मेरा नाम नूर है, मेरी उम्र 28 साल है और मैं शादीशुदा हूँ। मेरा शरीर भरा हुआ है. मेरा फिगर 34-32-36 है, मतलब मैं एकदम जवान और सेक्सी शरीर की मालकिन हूं.
आज की कहानी में पड़े: जीजा ने साली को वासना में चोदा –जीजा ने साली की बुर चुदाई की
अब मैं ज्यादा समय बर्बाद नहीं करना चाहता और सीधे उस रात की बात पर आती हूँ। इस घटना को हुए दो महीने हो गए हैं लेकिन ये बेहद खास है..
जिसे मैं अपनी जिंदगी में भूल नहीं पा रही हूं. और मुझे अपनी कहानी लिखने के लिए मजबूर होना पड़ा। बात उस दिन की है जब मैं अपने पति के साथ अपने दूर के जीजा के घर घूमने गयी थी.
मेरे जीजा जी शिमला में रहते हैं. तो मैंने सोचा कि जीजाजी के घर भी आएंगे और शिमला भी घूमेंगे. मैं आपको बता दूं कि मेरे जीजा जी शिमला में पुलिस में हैं और उनकी उम्र 35 साल होगी.
दोपहर को जब हम उनके घर पहुंचे तो मेरी बहन ने मेरा और मेरे पति का बहुत स्वागत किया. चूंकि शिमला में काफी ठंड है इसलिए हम अपने साथ कुछ गर्म कपड़े ले गये थे।
लेकिन वहां हमारी कल्पना से कहीं अधिक ठंड थी। रात को जब मेरे जीजा जी ड्यूटी से लौटे तो मेरे पति को लेकर बाहर घूमने चले गये.
मैं टहलने नहीं गयी क्योंकि मैं यात्रा से बहुत थक गयी थी। जब तक वे बाहर से वापस आए, मेरी दादी ने खाना तैयार कर लिया था और मैं भी तरोताजी थी।
जब वो लोग वापस आये तो मैं गेट खोलने गया. तो मैंने देखा कि शराब की एक बोतल मेरे जीजाजी के हाथ में थी और एक बोतल मेरे पति के हाथ में थी.
जीजाजी मुझे देखकर थोड़ा डर गए, लेकिन जब मैंने उनकी तरफ मुस्कुराकर देखा तो वो मुझे ऐसे घूरने लगे, जैसे कोई बरसों का प्यासा पानी की तरफ देख रहा हो. मैं शर्मा कर अन्दर आ गयी.
यहाँ बहुत ठंड होने के कारण जीजाजी और बहन को शराब पीने की आदत लग गयी थी। हमने खाना शुरू ही किया था कि जीजाजी ने एक बोतल खोली और सबके लिए ड्रिंक बनाने लगे.
मेरे पति तो ख़ुशी से फूले नहीं समा रहे थे, लेकिन मैंने कहा- मैं जीजाजी, मैं शराब नहीं पीती। मेरी बहन बोली- दो पैग ले लो, थोड़ी सी ठंड भी कम लगेगी और थकान भी दूर हो जायेगी.
मैंने फिर उसे मना नहीं किया. मैंने किसी तरह दो पैग पी लिए. तब तक मेरी बहन ने अपना चौथा पैग ख़त्म कर लिया था और बोली कि मुझे सो जाना चाहिए। जीजाजी और मेरे पति भी चार बार ड्रिंक कर चुके थे.
तो जीजाजी ने अगला पैग अपने लिए तैयार किया, मेरे पति का स्ट्रॉन्ग और मेरा थोड़ा हल्का। मैं उसे मना नहीं कर सकी. स्ट्रॉन्ग पैग पीने के बाद मेरे पति का कोटा पूरा हो गया.
वह वहीं सोफ़े पर नशे में बड़बड़ाता हुआ सो गया। लेकिन जीजाजी ने मुझ पर नजर रखते हुए एक पैग और बनाया और मुझे दे दिया.
