मेरा नाम साक्षी है, और मैं बिहार से हूं। ये हिंदी सेक्स स्टोरी मेरे बारे में है। इस हिंदी सेक्स कहानी में आप जानेंगे की मेरी पहली चूत की चुदाई (Pahli Chut Ki Chudai) भाई ने बीवी बना कर की और मुझे चुदाई का मजा दिया।
मेरे घर में मम्मी पापा मैं और मेरे दो बड़े भाई रहते हैं। मैंने अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली है।
अब मैं दिल्ली में आगे की पढ़ाई का प्लान कर रही थी, एक दिन मम्मी पापा बाहर गए हुए थे। और मुझे पता चला कि उनका एक्सीडेंट हो गया है और उनकी मौत हो गयी हैं।
मैं उस बात से काफी टूट गई थी, मेरे सबसे बड़ा भाई राहुल दिल्ली और मेरा छोटा भाई रोहित नॉएडा में नौकरी करता था।
मेरे दोनों भाई हमारे घर बिहार में आये हुए थे। दोनों भाई ने मुझे अपने साथ चलने के लिए बोला, पर काफी सोच विचार के बाद मैं राहुल भाई के साथ दिल्ली चली गई।
राहुल के पास जब मैं आई तब मेरी उमर 18 साल थी, और मेरा सेक्सी फिगर साइज 32-28-34 था।
उस समय मैं एक कच्ची कली थी, मेरा स्कूल में भी कोई बॉयफ्रेंड नहीं था। दिल्ली में राहुल भाई पहले अपने दोस्त के साथ अपार्टमेंट शेयर करता था।
मेरी वजह से एक नया घर लेना पड़ा, पर राहुल ने मुझे एक समस्या बताई कि सिंगल लोगो को घर कभी नहीं देते।
इसलीए अपार्टमेंट किराए पर लेते समय भाई ने मुझे उनकी पत्नी हूं ये बताने को बोला।
मैं दिल्ली में राहुल के साथ शिफ्ट हो गई। मैंने वहां बी.टेक. की ग्रेजुएशन शुरू किया।
हम यहां पति पत्नी बनकर रह रहे थे, इसलिए कोई परेशानी नहीं हो रही थी।
वहा हमारा रूम 2 बीएचके का था। मैं रोज सुबह नाश्ता और दोपहर का खाना बनाती थी।
नाश्ता करके हम दोनो लंच लेके निकल जाते थे। राहुल का 10 से 7 ऑफिस था तो वो 9 बजे निकल जाते थे।
मेरा कॉलेज 10 से 2 का था, तो मैं घर आ कर अपनी पढ़ाई करती थी। फिर शाम को राहुल के साथ समय बिताती थी।
हमने राहुल के दोस्तों को भी नहीं बताया था कि हम दोनों भाई बहन हैं। इसलिए सब मुझे भाभी ही बोलते थे।
कुछ दिन बाद शाम को मैं शॉपिंग करके घर आ रही थी। रास्ते में किसी ने अचानक बाइक से मेरे गले का चेन खींच लिया, और मैं नीचे गिर गई।
जोर से गिरने की वजह से मुझे काफी चोट आई और मैं डर गई। कुछ लोग मुझे अस्पताल ले गए, और वहीं से राहुल को फोन किया।
राहुल मुझे देखने अस्पताल आया, और मैं उसके गले लग कर रोने लग गई। डॉक्टर ने राहुल से ये बातें कीं।
डॉक्टर- राहुल आपकी पत्नी भाग्यशाली है कि उनको सर पर चोट नहीं लगी। उनके दाहिने हाथ में फ्रैक्चर है।
राहुल- डॉक्टर कोई गंभीर बात तो नहीं है ना?
