November 21, 2024
जीजा ने तोड़ी नई नवेली दुल्हन की चूत की सील


नमस्कार दोस्तों आज आप के लिए readxxxstories.com पर मेरी रियल  हिंदी सेक्स स्टोरी, लेकर आई हु 

मेरी इस कहानी में पढोगे कि कैसे की मेरे पति के जीजा ने नई नवेली दुल्हन की चूत की चुदाई ( Dulhan Ki Chut Ki Chudai )करी और सील तोड़ कर दिया चूत चुदाई का फुल मजा दिया। उसके बाद क्या हुआ?आइये पढ़ते है।

मैं दिल्ली के Saket की रहने वाली सुंदर हसीन लड़की हूं।

मेरा नाम कोमल है, मेरा लालन-पालन मेरे सौतेली मां ने किया है। और सौतेली मां कैसी होती है वह आपको भी पता है। पूरी जिंदगी दुखों का पहाड़ लेकर मैं जवान हुई।

पिछले महीने ही मेरी शादी हुई है और पहली रात को मुझे पति ने नहीं बल्कि पति के जीजा ने मुझे अपनी हवस का शिकार बनाया।

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मैं भी कैसे चुद गई। जब मेरी चूत की सील टूट गई तब मुझे पता चला कि मुझे चोदने वाला मेरा पति नहीं, बल्कि मेरे पति का जीजा है।

आपको लग रहा होगा कि आजकल के जमाने में ऐसा कैसे संभव हो सकता है कि एक औरत को पता ही ना चले कि उसका पति चोद रहा है या कोई और चोद रहा है।

जब आप पूरी कहानी मेरी पढ़ेंगे तब आपको समझ आ जाएगा कि आखिर ऐसा कैसे हो गया था।

अभी मेरा बदन भरा भी नहीं था और मेरी शादी कर दी गई। लेकिन मेरे बड़े बड़े चूचे हो गए थे और  मेरे शादी का बात चलने लगी और जैसे तैसे मेरी शादी करा दी गई। यहां तक कि मैं लड़का भी नहीं देखे कि लड़का कैसा है।

मुझे भी देखने लड़का नहीं आया बल्कि लड़के का जीजा आया था।

लड़के के जीजा ने ही मुझे पसंद किया और शादी के लिए हां कर दिया। और मेरी शादी तय हो गई एक लड़के से। जो एक नंबर का कमीना इंसान है।

जब मेरी शादी हो रही थी तो मुझे ऐसा लग रहा था कि मानो मेरी जिंदगी बर्बाद हो रही है। क्योंकि मेरे लिए जो लड़का मेरे सौतेली मां और मेरे बाप ने ढूंढा था वह अपाहिज था पैरों से।

पोलियो से ग्रस्त था।

वह पर मैं क्या करती जो मेरे नसीब में था वही मुझे मिलेगा मैं तो मना भी नहीं कर सकती थी कि मैं इस लड़के से शादी नहीं करूंगी।

शादी हो गई मैं ससुराल भी पहुंच गई। मैं इतने अच्छे घर से बिलॉन्ग नहीं करती ना मैं इतनी पढ़ी लिखी हूं हां हिंदी अच्छी लिख लेती हूं।

इसीलिए मैं readxxxstories.com पर अपनी सेक्स कहानी लिख रही हूं।

सुहागरात में मेरी ननद जो शादीशुदा है मेरा पलंग सजाया। और गुलाब की पंखुड़ी बेड पर लगाया। पर उस हरामजादी ने भी मुझे धोखा दिया क्योंकि जो पलंग सजाय था  वह अपने भाई के लिए नहीं सजाय था 

वह अपने पति के लिए सजा रही थी। ताकि उसका पति एक नई नवेली दुल्हन की  चूत की सील तोड़ सके। एक कुंवारी लड़की कि कुमारी पन भांग कर सके। वही मेरे साथ भी हुआ।

रात के 11:00 बजे मैं अपने पलंग पर बैठ कर अपने पति का इंतजार कर रही थी ताकि मेरा पति जैसा भी है चाहे लंगड़ा ही क्यों नहीं है।

मुझे प्यार करेगा मुझे अपनी बाहों में भर देगा जिंदगी तो अब इसी के साथ काटनी हैं तो जो हो गया सो हो गया अब आगे की जिंदगी सही चले इसके लिए मैं अपने पति का सपोर्ट करूंगी |

तभी लाइट चली गई सच तो यह है दोस्तों की लाइट गई नहीं थी लाइट काटी गई थी। कमरे में अंधेरा छा गया था ना मोमबत्ती थी ना दिया था।

तभी दरवाजा खुला और मेरा पति अंदर आया और वह मेरा पति नहीं था वह तो मुझे बाद में पता चला।

मेरे पति के जीजा अंदर आया दरवाजा बंद किया अंधेरे की वजह से मुझे कुछ भी दिखाई दे रहा था।

भेष भी दूल्हे का बना रखा था। शेरवानी पहन लिया था और अंदर आ गया। मैं वही टेबल पर एक ग्लास दूध रखी थी ताकि अपने पति को अपने हाथों से दे सकूं।

