हमारी आज की हिंदी सेक्स कहानी जिसका शीर्षक है “बैंक अधिकारियों ने चोदा नौकरी का लालच देकर” में मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस कहानी को पढ़ने के बाद आप अपना लंड हिलाने से नहीं रोक पाएंगे चलिए शुरू करते हैं आज की देसी सेक्स कहानी।
मेरा नाम पूनम है और मेरी उम्र 25 साल है। मैं इंदौर की रहने वाली हूँ। मैं एक बैंक में चपरासी की नौकरी करती हूँ। अब मेरे फिगर का साइज़ 34-32-38 है।
यह बात तब की है जब मैं 20 साल का था और मैंने B.A. फर्स्ट ईयर में दाखिला लिया था। मेरा घर गाँव में है इसलिए मुझे शहर में एक कमरा किराये पर लेना पड़ा। मेरा गांव के बैंक में खाता था।
मेरे फ़ोन पर बैंक से संपर्क करने का संदेश आया, इसलिए मैं बैंक गयी। वहां सारा स्टाफ मुझे एक काउंटर से दूसरे काउंटर पर भेजने लगा।
मुझे गुस्सा आ गया और मैं सीधा मैनेजर के केबिन में चली गयी।
मैंने गुस्से में कहा- इस बैंक में एक ही काम के लिए सब इतनी भागदौड़ करवाते हैं।
इतने में मेरा दुपट्टा सरक गया और मेरे बड़े बड़े मम्मे दिखने लगे।
मैनेजर की उम्र करीब 38 साल थी। उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई और मुझे पानी देकर बोले- तुम आराम से बैठो।
मैंने जानबूझ कर दुपट्टा ठीक नहीं किया और अपने मम्मो का क्लीवेज दिखाती रही।
मैनेजर की नजरें मेरे मम्मो पर ही टिकी रहीं।
उसने कहा- तुम्हारा नाम क्या है?
मैंने कहा- पूनम।
उसने कहा- क्या करती हो?
मैंने कहा- मैं B.A. कर रही हूँ।
उन्होंने मुझसे समस्या के बारे में पूछा तो मैंने उन्हें अपनी बात बता दी।
उन्होंने तुरंत मेरा काम करवा दिया और कहा- अगर तुम्हें कोई भी काम चाहिए तो तुम सीधे मेरे पास आओ।
मैंने हंसते हुए कहा- तो हर बार काम जल्दी निपटाने के लिए मुझे क्लीवेज दिखाना पड़ेगा?
इस पर वो हंसने लगे और बोले- जितना दिखाओगे, उतनी जल्दी काम हो जाएगा।
फिर उसके बाद मैं उनके पास जाता था और सारे काम करवाता था। एक बार मुझे कुछ काम था तो मैं बैंक गया और सीधे मैनेजर के केबिन में चला गया। मैंने देखा कि मैनेजर एक लिस्ट लेकर बैठा था।
मैंने कहा- सर ये कैसी लिस्ट है?
तो बोले- नये चपरासी की भर्ती हो रही है। बहुत से लोग मेरे पास सिफ़ारिशें लेकर आये हैं, यह उनकी सूची है।
मैंने कहा- तो कृपया मुझे भी भर्ती करा दीजिए। (बैंक अधिकारियों ने चोदा)
इस पर मैनेजर ने हंसते हुए कहा- अरे ये इतना आसान नहीं है। इसके लिए 2 लाख रुपए लिए जाएंगे, जो पैसा देगा उसे नौकरी दी जाएगी।
मैं निराश हो गयी तो मैनेजर ने कहा- तुम भी 2 लाख लाकर दो, तो नौकरी मिल जायेगी।
मैंने कहा- अगर मेरे पास 2 लाख होते तो मैं तुम्हें आज ही दे देती।
मैनेजर ने कहा- फिर नौकरी नहीं मिलेगी।
मैंने कहा- क्या कोई और रास्ता नहीं है?
उसने कहा- नहीं।. कम से कम 2 लाख रुपए लगेंगे।
मैंने कहा- मैं पैसे तो नहीं दे पाऊंगी, लेकिन और भी बहुत कुछ कर सकती हूं। माल तो आप देख ही चुके हैं।
इस बात पर मैनेजर की आँखें भूखे भेड़िये की तरह चमक उठीं। वो मेरे दूध देखते हुए बोली- तुम क्या कर सकती हो?
