हेलो दोस्तो, मेरा नाम सूरज है और मैं आप सबको मेरी Hindi Sex Story बताना चाहता हूँ। ReadXStories.Com का धन्यवाद करता हूँ जो मुझे मेरी कहानी लिखे का मौका दिया।
ये Free Hindi Sex Kahani है मेरे ऑफिस की गर्लफ्रेंड की उसी के रूम में चुदाई की – Girlfriend Ki Room Me Chudai
बात है 2021 की। मुझे ऑफिस में 3 साल हो गया था काम करते हुए।
कहानी की नायिका है साक्षी जो मेरे साथ काम करती थी। 2021 के वार्षिक समारोह में मैंने एक लड़की को देखा और देखते ही दंग रह गया।
साक्षी मानो एक किसी Hindi Sex Kahani की अप्सरा हो। उसका फिगर 38-32-40 था. उसके मोटे मोटे गांड और मोटे मोटे चूचे देख के मैं पागल हो गया।
धीरे-धीरे मैंने उससे बात करना शुरू किया और हम दोनों में गहरी दोस्ती हो गई। मुझे उससे प्यार होने लग गया था।
फिर एक रात चैटिंग करते हुए उसने बताया कि उसका पहले से ही बॉयफ्रेंड है। फिर भी हमारे बीच का रिश्ता कायम रहा।
हम लोग ऑफिस में एक दूसरे के हाथ को टच करते हैं, कमर से पकड़ लेते हैं, जब कोई नहीं देख रहा होता।
हमने ऑफिस की सीढ़ियों पर चुंबन भी किये। फिर हम दोनों रोज़ सेक्स चैट करने लग गए।
हमारे बीच की आग बढ़ाने लग गई और हम मौका तलाश करने लग गए।
साक्षी उसके तीन दोस्तों के साथ रहती थी और उसका बॉयफ्रेंड भी वहां आ जाया करता था।
एक दिन उसके बाकी के फ्लैटमेट्स ने वॉटर पार्क जाने का प्लान बनाया। लेकिन साक्षी ने तबियत का बहाना करके जाने से मन कर दिया।
उसने अपने बॉयफ्रेंड को बोला कि वो वॉटर पार्क चले जाए।
वो नहीं चाहती कि उसकी वजह से उसका बीएफ एन्जॉय ना कर पाए। जैसे ही वो लोग सुबह 5:00 बजे निकल गए, साक्षी ने मुझे कॉल करके घर आने को कहा।
उसने ये भी बताया कि आज हम शाम तक जो चाहें वो कर सकते हैं।
ये सब सुनकर मैं खुश हो गया और अपनी बाइक लेकर निकल पड़ा। रास्ते से मैंने कंडोम के पैकेट, वियाग्रा और रसमलाई पैक करा लिया।
जैसा ही मैं उसके घर पहुंच दरवाजा खुलते ही हम दोनों साइन से लिपट कर फील करने लगे।
लगभाग 15 मिनट तक हम वैसे ही दरवाजे पर खड़े रहे। हमें एहसास हुआ कि हमें घर के अंदर जाना चाहिए।
दरवाज़ा बंद करते ही मैंने उसको अपने गोद में उठाया और जाकर सोफ़े पर किस करने लग गए।
लगभाग 25 मिनट किस करने के बाद हम दोनों एक दूसरे से अलग हुए। उसने मुझसे पानी के लिए पूछा, “पानी पियोगे?”
मैने कहा, “पहले से ही पी लिया तुम्हारे होठों से, अब मुझे तुमको खाना है।
” वो शरमाई और बोली, “हमारे पास इसके लिए पूरा दिन पैदा हुआ है। चलो पहले एक दूसरे को साफ़ करें।” फिर हम दोनों बाथरूम में चले गए।
एक दूसरे को नंगा किया और शॉवर ऑन करके, एक दूसरे को लिपट कर नहाने लगे।
बदन को बदन से रगड़ने के बाद वैसे ही बिना कपड़ों के हम बेडरूम में आ गए।
फिर मैंने रसमलाई का पैकेट खोला और एक अपने मुँह में लेकर उसके मुँह की तरफ ले गया।
हम दोनों एक ही रसमलाई को एक दूसरे के मुंह से चूस चूस कर खाने लग गए।
मैंने थोड़ी सी रस उसके बदन पर डाली और उसे चाटने लग गया।
पहले उसके गले पर, फिर उसके स्टैन पे, और फिर नाभि पे।
आखिरी बार मैंने उसकी चूत में थोड़ा सा रस डाला और उसके दोनों टांगो को उठाकर उसके पेट तक रस जाने दिया। फ़िर उसे खड़ा करके उसकी चूत चाटने लग गया।
बहुत ही मीठी मीठी सी रस उसकी चूत से बहार आने लग गई और मैं सारा पी गया।
मैंने 30 मिनट तक उसकी चूत चाटी और वो झड़ गई। मैंने उसका सारा पानी पी लिया।
उसके बाद मैंने उसको मेरा लंड चूसने को कहा, पहले तो उसने मन किया बोली की, “मैंने कभी लंड नहीं चूसा।
” मैंने कहा, “एक बार कोशिश करो अगर तुम्हें अच्छा ना लगे तो फिर मत करना।” मुझे तो लंड चुसवाना था.
