October 12, 2024
Bahan Ki Chut Chudai

हाय फ्रेंड्स, कैसे है आप सभी, मैं साक्षी आपके लिए भाई बहन की चुदाई की सच्ची कहानी लेकर आयी हूँ जिसमे आप पढ़ेंगे की कैसे एक भाई ने अपनी Bahan Ki Chut Chudai का मजा लिया।

ये कहानी दिलीप और उसकी बहन रेशमा की है, आगे की हिंदी सेक्स कहानी (Hindi Sex Kahani) दिलीप ने लिखी है। कहानी का आनंद लीजिए।

आज की कहानी मेरी और मेरी बहन के बारे में है। मैं 21 साल का लड़का हूँ और दिल्ली में रहता हूँ। मेरी जिम फिट बॉडी है और लम्बी हाइट है। मेरा लंड 6 इंच का है और काफ़ी मोटा भी है। मेरी बहन की उम्र 18 साल है।

लेकिन कमाल का फिगर है उसका। उसके बड़े-बड़े बूब्स और मटकती गांड कमाल की है। उसका 32″30″34″ का फिगर है, देखने में वो पूरी पोर्नस्टार लगती है।

पहले मैं आपको कुछ साल पीछे लेके जाता हूँ। मैं और बहन एक ही रूम शेयर करते थे। बहन उस समय जवान हो गई थी और उसका जिस्म उभर कर आ गया था।

काफ़ी बार मेरे दिमाग में उसके बारे में गंदे-गन्दे ख्याल आते थे, लेकिन मैं उन ख्यालो को दूर कर देता था।

उस वक्त मेरा कोई सेक्स अनुभव भी नहीं था, तो बहन के साथ कोशिश करने के ख्याल आते रहते थे। एक दिन सब कुछ बदल गया, घर पे कोई नहीं था, सिर्फ मैं और बहन थी। बहन नहाने जा रही थी।

तभी मेरे अंदर का शैतान जाग उठा। मेरा दिल किया, कि उसको नहाते हुए देखु। मैंने कुछ देर कंट्रोल किया, लेकिन आख़िर में मैं उठ गया और छत पर चला गया।

छत से बाथरूम की खिड़की नज़र आती थी। मैं वहा गया और झाँक कर देखने लगा।

काफ़ी देर तक तो कुछ नज़र नहीं आया, लेकिन फिर मुझे अपनी नंगी बहन का दीदार हो ही गया। उफ्फ… क्या जिस्म था उसका।

बड़े-बड़े बूब्स (Big Boobs) और चिकना गोरा बदन। उसकी बालो से भरी चूत देख कर मेरा लंड टाइट हो गया था। मुझसे रहा नहीं गया और मैं लंड निकाल कर मुठ मारने लगा।

मैंने उसका गोरा बदन देख कर मुठ मारी। मुठ मारते वक्त मुझे इतना मजा कभी नहीं आया था, जितना उस दिन आया।

बस उस दिन के बाद अक्सर मैं उसको नहाते वक्त देखता था। कुछ महीनो तक यही सिलसिला चलता रहा।

अब मुझे सिर्फ मुठ से ही मजा नहीं आ रहा था, तो मैंने फिर उसको बहाने-बहाने से टच करना शुरू कर दिया।

तो मैं अक्सर उसको पीछे से गले लगा लेता और उसके जिस्म के मजे लेता था। लेकिन ये सब भी मेरे लिए काफ़ी नहीं था।

मुझे पता था, कि मेरी बहन की नींद काफी गहरी होती है, तो रात को जब वो सो जाती थी, तो मैं उसके करीब जाके उसको गले लगा लेता था।

मैं उसकी गांड के ऊपर-ऊपर अपना लंड रगड़ता था। कभी-कभी मैं उसके मोटे चुचो पर हाथ रख देता था।

