कामुकता से भरी हिंदी सेक्स स्टोरीज (Hindi Sex Stories) की दुनिया में आप का स्वागत है। मैं साक्षी आपके लिए आज एक सेक्सी कहानी लेकर आई हूँ, जिसका शीर्षक कामवाली की चूत और गांड की चुदाई की कहानी (Chut or Gand Ki Chudai) है।
इस देसी सेक्स कहानी को निखिल ने लिखी है, आगे की कहानी आप निखिल से सुन रहे है……..
मैं इंटरनेट पर रोज़ हिंदी सेक्स स्टोरीज पढ़ता हूँ, और आज मेरा खुद मन कर रहा है कि मैं भी आपको अपनी एक सच्ची घटना बताऊँ।
तो फिर चलिए अपनी देसी हिंदी सेक्स कहानी (Desi Hindi Sex Kahani) शुरू करते हैं……..
मेरा नाम निखिल है, और मैं द्वारका, दिल्ली का रहने वाला हूं। बात उस समय की है जब मैं 21 साल का था और मैं काँवरा था। मैं एक रेस्टोरेंट में रात की ड्यूटी करता था।
मैं रात को वही सोता था, वहा सुबह एक लड़की सफाई करने के लिए आती थी। अब मैं आपको उसके बारे में बताता हूं, वह लड़की बहुत ही कमाल की थी।
वेसे तो वो बहुत चालू थी साली बहुत लड़के से वो अपनी चूत गांड मरवा चुकी थी। पर वो बहुत ही सेक्सी लगती थी, उसकी हाइट 5’4” थी और उसका फिगर भी सेक्सी है लगभग 34-30-36 होगा।
उसका भरा-भरा सा जिस्म बहुत ही सेक्सी था, उसके मोटे बूब्स को देखने में मुझे काफी मजा आता था।
उसका चेहरा भी एकदम मस्त और गोलमटोल था। पर उसके जिस्म में जो सब से ज्यादा अच्छी थी तो उसकी बहार निकली हुई मोटी गांड थी।
जब वो चलती थी ना तो उसके दोनो चूतड़ आपस में ऐसे रगड़ खाते थे। अगर उसकी गांड में लंड डाल कर उस लड़की को चलाये तो लंड उसके दोनो चूतरो में फस जाए साला।
वो हमेंशा सेक्सी सी बातें करती थी, मेरे पास से जब निकलती थी तो मुझे वो टच करती हुई जाती थी।
वो सुबह 6 बजे सफाई करने आती थी, मैं वहीं पर सोता था। जब वो आती थी तो मैं अपने दोस्तों के साथ उस समय सैर करने के लिए पार्क में जा चुका होता था।
एक दिन मेरे दोस्त मुझे उठाने के लिए नहीं आया, लगता था कि सालो ने रात में जरूर मुठ मारी होगी, तभी आज उस दिन आए थे।
तो मैं भी आराम से सो रहा था, और फिर वो लड़की आई और मुझे हिला कर उठाने लग गई। मैंने सोचा कि मेरे दोस्त मुझे उठाने के लिए आये हैं।
उस दिन मेरा जाने का मूड नहीं था, तो मैंने उसका हाथ पकड़ा और एक तरफ झटका दिया तो वो सीधी मेरे ऊपर ही आ गिरी।
मुझे अपने ऊपर वजन महसूश हुआ। तो मैंने उसकी छाती पर हाथ लगा कर उसे उठाने की कोशिश की तो मेरा हाथ किसी के बूब्स पर था।
मैंने झट से आँख खोली और देखा तो वो ही लड़की मेरे ऊपर थी। मैंने उससे कुछ भी नहीं पूछा और चुपचाप का उसे अपने निचे कर लिया, और उसके होठों को मैं चुसने लग गया।
मुझे बहुत मजा आ रहा था, उस समय मेरा दिमाग सुन हो गया था। मुझे नहीं पता था कि मैं क्या कर रहा हूं, क्योंकि मैं पहली बार किसी लड़की को अपनी बाहों में लिए हुए हूं।
अब मैं चोदने ही वाला था। मुझे ऐसा लग रहा था कि मुझे जिंदगी सबसे ज्यादा मजेदार चीज मिल गई है।
