लंड अपने थूक से असाधारण रूप से चिकनी हो गई, तो वह मेरे ऊपर कूद पड़ी और अपनी चूत में लंड लेकर मेरे सपनों को आकार देने लगी।
दस मिनट तक अपने लंड की सवारी करने के बाद, वह उठी और मेरी छाती पर चढ़ गई। वह गिर गई थी लेकिन मैं अभी भी बचा हुआ था।
मैंने उसकी स्थिति बदली और उसके पैरों को हवा में उठा दिया और उसकी चूत में लंड घुसाते हुए चोदना शुरू कर दिया ।
मैंने नेहा की चूत में दस मिनट तक चुदाई की और उसकी चूत में पानी गिरा दिया। आज मेरी कल्पना तृप्त हो गई। मेरी बेटर हाफ नेहा मेरे लंड के नीचे ढकी हुई थी।
दोस्तों, इसके बाद मैं वापस दिल्ली आ गया। उसने कहीं और शादी कर ली है और मैं कहीं और … भले ही हम अब सेक्स नहीं करते हैं, हमारे पास वास्तव में प्यार है।