मेरे प्यारे पाठको को मेरा नमस्कार मैं साक्षी एक बार फिर से आप सभी के लिए एक और धमाकेदार हिंदी की जीजा-साली चुदाई कि कहानी लेकर आयी हूँ।
ये कहानी दिलीप और उनकी साली की है जो उन्होंने मुझे मेल करके readxxxstories.com पर प्रकाशित करने के लिए भेजी थी।
मुझे उनकी कहानी बहुत पसंद आई फिर मैंने इसे प्रकाशित करने का सोचा और अब आगे की ये जीजा साली सेक्स कहानी दिलीप आपको बताएंगे है, कहानी का मजा लीजिए।
तो चलिए शुरू करते है अपनी कहानी को…………..
दोस्तो, मैं भी आप ही की तरह रोज हिंदी चुदाई की कहानी पढता हूँ। मैं अब तक काफी सारी सेक्सी कहानियां पढ़ चुका हूं, और आज मैं अपना कुछ अनुभव आपके साथ शेयर करने जा रहा हूं
इस कहानी में मैंने अपनी बड़ी Sali Ki Pyasi Chut की आग बुझा के उसको अपने लंड का स्वाद चखाया।
मैं अपनी छुट्टियों में अपने ससुराल में अपनी बड़ी साली के घर गया था उसका घर दिल्ली के महिपालपुर में था।
वैसे भी वहा गए हुए मुझे कई साल हो गए थे। उसी दिन मेरे ससुर जी का फोन मेरी पत्नी के फ़ोन पर आया।
फोन पर उन्होंने बताया कि किसी रिश्तेदार की मौत हो गई है, तुम काजल के घर से यहां आ जाओ फिर हम सब साथ चलेंगे।
मेरी बड़ी साली का नाम काजल है, उसके पति तिलक की चाय की दुकान है वो भी शहर से बाहर और घर पर आना जाना कम होता है।
क्योकि दुकान काफी दूर है तो वो बहुत कम दुकान से घर आते है। मेरी बड़ी साली को अभी तक कोई बच्चा नहीं है, और उसकी शादी को पांच साल हो चुके है।
पर तिलक जी शादी से पहले ही अपना काम धंधा उन्होंने शहर से बाहर जमा लिया था तो इसलिए काजल के साथ वो ज्यादा टाइम नहीं रह पाए थे।
पहले मैंने कभी काजल को गलत नजर से नहीं देखा था, पर एक दिन काजल बाजार गई थी।
तभी अचानक बारिश शुरू हो गई, मैं टीवी पर फिल्म देख रहा था। मूवी में कुछ सेक्सी सीन थे, जिन्हे देख कर मेरे मन में ख्याल बदलना लाज़मी था।
उस समय मेरे मन में बहुत उतेजाना पैदा हो रही थी, मैं धीरे-धीरे अपने लंड को सहलाने लग गया। तभी दरवाजे की घंटी बज गई, मैं एक दम से घबरा गया।
मुझे लगा कि किसी ने मुझे देख लिया हो, पर मुझे याद आया कि घर में तो और कोई है ही नहीं मैं बेकार में डर रहा था।
मैंने जा कर दरवाजा खोला, तो मैंने देखा कि बाहर काजल खड़ी थी। उसका बदन पूरा भीगा हु अथा, और आज मुझे पहले से ज्यादा जवान और खूबसूरत लग रही थी।
मैंने दरवाजा बंद कर दिया, और जैसे ही मैं पीछे मुड़ा तो मेरी नजर काजल की मोटी गांड (Moti Gand) पर पड़ी। वो भीगने की वजह से पूरी तरह से काजल की मोटी गांड से चिपकी हुई थी।
मैं काजल की मोटी गांड देखकर पागल हो गया था और उसके साथ किसी भी तरह से चुदाई का मजा (Chudai Ka Maja) लेना चाहता था।
काजल ने सामान सोफे पर रखा और मुझसे बोली- दिलीप जी, मेरा पूरा बदन भीग चुका है। इसलिए आप मुझे अंदर से एक तौलिया ला कर दे दो।
मैं तौलिया ले आया और काजल मुझसे मुस्कुराती हुई बोली – समान हाथो में लटका कर लाने से मेरे हाथ दर्द करने लग गए हैं, तो क्या तुम मेरा एक छोटा सा काम करोगे?