उसने जैसे ही मेरा लंड अपने मुँह में लिया मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया और उसके गले तक चला गया।
उसने मेरा लंड निकाल दिया बोली कि, “ये तो मुझसे नहीं होगा, बहुत अंदर तक जा रहा है।”
मैने कहा, “ये तुम्हारे होठों से छूते ही खड़ा हो गया। इसीलिये अंदर तक चला गया, तुम धीरे-धीरे इसको चूसो।
” उसने चूसना शुरू किया और कहा कि “मुझे भी रसमलाई का रस इसपे लगा के चाटना है।”
मैंने अपने लंड को रसमलाई के पैकेट में डालके उसके मुँह में दे दिया। वो लंड चूसने लगी.
करीब 10 मिनट का लंड चूसने के बाद मेरा पानी उसके मुंह में निकल गया।
उसने थोड़ा पानी पिया और बाकी मुंह से निकल कर अपने शरीर पर लगा दिया।
हम एक दूसरे को किस करने लग गए और एक दो रसमलाई खाई।
थोड़ी देर लिपट कर सोने के बाद उसने अपना हाथ मेरे लंड को लगाकर उसे खड़ा किया।
वो बोली, “अमित, अब नहीं जा रहा। प्लीज़ अपने लंड को मेरी चूत में डालो।
” मैंने उसके झांड़ को उठाया और अपने लंड के टोपे को उसकी चूत पर सहलाने लगा।
करीब 5 मिनट तक यहीं करने के बाद मैंने धीरे से अपना लंड साक्षी की चूत में डाला।
उसने कराहते हुए कहा, “आह, अमित!” 1 मिनट ऐसे ही मैं रुका रहा। फिर मैंने एक ही झटके में उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया।
वो ज़ोर से चीखी और अपने नाखुन को मेरे पीठ में घुसा दिया। वो पल मुझे हमेशा याद रहेगा, अजब सी ख़ुशी हुई मुझे।
हालांकी वो वर्जिन नहीं थी, जैसा ही मेरा लंड उसकी चूत में गया मुझे मानो जन्नत मिल गई।
करीब 5 मिनट ऐसे ही मैं धक्का देता रहा। उसके बाद उसकी चूत टाइट होने लग गई और मैं समझ गया कि ये झड़ने वाली है।
मैने तुरंत अपना लंड उसकी चूत से निकाला और उसकी चूत को जीभ से चाटने लग गया।
वो झड़ी और उसका पानी मैं पीने लग गया। चूत का पानी पीने में अमृत का मजा है दोस्तो।
मेरा लंड अभी भी खड़ा था. मैंने उसको डॉगी पोजीशन में लिया और उसकी चूत पीछे से लेने लग गया।
10 मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ने वाला था। मैंने उससे पूछा नहीं और उसकी चूत में ही अपना सारा माल निकाल दिया।
उसके पीठ पर सर रख कर लेट गया। हम दोनो ऐसे ही 2 घंटे तक सोये रहे।
जैसे ही मेरी आंख खुली मैंने देखा कि साक्षी की चूत पर मेरा माल लगा हुआ है और धीरे-धीरे सुख रहा है।
मैंने अपने ढीले लंड को उसकी चूत से रगड़ा। फ़िर उसे खड़ा करके उसके मुँह के पास अपना लंड ले गया।
मेरे लंड की खुशबू से उसकी नींद खुली और उसने मेरे लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।
अब उसका लंड चूसने में मजा आने लग गया। करीब 15 मिनट का लंड चुसाई ( Land Chusai ) के बाद वो बोली कि उसे भूख लग रही है।
कुछ खाने के लिए ऑर्डर कर दो।
मैंने मोबाइल से बिरयानी ऑर्डर कर दी और उसने कहा, “जब तक बिरयानी आ रही है तब तक मैं तुम्हारे लिए कॉफी बनाता हूं।
” मैं किचन में गया और मेरे दिमाग में एक शैतानी ख्याल आया।
