दोस्तो मेरा नाम नदीम है, और मैं 26 साल का हूं। मैं एक औसत लड़का हूं, मैंने काफी बार सेक्स किया है। ये मेरी पहली हिंदी सेक्स स्टोरी है और ये तब की बात है, जब मैं 21 साल का था। इस कहानी में मैंने अपनी बाजी की गर्म चूत को ठंडा किया।
मैंने औरत के साथ भी सेक्स किया है, और लड़को की भी बहुत गांड भी मारी है। मेरा लंड चूत और गांड का भूखा रहता है तो किसी न किसी को ढूंढ ही लेता है चुदाई करने के लिए।
मेरी एक शादी शुदा कजिन थी, जिसकी उम्र उस समय 26 साल थी। उसका बेटा 2 साल का था, वो बीमार चल रहा था। इसलिए वो मेरे साथ सिटी के हॉस्पिटल में गई थी। मेरी कज़िन का नाम रुबीना थी, मैं उसे बाजी कह कर बुलाता था। वो बहुत ही सुंदर और हॉट है, उसका पूरा जिस्म भरा हुआ है और उसका रंग गोरा चिकना है। उसका सेक्सी फिगर साइज़ 36-32-38 है.अब चलिये स्टोरी पर आते हैं।
मैं और मेरी चचेरी बहन उसके बेटे को ले कर अस्पताल में आ गए थे। उस समय रात को 10 बजे गए थे, और डॉक्टर ने सुबह फिर से चेकअप के लिए बुलाया था।
नदीम- बाजी क्या प्रोग्राम है यहीं कहीं होटल में रात गुजारते हैं?रुबीना – मैं अपने पति को कॉल करके बता देती हूँ।
फिर उसके पति ने भी उसे रात को हॉस्पिटल में गुजारने को कह दिया।
रुबीना- नदीम चलो किसी अच्छे से होटल में रूम बुक करवा लो।
नदीम- ठीक है बाजी।
फिर हम वहां से एक 5 स्टार होटल में गए और जहां मैंने एक डबल बेड रूम बुक करवा लिया। मैंने खाने का ऑर्डर भी साथ ही दे दिया था, फिर हमने रूम में ही खाना खा लिया। (गर्म चूत को ठंडा किया)रात के करीब 11 बजे थे, और उनका बेटा अब तक सो गया था।
रुबीना- नदीम मेरे पास कोई नाइट ड्रेस नहीं है, और हमें सुबह फिर से हॉस्पिटल जाना है। मुझे कपड़ो में नींद भी नहीं आती है।
नदीम- बाजी रात गुजर ही जाएगी, आप लेट जाओ, मई भी बिस्तर पर सो जाता हूं।
रुबीना- मुझे नींद नहीं आएगी।
फिर वो वॉशरूम में गई और वो थोड़ी देर बाद बाहर आ गई। मैंने नोट किया अब उन्हें अपनी ब्रा को निकल दिया है, आज तक मेरे दिमाग में उनके लिए कोई ऐसी वैसी बात नहीं आई थी।
पर जब मैंने उनके कपड़ो में उनके बड़े बड़े चुचे लटकते हुए देखे तो मेरा दिमाग ख़राब हो गया। मेरी नज़र बार बार उनके बड़े बड़े चुचो पर जा रही थी।
रुबीना ने ये बात नोट कर ली थी, पर वो कुछ बोल नहीं रही थी। मैं भी वॉशरूम गया तो उसकी ब्रा लटकी हुई थी, उसे देख कर मैं और भी गर्म हो गया।
मेरा लंड अब पूरा खड़ा हो गया, मैं अपने दिल में अपनी बाजी के साथ चुदाई का सोचना शुरू कर दिया। पर मैंने अपने आपको बहुत समझाया, पर मेरा हाथ खुद मेरे लंड पर आ गया।
अब मैंने मुठ मारनी शुरू कर दी, और एक हाथ से मैंने ब्रा पकड़ी हुई थी। मुझे काफी ज्यादा मजा आ रहा था, और थोड़ी देर में ही मेरा पानी निकल गया।बाजी की गर्म चूत को ठंडा किया होटल में
फिर मैं साफ करके वापस बिस्तर पर आ कर लेट गया। रुबीना अभी भी जगी हुई थी, और वो मुझसे बोली- नदीम लाइट ऑफ कर दो।🎀बहन की चुदाई की कहानी हिंदी में: बहन की जोरदार चुदाई🎀
मैंने लाइट बंद कर दी, और मैं बिस्तर पर आ कर लेट गया। मुझे निंद आ गई, रात को मेरी आंख खुली तो मैं वॉशरूम में गया, और मैंने बाथरूम की लाइट ऑन करी।