आहिस्ता-आहिस्ता मेरी हिम्मत बढ़ गयी। एक दिन मैंने उसकी शर्ट ऊपर कर दी और हिम्मत करके उसके बूब्स को चूमा। मैंने देखा, कि वो नींद में थी, तो फिर मैंने आराम-आराम से उसके बूब्स चुसना शुरू किया, ताकि वो उठे ना।

अब उसको भी कुछ लग रहा था, क्योंकि वो हिलने लग गई थी। फ़िर मैं झट से सो गया।

वो उठ गई और उसने इधर-उधर देखा। फ़िर वो अपनी शर्ट नीचे करके सो गई। उसके बाद फिर मेरा मन किया उसकी चूत को चाटने का।

एक रात बड़े आराम से मैंने उसकी पतलून नीचे की और उसकी गुलाबी चूत (Gulabi Chut) के दर्शन किये।

उसकी चूत पर बहुत बाल थे। मैंने आहिस्ता-आहिस्ता उसकी चूत को टच किया और सहलाने लगा। फिर मैं अपना मुंह उसकी चूत के करीब ले गया और चूत पर जुबान फेर दी।

इसे मेरी बहन की टांगे कांपने लगी, तो मैं डर गया और उसकी पतलून ऊपर करके सो गया। फिर मैंने काफी दिनों तक ये कोशिश नहीं की।

एक रात फिर मेरा मूड हुआ और मैंने वही किया। मैं उसकी पतलून नीचे करके चूत चाटने लगा। लेकिन शायद बहन इस बार उठ गई थी।

उसके उठने पर मैं जल्दी से सोने का नाटक करने लगा, लेकिन बहन मेरे इरादे समझ गई थी। उसको शायद मुझ पर गुस्सा भी आ रहा था। अगले दिन मुझे पता चला, कि बहन रूम शिफ्ट कर रही थी।

मुझे लगा, शायद उसने घर वालों को सब बता दिया होगा, लेकिन ऐसा नहीं था। उसने सिर्फ ये बोला था, कि अब वो बड़ी हो गई है।

और अब वो मेरे साथ एक कमरे में नहीं रहना चाहती, इसलिए उसे अपना अलग कमरा चाहिए। बहन ने घर में मेरी इज्जत तो बचा ली, लेकिन उसके बाद उसने मेरे साथ बात करना ही बंद कर दी।

काफ़ी साल गुज़र गए, बहन और मेरा रिश्ता बिल्कुल ख़तम हो गया था। हम बस काम की बात करते थे और कुछ नहीं।

हमारे बीच का मज़ाक-मस्ती सब ख़तम हो गया था। मैंने भी सोचा, अगर मैंने फिर से कुछ किया, तो ज्यादा परेशानी ना हो जाए और मैं भी पीछे हट गया था।

मेरा कॉलेज ख़तम हो गया और अब मैं नौकरी कर रहा था। बहन कॉलेज में पढ़ रही थी और आखिरी साल था उसका।

अब एक दिन ऐसा हुआ, कि मैं जॉब से घर आया था और सिर्फ बहन ही घर पे थी, क्योंकि घर वाले शहर से बाहर रिस्तेदार की शादी में चले गए थे।

बहन बैठी अपने कमरे में रो रही थी। तब मैं उसके पास गया और पूछने लगा-

मैं: क्या हुआ तुम्हें।

तो उसने बताया: मुझे मेरे टीचर ने परीक्षा में फेल कर दिया है। ये मेरा आखिरी साल था, एक परीक्षा में फेल होना मतलब, फिर मुझे एक कोर्स के लिए पूरा साल दोबारा पढ़ना पड़ेगा।

वो बहुत रो रही थी, फिर मैंने उसको समझाया और गले लगा लिया। आख़िर उसने रोना बंद किया और फिर मैं अपने कमरे में चला गया।

असल में बहन ने मुझसे एक बात छुपाई थी। उसके प्रोफेसर ने उसको फेल नहीं किया था, बाल्की फेल करने की धमकी दी थी।

