November 21, 2024
भाईजान से चुदाई का अनुभव

हेलो मित्रो उम्मीद करती हूँ सब खैरियत से होंगे। कामुकता और हिंदी सेक्स कहानी की दुनिया में आपका स्वागत है, दोस्तों मेरा नाम शबनम है मैं एक बहुत बड़े मुस्लिम परिवार से हूँ। दोस्तों आज मैं एक कहानी साँझा कर रही हूँ आप लोगो के साथ जिसका शीर्षक भाईजान से चुदाई का अनुभव है।

मेरी उम्र 18 साल है। मेरा फिगर 32-28-34 है जो किसी को भी मदहोश कर सकती है। हम 8 भाई बहन हैं मैं घर की छोटी लड़की हूँ। मेरे 6 भाई बहन विदेश में रहते हैं। और मैं और मेरे भाईजान जो मुझसे महज़ 1 साल बड़े हैं वो और अम्मी-अब्बू साथ रहते हैं। मेरे भाई का नाम जमील खान है।

हम दोनों बी.कॉम के फर्स्ट ईयर में पढ़ रहे हैं। हमारा कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से अफिलिएट है।एक दिन मैं और मेरा भाई कमरे में साथ में पढ़ रहे थे।और पढ़ते-पढ़ते, हम दोनों बिस्तर पर सो गए। AC की वजह से ठंड लग रही थी, इसलिए हमने एक चादर से अपने आप को ओठ लिया और सो गए।

जब मैं उठी तो मैंने देखा कि मेरी पैंटी मेरी जांघो के पास थे और कोई गर्म चीज मेरेचूतड़ों को छू रही थी। मुझे जल्द ही एहसास हुआ कि यह भाईजान का लंड है।

मैं कुछ नहीं बोली, यह सोचकर कि मेरा भाई सो रहा है और उसका लंड टाइट हो गया है। और बिना हिले डूले उसी स्थिति में सोती रही। भाईजान का लंड बहुत गर्म था। वह मुझे अपने लंड से धीरे-धीरे से रगड़ रहा था। इससे मुझे अंदर ही अंदर सनसनाहट होने लगी। फिर मुझे लगा शयद थोड़ी देर में उसका लंड थिला पद जय और वो भी सो जाए।

भाईजान जाग रहे हैं और जानबूझकर मेरी गांड पे अपना लंड रगड़ रहे थे, थोड़ी देर बाद मेरे भाई ने चूत को छूना शुरू कर दिया. मैंने हाल ही में वहां शेव किया था और अपनी चूत को चिकना रखना पसंदकरती हूँ।

वो मेरी चूत को हल्के से सहलाने लगे और मुझे वाकई में बहुत अच्छा लग रहा था। और अपने मुँह से सिसकियों को दबा रही थी ताकि शोर न हो और मैंने इंतज़ार करने और यह देखने का फैसला किया कि मेरे भाईजान आगे क्या करेंगे।

मुझे मजा आ रहा था क्योकि उसका एक हाथ मेरी चूत पे रगड़ कर रहा था तो दूसरा मेरे चुचो को मसल रहा था। मैं भी अब उसके लंड को पकड़ के उसके साथ खेलना चाहती थी लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी।

मैंने नींद का नाटक किया और अपनी टांगो को खोल दिया ताकि उसका हाथ अब और अच्छे से मेरी चूत में जा सकें। मेरे भाई को लगा कि मैं सच में सो रही हूं और वह मेरी गांड और जांघ पे अपने लांस से रगड़ने लगा।

एक हाथ से वो मेरी चूत को सहला रहा था, कुछ ही देर में मेरी चूत गीली हो गयी। मैं अब बहुत गर्म हो चुकी थी लेकिन किसी तरह रोकने की कोशिस में लगी थी।

उसने अपनी उंगलिया मेरी चूत में डाल दी और उन्हें जोर-जोर से अंदर बाहर करने लगा, मैं तो और भी मदहोश हो गयी, तभी उसने मेरी चूत के दाने को रबड़ की तरह खींचने लगा। मैं अंदर से बहुत झटपटा रही थी और अपने आप को बड़ी मुश्किल से संभाल रही थी।

उसने अपने उंगलिओ की स्पीड और तेज कर दी और मेरी जोर से चुदाई करने लगे 2-3 मिनट बाद मैं झड़ने वाली थी तो मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने भाईजान का हाथ पकड़ के अपनी चूत में और अंदर घुसाने लगी।

भाईजान हैरान हो गए, और मैंने अपनी चूत का पानी उनके हाथो पे छोड़ दिया।भाईजान ने कहा कि तुम सो नहीं रही थी, तो मैंने कहा कि तुम ऐसे जोर-जोर से मेरी चूत में ऊँगली करोगे तो मैं कैसे सो सकती हूँ?

अब वो बिना रुके मेरे ऊपर चढ़ गए और मुझे जोर-जोर से किस करने लगे। मुझे बहुत मजा आ रहा था मैंने पहली बार किसी को किस किया था।

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उन्होंने मेरे बूब्स और निप्पलों को सहलाने लगे जिससे मैं और भी उत्तेजित हो गई और अपने कूल्हों को हिलाने लगी। और अपने कपडे निकाल दी।

उन्होंने मेरी नाभि को भी चाटना शुरू कर दिया और मुझे यह बहुत पसंद आया। यह उनके लिए आश्चर्य की बात थी कि मुझे इसमें बहुत मजा आया।

भाईजान ने अब मेरे बूब्स को अपने मुँह में ले कर उसे निचोड़ कर पिने लगे और मेरे निप्पलों पे अपनी जीभ से सहलाने लगे, मेरे शरीर में करंट दौड़ने लगा और मैं तो अपना आप खोने लगी।

