November 23, 2024
धक्का पेल रात भर आंटी की बुर चुदाई

हेलो भाभी और आंटियों के चूत के दीवानों।

मेरा नाम मोहन है. मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से हूं और Delhi का रहने वाला हूं।

ये मेरी पहली Hindi Sex Story .जो की पड़ोस वाली आंटी की बुर चुदाई (aunty ki bur chudai )करि रात भर 

चलो अब कहानी शुरू करते हैं।

ये बात हमारे लिए टाइम की है जब मैंने 12वीं पास की थी। तब मैं 20 साल का था और मुझे सेक्स का कोई अनुभव नहीं था। मेरी माँ की एक सहेली थी, जिसका नाम अनीता था और वो vasant kunj की रहने वाली थी।

अब vasant kunj की लेडीज़ का तो आपको पता ही होगा, क्या मस्त फिगर होता है उनका।

वैसे अनीता आंटी का फिगर कुछ ज्यादा ही सेक्सी था। उनका साइज़ 36″34″36″ था और वो देखने में एक-हम हॉट थी।

मैं उनको बहुत पसंद करता था। वो ज्यादा टाइम सूट ही पहनती थी, जिसका गला बड़ा होता था। इसके उनके चुच्चे के दर्शन होते रहते हैं।

मैं उनके नाम की बहुत बार मुठ भी मारता था। तो हुआ ऐसा, एक बार मेरे मॉम-डैड को किसी फंक्शन के लिए गांव जाना था। तो माँ ने आंटी से मेरा ध्यान रखने को कहा।

मॉम-डैड ने 3-4 दिन बाद आना था, तो मैं घर पर अकेला था। आंटी का एक लड़का था, जो 9 वीं में पढ़ता था।

हमें शाम को आंटी ने मुझे अपने घर खाने के लिए बुलाया। वैसे उनका घर मेरे घर से नज़दीक ही था। मैं शाम को जल्दी उनके घर चला गया। आंटी ने दरवाजा खोला और बोली-

अनीता : ओह! तुम आ गये. चलो अच्छा है, मैं भी बोर हो रही थी।

मैं : आंटी आपके पति नहीं दिख रहे?

अनीता : वो बेटा घर के काम से बाहर रहते है, काम काम और सिर्फ काम करते रहते हैं।
ऐसा करो, तुम टीवी देखो और मैं चाय लेकर आती हूं।

और फिर आंटी चाय लेने चली गई। जब आंटी चाय देने के लिए वापस आईं और झुकी, तो मैं उनके big boobs को देख रहा था। चुच्चे देखते हुए, मैं चाय प्लेट से उठाना ही भूल गया।

आंटी भी कुछ नहीं बोलती और झुक रही है। फिर थोड़ी देर बाद, वो हंसे के बोली-

अनीता चाची : बेटा खो गये क्या?

मैं एक-दम होश में आया और चाय ली। आंटी हंसी और कुछ नहीं बोली. फिर रात को मैंने, उसके बेटे ने और आंटी ने खाना खाया। आंटी ने मुझे रुकने के लिए कहा, पर मैंने मन कर दिया।

उस दिन घर आकर आंटी के नाम की 2 बार मुठ मारी।

अगले दिन दिन के समय आंटी मेरे घर आई और मैंने गेट खोला।

मैं : अरे आंटी.

अनीता चाची: हाय बेटा, और क्या कर रहे हो?

मैं : बस आंटी, आपके बारे में ही सोच रहा था।

फ़िर मैं आंटी के चुच्चे की तरफ देखने लगा। आंटी ने मुझे मज़ाक में छोटा सा थप्पड़ मारा और बोली-

अनीता चाची: चल बदमाश, अंदर नहीं बुलाएगा?

मैं : अरे आपको कौन रोक सकता है आंटी?

फिर हम दोनों हँसे और अंदर चले गए। हमने अंदर बैठ कर बात की। फ़िर आंटी ने शाम को मुझे खाने पर बुलाया और मैं भी मान गया। आज मैंने सोच लिया था, कि उसको चूत चुदाई ( chut chudai )करके ही चोदूंगा।

मैं आज आंटी के घर 6 बजे ही चला गया।

जब मैं वाहा पहुंचा? आंटी अकेली थी. उनका बेटा बाहर दोस्तों के साथ खेलने गया था। आंटी ने मेरे से पूछा-

अनीता चाची: चाय पियेगा ना?

मैंने उनके चुच्चे की तरफ देखा और बोला-

मैं : नहीं. अगर दूध पिला दो, तो बढ़िया रहेगा।

ये सुन कर आंटी एक-दम हैरान हो गई। फ़िर मैं बोला-

मैं : मतलब दूध पियुंगा.

आंटी हंसी और बोली: रुक, मैं गरम करके लाती हूं.

फिर आंटी किचन में चली गई. मैं भी थोड़ी देर में किचन के अंदर गया और आंटी के पीछे खड़ा हो गया। वैसे आंटी मेरे से ऊंचाई में थोड़ी छोटी थी, तो मैं उनके ऊपर से दूध देखने के बहाने आगे हुआ और मेरा लंड आंटी की गांड से टकरा गया।

फ़िर मैं आंटी के चुच्चो को देखने लगा और आंटी चौंक गई। आंटी मुझसे बोली-

अनीता चाची: तू कब आया?

मैंने अपना लंड आंटी की मोटी गांड ( moti gand ) में दबाया और बोला-

मैं : बस अभी आया.

अनीता चाची : कुछ चाहिए क्या? मुझे बोल देता, मैं ले आती.