तो मैंने कमरे में देखा तो रुबीना थी और मैं उसे देख कर हैरान रह गया। रुबीना पूरी नंगी होकर सो रही थी, मैं उसके पास गया और मैं उसके जिस्म को देखकर कर मदहोश सा हो गया। मेरा लंड अब फिर से खड़ा हो गया था, मैंने अपनी पेंट की ज़िप खोली और मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया। अब मैं अपने लंड को हिलाने लग गया, मैं अपनी बाजी को देख कर मुठ मार रहा था। तभी उनकी आंख खुल गई, और मैं पूरा परेशान हो गया और मेरा गला सुख गया। मैंने जल्दी से अपना लंड पेंट के अंदर किया और मैं बोला – माफ़ करदो। (गर्म चूत को ठंडा किया) ये कहते हुए मैंने उनके पैर पकड़ लिए, और मैं बोला – सॉरी बाजी मुझसे गलती हो गई, मैं आपके गोर बदन को देख कर पागल हो गया था प्लीज मुझे माफ कर दो। रुबीना- तुम एक नंबर के बेशरम हो, जा कर सो जाओ कल सुबह बात करते है। नदीम- बाजी मुझे आप माफ कर दो, तभी मुझे नींद आएगी। आपको ऐसा देख कर मुझे पता नहीं क्या हो गया था।💕अगर आप को चुदाई के लड़किया चाहिए तो यहां से बुक करे💕
रुबीना – अच्छा एक बात बताओ तुमने इस पहले कभी नंगी लकड़ी नहीं देखी क्या?
मैं- नहीं बाजी कभी भी नहीं देखी है, इसलिए मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ सॉरी।
रुबीना- नदीम तुम्हारा लंड अभी भी पैंट में खड़ा है, तुम्हें देख कर लगता है कि तुम्हें पहली बार ऐसे किसी को देखा है।बाजी के मुँह से ऐसी बातें सुन कर मैं हैरान हो गया था।रुबीना – एक शर्त पर मैं तुम्हें माफ कर दूंगी, अगर जो तुम कर रहे थे वो तुम मेरे सामने करो तो।
मैं- बाजी ये मुझसे नहीं होगा, प्लीज आप मुझे माफ कर दो ना। (मन में मैं सोच रहा था की लगता की बाजी की चूत भी गर्म हो गयी है)।
रुबीना – ज्यादा शरीफ मत बनो जो बोला है वो करो।
मैंने डरते हुए अपना लंड पेंट से बाहर निकाला, और मेरा लंड अभी भी सख्त था। तो मैं उसे हिलाने लग गया, और रुबीना मेरे लंड को देख रही थी।
काफ़ी देर तक मैं अपने लंड को हिलाता रहा, पर लंड का पानी निकलने का नाम तक नहीं ले रहा था। मेरे मन में ख्याल आ रहे थे, कि बहनचोद मैं आज ये कहां फंस गया हूं।
रुबीना- नदीम बहुत समय लगता है, मैं कुछ मदद करूं?
मैं- बाजी आप मुझे क्यों शर्मिंदा कर रही हैं, मुझसे ये सब नहीं होगा। प्लीज़ आप मुझे माफ़ कर दो।
रुबीना हंसती हुई मेरे पास आई वो एक दम पूरी नंगी थी, मैं उसे देख कर और ज्यादा पागल हो गया। रुबीना ने मेरे लंड पर अपना हाथ रखा और वो मेरे लंड को हिलाने लग गई। (गर्म चूत को ठंडा किया)
मेरा डर और शर्मिंदगी अब ख़त्म हो गई, मैंने दिल में सोचा कि अब जो होगा देखा जाएगा। मेरी नज़र उसके सफ़ेद बूब्स और उसके भूरे निपल्स पर थी।
पहली बार मैं किसी लड़की को नंगी देख रहा था, अब मैं आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था। मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पर रख लिया, दोस्तो मैं क्या बताऊं मुझे उसके बूब्स काफी ज्यादा मुलायम लग रहे थे।
रुबीना ने मेरे हाथ जल्दी से पीछे किया, और गुस्से से मुझे देखा – तुम सीधे खड़े रहो मैं तुम्हारी बहन हूं।
रुबीना अब मेरे लंड को हाथ से हिला रही थी, मैं सीधा खड़ा हो कर मजे ले रहा था। रुबीना ने मेरे लंड को जोर जोर से हिलाने लग गई, मेरा पानी सीधा उनके चेहरे और बूब्स पर निकल गया।
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रुबीना- नदीम तुमने मुझे गंदा कर दिया, और मैंने तेरी मदद की थी।
मैं- सॉरी बाजी आप वॉशरूम जा कर साफ कर लो।
रुबीना – नहीं तुम एक काम करो अपनी जीभ से इसे साफ करो।
मेरी हालत अब ख़राब हो गई थी, मैं डरता-डरता कहा– क्या बाजी जी?