उस प्रोफेसर ने बहन को बोला था, अगर वो उसके साथ सेक्स करेगी, तो वो उसको पास कर देगा।

मेरी बहन जो दिमाग में ये डाल कर बैठी थी, कि सेक्स तो वो सिर्फ अपने पति के साथ करेगी और वो भी शादी के बाद।

उस प्रोफेसर ने उसको 1 हफ्ते का समय दिया था। उसने बोला था, कि 1 हफ्ते के अंदर अगर उसने सेक्स कर लिया, तो वो उसको पास कर देगा।

दो-तीन दिन बहन ने इसके बारे में बहुत सोचा, फिर शायद उसके दिमाग में वो सीन याद आया, जब उसने मुझे वो सब हरकतें करते पकड़ा था।

बहन को अपना भविष्य बहुत महत्वपूर्ण था, इसलिए उसने चुदाई का फैसला किया। लेकिन अपने शिक्षक के साथ नहीं, बाल्की मेरे साथ।

उसने मन बना लिया था, अगर उसको चुदाई करवानी ही है, तो पहली चुदाई (First Time Sex) वो अपने भाई से करवाएगी। और मौका भी अच्छा था, क्योंकि घर पर कोई नहीं था।

मुझे याद है, रविवार की शाम का वक्त था और मैं अपने कमरे में टीवी देख रहा था।

बहन मेरे कमरे में परेशान शक्ल बना कर आई। और आके मेरे बिस्तर पर बैठी और उसने मुझे सच-सच बताया, कि उसको टीचर ने क्या बोला था।

मुझे ये सुन कर मुझे गुस्सा आया, जो ऐसे वक्त पर हर भाई को आता। लेकिन बहन ने मेरा हाथ थाम कर बोला, कि उसने इरादा कर लिया था, कि वो अपने टीचर के साथ सेक्स करेगी।

मैं उसको समझने लगा, इसकी कोई ज़रूरी नहीं थी, तो उसने मुझे रोक दिया।

उसने मुझे समझाया, कि वो पहली चुदाई का प्रयास मेरे साथ करना चाहती है। मेरा पूरा गुस्सा ठंडा पड़ गया और मेरे लंड में हलचल होने लगी।

मेरे अंदर का शैतान सालो बाद फिर से जाग गया। मैंने बहन की जांघ पर हाथ रखा और उसकी चूत तक हाथ ले गया।

उसने मेरा हाथ पकड़ा और वो शर्मा रही थी। वो भी उत्साहित लग रही थी, क्योंकि वो अपने भाई के साथ चुदाई (Bhai Ke Sath Chudai) का पूरा प्लान बना कर आई थी।

मैंने उसका मुँह पकड़ा और किस करना शुरू कर दिया। मैं अपना हाथ उसकी पतलून में डाल कर, उसकी बालो से भरी चूत को मसलने लगा।

उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी। फिर मैंने उसको बोला-

मैं: तुम नहा कर आओ और अपनी गीली चूत भी साफ़ कर लेना।

वो राजी हो गई और अपने कमरे में चली गई। जब तक वो नहा रही थी, तब तक मैं पास के मेडिकल शॉप से कंडोम लेके आया।

मैंने एक वियाग्रा की गोली भी ले ली, क्योंकि मैं अपनी बहन की पलंग तोड़ चुदाई करना चाहता था। फिर मैं घर गया और दरवाजे पर ताला लगा दिया।

मैं बहन के कमरे में गया, तो वो तौलिया लपेट कर बिस्तर पर बैठी थी। मैंने उसको बिस्तर पर धक्का दे दिया और उसके ऊपर चढ़ गया।

फ़िर मैं उसके हाथ पकड़ के उसको चूमने लग गया। मैंने दूसरे हाथ से उसका तौलिया हटा दिया और उसके मोटे बूब्स दबाने लगा।