अंदर आते ही अंधेरे में ही मैंने पैर छूकर बदनाम किया उन्होंने मुझे बेड पर बैठाया और वह भी बेड पर बैठे।

यह सब अंधेरे में हो रहा था मैंने दूध का गिलास किसी तरीके से टटोलकर उनको दिया हाथ में। उन्होंने दूध पिया और मेरे हाथ को छुआ मैं शरमा गई।

उन्होंने मेरे बदन को छूते हुए मेरे होंठ को छुआ मेरे होंठ कांप रहे थे। मुझे डर लग रहा था पहली बार चूत चुदाई ( Chut Chudai ) में तो डर लगता ही है

मैं भी डरी हुई थी कहीं मेरी चूत फट ना जाए। उन्होंने मुझे हौले से धक्का दिया था कि मैं बेड पर लेट जाऊं मैं भी लेट गई।

उन्होंने मेरे साड़ी के पल्लू को मेरे छाती पर से हटाया और मेरे ब्लाउज का हुक खोल दिया। मैं आंखें बंद कर ली ऐसे भी अंधेरा था कुछ दिखाई दे नहीं रहा था।

उन्होंने मेरी साड़ी खोली पेटिकोट का नाड़ा खोला पेटिकोट को नीचे से खींच कर बाहर कर दिया और साड़ी को हटा दिया मेरे बदन पर से।

ब्रा का हुक खोलने के लिए मुझे थोड़ा साइड होने के लिए कहा मैं साइड हो गई और फिर खोल दिया।

मैं बहुत घबराई हुई थी इस वजह से मैंने तकिया लेकर अपने मुंह पर रख ली। उन्होंने मेरी बिग बूब्स ( Big Boobs ) को मुंह में लेना शुरू कर दिया। उनके मुट्ठी में मेरी चूचियां आई नहीं रही थी।

उन्होंने मेरे जिस्म को सह लाते हुए अपने हाथ को मेरी गीली चूत ( Gili Chut )पर ले गए।

मेरे चूत को उन्होंने सहलाना शुरू कर दिया।

मुझे काफी डर लग रहा था पर उन्होंने जितना मेरे बूब्स को दबाया मेरे चुचियों को पिया मेरे मोटी गांड ( Moti Gand ) में उंगली डाली और मेरे चूत को अच्छे से चूसा।

तो मैं भी थोड़ा काम हो गई मेरी चूत से हल्की-हल्की गरम गरम पानी निकलने लगी थी।

जैसे उन्हें एहसास हुआ कि मैंने अपनी चूत से पानी छोड़ दी तो वह तुरंत ही मेरी चूत की चूत चटाई ( Chut Chatai ) करने लगे । जब वह मेरी चूत को चाट रहे थे  तो मैं भी अंगड़ाइयां लेने लगी 

और गुदगुदी भी हो रही थी उस समय।

पर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। अब ऐसा लग रहा था कि आगे की जिंदगी मेरी सही रहेगी।

सौतेली मां से छुटकारा मिल गया पति के घर आ गई हूं और पति मुझे इतना अच्छा प्यार कर रहा है।जब मेरी चूत काफी गीली  हो गई।

तो उन्होंने अपना लंड निकाला मेरी दोनों टांगों को उठा कर मेरे कमर के नीचे तकिया लगाया। और यह सब चुपचाप हो रहा था।

मेरे मुंह से सिर्फ सिसकारियां निकल रही थी पर वह कुछ नहीं बोल रहे थे वह बिल्कुल चुपचाप थे अंधेरे में।

अपना लंड मेरी चूत के मुंह पर लगाया। और धक्के देने लगे ताकि लंड मेरी चूत के अंदर चला जाए

पर कैसे जाएगा मेरी कुंवारी चूत ( Kunwari Chut )  में लंड मैं 

तो कुंवारी थी आज तक मैंने किसी से कभी सेक्स नहीं की ना किसी ने मेरे बदन पर हाथ लगाया था।

और किसी ने हाथ लगाया भी तो वह मेरी सौतेली मां थी जो सिर्फ थप्पड़ ही मुझे लगा था मेरे जिस्म को किसी ने कभी सेक्सी अंदाज से छुआ नहीं था।

फिर से उन्होंने जोर से धक्का मारा अब मैं दर्द से छटपटा गई। बहुत ज्यादा दर्द होने लगा था मेरी चूत में।

उन्होंने मेरी चूचियों को सहलाने मेरे होंठ को छुए मेरे चुचियों के निप्पल को दोनों उंगलियों से रगड़ा।

और फिर से उन्होंने ट्राई किया लंड घुसाने का और इस बार वह कामयाब रहे क्योंकि उन्होंने जोर से धक्का मारा था।

लैंड तो पूरा अंदर आ गया मेरी चूत के अंदर पर मुझे बहुत दर्द होने लगा था मैं चिल्लाने लगी  मैं बोलने लगी छोड़ दो मुझे छोड़ दो।

