हेलो दोस्तो, मेरा नाम साक्षी है और मैं दिल्ली की रहने वाली हूं। मैं वापस आ गई हूं, अपनी हिंदी सेक्स स्टोरी (Hindi Sex Story) भाई ने मेरी चढ़ती जवानी की चुदाई (Chadhti Jawani Ki Chudai 2) की का अगला भाग।
दोस्तों अगर अपने अभी तक इस कहानी का पहला भाग चढ़ती जवानी की चुदाई Chadhti Jawani Ki Chudai को नहीं पढ़ा है तो पहले उसे पढ़े ताकि आपको इस xxx सेक्स कहानी का पूरा मजा मिले।
पिछले हिस्से में आपने पढ़ा था, कि एक भाई ने बहन की चूत चोदी और मेरा भाई धोखे से मुझे अपने दोस्त से चुदवाने ले गया था और वह भी पैसो के लिए।
तो जानिए इस फॅमिली सेक्स स्टोरी में उससे आगे क्या हुआ………
भाई का दोस्त: देख ज़बरदस्ती चोदू, या ख़ुशी से चुदना है?
फिर मैं ठंडी हो गई और उसकी बात मन गई। भाई के दोस्त का लंड 7-8 इंच का था, जब उसने अंदर डाला, तो मेरी हालत ख़राब हो गई।
भाई बाहर बैठा था और जब मैं बाहर निकली, तो उसने भाई को पैसे दिए और मुझे ये देख कर झटका लगा।
मैंने सोचा, कि मेरे भाई ने पैसे के लिए मुझे बेच दिया।
मैंने भाई से बात भी नहीं की और हम घर वापस आ गए।
फिर रात को भाई रूम में आया और मुझे सॉरी कहने लगा और बोला-
भाई: मुझे पैसे की बहुत जरूरत थी, इसलिए मैंने ये सब किया।
फिर भाई ने मुझे 15000 रुपये दिए और मैं भी खुश हो गई। फिर भाई ने कहा-
भाई: अगर तू बोले, तो एक आइडिया है मेरे पास।
मैं बोला: बोलो क्या आइडिया है?
फ़िर उसने कहा: अपन ऐसे ही पैसे कमा सकते हैं। मैं अगर पैसे लेके तुझे चुदवाउ तो बहुत पैसे मिलेंगे।
मैंने बोला: भाई मुझे मंजूर है, लेकिन किसी को पता चल गया और अगर हमारे घर में पता चल गया, तो पापा हमें मार डालेंगे।
फ़िर भाई ने बोला: टेंशन मत लो। मैं ऐसे बंदे ढूंढ लूंगा, जो जान पहचान वाले ना हो, और अगर हो भी, तो घर तक न पहुंचे।
मैंने कहा: ठीक है।
फिर भाई ने उस रात को मुझे खूब जम कर चोदा। फिर कुछ दिन बाद, भाई ने मुझे बोला-
भाई: कल एक प्रोग्राम है, तो हमें चलना है। 35000/- का काम आया है।
मैंने बोला: घर में क्या बोलेंगे?
भाई ने बोला: ऐसा करना, तुम बोल देना, स्कूल के बाद तुम सीधे अपने दोस्त के घर जाओगी और उधर सारे दोस्त पढ़ने बैठेंगे।
इसे माँ को शक नहीं होगा और अगर हमे देर भी हो गयी, तो माँ ज्यादा सवाल भी नहीं पूछेंगी।
फिर भाई स्कूल से मुझे लेने आया और काम वाली जगह पर ले गया।
फिर कुछ महीने ऐसा ही चलता रहा। मैने और भाई ने खूब पैसे कमाए।
मैं दिन में कही और पैसो के लिए चुदती थी और रात को भाई से चुदती थी।
जब मेरे पीरियड्स होते थे, तब हम ब्रेक ले लेते थे।
लेकिन भाई मुझे तब भी नहीं छोड़ता था और मेरी गांड में अपनी सारी गर्मी निकाल लेता था।
फिर अगले महीने मेरा पीरियड्स नहीं आया और मैंने सोचा कि होगी कोई वजह।
लेकिन मुझे ये बात नहीं पता थी, अगर पीरियड्स ना आये, तो क्या होता है।
फिर एक और महीना पीरियड्स नहीं आया और मैंने फिर से इग्नोर कर दिया।
फिर तीसरे महीने भी पीरियड्स नहीं आया और मेरा पेट थोड़ा फूलने लग गया।
जब मैंने भाई को ये बताया, कि मेरे साथ क्या हो रहा था, तो भाई ने मुझसे कहा-
भाई: तुमने मुझे पहला महीना क्यों नहीं बताया?
भाई मुझे फिर से फिल्म दिखाने के बहाने डॉक्टर के पास ले गया। डॉक्टर ने भाई से पूछा-
डॉक्टर: ये आपका कौन है?