मैंने उसके मुँह में अपनी जीभ घुमाने लगा लिया, वो भी मेरे मुँह में जीभ डाल कर मुझे किस कर रही थी।
मैं एक हाथ से उसके चुचो को दबाये जा रहा था। कुछ ही देर में मैं उसके ऊपर से उठा और उसकी सलवार कमीज उतार कर मैंने साइड में फेंक दी।
अब उसके जिस्म पर सिर्फ काली ब्रा और पैंटी रह गई थी, ट्यूब लाइट की रोशनी में उसका जिस्म एक दम चमक रहा था।
मैं उसके गर्दन को अपनी जीभ से चाट रहा था, और फिर मैंने उसके बूब्सों को चूमने और चाटने लग गया।
अब वो सिसक रही थी, मुझे भी अब मजा आ रहा था। मैंने उसकी ब्रा को उतार कर फेंक दिया, और मैं उसके बूब्सों को चूसने लग गया।
उस साली के बूब्स काफी बड़े और सेक्सी थे, और उसके निपल्स भी एक दम खड़े हो गये थे।
मैं उसके जिस्म के एक-एक हिसे को चुमते हुए नीचे जाने लग गया। मैं उसके चिकने पेट को चूमते हुए उसकी पैंटी को निकलने लग गया।
मैंने सोचा कि उसकी चूत भी मैं चाट लूंगा, पर मेरे मन उसकी चूत चाटने को नहीं माना।
उसने चूत की शेविंग करके उसे एक दम चिकना बना रखा था। मैंने अपने कपड़े भी उतार दिये और मैंने लंड चूसने को कह दिया।
उसने मुझे बहुत मना किया, पर मैंने उसे बाल पकड़ कर खींच दिया।
उस समय मुझे पता क्या हुआ,था, मैं सामान्य व्यवहार नहीं कर रहा था। हां तो मैं उसके बाल पकड़ कर खींचने लग गया।
फिर उसने अपना मुँह खोला तभी मैंने उसके मुँह में अपना मोटा खड़ा हुआ लंड डाल दिया।
मैं अपना लंड पूरा उसके मुँह में डाल दिया, अब उसके मुँह से गुगु गु की आवाज आ रही थी।
मुझे पता चल गया कि उसके गले में मेरा लंड फंस रहा है, इसलिए मुझे उस पर थोड़ी दया आ गई।
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया, अब धीरे धीरे मैं उसके मुँह को चोदने लग गया।
मुझे उस समय बहुत मजा आ रहा था, मेरा दिल कर रहा था कि मैं पूरी जिंदगी ऐसे ही करता रहा।
काफ़ी देर मुँह चोदने के बाद मुझे लगा, कि अब मैं उसके मुँह में झड़ने वाला हूँ।
इसलिए मैंने अपना लंड उसके मुँह से निकाल दिया। और फिर मैंने उसकी टांगे उठा कर लंड उसकी चूत में डाल दिया।
मेरा लंड एक दम से अन्दर चला गया, मेरा लंड अच्छा खासा मोटा ताज़ा है जो उसकी चूत में आराम से जा रहा था।
वो एक दम जोर जोर से चिल्ला रही थी। क्योंकि उसे दर्द हो रहा था।
मुझे गुस्सा आया और मैं बोला – साली कुत्ती आधे से ज्यादा गाँव के लंड तू खा चुकी है, और अब ऐसे चिल्ला रही है।
अब मैंने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया और मैं उस कामवाली की चूत चुदाई (Kamwali Ki Chut Chudai) करना जारी रखा, अब वो मुझसे जोर से चिपक गई थी।
उसके निपल्स एक दम कड़क हो गए थे, और वो नीचे से गांड उठा उठा कर धक्के लगा रही थी।
बेशक मेरा लंड उसकी चूत में था, और मैं उसके ऊपर था। पर मैं नहीं वो मुझे चोद रही थी, क्योंकि वो इस चुदाई में माहिर थी।
थोड़ी देर के बाद उसने मुझे जोर से जकड़ लिया, और मेरे कंधे पर अपने दांत गड़ने लग गयी।