मैंने भी अपने स्तन ऊपर करके कहा- आप जो कहेंगे, मैं सब कुछ करूंगी।
मैनेजर ने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर लिया और कहा- अगर कोई रास्ता हो तो मैं तुम्हें फोन कर दूंगा।
मैं खुश हो गयी और मैंने कहा- सर, आप चाहें तो अभी टोकन के लिए कुछ कर सकते हैं।
वो मुझे अपने साथ टॉयलेट में ले गया और मेरी टी-शर्ट ऊपर करके मेरी ब्रा ऊपर कर दी।
मैनेजर बोला- तुम्हारे चूचे तो बहुत बड़े हैं… कितनों से दबाये हो?
मैंने कहा- सर, मैं वर्जिन हूं, लेकिन मैं छोटी उम्र से ही अपने निपल्स पर रोज तेल से मालिश करती थी, इसलिए ये इतने बड़े हो गए हैं।
मैनेजर ने कहा- अभी सेक्स का समय नहीं है। तुम जल्दी से लंड चूस कर मजा दे दो।
मुझे लंड चूसना वगैरह नहीं आता था इसलिए मैं ठीक से लंड नहीं चूस पा रही थी।
उसने मेरे बाल पकड़ते हुए जबरदस्ती मेरे मुँह में लंड डाल दिया और मेरे मुँह को चोदने लगा।
उसके मोटे लंड के कारण मुझे साँस ही नहीं आ रही थी… इतना मोटा और लम्बा लंड था कि मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था।
करीब 5-6 मिनट बाद मुझे अपने गले में कुछ गर्म सा महसूस हुआ। मैं लंड को मुँह से निकालना चाहती थी।
मैनेजर बोला- मलाई है।. पी लो।
लेकिन मुझे उबकाई आने लगी। मैनेजर लंड ने ज़िद करते हुए कहा- नौकरी चाहिए तो पी लो।
मैंने मैनेजर का वीर्य पी लिया। (बैंक अधिकारियों ने चोदा)
फिर हम दोनों वापस केबिन में आ गये।
मैनेजर ने कहा- ये तो सिर्फ ट्रेलर है, कुछ जुगाड़ बनाया जाए तो बहुत कुछ करना पड़ेगा।
मैंने कहा- मैं सब कुछ करूंगी।
फिर मैं घर वापस आ गयी।
चार दिन बाद मैं कॉलेज के लिए वापस शहर चली गयी। मैंने सोचा शायद कोई कॉल नहीं आएगा।
आठ दिन बाद मेरे पास एक नंबर से फोन आया। मैंने कहा- कौन?
तो उधर से आवाज आई- अगर तुम्हें नौकरी चाहिए तो कल शाम को मैसेज में दिए पते पर आ जाओ।
मैं समझ गया कि मैनेजर बोल रहा है। मैंने कहा- ठीक है।
तभी मुझे पते का मैसेज मिला। वह पता मुंबई का था। मैंने रात को ही अपने शरीर के सारे बाल साफ़ किये और अगले दिन मुंबई के लिए निकल गयी। शाम तक मैं बताई गई जगह पर पहुंच गयी।
वह बिल्कुल वीरान घर था। मैंने गेट की घंटी बजाई तो उसी मैनेजर ने गेट खोला। उन्हें देखकर मुझे ख़ुशी हुई। मैं काली साड़ी पहन कर गयी थी।
सर ने मुझसे कहा- तुम बहुत सेक्सी लग रही हो।
वो मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अंदर ले गया और हॉल में बैठाया। मैं वहां जाकर चौंक गया क्योंकि वहां 4 लोग और बैठे थे।
इतने सारे लोगों को देख कर मैं डर गयी और मैनेजर से बोला- सर इतने सारे लोग.. मैं वापस जा रही हूँ।
मैनेजर बोला- देखो, अगर तुम चाहो तो जा सकती हो.. लेकिन आज अगर सबको चोदने को मिला तो।
तो तुम्हें नौकरी मिल जाएगी। (बैंक अधिकारियों ने चोदा)
मैं सोच में पड़ गयी। मेरी कुँवारी चूत और पहली बार चुदाई में ही चार चार लंड… ये सोच कर ही मेरी गांड फटने लगी थी।
मैनेजर बोला- तुमने तो कहा था कि तुम सब कुछ कर सकती हो।
मैंने कहा- लेकिन मैं 5 लोगों के साथ ग्रुप सेक्स कैसे कर पाऊंगी?