डॉक्टर- सीरियस कुछ नहीं है, ये एक्सीडेंट की वजह से आपकी पत्नी काफी डरी हुई है। उनका ख्याल रखना और दवाईया टाइम पर दीजिएगा।
राहुल- ठीक है, धन्यवाद डॉक्टर।
फ़िर राहुल मेरे पास आया और फ़िर से मैं उसके गले लग गई। राहुल ने मुझे समझाया कि अब सब ठीक है, फिर भी मैं उसके गले लगी रही।
डॉक्टर की अनुमति से हम घर आये। आस-पास के लोग मिलेंने आए थे, उनके जाने के बाद राहुल ने मुझे खाना खिलाया और दवा दी।
मैंने राहुल से कहा – अब आप मेरे पास बैठे रहो।
राहुल ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और वो मेरे पास वो खुद भी लेट गया। मैंने राहुल को गले लगा लिया, तो मेरे हाथ में दर्द होने लग गया।
क्योकी राहुल मेरी राइट साइड सोया हुआ था। राहुल ने मुझे पीछे से गले लगाया और वो बोले।
राहुल- आज मैं तेरे पास ही सो जाता हूं।
पूरी रात मैं राहुल की बहू में सोती रही। जब सुबह मेरी आंख खुली तो राहुल का एक पैर मेरे ऊपर था, और उसका एक हाथ मेरे स्तन पर था।
सुबह उसने हल्का सा मेरे चुचो को दबा दिया, और मेरी हल्की सी झलक निकल गयी।
राहुल एक दम से उठ गया, और पूछने लगा – क्या हुआ सब ठीक तो है ना? खैर मैंने ऑफिस से 1 हफ्ते की छुट्टी ली है।
फ़िर राहुल ने मुझे नाश्ता दिया और दवा भी दे दी। फिर मैं नहाने गई, पर मैं एक हाथ से नहीं नहा पा ही थी।
मैंने राहुल को बोला – भाई मुझे मदद की ज़रूरत है।
फिर वो पड़ोस में से किसी को बुला ने जा रहे थे, तो मैंने राहुल को रोका और कहाँ – भैया हम यहां पति पत्नी बनकर रह रहे हैं, किसी को बुलाओगे तो शक हो जाएगा।
फ़िर राहुल बाथरूम में आया और वो बोला – मेरे सामने तुम्हें नंगा होने में कोई दिक्कत तो नहीं है?
अब मेरे पास कोई विकल्प नहीं था, तो मैं बोली – नहीं।
फ़िर भाई ने मेरा टॉप निकाला और अब मैं उनके सामने ब्रा पैंटी में खड़ी थी।
जींस तो मैं पहले ही निकल कर आई थी, राहुल मेरे करीब आया और मेरी बैक पर हाथ ले जा कर उसने मेरी ब्रा को खोल दिया।
काफी समय तक ब्रा पहनने की वजह से त्वचा पर रैशेज हो गए थे। फिर मैंने एक हाथ से पैंटी उतार दी, राहुल ने हल्का गरम पानी मेरी बॉडी पर डाला और इस वजह से मेरे बूब्स हार्ड हो गए थे।
फिर उसने पुरे बदन पर सबुन लगाना शुरू किया। पहले मेरे गले पर लगाया, फिर धीरे-धीरे मेरे बूब्स की और आए।
मेरे बूब्स पर अपने हाथ से सबुन मलने लगे और मैं पागल हो रही थी।
धीरे-धीरे हम दोनो ही अपना होश खो रहे थे। राहुल ने फिर मेरी नाभि में उंगली डाली, और उसे वो साफ करने लग गया।
मैं पहली बार एक लड़के के स्पर्श का मजा ले रही थी, ये मुझे बहुत ज्यादा पागल बना रहा था।
फ़िर राहुल अपना हाथ मेरी चूत की और ले गया, और मेरी चूत के पंख खोल कर धीरे से साबुन लगाने लग गया।
अब ये मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ, और मेरी चीख निकल गई।
इस वजह से हम दोनों होश में आए और नहा कर बाहर निकल आए। राहुल ने मेरे बूब्स के आस-पास क्रीम लगाई। और मुझे सीधे वन पीस पहना दिया।
राहुल- आज ब्रा पैंटी मत पहनो, तुम्हें रैशेज हो रखे हैं, तो ब्रेस्ट को आराम मिल जाएगा और पुरे दिन टॉयलेट आने-जाने में आसान रहेगी।
इस हादसे की वजह से मैं और राहुल एक दूसरे के साथ काफी घुल मिल गए। हमारे बीच की शर्म निकल गई थी, और वैसे भी यहां सब की नजर में हम पति पत्नी थे।
2 दिन से हम घर में ही थे, मैंने राहुल को बोला – भैया मुझे कहीं बाहर ले चलते।
राहुल – कहीं अच्छी जगह डिनर करने ले चलता हूं, क्योंकि मुझे पता है मैं अच्छा खाना नहीं बनता हूं।
मैं- मुझे फ्रेश होना है तो मेरी मदद कर दो।