मैं हिल भी नहीं पा रहा था, ना ही मैं अपना लंड आगे पीछे कर पा रहा था। उसने अपनी चूत को एक बार अंदर से सिकोड़ लिया और एक बार ढीला करना शुरू कर दिया।
शायद वो झड़ रही थी, फिर उसने मुझे ढीला छोड़ दिया।
अब मैंने जोर-जोर से धक्के मारने शुरू कर दिये। अब वो सिस्किया लेते हुए बोली- आअहह आह बस अब बाहर निकल दे अपना लंड हाए मैं मर गई।
मैं- साली मेरा पानी क्या तेरी मां आ कर निकलेगी।
फिर मैंने उसे जोर से धक्के देने शुरू कर दीजिए। और फिर वो बार बार लंड निकालने को कह रही थी।
मैं – अगर लंड गांड में डलवायेगी तो मैं तुझे छोड़ दूंगा।
वो मान गयी और मैंने लंड उसकी चूत से निकाल लिया। मेरे लंड पर से उसकी चूत का पानी टपक रहा था। फिर मैंने एक टेबल के सहारे उसे झुका कर खड़ा कर दिया।
मैं उसके पीछे खड़ा था और मैंने अपने हाथों से उसकी कमर को कस कर पकड़ लिया। फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड पर सेट किया और एक जोरदार धक्का मारा।
मेरा करीब आधा लंड उसकी गांड में चला गया। अब वो जोर जोर से चिल्लाने लग गई और अपने हाथों को छुड़ाने की कोशिश करने लग गई।
मैंने एक हाथ उसके मुँह पर रख कर जोर से दबा दिया।
दूसरे हाथ से मैं उसे कस कर पकड़ लिया, अब वो दर्द से छटपटा रही थी और उसकी आँखों से आंसू आ रहे थे।
शायद उसकी गांड कुंवारी थी, जिसे किसी ने अभी तक नहीं चोदा था लेकिन आज उसे मैंने फाड़ दिया था।
ये सोच कर मैं बहुत खुश हो गया, और मैंने एक जोर का धक्का मारा और अपना पूरा लंड उसकी गांड में उतार दिया। और उसकी कुंवारी गांड की पहली चुदाई करना शुरू किया।
अब मैं जोर जोर से धक्के मार रहा था। उसके निचे की टेबल मेरे धक्को से अब आवाज कर रही थी। करीब 10 मिनट के बाद मेरे लंड के पानी की पिचकारी निकली और उसकी गांड के अंदर ही छूट गई।
मैंने मुँह से हाथ हटाया और मैंने उसके दोनों बूब्सों को कस कर पकड़ लिया। अब मैंने धीरे-धीरे अपने लंड का पानी उसकी गांड में निकाल दिया। फ़िर मैं उसके ऊपर लेट गया।
करीब 5 मिनट के बाद हम लोग उठे। मैंने देखा कि मेरा लंड उसकी गांड चुदाई की वजह से गन्दा हो गया था।
मैं बाथरूम में जा कर अपने लंड को साफ किया और उसने अपनी चूत गांड को अच्छे से साफ किया।
फिर वो अपनी सफाई का काम करने लग गई, मैं अब थक चुका था। मैंने आज बहुत मेहनत की थी, और लाइफ में मैंने अपनी पहली चुदाई में ही गांड चुदाई भी कर ली थी।
मैं उसकी चूत और गांड की चुदाई के बारे में सोचता हुआ घर चला गया, उसके बाद तो मानो मेरे लंड को चूत का खजाना ही मिल गया।
अब मैं उसकी चूत की चुदाई और गांड की चुदाई हर रोज करने लगा वो भी बिना किसी परेशानी के। वो भी मेरे लंड से ख़ुशी-ख़ुशी अपनी गांड और चूत की चुदाई करवा के खुश रहती।
तो दोस्तो आपको मेरी ये चूत गांड की चुदाई की कहानी कैसी लगी। मुझे कमेंट कर के बता सकते है।
मिलते है आप सब से एक और रियल हिंदी सेक्स स्टोरी (Real Hindi Sex Story) के साथ तब तक के लिए अलविदा। xxx कहानी का मजा लेते रहे।