रुबीना – सुनो सिर्फ होठों से साफ करो जरा भी टच नहीं करना है, तो जल्दी करो।
मैंने हिम्मत करके जीब से अपना पानी बाजी के चेहरे और बूब्स से साफ करने का काम शुरू कर दिया। अब निचे से मेरा लंड फिर से खड़ा होना शुरू हो गया।
बाजी मेरा लंड देख कर बोली – ये तो फिर से खड़ा हो गया, ये चक्कर क्या है इसके साथ?
मैं- बाजी आपके जिस्म की खुशबू ने मेरा लंड फिर से खड़ा कर दिया है, मेरा इसमें क्या कसूर है?
रुबीना- लगता है इसमें बहुत गर्मी है, इसका कुछ इलाज करना ही पड़ेगा।
मैं- बाजी जो करना है करो प्लीज़ मुझसे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है, मेरी हालत पर थोड़ा तरस खायो।
रुबीना – कैसे शांत होगा ये तुम्हारा लंड बोलो मैं करूँ?
मैं – बाजी एक बार मुझे अपने जिस्म पर हाथ लगाने दो, और आप मेरी मुठ मारो ऐसे ये शांत हो जायेंगे।
बाजी ने मुझे हां कर दी. (गर्म चूत को ठंडा किया)मैं अब भूखे कुत्ते की तरह उसके जिस्म पर टूट पड़ा। अब मैं उसके बूब्स को जोर जोर से मसलने लग गया।
रुबीना – तुम बड़े जंगली हो, किसी लड़की के बूब्स को मसलने की तमीज नहीं है तुम्हें।
मैं – बाजी मैं पहली बार किसी लड़की के जिस्म को हाथ लगा रहा हूं, इसलिए आप ही मुझे सिखा दो।
रुबीना- मुझे क्या मिलेगा अगर मैं तुम्हें सिखाऊं तो?
मैं- सारी जिंदगी मैं आपका गुलाम बन कर रहूंगा।
बाजी – अच्छा अब आराम से मेरे दोनो बूब्ज़ को हाथो से दबाओ।
मैं खुश हो गया और मैंने उनके चुचो को दबाना शुरू कर दिया, मुझे काफी मजा आ रहा था। नीचे मेरा लंड अब बेकाबू हो रहा था, मैंने अपना लंड उसकी चूत के सामने करके अचानक से जोर से धक्का मारा।
मेरा लंड उसकी चूत के सुरख की जगह थोड़ा सा ऊपर उसकी पेशाब वाली जगह पर लगा। इसे बाजी को दर्द हुआ और वो रोने लग गई।
रुबीना – मर गई मैं किस जंगली से मेरा पाला पड़ गया है। मैंने तुम्हें सिर्फ हाथ लगाने को कहा था, और तुम फिर से जबरदस्ती पर उतर आए हो।थोड़ी देर में बाजी शांत हुई और मैंने अपने लंड को उनकी चूत के एकदम अंदर तक घुसा दिया, मुझे बहुत मजा आ रहा था।
अब मैं धीरे-धीरे उन्हें चोदने लगा और उन्हें भी बहुत मजा आ रहा था, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी उसकी गोरी चूत की चुदाई से मेरा लंड मस्त हो उठ था।
10 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपने लंड का पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया, और उसके ऊपर लेट गया, बाजी बोली तुम्हारे लंड में बहुत दम है आज तो मुझे भी मजा आ गया। और इस तरह मैंने बाजी की गर्म चूत को ठंडा किया।
उस रात मैंने अपनी बानी को 2 बार चोदा, वो दिन मुझे अभी तक याद है।
दोस्तों मेरी इस हिंदी चुदाई की कहानी को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
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