भाई ने बोला: ये मेरी बहन है।
डॉक्टर ने बोला: इसकी शादी हो गई है?
भाई ने बोला: नहीं, अभी तो ये 19 की है और चार महीने बाद 20 की होगी।
फिर डॉक्टर ने भाई को बाहर भेजा और मुझसे पूछा-
डॉक्टर: सच-सच बताओ, तुमने किसके साथ चुदाई की है?
ये सुन कर मैं डर गई, मैंने कहा-
मैं: किसी के साथ नहीं।
डॉक्टर ने कहा: तो ये बच्चा तुम्हारे पेट में कैसे आया? जादू से? सच-सच बताओ, वरना तुम्हारे घर वालो को बुला कर बता दूंगी।
फिर मैंने डॉक्टर को बता दिया-
मैं: अपने भाई के साथ किया है।
डॉक्टर ने बोला: क्या! अपने भाई के साथ? शर्म नहीं आती? तुम्हें पता है, क्या ये कितना बड़ा गुनाह है?
फिर डॉक्टर ने भाई को अंदर बुलाया और बोला-
डॉक्टर: शर्म नहीं आती? अपनी बहन के साथ ये सब करते हुए।
फिर भाई ने कहा: डॉक्टर वो गलती से हो गया था।
मुझे दोस्त ने सेक्स मूवी दिखाई थी और मेरा दिमाग ख़राब हो गया था, और मैंने ये सब कर दिया।
फिर भाई ने कहा: वैसे हुआ क्या है इसको?
डॉक्टर ने कहा: ये माँ बनने वाली है और तुम इसको देर से लेकर आये हो।
अब तो कुछ हो भी नहीं सकता, अगर अब कुछ किया तो ये मर जाएगी।
अब बच्चा पैदा करने के अलावा कोई हल नहीं है।
फिर मेरी और भाई की हालत खराब थी, घर में क्या बोलेंगे। फिर हम घर गए और माँ को बताने का प्लान बनाने लग गए।
हम सोच रहे थे, कि घर पर कैसे बताएं।
ऐसे ही दो महीने और गुजर गए और मुझे प्रेगनेंसी के पांच महीने हो गए।
अब मेरा पेट बहुत बाहर आ रहा था। फिर माँ ने बोला-
माँ: तेरा पेट क्यों बाहर आ रहा है और तू पापा के सामने क्यों नहीं जाती और कोई ना कोई बहाना कर देती है? ये सब क्या हो रहा है?
उस दिन भाई, मैं और माँ ही घर में थे। मैंने माँ को बिठाया और बोला-
मैं: माँ, एक बार मैं और भाई टीवी देख रहे हैं।
उसपर ऐसा सीन आया और भाई और मुझसे ये सब हो गया।
माँ ने सीधा मुझे चांटा मारा और बोला-
माँ: अपने भाई के साथ? शर्म नहीं आती तुम्हें?
फिर माँ ने डंडा लिया और भाई को मारने लगी और भाई ने माँ का हाथ पकड़ लिया।
ऐसे करते-करते माँ और भाई बिस्तर पर गिर गए और भाई का मुंह माँ के बूब्स पर लग गया।
भाई को जोश चढ़ गया और भाई ने माँ का कुर्ता फाड़ दिया और बूब्स चुसने लगा।
माँ छूटने का प्रयास कर रही थी, मगर भाई से छूट नहीं पा रही थी।
फिर भाई ने माँ का नाड़ा खोल दिया और सलवार भी खींच कर उतार दिया और अपना चड्ढा भी उतार दिया।
फिर भाई ने अपना लंड सीधा किया माँ की चूत में डाल दिया। फिर माँ ठंडी पड़ गई और भाई ने माँ को 15 मिनट तक जम कर चोदा और पानी अंदर ही छोड़ दिया।
फिर माँ को हमने सब बताया और बोला, कि ये 5 महीने का बच्चा है और डॉक्टर ने बोला है, कुछ नहीं हो सकता।
माँ ने बोला: तेरे पापा को क्या जवाब दूंगी। चलो अब मैं कुछ करती हूं।
तुम लोग मुझे पहले बता देते तो ज्यादा अच्छा होता।
फिर माँ ने भाई को डांट कर बोला: अब जब तक बच्चा ना हो जाए, साक्षी के साथ कुछ मत करना।
भाई ने बोला: नहीं मैं तो करूंगा और सिर्फ गांड ही मारूंगा, वो भी आहिस्ता-आहिस्ता से।
माँ ने बोला: ठीक है। अगर तुम्हें चूत मारनी हो तो थोड़े समय के लिए अब मेरी मार लेना।
फिर जब 9वां महीना शुरू हो गया, तो मेरी माँ मुझे मौसी के घर ले गई।
मौसी के पति दुबई में रहते हैं। माँ ने मेरी मौसी को कहा-
माँ: इसने किसी लड़के के साथ ये सब करवा लिया है और अब लड़का भाग गया है।
फिर मौसी ने मुझे कहा: शर्म नहीं आती तुझे?