फ़िर राहुल मेरे पास आया, और वो मुझे बाथरूम में ले गया। उसने मेरा वन पीस निकाल दिया, और मैं फिर से उसके सामने ब्रा पैंटी में खड़ी थी।
इस बार मस्ती में मैंने राहुल से कहा – तुम भी अपने कपड़े उतार दो।
उसने मेरी बात सुन कर अपनी पैंट और टीशर्ट उतार दी, और वो अंडरवियर में मेरे सामने अब खड़ा था। राहुल ने छोटा वाला तौलिया गिला किया, और आहिस्ता आहिस्ता मेरे शरीर पर गुमाने लग गया।
मैंने अपने एक हाथ से ब्रा का हुक खोल दिया, और ब्रा को अपने बदन से अलग कर दिया।
मैं राहुल का इस तरह छूना बहुत पसंद कर रही थी। जैसे मेरे पुरे बदन में एक मीठी सी सिहरन दौड़ रही थी।
ब्रा निकलने के बाद राहुल ने तौलिया मेरे बूब्स पर घूमना शुरू कर दिया था।
अब पागल हो कर मेरे मुँह से आआआह्ह्ह्हा आअह्ह्ह्हा आह्ह्ह्हा की सिस्कारियाँ निकल रही थी।
राहुल एक दम मेरे करीब आ गया, और उसने मेरी कमर में हाथ डाल कर मुझे अपने करीब खींच लिया।
अब उसने मेरे माथे पर किस किया, मैं उसकी तेज सांसे महशुस कर रही थी और साथ में हमारे बदले हुए रिश्ते का भी मुझे एहसास हो रहा था।
अब वो धीरे से मेरी पैंटी में हाथ डाल रहा था, और मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित थी।
तभी एक दम से रुक गया, और मेरी आंख में आंख डाल कर वो मुझसे पूछने लगा।
राहुल – साक्षी क्या तुम सच में चाहती हो, कि मैं तुम्हारा जिस्म इस तरह से छू कर साफ करू?
साक्षी – हां मैं चाहती हूं कि आप मुझे ऐसे प्यार करो।
राहुल – साक्षी तुम जानती हो, कि हमारा रिश्ता भाई बहन का है।
साक्षी – हां मुझे पता है, पर यहां आने के बाद मुझे भाई बहन के रिश्ते से ज्यादा हमारी दोस्ती का रिश्ता महशुस हुआ।
राहुल – साक्षी मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, और मुझे सिर्फ तुम चाहिए। तुझ पर सिर्फ मेरा हक हो।
साक्षी – मुझे ये रिश्ता मंजूर है।
मेरी ये बात सुन कर राहुल ने मुझे गले लगा लिया, और वो बोले – साक्षी तुम्हारा हाथ ठीक हो जाएगा, उसके बाद मैं तुम्हें पूरी तरह से अपना बना लूंगा। तुम्हारे इस मखमली बदन पर सिर्फ मेरा हक होगा।
फ़िर फ्रेश हो कर मैं और राहुल मेरे रूम में आये। मेरे बदन पर सिर्फ तौलिया था, और राहुल अंडरवियर में था। मैं अलमारी के सामने खड़ी सोच रही थी, की आज मैं क्या पहनूं?
राहुल ने मेरे अलमारी से एक लाल रंग की वेस्टर्न ड्रेस निकाली, जो स्लीवलेस और बैकलेस ड्रेस थी। मुझे वो ड्रेस पहनाइ और फिर मैंने कहा।
मैं- पैंटी निकाल दू क्या?
राहुल- आज से तुम पैंटी नहीं पहचानोगी, मैं नहीं चाहता तुम्हारी चूत और मेरे हाथ के बीच में ये पैंटी आए।
राहुल ने मेरे बूब्स को हल्का सा दबाया, और फिर उसने मुझे ड्रेस पहना दी। ड्रेस को अलग से ठीक करते समय मेरी घने काले बालो वाली गुलाबी चूत पर राहुल ने अपना हाथ फेर दिया।
इसे मैं एक दम से आह करने लग गई, राहुल ने कहा – सिर्फ छूने से ये हाल है, पर जब मेरे छोटे नवाब अंदर जाएंगे तो क्या होगा?
बर्दास्त कर लोगी ना या फिर मुझे ही आहिस्ता आहिस्ता रुक रुक कर तुम्हें प्यार करना पड़ेगा?
मैं- आपको जैसे करना है प्यार वैसे ही करना।
ये बात सुनकर राहुल मेरे गले लग गया, और पहली बार उसने मुझे लिप टू लिप किस कर लिया।
फिर हम होटल के लिए निकल गए, उस होटल में हमने क्या किया और वो डेट केसी रही।
ये मैं आपको अगले पार्ट में बताऊंगी। तब तक जिसका भी लंड और चूत मिले चुदाई का मजा लेते रहे, जिंदगी का असली मजा चुदाई में ही है।
आपको मेरी रियल हिंदी सेक्स स्टोरी (Real Hindi Sex Story) कैसी लगी। कमेंट करके ये जरूर बताइयेगा। धन्यवाद।