सर बोले- चिंता मत करो, तुम्हें भी मजा आएगा।
मैं मान गयी।
सभी लोग एक साथ बैठ गये। ये सभी बैंक के सीनियर अफसर थे। उनके नाम गौरव, आकाश, शिवम और कुन्दन था और सीनियर मैनेजर का नाम रितिक था।
वो सब मुझे घूर घूर कर देख रहे थे और मुझे बहुत शर्म आ रही थी। उन्होंने मेरे बारे में जो भी पूछा मैंने उन्हें बता दिया।
फिर रितिक बोला- चलो शुरू करते हैं।
मैंने कहा- मुझे कुछ नहीं पत… तुम लोगों को जो करना है करो।
रितिक ने मेरी साड़ी पकड़ कर खींच दी। मैं साड़ी उतारने के लिए इधर-उधर घूमता रहा। ये देखकर सभी लोग हंसने लगे।
गौरव बोला- अरे यार, इसके चूचे कितने बड़े हैं।
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शिवम ने मुझे पकड़ कर खींच लिया और सीधे मेरे होंठों पर अपने होंठ रख कर मुझे जोर-जोर से चूमने लगा। मुझे किस करने में मजा आने लगा और मैं भी किस करने लगा।
आकाश बोला- अरे वाह, ये तो तुरंत शुरू हो गया।
ये कहते हुए उसने मेरा पेटीकोट खोल दिया।
मैंने अंदर काली पैंटी पहनी हुई थी। कुन्दन और रितिक ब्लाउज के ऊपर से ही मेरे मम्मे दबाने लगे। फिर उन दोनों ने मेरा ब्लाउज भी उतार दिया। मेरी ब्रा भी काली थी।
अब सबने मुझे छोड़ दिया है।
रितिक बोला- वाह ब्रा पैंटी दोनों काली हैं।
अब सब लोग बिल्कुल नंगे हैं। सबके लंड बड़े और मोटे थे। सभी लोग मेरे चारों ओर खड़े थे। मैं बीच में खड़ी थी तो आकाश बोला- चलो सबके लंड चूसो।
मैं बैठ गयी और एक एक करके सबके लंड चूसने लगी। मुझे बहुत मजा आ रहा था। कभी कभी मैं किसी और का लंड चूस रही थी।
बीच बीच में वो लोग मेरा मुँह भी चोद देते थे। लंड गले तक पहुंचते ही मुझे खांसी आने लगती थी।
फिर कुन्दन ने मेरी ब्रा और शिवम ने मेरी पैंटी उतार दी। अब मैं उन सबके सामने बिल्कुल नंगी थी।
गौरव और रितिक मेरी एक एक चूची पर टूट पड़े और कुन्दन मेरी चूत चाटने लगा। मैं सोफे पर लेटा हुआ था।
शिवम ने मेरे मुँह में अपना लंड ठूंस कर मेरे मुँह को चोदना शुरू कर दिया। मैं अपने हाथ से आकाश का लंड हिला रही थी।
अब मेरी चुदाई की बारी है। कुन्दन पहले आये। उसने मुझे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गया। वो अपना लंड मेरी चूत के छेद पर रख कर थोड़ा सा अन्दर डालने लगा। मुझे मज़ा आ रहा था। (बैंक अधिकारियों ने चोदा)
फिर उसने एक जोरदार झटका मारा और उसके लंड का आगे का टोपा अन्दर घुस गया।
मैं दर्द से चिल्लाया। मुझे इस दर्द की उम्मीद नहीं थी। मैं रोने लगी और बोली- मुझे कुछ नहीं करना.. मुझे जाने दो।
वो लोग बोले- चिंता मत करो, मजा भी आएगा।
तभी रितिक ने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया। अब मैं चिल्ला नहीं पा रही थी, बस रो रही थी।
इतने में कुन्दन ने 2-3 झटकों के साथ पूरा लंड अन्दर पेल दिया। मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी और रो रही थी।’ मेरी चूत से खून निकल रहा था। लेकिन कुन्दन नहीं रुका और जोर जोर से चोदने लगा।
करीब 10 मिनट के बाद मेरा दर्द कम हो गया और मुझे मजा आने लगा, जिससे मैं अपनी गांड उठा उठा कर चुदने लगी।
अब रितिक ने मेरे मुँह से लंड निकाला और बोला- चुदने में मजा आ रहा है।
मैंने कहा- हाँ।. लेकिन दर्द भी हो रहा है.. और मज़ा भी आ रहा है।
फिर कुन्दन अलग हुआ और रितिक ने मुझे घोड़ी बनाया और अपना लंड एक ही झटके में मेरी चूत में पेल दिया। मैं फिर चिल्लाई। रितिक मुझे जोर जोर से चोदने लगा।
उसने मुझे करीब 15 मिनट तक चोदा और उसके बाद वो चला गया।
अब बारी आकाश की है। वो बोला- मैं इसकी गांड को चोदूंगा।
मैंने कहा- वो क्यों?