कॉफ़ी बनाने के लिए मैंने आधा कप दूध लिया और उसमें सुसु कर दिया।
कॉफी पाउडर थोड़ी ज्यादा दाल दी ताकि साक्षी को पता ना चले। हमसे दो गोली वियाग्रा की भी मैंने दाल दी।
दोस्तो मैं कॉफी नहीं पीता इसलिए मैंने अपने लिए ग्रीन टी बनाई और लेकर बेडरूम में चला आया।
मैंने उसकी कॉफ़ी दी और मैं अपना ग्रीन टी लेकर बैठ गया। हम दोनो ने चियर्स किया और एक घूंट ली।
उसने घूंट लेते ही मुझसे कहा, “ये तो गजब की कॉफ़ी है, काश मुझे रोज़ ऐसी कॉफ़ी मिले।
” तब मैंने उसकी रेसिपी के बारे में बताया और उसने एक नॉटी स्माइल दी और कहा, “इस हिसाब तो मुझे तुम्हारी ग्रीन टी टेस्टी बनेगी।”
मुझे लगा कि वो किचन में जाके ग्रीन टी बनाकर ले आएगी।
लेकिन साक्षी ने मेरे सामने अपनी टांगें फेलाईं और मेरे कप में सुसु करने लग गई। सुसु इतना सारा था कि वो कप से बाहर जा रहा था।
उसने फिर ग्रीन टी का पैकेट खोला और उसकी सूसू में डुबो कर मुझे दे दिया।
मैंने एक घूंट ली और सच बताऊँ दोस्तों ऐसी ग्रीन टी मैंने कभी नहीं पी थी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।
मैंने उसे कहा, “तुम मेरे लिए ऐसी रोज़ ऐसी ग्रीन टी बना कर लाना।
” हम दोनों ने अपना-अपना ड्रिंक ख़तम किया और एक दूसरे को गले लगा कर चूमने लग गए। मेरा लंड खड़ा हुआ.
मैंने उसकी एक टांग बिस्तर पर राखी और थोड़ा सा उसे झुका कर उसकी पोजीशन में उसे चोदने लग गया।
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनो झड़ गये।
फिर उसने कहा कि वो अभी प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती इसलिए मैं मेडिकल से उसके लिए कल ऑफिस आती हूं, एक वक्त एक आईपिल लेते आऊं।
अब 4 बज चुके द. फिर हमने उसके फ्लैटमेट्स को कॉल करके पूछा कि वो लोग कब तक वापस आएंगे।
उनको कहा, उनको आने में रात हो जाएगी करीब 10-11 बजेगा। फिर उसने अपने बॉयफ्रेंड को कॉल करके पूछा कि वो कब तक आएगा। उसने कहा कि वो 8:00 बजे तक आएगा।
हमने एक दूसरे की ओर देखा और किस करने लग गए। थोड़े से उदास भी थे क्योंकि हमारे पास सिर्फ 4 घंटे थे।
पर हमने उसे भूलभुलैया लेने दी। फिर दरवाजे पर घंटी बजाई। हम थोड़े से डर गये.
मैंने उसे कहा कि वो बिना ब्रा और पैंटी के सिर्फ नाइटी में बाहर जाकर दरवाजा खोले।
उसने ठीक वैसे ही किया, देखा तो डिलीवरी बॉय बिरयानी लेकर आया है। डिलीवरी बॉय साक्षी को देखते ही रह गया।
मैं शॉर्ट्स पहन कर बाहर आया और कहा की, “भाई, पार्सल दोगे या देखते ही रहोगे।” वो डर गया और उसने साक्षी के हाथ में रखा और भाग गया।
साक्षी ने झट से दरवाजा बंद कर दिया और कहा, “मेरी फट रही थी पर तुमने आके जो उसकी ली, मजा ही आ गया।”
उसने आँख मारते हुए कहा कि, “दूसरों की लेने में बहुत मजा आता है।
” हमने खाना खाया,रूम में चुदाई ( Room Me Chudai ) की और फिर बाथरूम जाके एक बार। ताजा होके मैं बाहर चला गया उसके बॉयफ्रेंड के आने से पहले।
दोस्तों ये मेरी पहली कहानी है, जरूर बताना कैसी लगी। फीडबैक के आधार पर और भी कहानियां पोस्ट करूंगा।