Readxxstories.com के पाठकों को मेरा नमस्कार, भाई की साली की गांड चुदाई करी और चुदाई की हवस को ठंडा किया की कहानी में पड़े मैंने अपने भाई की साली की गांड चुदाई करी और उसे अपनी रखेल बनाकर अपने पास ही रख लिया।
दोस्तो, मेरा नाम मोहित है। मैं दिल्ली से हूं. मेरी पहली कहानी में मैंने आपको बताया कि कैसे मैंने अपने भाई की साली यानी मेरी भाभी की बहन सोफिया के साथ पहली बार सेक्स किया। ये कहानी तब की है जब पहली बार मैंने सोफिया की गांड की चुदाई की।
पहली बार हम मिले थे, तो मैंने सोफिया की चूत दो बार चोदी थी। चूत चुवाने के बाद पूरी तरह से सोफिया संतुष्ट दिख रही थी, और वादा किया था कि वो हमेशा अपनी चूत चुदवायेगी। दोस्तों जब हम दूसरी बार मिले, तो मैं सोफिया को दोस्त के फ्लैट पर लेकर गया। क्योंकि वहा पर दोस्त के अलावा कोई नहीं था।
उस दिन सोफिया जींस और टॉप पहन कर आई थी। सोफिया उस दिन बहुत खूबसूरत लग रही थी। वो उस दिन बिल्कुल अच्छे से तैयार हो कर आई थी। सोफिया के लम्बे खुले बाल जो कि हिप्स के नीचे तक पूरी तरह से लटक रहे थे।
दोस्त के फ़्लैट पर जाते ही डोर बंद किये हम, और एक-दूसरे के साथ लिपट गये। मैंने सोफिया को किस करना चालू किया। वो भी मेरा भरपुर साथ दे रही थी। करीब 10 मिनट फ्रेंच किस करने के बाद हम दोनों एक-दम गरम हो चुके थे। मैंने धीरे-धीरे सोफिया की टॉप और जींस डोनो निकाल दी। इतने में सोफिया ने मेरे कपड़े उतारना शुरू कर दिया, और मुझे पूरी तरह से न्यूड कर दिया।
सोफिया मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी। मैंने देर ना करते हुए सोफिया की ब्रा पैंटी निकाल कर पूरी तरह से नंगी कर दिया। हम दोनों नंगे एक दूसरे की बाहों में आ गए। मैंने सोफिया के स्तन पकड़े और मसलने शुरू कर दिए। सोफिया के मुँह से सिस्कारियाँ निकल गयीं।
फिर मैंने सोफिया के स्तन अपने मुँह में लिए, और चूसने शुरू कर दिए। मैं बारी-बारी से दोनों स्तनों को चूसता रहा, और एक हाथ से उसकी चूत फेल रहा था। सोफिया की चूत पूरी तरह से गीली हो गई थी। मैने चुत सहलते-सहलते अपनी चारो उंगलियां उसकी चुत में डाल दी।
मैं उसकी चूत को रगड़ रहा था, और उसकी चुचियों को दबा रहा था। करीब 10 मिनट तक सोफिया की चूत रगड़ता रहा, और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया। इतने में सोफिया बोली-
सोफिया: आज क्या खड़े-खड़े छोड़ोगे क्या? बिस्तर पर लेट कर मुझे चोदो, अब नहीं जा रहा है। जब तक अपने लंड से मेरी चूत की प्यास नहीं बुझाओगे, मैं तड़पती रहूंगी।
मैने तुरेंट सोफिया को लिटाया। सोफिया ने बिस्तर पर जाते ही मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया, और मुँह में डाल कर चूसने लगी। मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी, जैसे कई दिनों से चुदी नहीं थी। साथ ही साथ में वो बोल भी रही थी-