अब मैं उसके पिंक निपल्स (Pink Nippal) को दबा रहा था और वो मजे से आह आह कर रही थी।

5 मिनट किस करने के बाद, मैंने उसके दोनों बूब्सों को चूसना शुरू किया उफ़.. क्या मज़ेदार बूब्स थे उसके, जो मैंने चूस-चूस के लाल कर दिये।

फ़िर उसके पेट पे किस करते-करते मैं नीचे गया। उफ्फ.. उसकी गुलाबी सीलबंद चूत देख कर मेरा लंड तो पैंट के अंदर फड़फड़ा रहा था।

जब मैंने अपने कपड़े उतारे, तब उसकी मेरे लंड पर नज़र पड़ी। मेरा लंड देख कर तो उसकी आंखें फटी की फटी रह गई थी।

वो डर गई और बोली: ये तो अंदर नहीं जाएगा। कितना मोटा है तुम्हारा लंड।

लेकिन मैंने उसको झूठ बोला: मैं पूरा नहीं डालूंगा, डरो मत।

मैं अपना लंड उसके मुँह के पास ले गया। वो समझ गई, कि उसको क्या करना था और वो मुँह खोल कर लंड की चुसाई (Land Ki Chusai) करने लगी।

उससे लंड सही से चूसा नहीं जा रहा था, तो मैंने फिर उसको सही से समझाया। जब वो मेरा लंड चूस रही थी, तो मैं उसकी चूत को मसल रहा था।

उसकी पूरी चूत बिल्कुल गीली हो गई थी। मुझसे रहा नहीं गया और मैं 69 पोजीशन में आके उसकी चूत को चाटने लगा।

मेरी बहन तो मजे से पागल हो रही थी और सिसकियाँ ले रही थी। मैने कुछ मिनट उसकी चूत चाटी। इतने में बहन चिल्ला कर बोली-

बहन: भाई मेरी चूत से कुछ निकलने वाला है, रुको उफ़.. आह..

लेकिन मैं नहीं रुका और जंगली कुत्ते की तरह उसे चूसने लगा। उसका पूरा जिस्म कप-कपाने लगा और उसकी चूत का रस बहने लगा। बहन लंबी-लंबी सांसें ले रही थी और बिल्कुल मजे में थी।

मैं अब उसकी वर्जिन चूत की सील खोलने के लिए तैयार था। मैंने उसको सीधा लिटाया और अपने लंड पर कंडोम चढ़ा लिया।

फिर मैंने उसकी गीली चूत पे अपना लंड सेट किया। मैंने उसकी मुलायम टांगे उठाई और जोरदार झटका मारा और आधा लंड अंदर घुसा दिया।

बहन ज़ोर से चिल्ला उठी और मुझे लंड निकालने को बोलने लगी। मैंने उसके हाथ पकड़े और किस करने लग गया।

फिर मैंने एक और झटके में पूरा लंड अंदर घुसा दिया। उसका पूरा जिस्म दर्द से कांप रहा था। मैंने पूरा लंड अन्दर ही रखा थोड़ी देर तक, ताकि उसका दर्द कम हो जाये।

फिर जैसा ही उसका दर्द कम हुआ, तो मैं आराम-आराम से आगे पीछे होने लगा।

उसको अभी भी दर्द हो रहा था, लेकिन वो किसी तरह बर्दाश्त कर रही थी। मैंने उसको 5 मिनट तक आराम-आराम से चोदा, ताकि उसकी चूत मेरे लंड से एडजस्ट हो जाए।

जब उसका दर्द ख़त्म हुआ, तो मैंने उसको घोड़ी बना दिया और असल चुदाई (Real Sex) शुरू की। अब मैं उसको स्पीड से चोद रहा था।

वो भी अब चिल्ला नहीं रही थी, बाल्की कराह रही थी। अब वो हल्की-हल्की आवाज में आह आह कर रही थी, मैं उसकी गांड पर थप्पड़ भी मार रहा था और चोद भी रहा था।