मैंने उनसे कहा, मैं पूड़ी नहीं पी पाऊंगी. तो उसने कहा- बस हम दोनों ही बचे हैं. जितना पी सको पी लो, बाकी मैं पी लूँगा। मैंने नशे में उनसे कहा- जीजाजी, क्या मै आपका लंड चुसलु ?
उन्होंने मजाक करते हुए कहा- झूठी, क्या मैं तुम्हें पिलाऊं? शर्मिंदगी के मारे मेरे गाल लाल हो गये. मैंने आधा पैग पी लिया और गिलास उसके हाथ में देते हुए कहा-
मैं, अब आपकी बारी है. उन्होंने इस बात को थोड़ा और सीरियस लिया और मेरा हाथ पकड़ते हुए बोले-
जीजाजी, मैं यहां नहीं पीऊंगी, चलो आपके कमरे में पीते हैं। जीजू मेरा एक हाथ पकड़ कर मुझे कमरे की ओर ले गये और उन्होंने मुझे बिस्तर पर बैठा दिया.
गिलास मेरे होठों से लगाते हुए वो मेरे करीब आया और एक ही झटके में पूरा गिलास खाली कर दिया. फिर उसने कहा- जीजा जी, हम एक पैग और पियेंगे।
मैं उठी, और बोतल लेके आई और एक लाइट पेग बना दिया। मैंने लाइट पेग जान बूझ कर बनाया था, क्योंकि मुझे भी अब थोड़ा मजा आने लग गया था
उनकी शैतानियां देख कर। मैं देखना चाहती थी कि जीजा जी अभी और क्या नौटंकी करेंगे। उनके हाथ में मैंने वो पैग दिया, और बोली,मैं जीजू ये साली की तरफ से।
उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी तरफ ऐसे खींचा कि मैं सीधा उनकी गोद में जा गिरी।फिर उन्होंने बोला, ये वाला भी तुम्हारा ही जूठा पिऊंगा।
जीजू ने दारु से भरा गिलास मेरे होठों पे लगा दिया और बोला, एक सिप लो, और पीना नहीं।मैंने भी वैसा ही किया। जैसा ही मैंने एक सिप पी, जीजू ने मेरे बेहद करीब आके अपने होंठों को मेरे होठों पर रख दिया और किस करने लगे।
होंठों को चूसतेहुए वो दारू पीने लगे। अब मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा। मैंने भी उनके मुंह में अपनी जीभ घुसा दी और मजे लेने लगी। जीजू तो बिल्कुल प्यासे की तरह मेरे ऊपर ही टूट पड़े।
उन्होंने मुझे एक झटके में बिस्तर पर लिटा दिया, और एक-एक करके मेरे कपड़े उतारने लगे। पहले तो उन्होंने मेरी नाइटी उतारी। मैंने नाइटी के नीचे गुलाबी रंग का ब्रा और काले रंग की पेंटी पहनी थी।
उन्होंने ग्लास लिया और मेरी ब्रा पे थोड़ा दारू गिराया, और और ब्रा को ऊपर से चूसने लगे। फ़िर उन्होंने मेरी बगल को चूमा और पीछे की तरफ हाथ को ले जाते हुए मेरी ब्रा का हुक को खोल दिया।
अब मेरी चूची उनके सामने नंगी हो गई। वो तेजी से मेरी चूची को चूसने लगे। एक तो नशे में मैं बिल्कुल मस्त थी, और इधर जीजू् ने जो चुसाई की कि मेरे मुंह से कामुक आवाज निकलने लगी।
जीजू ने मुझसे कहा, साली साहिबा, थोड़ी आवाज धीमी निकालो। कहीं तुम्हारा पति जग गया तो।मैंने उनको बोला, पांच पैग पीने के बाद तो उसका बाप भी नहीं उठेगा।
जीजू ने जल्दी से ग्लास से थोड़ा सी दारु मेरे आर्म पिट पे गिराई और मेरे आर्म पिट यानी बगल को चाटने लगे। मैं अपने आर्म पिट के बाल को बहुत कम साफ करती हूं|
