हेलो दोस्तों मेरा नाम बंटी है। मैं दिल्ली के महिपालपुर में रहता हूं। मेरी उम्र 21 साल है, मेरी लम्बाई 5″6 इंच है और मेरे लंड का साइज़ 8 इंच लम्बा है और 3 इंच मोटा है। इस कहानी में मैंने अपने दोस्त की चिकनी गांड मारी और अपने दोस्तों में भी उसकी गांड बांटी।
अब मैं सीधे अपनी हिंदी गे सेक्स कहानी पर आता हूँ। बात आज से 6 महीने पहले की है। जब मैं 12वीं कक्षा में था। मेरी क्लास में एक लड़का था जिसका नाम टीटू था।
उसकी भी उम्र 21 साल थी, वो एकदम गोरा और चिकना था. वो दिखने में लड़कियों की तरह दिखता था। उसकी बॉडी स्लिम फिट थी और उसकी बॉडी पर बाल बहुत ही कम थे।मैं पहले से गणित में बुद्धिमान था इसलिए मैं उसकी गणित में मदद करता था। उसको भी मेरा साथ अच्छा लगता था।
हम दोनो अच्छे दोस्त थे।एक बार मैंने अपने घर में शनिवार की रात को सोने के लिए आमंत्रित किया। मेरे माता-पिता एक सप्ताह के लिए शहर से बाहर चले गए थे।
उस समय हमारी परीक्षा नजदीक आ रही थी उसने सोचा के इस बहाने थोड़ी पढ़ाई भी हो जाएगी और थोड़ी मस्ती भी इसीलिये वो मेरे घर आने को मान गया। वो शाम को मेरे घर आ गया।
रात को हमने डिनर किया और फिर हम पढ़ाई करने लगे। उसको कुछ प्रश्न नहीं आ रहे थे तो मैंने उसे वो प्रश्न समझ दिए। वो मेरी तरफ प्यार से देखने लगा और बोला “धन्यवाद बंटी तुम मेरा कितना ख्याल रखते हो”।
दोस्त की चिकनी गांड मारी
उसके बाद हम बिस्तर पर आ गये। हम दोनो इधर-उधर की बातें करने लगे। फिर मेरा मस्ती करने का मूड बनाया और मैं मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखने लगा। टीटू भी मेरे साथ वीडियो देखने लगा।
फिर मुझे अचानक से नींद आ गई पर थोड़ी देर बाद मेरी आंख खुल गई मैंने देखा के टीटू मेरे लंड को अपने हाथ से सहला रहा था। उसने मेरी लोअर को थोड़ा नीचे किया और मेरे लंड को अपनी आँखों से देखने लगा।
फिर मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया और एक हाथ से उसकी कोमल गांड को सहलाने लगा। फ़िर मैं उसे किस करने लगा। मैं उसके गाल और होठों पे किस करने लगा।
उसके बाद मैं उसे उठाया और अपने सारे कपड़े उतार दिया। उसका पूरा बदन एकदम गोरा चिकना था। मैं उसके निप्पल दबाने लगा और चूसने लगा। मैं उसकी बॉडी पर हर जगह पे किस करने लगा। फिर मैंने अपना लंड चूसने को बोला वो घुटनो पे आ के मेरा लंड पुरे जोश के साथ चूसने लगा। मैं तो सातवें आसमान पर पाहुंच गया था। वो मेरा लंड बड़े जोर-जोर से चूस रहा था। (दोस्त की चिकनी गांड मारी)फिर मैंने उसका सर पकड़ा और उसका मुँह चोदने लगा। मैंने उसकी गर्दन तक अपना लंड पहुंचा दिया और उसके मुँह में ही अपने लंड का पानी निकाल दिया। उसने सारा पानी पी लिया और मेरा लंड चूस के साफ करने लगा।
उसके बाद मैं किचन में से तेल ले के आया और उसकी गांड पे लगाया और अपने लंड पर भी लगाया। उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी गांड पे सेट किया।
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उसने मेरी तरफ़ देखा और मुझे कहा धीरे बंटी मैं पहली बार गांड में लंड ले रहा हूँ। मेरी गांड अभी तक सील पैक है।
फिर मैंने उसको चूमा और एक जोर दार धक्का मारा 2 इंच लंड अंदर चला गया जैसे ही लंड गांड में गया उसकी बहुत तेज चीख निकल गई ।