मैं : नहीं मैं तो बस दूध देखने आया था।

आंटी ने मेरी तरफ तिरछी नजरों से देखा, मेरी मैं उनके चुच्चे देख रहा था। फिर आंटी ने अपनी मोटी गांड मेरे लंड पर दबाते हुए बोला-

अनीता चाची: देख ले, गरम हो रहा है.

मैंने आंटी को पीछे से पकड़ लिया और गले पर किस करने लगा। आंटी माना करने का नाटक करने लगी। वैसे तो वो भी गरम हो राखी थी।

फिर थोड़ी देर बाद मैं आंटी को अपनी तरफ घुमा कर किस करने लगा और वो मेरा साथ देने लगी।
मैंने उसकी कमीज़ उतार दी और ब्रा भी उतार दी। फ़िर मैं उसके चुच्चे चुनने लगा। और वो विलाप करने लगी-

अनीता चाची: आआहह.. मोहन …चूस बेटा।

तभी अचानक उसका बेटा आ गया और उसने घंटी बजाई। आंटी ने मुझे हटाया और कपडे पहन कर दरवाजा खोलने गयी।
फ़िर रात को हमने खाना खाया।
आंटी ने मुझे वही रुकने को कहा और मैं भी मान गई। आंटी मेरी तरफ़ देख कर हंसी और नज़र घुमा ली।

रात को मैं और आंटी टीवी देख रहे थे और उनका बेटा सोने चला गया। फ़िर मैं आंटी की तरफ सरक गया और वो भी मेरी तरफ सरकी। लेकिन मुझ पर नियंत्रण नहीं हो रहा था।

मैं उठ और मैंने आंटी को सोफ़े पर धक्का दिया। फ़िर मैं आंटी को बोला-

मैं : बहन की लौड़ी, बड़ी गर्मी है तुझे.

और ये बोल कर मैंने उसके गले पर किस की। वो जल्दबाज़ी में बोली-

अनीता चाची: साले मुझे पता होता, कि तू ऐसा है, तो तेरी माँ को बोल कर उसको मैं साथ लाती।

फिर मैंने उसको उठाया और बेडरूम में ले गया। अंदर जाके मैंने उसको बिस्तर पर पटक दिया। मैंने उसको किस करते हुए नंगा किया और उसने मुझे नंगा किया। फ़िर मैं उसको बोला-

मैं : चल अब 7 इंच का लंड चूस मेरा.

जब उसने माना किया, तो मैंने उसको बालों से पकड़ कर लंड के पास ले लिया। फ़िर उसने जैसे ही मुँह खोला, तो मैं उसके मुँह को बहुत ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा।

मेरा पहली बार था, तो मैंने 2 मिनट में ही उसके मुँह में पानी छोड़ दिया और बिस्तर पर लेट गया।

उसने थोड़ी देर तो सांस ली और मेरा पानी निगल गई। फिर वो मेरे पास आई और बोली-

अनीता चाची: कुतिया की औलाद, इतनी जल्दी हो गया तेरा?

और ये बोल कर वो मेरे लंड को चूसने लगी। 5-10 मिनट में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। मैंने आंटी को बिस्तर पर लिटाया और उसकी रसीली और गरम चूत( rasili chut ) चाटने लगा।

अनीता चाची : अन्ह.. उउहं.. इसमें इतना मजा आता है? चूसो और चाटो मेरी फुद्दी।

थोड़ी देर में उसकी चूत से पानी आया और सारा पानी पी गया। फिर मैंने उसको घोड़ी बना दिया और अपना 7 इंच का लंड उसकी चूत में पेल दिया। लंड अंदर जाने से वो चिल्ला पड़ी.

अनीता चाची: मर गयी.

पर मैं नहीं रुका.

अनीता चाची: आआअह्ह्ह्ह.. चोद मादरचोद मुझे. मैं कुतिया हूँ तेरी चोद आआह्ह्ह…ऊउउउइइ माँ..

फिर मैंने उसको 10 मिनट में चोदा और मैं झड़ गया। मैंने सारा माल उसकी बुर में ही चोद दिया। फिर वो भी झड़ गयी. मैंने उस रात आंटी की 5-6 बार बुर चुदाई की । हर बार मैं 10-15 मिनट में ही झड़ जाता था।

सुबह मैं देर से उठा और तब तक उसका बेटा स्कूल चला गया था। जब मैं उठा तो आंटी किचन में ही थी। मैं नंगा ही वाहा गया और आंटी को पीछे से पकड़ के उसके चुच्चे दबाये। आंटी बोलीं-

आंटी: चल जा अब नहा ले. फिर खाना खा कर तुझे बहुत मेहनत करनी है।

मैंने आंटी को किस किया। आज वो पागल हो गई थी. उसने मेरे होंठ काटे और मुझे नीचे बिठा कर मेरे मुँह में थूक दिया। मैं सब निगल गया था.

अनीता चाची: जल्दी आ रंडी की औलाद. आज बताती हूँ चुदाई कैसी होती है।

उस दिन मैंने आंटी की मोटी गांड भी मारी। वो कहानी अगली बार बताऊंगा।

अगर आपको मेरी कहानी अच्छी लगी हो और किसी आंटी, भाभी या लड़की को मेरे साथ चुदाई करवानी हो, तो वो मुझे मेल कर सकते हैं।

ऐसी और आंटी की हिंदी सेक्स कहानियाँ पढ़नी है तो readxsroties.com पर जाएं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Dehradun Call Girls

This will close in 0 seconds