मैं- क्या काम है?
काजल- जरा मेरे बालो से पानी सुखा दोगे?
मैं- क्यों नहीं।
काजल सोफे पर बैठ गई, मैंने देखा बालो से पानी निकल कर उनके गोरे गालों से बह रहा था।
मैं काजल के पीछे बैठ गया, उनको अपने पैरो के बीच में मैंने उसे बैठा लिया और मैं उनके बालो को सुखाने लग गया।
काजल का गोरा बदन भीगने के बाद गरम बदन मेरे पैरो में हलचल पैदा कर रहा था। बाल सुखाते हुए मैंने धीरे से उनके कंधे पर अपना हाथ रख दिया।
काजल ने बिल्कुल विरोध नहीं किया, तो मैंने फिर उसकी कमर को सहलाना शुरू कर दिया।
काजल- ठीक है अब मेरे बाल सुख गए हैं, अब मैं अंदर जा रही हूं।
फिर वो कमरे में चली गई, और मेरी सांस रुक गई। मैंने सोचा कि शायद काजल को मेरे इरादे पता चल गये हैं। कमरे में जा कर काजल ने अपने कपड़े बदलने शुरू कर दिये।
काजल ने जल्दी जल्दी में दरवाजा बंद नहीं किया था, वो बड़े से शीशे के सामने खड़ी हुई थी।
उसने अपना एक कपड़ा उतार दिया था। मैंने देखा कि काजल बड़ी गौर से अपने सेक्सी बदन को ऊपर से नीचे तक देख रही थी।
मेरा दिल अब और भी पागल हो रहा था, ऊपर से बारिश का मौसम जिसकी हर बून्द जैसे मेरे तन बदन में आग लगा रही थी।
अब की बार काजल ने मुझे देख कर अंदेशा कर दिया, शायद ये मेरे लिए ग्रीन सिग्नल था।
मैं उसके कमरे में चला गया, काजल बोली- अरे दिलीप, मैंने अभी कपड़े नहीं पहने हैं तुम अभी बाहर जाओ।
मैं- काजल, मैंने तुम्हें कपड़ों में तो हमेशा ही देखा है, पर आज बिना कपड़ों में तुम्हें पहली बार देखा है। अब तुम्हारी मर्जी है, क्या तुम मेरे सामने ऐसी ही रह सकती हो या नहीं?