तो उसने कहा- मुझे तुम्हारी गांड भी मारनी है।
मैंने कहा- आज मैं आप सबकी हूँ.. जो करना है.. करो।
शिवम बोला- पहले इसकी गांड में तेल लगाओ.. नहीं तो लंड नहीं घुसेगा।
आकाश ने मुझे घोड़ी बनाया और तेल की शीशी खोली और ढेर सारा तेल मेरी गांड के छेद में डाल दिया।
फिर उसने अपना लंड मेरी गांड में रखा और पूरी ताकत से झटका मारा।
मुझे ऐसा लगा मानो किसी ने खंजर से मेरी गांड काट दी हो। मुझे बहुत तेज दर्द हुआ और मैं दर्द से छटपटाने लगी,
लेकिन आकाश ने बिना रुके 3-4 झटकों में अपना पूरा लंड मेरी गांड में पेल दिया।
आकाश मेरी गांड को बिना रुके मार रहा था और मैं दर्द में रो रही थी।
फिर आकाश चला गया और शिवम ने मेरी गांड को चोदना शुरू करा। वो भी मेरी गांड जोर जोर से मारता रहा।
इतनी देर में मेरी गांड ढीली हो गयी थी। अब मुझे भी गांड मराने में मजा आ रहा था।
शिवम ने लगभग 15 मिनट तक मेरी गांड को चोदा। तभी गौरव आ गया। वो निचे से मेरी चूत चाटने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था।
हर कोई गांड को चोद रहा था, कभी -कभी चूत में डाल रहा था।
फिर उस चीज़ की बारी आई जिसकी कल्पना करना एक लड़की के लिए बहुत मुश्किल है।
शिवम लेट गया और मुझसे बोला- मेरे ऊपर आ जाओ और मेरा लंड अपनी चूत में ले लो।
मैंने वही किया जो गौरव ने कहा था। मैं शिवम के लंड पर बैठ गयी। शिवम ने मुझे अपने सीने से लगा लिया। तभी मैंने देखा कि आकाश ने पीछे से गांड में अपना लंड डाल दिया।
मेरी जोर से कराह निकली। वो दोनों एक साथ चूत और गांड चोदने लगे। (बैंक अधिकारियों ने चोदा)
इसी तरह उन दोनों ने मुझे काफी देर तक चोदा और फिर गौरव और कुन्दन मेरी चूत और गांड चोदने लगे।
काफी देर तक चोदने के बाद कुन्दन हट गया और रितिक मेरी गांड चोदने लगा। इसी तरह कई बार सबने एक साथ मेरी चूत और गांड चोदी।
और मेरा पानी कम से कम 6-7 बार निकल चुका था, लेकिन उनका गोली लेने की वजह से नहीं निकला था।
फिर सबने मुझे बीच में लेटा दिया और साथ ही सबने अपना वीर्य मेरे चेहरे और मुँह में डाल दिया।
मैंने सबका वीर्य पी लिया।
उसके बाद सभी ने कपड़े पहने। मैं उठ भी नहीं पा रही थी। रितिक ने मुझसे कहा- तुम रात को यहीं रुको.. सुबह मैं तुम्हें इंदौर छोड़ दूंगा।
मैं वैसे ही नंगी सो गयी।
अगली सुबह मुझे नौकरी का पत्र मिल गया। रितिक ने मुझे इंदौर तक छोड़ा।
आपको मेरी ये बैंक अधिकारियों ने चोदा की कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताए।
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