हेलो दोस्तों, आपकी रितिका आप सभी के लिए फिर से हाजिर हूं ( Naukrani Ko Maa Banaya 2 ) लेकर जो आप सभी को एंटरटेन करेगी।
लड़को का लंड खड़ा करेगी और लड़की की चूत की गर्मी शांत करेगी
पिछला भाग: नौकरानी को माँ बनाया ( Naukrani Ko Maa Banaya ) भाग 1 जरूर पढ़े।
तो अब ज्यादा समय नहीं लेते हुए कहानी शुरू करती हूं।
जिसने भी ये कहानी का पहला भाग नहीं पढ़ा, उससे अनुरोध है कि पिछला भाग पढ़े।
हेलो दोस्तों, मेरा नाम अमित है। मैं दिल्ली ( सरोजिनी नगर ) का रहने वाला हूं। अभी तक तो आप लोग मुझे पहचान ही गए होंगे।
मैं अपनी कहानी नौकरानी को माँ बनाया भाग 2 लेके आया हूँ।
बिना किसी देरी के कहानी शुरू करते है।
अभी तक कहानी में आपने पढ़ा कैसे मैंने अपनी नौकरानी की चुदाई ( Naukrani Ki Chudai ) की शुरुवात करदी।
अब आप पढ़ेंगे की मैंने कैसे कैसे नौकरानी को चोदा ( Naukrani Ko Choda )।
तो अब कहानी में आगे बढ़ते है।
मैने करीब 10 मिनट तक मधु के निपल्स दबाये और चूसे और उसको उत्तेजित करता रहा। फिर उसकी नाभि के पास चूमने लगा।
मधु:- आहाहाहा उउफुफुफुफुम्म
उसके बाद मैंने उसको खड़ा किया और उसकी पूरी साड़ी उतार दी।
साड़ी के अंदर उसने पेटीकोट पहन रखा था।
मैने उसको फिर से लेटा दिया और हथो से उसका पेटीकोट ऊपर सरकते हुए चूमता गया और उसके पेटीकोट के अंदर घुस गया।
मधु:- उउउउफफफ्फ़ आआहाहाहा ये क्या कर रहे हो आप अमित जी????
मधु का चेहरा शर्म से एकदम लाल हो रहा था।
विशाल:- तुम चुप रहो और देखती रहो।
पेटीकोट के अंदर घुसते हुए चूमते हुए उसकी चूत के पास से निकल गया ।
और चूत पे से झाटो को हटा कर उसकी चूत को चटने लगा। उसकी चूत पूरी भीगी हुई थी और क्या रसीली खुशबू आ रही थी।
और मैं भी तो पहली बार किसी की गुलाबी चूत ( Gulabi Chut ) को चाट रहा था।
मधु:- उउफुफुफु आआहाहह आआहाहा उउउहहफफ्फ़।
इसके बाद मैंने उसका पेटीकोट भी फाड़ के निकाल दिया और चूत चाटने लगा ।
और साथ ही मेरे हाथों को ऊपर कर के उसके चुचियों को दबाने लगा। मधु से ये सब बर्दाश्त नहीं हो रहा था।
मधु:- आहाहाहा अमित जी उउउउउउफफफु आहाहाहा मर गई में आहाहाहाहा उउउउहहम्म आहाहा अमित जी मेरे अंदर डालो उउउउफफु आहाहाहा।
मैंने उसकी बात नहीं सुनी और उसकी चूत को चाट रहा था।
उससे बर्दास्त नहीं हुआ और कुछ देर में मैं मधु झड़ गई। उसके झड़ते मैं उसकी चूत का रस पीने लगा।
मधु:- आहा अमित जी ये क्या कर रहे हो???
विशाल:- तुम्हारी रसीली चूत का रस पी रहा हूँ, क्यों विजय नहीं पीता क्या???
मधु:- नहीं कभी नहीं.