सोफिया: मेरी चुदाई करो एक बार. लंड तो मैं चुसुंगी. लेकिन जब तक मेरी चुदाई नहीं करोगे, तब तक मेरी चूत ठंडी नहीं होगी।
फिर मैंने सोफिया के मुँह से अपने लंड को निकाला, और उसकी टांगे को फेलाया। अपने लंड को उसकी चूत पर सेट किया, और एक जोरदार झटका मारा। एक ही बार में मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया। सोफिया के मुँह से आआह निकल गई। मैंने अपने लंड को अंदर-बाहर करना शुरू किया।
थोड़ा धीरे-धीरे चोदने के बाद मैंने स्पीड बढ़ाई, और सोफिया की चूत को चोदने लगा। उधर सोफिया भी भरपूर साथ दे रही थी, और अपनी गांड उठा कर मुझसे चुदवा रही थी। सोफिया हर धक्के के साथ कुछ ना कुछ बोल रही थी-
सोफिया: और चोदो, बहुत मजा आ रहा है. इतने प्यार से चोदते हो. अब मैं सिर्फ तुमसे ही चुदवाना चाहती हूँ। तुम्हारा लंड मुझे बहुत पसंद है. ऐसे ही चोदते रहो मुझे. और डालो थोड़ा अंदर. बहुत मजा आ रहा है जान. मैं तुमसे चुदवाकर पूरी तरह से चुदक्कड़ बन गयी। मेरी चूत सिर्फ तुम्हारा लंड खोजती रहती है।
सोफिया: मेरी चूत को चोद-चोद के पूरी तरह से चोद दो उह्ह आआह्ह्ह्ह। और डालो, हा ऐसे ही चोदो, चोदो, और ज़ोर से। आह हाँ, चोदो मुझे, और चोदो। स्तन भी पीते रहो साथ में आआह्ह्ह। ऐसे ही चोदते रहो।
करीब 15 मिनट तक सोफिया की रसीली चूत चोदने के बाद हम दोनो साथ में झड़ गये। मैं सोफिया की चूत में अपना लंड डाल कर ऐसा ही सो गया। करीब 10 मिनट के बाद हम दोनों अलग हो गए और बाथरूम में चले गए।
बाथरूम में जा कर फ्रेश होने के बाद भी वापस आ कर हम दोनों नंगे ही बिस्तर पर सो गए। फिर एक दूसरे को किस कर रहे थे। बिस्तर पर ही हम एक दूसरे को सहला रहे थे। सोफिया अपने हाथों में मेरा लंड लेकर सहला रही थी।
फिर मेरे लंड को अपने मुँह में लिया, और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। करीब 15 मिनट तक लंड चूसती रही. अब मेरा लंड पूरा गीला हो गया था। मैं उठा, और सोफिया की दोनों टांगे को खोल कर उसकी चूत चाटने लगा। साथ ही साथ सोफिया की दोनों चुचियों को अपने दोनों हाथों से मसल रहा था। वो भी भूलभुलैया से अपनी चूत चटवा रही थी, और बोली जा रही थी-
सोफिया: ओह्ह्ह आअह्ह्ह्ह, कितना मजा आ रहा है चूत चटवाने में। खा जाओ मेरी चूत को जान. बहुत मजा आ रहा है. आआहह. आज तक किसी ने इतने दर्द से चूत नहीं चाटी है मेरी। अब तो मैं हमेशा जब भी मिलोगे, चुदवाने से पहले अपनी चूत चटवाऊँगी।
सोफिया: ऐसे ही मेरी चूत को हमेशा चाटते रहो. जान और चाटो अह्ह्ह्ह, हाँ अह्ह्ह्ह आह्ह पी जाओ चूत का रस। 10 मिनट तक लगतार चुत चाटने के बाद उसने पानी छोड़ दिया। मैं सोफिया के चूत का सारा रस पी गया।
इधर मेरा लंड पूरी तरह से लोहे की रॉड की तरह खड़ा था। मैंने बिस्तर पर सोफिया को डॉगी स्टाइल में किया, और पास में पड़े नारियल के तेल को सोफिया की गांड पर लगाया। एक उंगली को गांड के अंदर डाल कर अंदर-बाहर करने लगा। सोफिया के मुँह से आह निकल गयी.
