हेलो दोस्तों कैसे है आप सब? मैं आपका अपना मिन्टू आपके लिए आज एक और हिंदी गे सेक्स स्टोरी लेकर आया हूँ। जिसमे मैंने पुलिस वाले से गांड मरवाई। उम्मीद करता हूँ आप सभी को मेरी आज की गे सेक्सी कहानी (Gay Sex Kahani) बहुत पसंद आएगी।
मैं अपने प्रशंसकों को निराश नहीं करना चाहता था, इसलिए आज मैं अपनी जिंदगी का एक और हादसा आप सब के लिए ले कर आया हूं।
तो दोस्तो बात उन दिनों की है, जब मैं कॉलेज में पढ़ता था। मैंने फेसबुक पर बहुत से गे पेज और ग्रुप को ज्वाइन किया है। एक दिन मैंने भी उस पेज पर अपनी गांड की तस्वीर के साथ लिखा, कि मुझे एक हैंडसम गे पार्टनर चाहिए।
और ये लिख कर मैंने वहा एक पोस्ट डाल दी। दोस्तो, फिर तो आप पूछो मत मेरा इनबॉक्स लोगो के मैसेज से भर गया। मैंने भी कुछ से संपर्क किया मगर कोई मुझे इतना पसंद नहीं आया।
वो सब के सब ज्यादा उम्र वाले अंकल थे, और एक नंबर के ठरकी बुड्ढे साले। फिर एक दिन मुझे एक बंदे का मैसेज आया, उसको मेरी तस्वीरें बहुत ही पसंद आईं और वो मुझसे अब मिलना चाहता है।
मैंने जब उससे अपनी एक तस्वीर मंगवाई तो वो बहुत ही हैंडसम बंदा था, उसकी उम्र 28 साल थी और उसकी छत भी काफी चौड़ी थी। उसकी ऊंचाई भी अच्छी थी और उसकी हल्की हल्की दाढ़ी भी थी।
उसने अपना नाम सिराज बताया, और उसने मुझे बताया कि वो अभी नॉएडा में है पर अगले हफ्ते ट्रेनिंग के लिए दिल्ली आएगा। फ़िर मैं उसके साथ इतने दिन संपर्क पर रहा था और आख़िर वो दिन भी आ गया, जब हम दोनो ने मिलना था।
उस दिन शाम के समय हमने एक पार्क में मिलने का फैसला लिया, सर्दी का समय था। इसलिए कम लोग ही थे और अंधेरा भी हो चुका था। मैं बेंच पर बैठा था, और अचानक किसी ने आ कर मेरे कंधे पर हाथ रख दिया।
मैं एक दम चौंक गया और जब मैंने पीछे देखा तो वो सिराज था। उसने सर्दी से बचने के लिए पुरुषों की शॉल ले रखी थी, और वो मुस्कुराता हुआ मेरे साथ बैठ गया।
सिराज- क्या हाल है? ज़्यादा इंतज़ार तो नहीं करना पड़ा तुम्हे?
मैं- नहीं यार, बस सर्दी बहुत है और आप बताओ?
सिराज – हां सरदी तो है, आप बुरा ना मानो तो पास ही मेरा हॉस्टल है। वही मेरे रूम में चलते हैं।
मैं- ठीक है।
फिर हम वहां से उठे और उसके हॉस्टल की तरफ चल दिए, मैं दिल ही दिल बहुत नर्वस हो रहा था कि अब पता नहीं रूम में जा कर क्या होगा। मैं उसके पीछे-पीछे चल रहा था, फिर हम पुलिस लाइन के एरिया की तरफ निकल आये।
तब मैं डर गया और मैं बोला – यार ये हम कहां आ गए हैं?
सिराज- यहां ही तो है मेरा रूम, हम पुलिस एकेडमी हॉस्टल में आ गए।
मैं- आप पुलिस वाले हो?
सिराज- हां दोस्त, मेरी पोस्टिंग नॉएडा है।
ये सुन कर मेरे टट्टे मेरे मुँह में आ गए, कि आज मैं ये कहा फ़स गया क्योंकि ये साला तो पुलिस वाला है। खैर, मैं उसके पीछे ही चल रहा था।
सिराज – यार तुम सामने गेट से अंदर नहीं आ सकते हो, तुम्हारे पीछे से आना होगा।
वो मुझे एक अंधेरी गली में ले गया और फिर एक जगह से उसने मुझे एक टूटी दीवार दिखाई और वो बोला – तुम यहां से अंदर आजाओ मेरे पीछे पीछे हम यहां से बंक मार कर बाहर जाते हैं।
मैं उसके पीछे अंदर चला गया, अंदर हम एक ग्राउंड में थे। जहां से जल्दी जल्दी चल कर हम एक गलियारे में पहुंचें, और फिर बिल्कुल अंधेरी सीढ़ियां चढ़ने लग गईं।
मुझे कुछ नजर नहीं आ रहा था, सिराज का हाथ मैंने पकड़ लिया तो उसने एक हाथ मेरी मोटी गांड (Moti Gand) पर रख दिया। मैं शर्म से पानी पानी हो गया, खैर हम ऊपर पहुंचे वहा भी अंधेरा था।
फिर उसने चुप चाप कमरे का ताला खोला और सिराज मेरा हाथ पकड़ कर वो मुझे अंदर ले गया। अंधेर जा कर उसने एक नाइट बल्ब ही ऑन किया और वो बोला।
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सिराज – ज्यादा शोर ना करना क्योंकि साथ वाले रूम में से कोई आ सकता है, क्योंकि सबको लग रहा है, मैं सो रहा हूं। चलो अब जल्दी से अपने कपड़े उतारो।
मैं- कपडे?