विशाल:- फिर तो बड़ा पागल है वो ये अमृत जल नहीं पीता।
ये कहते हुए मैंने उसकी चूत को चूसने लगा तो उसकी बर्दास्त के बाहर होने लगा और बोल ने लगी
मधु:- उउउफुफु अमित जी अब नहीं रहा जा आहाहा जल्दी से अंदर डाल दो नहीं तो मार जाउंगी उउउउफुफ।
मैंने उसकी हालत देखी तो उठा और उसकी चूत के नीचे एक तकिया लगाया और उसकी टांगे फेला दी।
उसके बाद मैंने अपना पेंट उतारा और खड़ा लंड पकड़ कर उसकी गीली चूत के पास सेट कर दिया।
मेरा लंड देख के वो चिल्ला उठी और बोली..
मधु:- अमित जी आज मार डालोगे क्या मुझे? आपका तो बहुत बड़ा है इतना तो मेरे पति का भी नहीं।
विशाल:- इतना अच्छा लगा तो मुँह में लेके चूस इसको।
मेरे कहते वह एकदम से उठी और मेरा लंड पकड़ के मुँह में ले लिया।
मधु:- उउउहम्म्म्म उहहहहम्ममाआ उउउउउउहह उउफुहम्मफुह्ह्ह।
विशाल:- आहाहाहा ले उउउह्म्म्म्म चूस ले आअहहाहा उउउह्म्म्म्म मिटा दे आअहाहाहा इसकी प्यास उउउउउफफफफ अहहाहा उउह्ह्ह्म्म।
मधु:- उउहम्महु उफफफ ह्म्म्म अमित जी ये क्या कह रहे हो…??
विशाल:- आहाहा ये मेरा पहली बार है उउउउफफह आअहह कुछ बोलो नहीं बस आआहाहा चूस लो इसे।
वो मेरा लंड जोर जोर से चूस ने लगी इतना कि 10 मिनट में वह झड़ गया ।
और बड़ी बात ये हुई कि मधु ने भी मेरे लंड का सारा रस पी लिया।
उसके बाद में जल्दी से उसकी टांगो के पास गया उन्हें फेला दिया और अपनी और खींचा।
उसने मेरा लंड पकड़ा के अपनी चूत पर रखा और बोली..
मधु:- जल्दी से इसको अब अंदर डालो ना अमित जी में बहुत तड़प रही हूँ।
उसकी तड़प देख कर मैंने एक जोर का धक्का उसकी चूत में मारा और हम दोनो ही जोर से चिल्ला उठे।
मधु:- आआहहहह उउउउउउउफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ माआआअर हो गई.
मैं फिर से धीरे-धीरे से डाल को अंदर बाहर करने लगा और साथ ही हम दोनों सिसकारियाँ लेते रहे।
धीरे धीरे करते बीच में एक जोर का धक्का दिया और मेरा पूरा लंड उसकी गरम चूत में घुस गया।
मेरी इस हरकत से वो बहुत जोर से चिल्लायी।
अब मैं जोर जोर से पूरे धक्के देने लगा था, पूरा अंदर तक और वो सामने जोर जोर से चिल्लाये जा रही थी।
मधु:- आआहहहहह अमित जी आआआहहह उउउउउउफफफफफ उउहहम्म्म्म माआआआर हो गयी में आआहहहहह उउउउउउफुफफफ धीरे करो आआहहहहह।
विशाल:- मैं तुझे जरूर मां बनाऊंगा।
मधु:- आआहाहाहाहा उउउउफफुफु आआहाहा हाआं मुजे माआ आआहा बना दो उउउउफ ह्म्म्म्म।
ऐसे ही करीब 25 मिनट तक धकापेल चोदने के बाद.
विशाल:- आहाहाहा जानु अब तैयार हो जाओ।
गई और फिर में रुक गया और सारा का सारा वीर्य उसकी चूत की गहराई में डाल दिया।
पूरा वीर्य निकाल ने के बाद ही मैंने अपना लंड उसकी चूत से बहार निकला।
मधु मेरी बात समझ गयी वो भी उठी और मुझे जोर से गले लगा लिया ।
और मेरे पुरे शरीर को चूमने लगी और जोर से मुझसे चिपक गई।
ये कहानी को यही रोक रहा हूं। थोड़ी लंबी हो गयी है। बाकी की कहानी हम अगले भाग में जानेगे।
आशा करती हूं आप सभी को मजा आ रहा होगा ।
और अगर कोई भी मुझसे बात करना चाहे या कहानी से संबंधित सुझाव देना चाहे तो मुझे कमेंट कर सकता है।