अब मेरे अंदर चुदाई करवाने का तूफ़ान आ चूका था और मैं अपनी चूत को भाईजान की जांघो पे मजे से रगड़ने लगी, मेरी गीली चूत होने के कारण वो काफी फिसल रही थी।

भाईजान मुझे खूब चाट रहे थे, उन्हें यकीन नहीं हो रहा था की मैं उनका इस तरह से साथ दूंगी।

अब भाईजान ने मुझे निचे लिटा दिया और मेरे पैरों को फैला दिया और मेरी चूत को जोर से चाटने लगे, ये पहली बार था जब किसी ने मेरी चूत को चाटी है, मुझे बहुत मजा आने लगा था।

भाईजान से चुदाई का अनुभव

मुझे नहीं पता की भाईजान ने पहले किसी की चूत चाटी है या नहीं लेकिन वो चुदाई का खिलाड़ी लग रहे थे।

उनकी लार टपक रही थी और मेरी सिसकिया निकल रही थी आहहहहह.. ओहहहहहहह… ओहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहह….. भाईजान चाटो मेरी चुत। ओहहहहहह…. सससीईईईईईई…  आआआहहहहहहह चाटो जोर से..।  भाईजान अपनी जीभ को और अंदर डालो …. आआहहहहहहहहहहहहहह…….. पूरा जीभ मेरी चुत में डाल दो।…

आहहहहहहहहहहहहहहह…आप तो बड़े खिलाड़ी हो, चाटिए जोर से मेरी चुत ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह… जीभ को तेज रगड़िए मेरी चुत के दाने पर…..  भाईजान चाटो.  आआआहहहहहहह बहुत प्यासी है मेरी चुत।  हहहहहहहहह……… आहहहहहहहहहह

फिर मेरी चूत ने अपना पानी छोड़ दिया और भाईजान ने पूरा पी लिया। और अपनी 3 उंगलिया डालने लगे और जोर से अंदर बाहर करने लगे, अब मुझे बिल्कुल भी नहीं रहा जा रहा था तो मैंने आखिर कार बोल ही दिया की भाईजान मेरी चूत आपके लंड का इंतजार कर रही है उसे अब और मत तड़पाओ।

लेकिन वो अभी और कुछ करने की फ़िराक में थे तो, और मेरे ऊपर आ गए और मेरे बूब्स को एक साथ सटा दिया और उसको चोदने लगे, जैसे पोर्न मूवीज में होता है।

कुछ ही देर में उन्होंने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया और उसे चोदने लगे और बोलने लगे के इसे मजे से चाटो और इसका रस निचोड़ो के पीओ।

और वो मजे से मेरे मुँह को चोदते थोड़ी ही देर में उनके लंड ने भी पानी छोड़ दिया और वो काफी गर्म था। और उनका लंड सिकुड़ने लगा था।

फिर मैंने उनके लंड को मुँह में लिया और उसे चूस के खड़ा करने लगी, कुछ देर बाद उसनका लंड खड़ा होने लगा और वो ज्यादा टाइट नहीं हो सका लेकिन भाईजान काफी जोश में लग रहे थे।

भाईजान ने तुरंत मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरी चूतड़ों के निचे एक नरम तकिया रख दिया और मेरी टांगो को फैला दिया ताकि मेरी चूत ऊपर रहे और उनका लंड आसानी से घुस सके।

भाईजान ने अपना लंड मेरी चूत के मुँह पे रख दिया और उसे धीरे से रगड़ने लगे मुझे मजा आने लगा था और मेरी सिसकिया निकलने लगी थी…..ओहहहहहहहहह… ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. भाईजान । ओहहहहहहहहह…. सससीईईईईईई…  आआआहहहहहहह कर रही थी।

भाईजान ने अब मेरी चूत में जोर का दबाव बनाया ताकि उनका लंड मेरी चूत में खुस जाए और उनका आधा लंड मेरी चूत में घुस गया मेरी आवाज निकलने लगी, मैं कराहने लगी लेकिन भाईजान नहीं रुके और एक आखिरी जोर के झटके से मेरी चूत में अपना पूरा लंड घुसा दिया।

मुझे दर्द तो हुआ लेकिन ज्यादा नहीं तो वो मुझे जोर से छोड़ने लगे और मैं भी भाईजान का साथ देने लगी और सिसकिया लेने लगी।अब मेरे मुँह से आवाज आने लगी। ओहहहहहहह हहहहहहह……भाईजान और चोदो, और जोर से अपनी बहन की चुत को फाड़ दो।  आह हहहहहहहहह….. बहुत मजा आ रहा है।…  आआआहहहहहहह मारो धक्के जोर से..। 

मारो मेरे भाई हहहहहहहहहहहहह…….. पूरा लन्ड मेरी चुत में डाल दो।… आहहहहहहहहहह…… भाईजान बहुत मजा आ रहा है ऐसे ही चोदो ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. भाई चोदो  आआआहहहहहहह बहुत प्यासी है मेरी चुत। 

ओह भाई..  हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…  चोदते हुए 10 मिनट हो गए थे मैं झड़ने वाली थी और मैं जोर से चिल्लाई हाय अल्लाह मजा आ गया और मैं तुरंत ही झाड़ गयी।

तभी भाई जान का लन्ड भी मेरी चुत में ही रस उगलने लगा। भाईजान हाफने लगे थे और मेरे ऊपर ही लेट गए, पर मेरा तो और चुदने का मन कर रहा था। क्योकि मेरी चूत अभी भी गर्म थी और उसकी आग अभी तक नहीं बुझी थी।

लेकिन भाईजान का लंड एकदम शांत को चूका था वो अब मुरझा चूका था और थकावट की वजह से भाईजान जल्दी ही सो गए और मेरी चूत तड़प कर रह गयी।

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