उन्होंने फिर मुझे सहलाया, जब मैं शांत हो गई तब उन्होंने फिर से एक बार धक्का दिया इस बार पूरा लंड मेरी चूत के अंदर गया।

अब मैं बोली धीरे धीरे करो मुझे बहुत दर्द हो रहा है मेरी चूत फट गई है। उन्होंने कुछ नहीं बोला और धीरे-धीरे मुझे चोदने लगे।

मैं भी मजे लेने लगी 5 मिनट में सब कुछ नॉर्मल सा हो गया मेरी वासना जाग गई थी।

मुझे चुदाई बहुत अच्छी लग रही थी वह जब मेरी चूचियों को मसलते हुए अपने लंड को मेरी चूत में डालते रहे थे।

तो मुझे बहुत अच्छा लगता था। अब मैं गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी।

फिर उन्होंने मुझे उल्टा कर दिया और गांड की तरफ से मेरी चूत में लंड घुस आया और फिर गांड के तरफ से वह मुझे चोदने लगे।

मैं पीठ के बल लेट गई पेट के पास उन्होंने तकिया लगा दिया दोनों टांगों को अलग अलग किया

और बीच में लंड घुसा कर धक्के देने लगे गांड पर धक्के देते थे लंड चूत में जाता था।

यह थोड़ा मेरे लिए कठिन था क्योंकि दर्द ज्यादा हो रहा था। मैं 5 मिनट तक ही ऐसे बर्दाश्त करती रही और मैंने कह दिया कि मैं ऐसे नहीं करवा पाऊंगी मुझे काफी ज्यादा दर्द हो रहा है।

उन्होंने कुछ नहीं बोला मैं सीधा हो गई। मैं ही बोल रही थी वह एक भी शब्द नहीं बोल रहे थे। मुझे लगा कि वह शर्म आ रहे हैं इसलिए नहीं बोल रहे हैं।

अब फिर से उन्होंने मेरी टांगों को अलग अलग किया दोनों टांगों को अपने कंधे पर रखा फिर से लंड  को मेरी चूत के छेद पर रखा और घुसा दिया इस बार आराम से लंड चला गया क्योंकि चूत भी काफी ज्यादा गीली हो गई थी और अंदर तक पहले भी लंड जा चुका था।

अब जोर जोर से चोदने लगे और मैं भी चुदवाने लगी। अब मुझे अच्छा लगने लगा। करीब 20 से 25 मिनट तक मुझे ऐसे ही चोदते रहे।

अंत में जाकर वह तेजी तेजी से करने लगे। और पूरा का पूरा लंड एक बार चिपका दिया मेरी चूत में और शांत हो गए।

उनका पूरा माल मेरी चूत के अंदर ही समा गया और जब उनका माल निकल रहा था। तब वह बोले , आह आह ओह ओह उफ्फ्फ उफ्फ्फ आआआ ओह्ह्ह्हह्हह। मैंने  तुरंत ही अपने कमर को पीछे खींचा  क्योंकि ये आवाज मेरे पति की नहीं थी।

ये आवाज मेरे पति के जीजा की थी।

मैं पहली रात को अपने पति तेजी से  ही  चुद गई थी।

मैंने कहा आप उन्होंने कहा हां 

मेरे  और आपके पति के साथ यही डील हुई थी कि मैं पहली बार आपकी ही चूत की सील तोड़ूंगा।

मैं रोने लगी बैठकर। जीजा बोले रोती क्यों हो कोमल  जो होना था हो गया खुश रहो।

सच तो यह है कि मैं ही तुम्हें खुश रखूंगा और तुम्हें वह सब दूंगा जो एक पति अपनी पत्नी को देता है।

क्योंकि तुम्हारे पति का लंड खड़ा नहीं होता है। इसीलिए आज वह तुम्हारे पास नहीं आया है वह बगल वाले कमरे में दारू पीकर सो रहा है।

इसलिए रोना धोना छोड़ो आज के बाद तुम मुझे अपना पति ही मानो यहां तक कि मेरी पत्नी को भी इसमें एतराज नहीं है।

उसने खुद अपने हाथों से ही सुहागरात के पलंग को सजाया है ताकि उसका पति यानी मैं सुहागरात किसी और औरत के साथ मना सकूं।

इसलिए खुश रहो तुम्हें किसी तरीके की कोई कमी नहीं होने दूंगा। तुम बहुत हॉट और सेक्सी लड़की हो तुमने आज मुझे खुश कर दिया शायद ऐसा मुझे कभी इस जिंदगी में नहीं मिलता लेकिन आज तुमने मुझे चोदने के लिए दिया और वह भी नई नवेली चूत की।

दोस्तों यही है मेरी कहानी सुहागरात में सब अपने पति से जिस्म शेयर करते  है

पर मुझे अंधेरे में पति का जीजा चोद गया । आशा करते हो मेरी यह कहानी आपको अच्छी लगी होगी दूसरी कहानी जल्द ही   readxxxstories.com पर लेकर आउंगी।

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