वो जोर जोर से चीखने लगा और मेरा लंड अपनी गांड से निकालने लगा और बार बार वो लंड बाहर निकालने के लिए कहता रहा।
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उसके बाद मैंने एक और जोर दार धक्का मारा उसके मुँह से और तेज़ चीख निकली उसे बहुत दर्द हो रहा था और गांड फटने के कारण खून भी निकल रहा था। (दोस्त की चिकनी गांड मारी)
उसके बाद मैंने फिर एक जोर दार धक्का मार और पूरा लंड गांड में चला गया उसकी तो जैसे जान ही निकल गई उसकी चीखे निकल रही थी वो मुझे लंड निकालने के लिए बोल रहा था। लेकिन मैं बिना सुने लंड को धीरे धीरे से धक्के दे रहा था।
शुरुआत में मैं धीरे-धीरे धक्के दे रहा था और जैसे ही लंड थोड़ा अंदर बाहर होने लगा मैंने धक्के तेज कर दिए वो चिल्लाए जा रहा था उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे।
उसे बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन मैं धक्के मारे जा रहा था मैं उसे गालियां दे रहा था और चोदे जा रहा था और बोला टीटू आज मैं तुझे अपनी रखेल बना के रहूंगा और इस गांड को फाड़ दूंगा।
आज से तेरी गांड सिर्फ मेरी है। 15 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना सारा पानी उसकी गांड में निकाल दिया उसकी पूरी गांड मेरे लंड के पानी से भर गई। मैं उसके साइड में गया और आराम करने लगा।
कुछ देर तक आराम करने के बाद मैंने एक नया तरीका सोचा और फिर मैंने दीवार से लगाया और उसकी दोनों बाहों को पीछे की तरफ पकड़ के उसकी गांड के छेद पर लंड सेट करके एक जोर का झटका मार कर पूरा लंड उसकी गांड में घुसा दिया और वो एकदम चिल्ला उठा और रोने लगा
वो मुझसे छूटने की बहुत कोशिश कर रहा था पर मेरी पकड़ बहुत मजबूत थी।मैं उसे कस के पकड़ कर जोरदार झटके मारता रहा और वो चिल्लाता हुआ अपनी गांड मरवाता रहा। हम दोनों की चुदाई की आवाज पूरे कमरे में गूंज रही थी। (दोस्त की चिकनी गांड मारी)
अब उसे दर्द के साथ मजा भी आ रहा था अब वो अपने पीछे को अपनी गांड हिला कर अपनी गांड मरवाने लगा।
टीटू सिसकियाँ लेने लगा आआआह्हह्हह अह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह आह हम्म्म हम्म हम्म मजा आ रहा है और जोर से मेरी गांड को चोदो आह आह आह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह उउउइइइइ उईईई हम्म मजा आ रहा है आज गांड मरवाने में।
मैं उसे और जोर से चोदने लगा। मैं उसकी गांड काफी देर तक मारता रहा फिर मैंने उसकी गांड में ही अपने लंड का पूरा पानी झाड़ दिया।मुझसे छूट के वो गिरता हुआ बिस्तर पर जा गिरा। मैं भी उसके साइड में लेट गया और उसकी गांड में लंड डाल कर ही सो गया।
अगले दिन जब मैं उठा तो देखा के उसकी गांड का छेद बहुत बड़ा हो चुका था। फिर वो भी उठा पर उससे बिल्कुल भी चल नहीं रहा था। उसने मुझे बोला के बहनचोद मैं कोई रंडी हूं क्या।
फिर मैंने उसे सॉरी बोला और उसे बाथरूम में ले जाकर नहलाया और उसे बेड पर ब्रेकफ़ास्ट करवाया। फिर मैंने जब तक मेरे घरवाले नहीं आये तब तक उसकी गांड मारता रहा। (दोस्त की चिकनी गांड मारी)
अब मैं उसकी हर शनिवार-रविवार को गांड मारता हूं और अपने कुछ दोस्तों से भी उसकी गांड मारवाता हूं।
उसे भी नए-नए लंड लेने की आदत हो चुकी थी और उसे बहुत मजा आता था अपनी गांड मरवाने में।
दोस्तों अगर आपको मेरी गे कहानी अच्छी लगी तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताय। धन्यवाद।