मैं दूसरे हाथ से उसके बूब्स के मजे भी ले रहा था। फिर थोड़ी और चुदाई के बाद, वो चिल्ला-चिल्ला कर बोल रही थी-

बहन: और चोदो आह.. प्लीज़ स्पीड से चोदो आह..मुझे बहुत मजा आ रहा है, जोर-जोर से चोदो।

फिर हमने पोजीशन चेंज की और मैंने उसको अपने लंड पर बिठा दिया।

अब वो मेरे लंड पर उछल-उछल कर चुदाई का मजा ले रही थी। वो झुक कर मेरे मुँह में अपने बूब्स दे रही थी और मुझे कमांड कर रही थी-

बहन: चूसो इनको प्लीज भाई, मुझे बहुत मजा आ रहा है।

मेरी बहन अभी तक दो बार झड़ चुकी थी और तीसरी बार झड़ने वाली थी। मैं भी काफी देर से उसकी चुदाई कर रहा था और मैं भी झड़ने वाला था।

मैंने बहन को बिस्तर पर ढकेल दिया और उसकी टांगे उठा कर स्पीड से उसकी चूत चुदाई (Chut Chudai) करने लगा।

बहन अब तीसरी बार झड़ चुकी थी। मैंने लंड निकाला और कंडोम भी निकाल दिया और फिर उसके बूब्स और चेहरे पर अपना पूरा माल निकाल दिया।

बहन ने उंगली से मेरा पूरा वीर्य चाट लिया। वो भी थक गई थी और मैं भी थक गया था।

फिर हम एक दूसरे को गले लगाकर लेट गए और हमने थोड़ी देर किसिंग की। वो बता रही थी, कि उसको कितना मजा आया। फिर हम दोनों एक-दूसरे की बाहों में सो गए।

उस दिन हमने पहली चुदाई की और उसके बाद अगले कुछ दिन रोजाना कई बार चुदाई करते रहे।

अब उसके टीचर का मसला भी हल करना था। उसके लिए भी मैंने प्लान बनाया।

हमने टीचर को ट्रिक किया और उसको अपने घर बुलाया और मैंने बहन के कमरे में कैमरा छुपा दिया।

जब टीचर नंगा हुआ और बहन को बोलने लगा, तो वो मेरी बहन को पास कर देगा। तभी मैं अंदर गया और टीचर को बहुत मारा।

मैंने उसको रिकॉर्डिंग दिखाई, तो वो हमारे पैरो में गिर गया और माफ़ी मांगने लगा।

टीचर, जो बहन को ब्लैकमेल कर रहा था, उसको अब हम ब्लैकमेल कर रहे थे। अब टीचर का मामला भी हल हो गया था।

फिर कुछ दिन बाद जब रिजल्ट आया, तो उसने मेरी बहन को टॉप मार्क्स दिए। बहन और मेरा रिश्ता भी अब ऐसा हो गया था, कि हम रोजाना रात को चुपके-चुपके चुदाई करते थे।

मैंने उसको बहुत चोदा और मैं उसकी गांड चुदाई (Gand Chudai) का भी मजा ले चुका था। बहन को भी इतना मजा आया था की, वो भी अब चुदाई के बिना नहीं रह पाती थी।

अब इस बात को 2 साल हो गए हैं। मैं दूसरे शहर में शिफ्ट हो गया हूं और बहन को भी इसी शहर में नौकरी दिलवा दी है।

वहा हम दोनों को पूरी आजादी थी, और घर वालों को टेंशन नहीं है। हम हर वक्त नंगे रहते हैं और चुदाई करते हैं।

दोस्तों ये थी मेरी और मेरी बहन की सच्ची चुदाई की कहानी (Real Sex Story). उम्मीद करता हूँ आप सभी को पसंद आयी होगी। धन्यवाद।

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