फिर मैं मौसी के वहा रही और फिर मुझे एक प्यारी सी लड़की हुई।
माँ घर जा कर पापा के पास चली गयी और बोली-
माँ: ये किसी ने मौसी के घर के बाहर फेंक दी थी। लोग सोच रहे थे, क्या करें।
तो मैं इसको घर ले आई और अब मैं इसको पालूंगी।
पापा खुश हो गए और उन्होंने कहा-
पापा: ये अच्छा काम है।
अब मैं और भाई बहुत खुश थे, कि हमें बेटी हुई थी। मैंने माँ को बोला-
मैं: अब मैं शादी करूंगी तो सिर्फ भाई से।
ये सुन कर माँ बोली: नहीं, तुम लोग अलग-अलग शादी करना और शादी के बाद अपनी मर्जी पूरी करना।
मैं 20 साल की उम्र में ही माँ बन गई थी। फिर भाई के पास जब भी कोई आता, तो मुझे उससे चुदवाने ले जाता।
एक दिन भाई को हार्ड सेक्स करने का दिल हुआ और भाई ने माँ को बोल दिया।
वो माँ को बोला: आप पापा को मशरूफ रखना, क्योंकि आज बहुत चीख निकालने वाली है।
फिर भाई ने मेरी जाँघों को रस्सी से बाँध दिया और मुझे उल्टा लटका दिया। अब मेरा सर और कंधे ज़मीन पर थे और मेरी पूरी बॉडी हवा में थी।
फ़िर भाई ने मेरी चूत में लंड डाला और रस्सी को ज़ोर से खींचा।
इसे मेरी हालत बुरी हो गई थी। फिर भाई ने मुझसे पूछा-
भाई: मजा आया तुम्हें?
मैंने कहा: हां, लेकिन दर्द भी बहुत हो रहा है।
मेरी जंघे रस्सी से एक-दम कसी हुई थी और रस्सी के निशान पड़ने लगे थे।
भाई ने मुझे तकरीबन 20 मिनट में उसी पोजीशन में चोदा और फिर पानी अंदर ही चोद दिया।
फिर उसने रस्सी खोली और मैं खड़ी हो गई।
फ़िर भाई ने अपनी बेल्ट से मेरी गांड की पिटाई की।
मैंने उसको बहुत कहा, कि वो ऐसा ना करे, लेकिन उसने मुझ पर जरा भी रहम नहीं किया।
भाई ने मेरी गांड पर इतना मारा, कि मेरी गांड का मास निकल गया और खून निकलने लग गया।
फ़िर भाई ने मेरे ज़ख्मो पर नमक लगाया और मुझे और दर्द दिया।
फिर मैंने बोला: इतना ही करना था, हां और कुछ भी बाकी है।
इसपे भाई बोला: आज के लिए इतना ही काफी है।
कुछ वक्त बाद भाई ने मुझे फिर से प्रेग्नेंट कर दिया। हमारे पापा का भी इंतेक़ाल हो गया था।
पापा के मरने के बाद मेरी माँ को भी बेटा हो गया, जिसे मौसी बहुत परेशान थी।
फिर माँ ने मौसी को बोला, तू किसी के साथ सो गई थी। लेकिन वो भी भाई का ही बच्चा था।
अब भाई मुझे अपने दोस्तों के साथ भी चोदते हैं। एक बार तो 5 लोगों ने मुझे मिल कर चोदा था।
फिर भाई ने मेरी शादी अपने एक पैसे वाले दोस्त के साथ करा दी, जो पहले से ही शादी शुदा था।
उस लड़के को मेरे बारे में सब पता था, तो उसने मुझे रखैल बना कर रखा।
अब मेरे पति को अपने बिजनेस के लिए किसी से मदद चाहिए होती थी, तो वो मुझे उसके साथ सुला देता था।
अब मेरा पति भी मुझे लोगो से चुदवाता था और भाई भी।
खाली समय में वो दोनों मिल कर मुझे चोदते थे और मेरा भाई तो मुझे हर रोज़ ही चोदता था।
इसी तरह मेरी जिंदगी चलती रही और मुझे हर रोज नए-नए लंड से चुदने में मजा आने लगा था। और हम दोनों भाई बहन सेक्स स्टोरी ऐसे ही चलती रही।
तो दोस्तों आपको मेरी ये रियल हिंदी सेक्स स्टोरी कैसी लगी। मुझे कमेंट करके जरूर बताये धन्यवाद।