हेलो दोस्तों, मेरा नाम रोहन है। मैं 21 साल हूं, और हमेशा सेक्स को लेकर बहुत ही कामुक रहता हूं। मैं कॉलेज में पढ़ता हूं. मेरी हाइट 5’8″ है और लंड 8 इंच का है। मैं आपके लिए एक और मजेदार हिंदी सेक्स स्टोरी लेकर आया हूँ, जिसमे मैंने घर आई आंटी की मस्त चुदाई तो चलिए कहानी शुरू करते हैं।
दोस्तों मैं दिन में 3-3 बार मैं मुठ मारता हूं। दिखने में मैं हैंडसम और फिट हूं, और मुझे आंटियां शुरू से ही बड़ी पसंद हैं। तो चलिए कहानी शुरू करते हैं।
ये कहानी पिछले साल की है। वैसे तो हम लोग बिहार से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन पापा की नौकरी की वजह से हम दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। और यह पर हम रहने लगे।
अभी शिफ्ट हुए हमें कुछ ही दिन हुए थे, बिहार से मम्मी की दोस्त रेशमा आंटी कुछ दिनों के लिए हमारे यहां रहने आ गई। मैं काफ़ी सालों बाद रेशमा आंटी को देख रहा था। इससे पहले मैं शायद 10 सालका था जब उनसे मिला था।
जब वो आई तो हरे रंग का सलवार-सूट पहनी हुई थी। मैं तो उनको देख कर खुश हो गया, मेरे मन में लड्डू फूटने लगे। क्या बॉडी थी उनकी एक दम गदराई हुई सेक्सी माल लग रही थी।
वैसे तो आंटी की उमर 35 साल थी, लेकिन वो 25-26 साल की किसी भाभी से कम नहीं लगती थी। आंटी टाइट सूट पहनती थी, जिसमें से उनकी बॉडी की पूरी शेप दिखती थी।
ब्रा उनकी काफी टाइट रहती थी, जिसमें मस्त क्लीवेज का नजारा मिलता था, जिसे देखकर आस-पास के लोग उनके फिगर को घूरते रहते थे।
आंटी का फिगर कोई 34-30-36 का होगा, और मैं तो पहले से ही आंटियों का दीवाना हूँ। अब मैं मोके की तलाश में रहने लगा और आंटी को कैसे चोद सकू उसका प्लान बनाने में जुट गया, क्योकि पड़ोस के कई अंकल भी उनकी चुदाई करना चाहते थे।
मैं पहले दिन से ही आंटी के इर्द-गिर्द घूमता रहता हूं। मौका मिलने पर मैं आंटी को छू भी लेता हूं। लेकिन उनको शायद इस बात का पता नहीं चल रहा था, की मैं उनकी चुदाई के चक्कर में हूँ।
फिर एक दिन आंटी को मेरी नियत का पता चल गया।मैं घर की छत पर एक्सरसाइज कर रहा था। सुबह का समय था, तभी आंटी भी छत पर आ गई, और मुझे एक्सरसाइज करते हुए देखने लग गई।
उनको देख कर मैं और जोश से एक्सरसाइज करने लगा। उन्होंने लेगिस पहनी हुई थी, जिसमें से उनकी गांड जबरदस्त लग रही थी, मन तो कर रहा था की अभी पकड़ के आंटी को चोद दूँ।
फिर उन्होंने मुझे बोला, कि मैं उनको भी एक्सरसाइज करवाऊं। मैं तो ये सुन कर खुश हो गया।फिर एक्सरसाइज करवाने के बहाने मैंने मजे से उनकी बॉडी को टच किया।
इस दौरान मैंने उनके बूब्स भी दबाये, और गांड पर लंड भी रगड़ा। जब मैंने उनके मोटे बूब्स को दबाया, तो वो असहज हो गई, और फिर वहां से चली गई।
मुझे लगा मैंने गलती कर दी, लेकिन उनके बूब्स को छू कर मुझे बहुत मजा आया। अगले दिन आंटी मार्केट जाने वाली थी। उन्होंने मुझे भी मार्केट चलने के लिए कहा।
🎀और भी सेक्स कहानी पढ़े:- पडोसी आंटी की कमरतोड़ चुदाई🎀
मैंने भी हां बोल दिया, उस दिन आंटी ने जींस और शर्ट पहन ली। जब मैंने आंटी को उन कपड़ों में देखा, तो मेरे तो होश उड़ गए। जींस में उनकी गांड इतनी मस्त लग रही थी, कि चाहे उसको पूरी जिंदगी भर चाट लो लेकिन मन नहीं भरने वाला।
शर्ट में कसे हुए मोटे मस्त चुचे बिल्कुल आम की तरह लग रहे थे, जिनको पकड़ कर चूसने का मन कर रहा था। फिर आंटी को मैंने बाइक पर बिठाया, और मार्केट ले गया।
रास्ते में मैंने ब्रेक मार-मार कर उनके चुचो के स्पर्श का बहुत मजा लिया। आंटी भी मेरी हरकतें समझ गई थी, और वो भी जान-बूझकर मुझसे चिपक कर बैठ गई। फिर हम एक रेस्टोरेंट में बैठ कर कॉफी पीने लगे।
💕हॉट सेक्सी कॉल गर्ल्स बुक करे दिल्ली में 24 घंटे।💕
हम दोनों आमने-सामने बैठे थे, और मेरी नज़र आंटी के उभरते हुए बूब्स पर ही घूम रही थी। फिर आंटी ने मुझे बोला-
आंटी: रोहन क्या देख रहे हो?