क्योंकि मुझे बालों वाली आर्म पिट की खुशबू बहुत अच्छी और मदहोश कर देती है, और शायद जीजू को भी ज्यादा पसंद था। तभी तो जीजू मेरे आर्म पिट को छोड़ ही नहीं रहे थे।
एक-एक करके दोनों आर्म पिट को चूस के लाल कर दिया तो मैंने जीजू से बोला-मैं, जीजू, कुछ नीचे भी आपका इंतज़ार कर रहा है।उन्होंने मेरी तरफ देखते हुए मेरी चूची को काट लिया|
बोले, साली साहिबा, रात तो अपनी है ना?लेकिन मैं अपने आप को रोक नहीं पा रही थी। तो मैंने अपने हाथों से ही अपनी पेंटी उतार दी और उनके लोअर को भी उतार दिया।
फिर मैंने उनको बोला, ज़रा जीजू के छोटू को तो देख लूं।उन्होंने अपना अंडरवियर खींच के अलग कर दिया, और मैं उनके लंड को मुंह में लेके चूसने लगी।
उनका लंड 5 इंच से बड़ा था और काफी मोटा भी था। फिर जीजू 69 पोजीशन में आ गए, और मेरी चूत में थोड़ा दारू गिरा के चूसने लगे। मेरे मुंह से आह इह उह की आवाज निकलने लगी।
कुछ ही देर में मैंने अपना पानी उनके मुंह में छोड़ दिया। मेरा पानी दारू के साथ मिल कर उनको ज्यादा ही स्वादिष्ट लग रहा था। जीजू ने मेरी गांड को भी दारू पिलाया और खूब चाटा।
मैंने जीजू को बोला, अपने लंड को मेरी चूत में कब डालोगे? जल्दी डालो ना, क्यों तड़पा रहे हो?फिर जीजू ने सीधे होके अपने लंड का सुपारा मेरी बुर पे रखा, और एक झटका मारा।
लंड अंडर नहीं गया, क्योंकि मेरी चूत थोड़ी टाइट थी। उन्होंने मेरी टांग को अपने कंधे के ऊपर रख के एक जोर का झटका मारा, जिससे आधा लंड मेरी चूत में घुस गया और मैं दर्द के मारे तड़प गई।
फिर जीजू ने लंड को बाहर निकाला, और उसपे थोड़ा दारू लगाया, और एक ही झटके में पूरा लंड मेरी चूत में घुसेड़ दिया।मैं मदहोश होके बोले जा रही थी |
जीजू अपनी साली चोद ले, साले जीजू मुझे दारू पिला के चोदने का बढ़िया प्लान बनाया। कल तेरी बीवी को मेरा पति चोदेगा, तब जाके हिसाब बराबर होगा।
जीजू तो बस मुझे चोदने में ही लगे हुए थे। करीब 25 मिनट की Bur Chudai के बाद जीजू ने अपना पानी मेरी चूत में ही छोड़ दिया, और मेरे ऊपर ही लेट गए। मैं उठी और उनके ऊपर चढ़ के लंड को मुंह में ले लिया|
अपनी रसीली चूत को उनके मुंह में घुसाने लगी।जीजू मेरी चूत को चाटते हुए बोले, प्लान तो मैंने बनाया था मजे लेने के लिए। पर ये तो साली ने ही मजे ले लिए।
मैंने ख़ुशी से उनके लंड को चूस-चूस कर खड़ा कर दिया, और इस बार मैं उनके ऊपर ही चढ़ कर चोदने लगी। 15-20 मिनट के बाद मैं फ़िर झड़ गई और जीजू का पानी भी निकल गया।
उस रात मैं 5 बार ही चुदी और फ़िर हम दोनों नशे में सो गए।अगली रात की कहानी मैं अगले भाग में सुनाऊंगी। लड़के अपना लंड हिलाते-हिलाते और लड़कियों चूत मैं उंगली करते-करते मेरी हिंदी कहानी को पढ़े। धन्यवाद दोस्तों।
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