वो बोलने लगी: मत डालो, दर्द हो रहा है।
मैंने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। एक बार फिर उसकी गांड पर तेल लगाया, और थोड़ा तेल अपने लंड पर लगाया। अब मैंने सोफिया के लंबे बालों को अपने हाथों से पकड़ा, और अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर सेट किया। अब मैंने थोड़ा धक्का लगाया. जैसा ही मेरा सुपारा उसकी गांड में घुसा, वो चिल्लाने लगी-
सोफिया: आह्ह निकालो, यार बहुत दर्द हो रहा है।
मैं थोड़ा रुक गया. फिर जब सोफिया थोड़ी नॉर्मल हुई, मैंने एक बार फिर एक झटका मारा। अब मेरा ज्यादा से ज्यादा लंड उसकी गांड में घुस चुका था। ऐसा लग रहा था जैसे मेरा लंड उसकी गांड में जा कर फंस गया हो। अब वो पूरी तरह से चिल्लाने लगी।
सोफिया: आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह. ओह्ह्ह मर गयी मैं. तुमने मेरी गांड फाड़ दी.
मैंने सोफिया की बातों पर ध्यान नहीं दिया, और अपने लंड को आगे-पीछे करके चोदने लगा। क्या बताऊ दोस्तो, सोफिया की गांड मारने में कितना मजा आ रहा था। करीब 15-20 झटके के बाद मेरा लंड आसान से उसकी गांड में जाने लगा। अब वो भी थोड़ा नॉर्मल हो चुकी थी। मैंने अपने लंड को एक बार बाहर निकाला.
फिर सोफिया की गांड में एक बार और तेल लगाया। अब मैं सोफिया के कमर को पकड़ कर तेज़-तेज़ चोदने लगा। वो भी अब मजे लेकर मुझसे चुदवाने लगी आह्ह्ह.
सोफिया: चोदो मेरे राजा, ऐसे डालो. पूरा का पूरा लंड मेरी गांड में. तुम्हारे लंड ने आज इसको भी चौड़ा कर दिया। मेरे पति ने तो कभी ध्यान ही नहीं दिया। आज तो तुम मेरी ऐसी चुदाई करोगी, कि मुझे जन्नत दिखेगी। अब तो जब भी मिलूंगी अपनी चूत के साथ-साथ अपनी गांड भी चुदवाऊंगी।
सोफिया की बात सुन कर मैं और तेज़ ढक्को के साथ चोदने लगा। वो भी मेरे हर धक्के के साथ बोल रही थी-
सोफिया: आह्ह, हां हां हां, ऐसे ही चोदो आह्ह. ऐसे ही चोदते रहो जान. निछोड़ डालो मुझे.
मैं भी सोफिया को फुल स्पीड में चोद रहा था। हर धक्के के साथ सोफिया की गांड से पक पक पाक पक की आवाज आ रही थी। करीब 10 मिनट सोफिया की गांड चोदने के बाद मेरे लंड से पिचकारी निकली। फिर 5-6 बार पिचकारी मारने के बाद सोफिया की गांड में मेरा माल भर गया। वो पूरी तरह से थक के लेट गई।
मैं उठा, और बाथरूम गया. वाह अपने लंड को साफ किया. फिर वापस आया तो देखा कि सोफिया की गांड से मेरा माल बह रहा था। मैंने अपना रुमाल निकाला, और साफ किया। पहली बार गांड मारने के बाद सोफिया अच्छे से चल भी नहीं पा रही थी। मैंने उसको उठाया और रिक्शे से ले जा कर उसको घर पर छोड़ा।
तब से आज तक हम दोनों को एक साथ चुदाई करते हुए करीब 4 साल हो गए हैं। अब तक हम दोनों हर पोज़ में एक दूसरे के साथ चुदाई कर चुके हैं। सोफिया को जब चुदवाने की चाहत होती है, मुझे कॉल कर देती है। और हम दोनों बाहर जा कर एक दूसरे के साथ चुदाई करते हैं।
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