सिराज – अब ज्यादा ड्रामा ना करो, हम दोनों को पता है तुम्हें लंड चाहिए और मुझे तुम्हारी गांड चाहिए, चल अब जल्दी कर।
ये कह कर उसने जल्दी से अपने कपड़े उतारना शुरू कर दिए, और वो एक दम नंगा हो गया। उसका बदन बालो से भरा हुआ था, और उसकी चौड़ी छति बहुत ही मस्त लग रही थी।
उसका लंड खड़ा हुआ था, और मुझे सलामी दे रहा था। पर उसका लंड सिर्फ 6 इंच का था वो ज्यादा लम्बा नहीं था, पर उसका लंड काफी मोटा था।
उसने मुझे देखा कि मैं ऐसा ही खड़ा हूं, तो वो मेरे पास कर जल्दी से मेरे कपड़े निकाल कर मुझे नंगा करने लग गया।
सिराज- जल्दी कर ना यार, ज्यादा टाइम नहीं है।
मैं उसको देखता रहा, और उसने मुझे नंगा किया और मेरे स्तन और मेरे निपल्स मसलने लग गए।
सिराज – तुम्हारे स्तन मस्त हैं।
फिर वो झुक कर मेरे स्तनों को चूसने लग गया, मैं भी अब गरम हो गया और उसके बालों में हाथ फेरने लग गया। मेरे मुँह से अहह अहह हह की आवाज़ आ रही थी।
सिराज ने फिर मुझे अपना लंड पकड़ावा दिया और मुझे चूसने को कहने लग गया। फ़िर मैं ज़मीन पर घुटनो के बल नीचे बैठ कर उसके लंड को चूसने लग गया।
अब की बार सिस्किया सिराज की निकल रही थी, और मैंने एक हाथ से उसकी गेंदों को पकड़ लिया।
और दूसरे हाथ से मैं उसके लंड को हिला रहा था, और मैं उसके लंड के टॉप को मुँह में ले कर चूस रहा था।
कभी मैं उसके लंड को पूरा मुँह में लेता था तो कभी बाहर निकल कर, उसके लंड को ऊपर से ऊपर तक अपनी जीभ से चाटा।
साथ ही मैं उसके साथ भी चैट कर रहा था, पर सिराज मेरे सर को पकड़ कर मेरे मुँह को चोदने की कोशिश कर रहा था। तोह मैं उसे रोकते हुए बोला – सिराज यार ऐसे ही अपना पानी निकालेगा क्या?
सिराज – चल उठ और उल्टा हो।
मैं समझ गया अब ये मेरी गांड मारेगा, मैं उसके बिस्तर पर डॉगी स्टाइल में घोड़ी बन गया। सिराज मेरे पीछे आया और मेरी गांड को खोल कर मेरी गांड के छेद पर उंगली फेरने लग गई।
मुझे लगा कि वो उंगली को अंदर करने लग गया, पर अचानक उसने मेरी गांड पर अपना मुँह लगा दिया। अब वो मेरी गांड के छेद को चाटने लग गया, उफ्फ मुझे इतना मजा कभी नहीं आया था।
फिर उसने मेरी गांड के अंदर अपनी जीभ डाली और वो मेरी गांड को अंदर से चाटने लग गया। मैं अब पागल हो रहा था, फिर उसने मेरी गांड पर थूका और वो खड़ा हो गया।
अब उसने मेरी गांड पर अपना लंड सेट किया, और चाटने की वजह से मेरी गांड थोड़ी ढीली हो चुकी थी। उसने लंड को मेरे छेद पर रगड़ा और फिर उसे मेरी कमर पकड़ कर एक जोर से ढका मारा।
उसका लंड एक दम से मेरी गांड में घुस गया, और मैं बोला- आह्ह आराम से धीरे से यार आह्ह आहा उफ्फ्फ।
सिराज – यार क्या मस्त गांड है तेरी आह इतनी गरम है।
सिराज ने पूरा लंड मेरी गांड में उतार दिया, उसका मोटा लंड मेरी गांड को फाड़ रहा था। मैं दर्द से सिसक रहा था और मजे ले रहा था। सिराज ने मेरी गांड फाड़ चुदाई कर रहा था।)
उसकी जांघें जब मेरी जांघों से लग रही थीं, इसे थप थप की आवाज आ रही थी। 10 मिनट तक लगातार चोदने के बाद उसने मेरी गांड पर अपना गरम गरम पानी भर दिया।
फ़िर वो हफ़ंता हुआ मेरे ऊपर गिर गया, और अब उसका लंड मेरी गांड की गहराई तक उतर गया था। मैं हल्का सा चिल्लाया, और मैं उसके वजन के नीचे दब गया था।
फिर सिराज का लंड मेरी गांड में छोटा सा हो गया था, और वो मेरे ऊपर से उठ गया। फिर उसने मुझे सीधा किया और मेरे स्तनों को फिर से चूसने लग गया, और फिर वो मेरी मुठ मारने लग गया।
मैं जल्दी ही उसके हाथ में झाड़ गया, फ़िर उसने मुझे कपड़े से साफ़ किया। फिर थोड़ी देर बाद वो मुझे पार्क में छोड़ कर आ गया। फिर घर आते ही मैंने उसका नंबर ब्लॉक लिस्ट में डाल दिया।
क्योंकि मैं उससे अब थोड़ा डर गया था, तो दोस्तो ये थी मेरी गांड चुदाई की कहानी।
मुझे उम्मीद है मेरी आज की गे कहानी आपको बहुत पसंद आयी होगी। धन्यवाद।