मैं: कुछ नहीं आंटी।
आंटी: अगर बोलने में इतना डर लगता है, तो चोदने में क्या करोगे?
उनकी इस बात ने मुझे हैरान कर दिया। मैं समझ गया कि वो भी मुझसे चुदना चाहती है। तो मैने उनसे कहा-
मैं: चुदाई तो ऐसी करूंगा, कि आप अब तक की सारी चुदाई को भूल जाओगे।
आंटी: अच्छा जी। तो बहुत जोश लग रहा है तुम्हारे अंदर।
मैं: हाँ जी, कोई शक है क्या?
आंटी: तो चल फिर, और दिखा दो अपना दम। मैं भी देखती हूँ तुम्हारे लंड में कितना जोश है। हम दोनों हमने लगे और फिर हमने कुछ खाया और थोड़ी शॉपिंग की उसके बाद घर जाने लगे।
मैं उनको घर ले गया। घर पहुंचे तो वह कोई नहीं था घर खली था, रूम में जाते ही मैं और आंटी पागलों की तरह एक दूसरे को किस करने लगे।
मैं साथ-साथ उनकी शर्ट के बटन खोलने लगा। फिर मैंने उनकी शर्ट उतार दी, और हम किस करते हुए बेड पर लेट गए। और मैं उसके चुचो को भी दबाए जा रहा था।
मैं अब उनकी गर्दन को खूब चूम और चाट रहा था। फिर मैंने उनकी ब्रा का हुक खोला, और उनको उनके बदन से अलग कर दिया। आंटी के मोटे बूब्स बिल्कुल गोल-गोल थे।
🎀और भी सेक्स कहानी पढ़े:- खूबसूरत लड़की की कुंवारी चूत🎀
मैंने उनके बूब्स को चूसने शुरू कर दिए, और वो मेरे और अपने स्तन को दबने में लग गई। बड़ा मजा आ रहा था उनके निपल्स चूसने में। वो मुझे और ज़ोर से उनके बूब्स को चूसने को बोल रही थी।
फिर आंटी ने मुझे धक्का देकर नीचे कर दिया, और मेरी जींस और अंडरवियर उतार दिए। अब मेरा 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड आंटी के सामने था।
आंटी ने झट से मेरे लंड को मुँह में डाल लिया, और उसको चूसना शुरू कर दिया। मैं आहें भरने लगा, और मुझे बड़ा मजा आ रहा था। कुछ देर आंटी ऐसे ही लंड चूस रही है।
फिर वो खड़ी हो गई, और बड़े ही कामुक तरीके से मेरी तरफ देखते हुए अपनी जींस उतारने लग गई। लाल पैंटी में उनकी जांघें देख कर मैं तो पागल हो गया।
फ़िर आंटी ने अपनी पैंटी भी उतार दी।उसके बाद वो मेरी जांघों पर बैठ गई, और मेरे लंड पर अपनी गांड रगड़ने लगी। मुझे चरम सुख का एहसास हो रहा था।
कुछ देर वो ऐसी ही गांड रगड़ती रही, और फिर लंड चूत पर रख कर उसके ऊपर बैठ गई। अब मेरे लंड को उनकी चूत की गर्मी नसीब हो गई थी।
वो मेरे लंड को अपनी गांड हिला कर अन्दर लेने लगी, मैंने भी उनको छोटा पकड़ कर उनका समर्थन किया। बहुत मजा आ रहा था, फिर मैंने अपने हाथ आंटी के बूब्स पर रख दिए, और आंटी मेरे लंड पर कूदने लग गई।
इतना बढ़िया नजारा था, मैं बता नहीं सकता। फ़िर आंटी ने मुझे पोजीशन चेंज करने के लिए कहा। मैंने आंटी को घोड़ी बनाया, और लंड पीछे से उनकी चूत में डाल दिया।
उनकी बड़ी गांड देख कर तो मुझे और ज्यादा उत्तेजना हो रही थी। मैं ज़ोर-ज़ोर से उनकी चूत चोदने लगा।मैंने अपने हाथ आगे करके आंटी के लटकते चुचो को पकड़ लिए, और फुल स्पीड पर धक्के मारने लगा।
आंटी आह आह कर रही थी, और मेरे लंड की तारीफ कर रही थी। कमरे में AC चलने के बाद भी हम दोनों की बॉडी पसीने से भरी हुई थी।
फिर ऐसे ही धक्के मारते हुए मैंने अपने लंड का पूरा पानी आंटी की चूत में निकाल दिया। जब मेरा लंड आंटी की चूत से निकला, तो उनकी चूत से भी माल की पिचकारी निकल गई।
फिर हम वही लेट गए। आंटी की चुदाई करने के बाद मुझे बहुत मजा आया और जब आंटी हमारे घर रही मैं उन्हें मौका देखते ही चोदने लगता। इस तरह मैंने आंटी की प्यासी चूत की आग बुझाई।