और ये कहते हुए मैंने उसको अपनी बाहों में ले लिया, उसने थोड़ी सी ना नुकर करी पर मैंने उसे ज्यादा सोचने का समय नहीं दिया। और मैं उसे किस करने लग गया, मैंने काजल देखा कि काजल ने अपनी आंखें बंद कर ली हैं।
इसमे उसकी सहमती छुपी हुई थी, मैं कुछ मिनट तक उसको चूमता रहा। इस बिच मेरे गरम होठ उसके गोरे जिस्म के कोने कोने को चूम रहे थे। अचानक काजल ने मुझे जोर से धक्का दिया और मुझे गिरा दिया।
एक बार तो मैं डर गया, पर अगले ही पल मैंने पाया कि काजल मेरे ऊपर आ कर लेट गई है। उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए हैं, हम दोनो के बीच से कपड़े की दीवार हट चुकी थी।
मेरा लंड पूरा तरह से खड़ा हो गया था, तभी उसने मेरे लंड को अपने गरम होठों से छुआ और उसे अपने मुँह में ले लिया।
वो मेरे ऊपर इस तरह से बैठी थी, कि मेरी साली की चूत एक दम मेरे होठो पर आ कर लगी हुई थी।
तो मैं उसकी चूत को पगलो की तरह चुमने लग गया। उसके मुँह में से अब मेरा लंड आज़ाद हो गया था और उसके मुँह से अहह आअहह सीसी जैसी आवाज निकल रही थी।
तभी उसकी चूत ने पानी निकाल दिया। और वो बोली- आह्ह आह मेरी चूत तुम्हारे इस लंड के बिना अब नहीं रह सकती, प्लीज अपने इस खिलाड़ी को मेरी चूत के ग्राउंड में उतार दो। ताकी ये दोनो चुदाई का खेल खेल सके।
काजल अब मेरे लंड को लेने के लिए तड़पने लग गई थी, मैंने भी उसी समय काजल को अपनी बाहों में भर लिया और उठ कर उसको बिस्तर पर लेटा दिया। मेरी साली की चूत रसीली हो चुकी थी, मैं काजल के ऊपर लेट गया।
मेरा लंड अब काजल की चूत के दरवाजे पर दस्तक दे रहा था। काजल ने अपनी गुलाबी चूत (Pink Pussy) को अपने दोनों हाथों से खोल दिया, और मैंने अपना लंबा लंड अंदर डालना शुरू कर दिया।
काफ़ी दिनों से काजल की चूत की चुदाई (Chut Ki Chudai) नहीं हुई थी, इसलिए काजल की चूत एक दम टाइट थी।
तो मैंने उसे जोर से झटका दिया और अपना लंड उसकी चूत के तयखाने में बंद कर दिया।
काजल के मुंह से आह आह की आवाज निकल गई, उसने मुझे थोड़ी देर हिलने से मना कर दिया था।
क्योकि बहुत दिनों के बाद उसकी बुर चुदाई (Bur Chudai) करने से उसको दर्द होने लगा था, कुछ देर बाद जब दर्द कम हुआ तो वो खुद नीचे से हल्के हल्के झटके लगाने लग गई।
अब मुझे भी साली की चुदाई (Sali Ki Chudai) करने का मजा आने लग गया था, और मैंने काजल की ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी थी।
जितने जोर से मैं काजल की चुदाई कर रहा था, वो उतनी ही सेक्सी और कामुक आवाजें निकाल रही थी।
आहहह अहह आह आअह्ह्ह्ह ऊम्मम उम्म्म्म हा और जोर से… और जोर से…. मेरी चूत में अपना पूरा लंड घुसा के चोदो बहुत दिनों से इसने लंड नहीं लिया है।
मेरी चूत का आग को बुझा दो इसे चोद-चोद कर आह आह्ह उम्म्म उम्म और चोदो बहुत मजा आ रहा है तुम्हारे लंड से चुदवा कर ऐसे ही चोदते रहो।
उसकी बाते सुन-सुन कर मैं भी जोश में पुरे जोश में हो गया था और तेज-तेज धक्को के साथ उसकी चूत की चुदाई (Chut Ki Chudai) करने लगा।
हम दोनों ने करीब 20 मिनट तक चुदाई का खेल जारी रखा, और उसकी बाद काजल मुझसे जोर से पकड़ कर लिपट गई।
साली की चूत थोड़ी देर के लिए कस गई। कई ताबड़तोड़ धक्को के बाद मेरे लंड ने अपना सारा पानी साली की गीली चूत में निकाल दिया।
अब वो मुझसे लिपट गई, मैं इस तरह कुछ मिनट तक काजल के ऊपर लेटा रहा।
उस दिन की बरसात से ले कर और अब तक ये आपका दिलीप अपनी काजल के प्यासे बदन को जब भी समय मिलता उसकी जोरदार चुदाई करके उसकी चूत की गर्मी को शांत करता।
आपको मेरी ये हिंदी सेक्स स्टोरी कैसी लगी, मुझे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताए। धन्यवाद।