November 21, 2024
4 मामू और मेरी अकेली गांड

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम सिराज है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। और मैं आज की अपनी गे सेक्स कहानी में बताऊंगा कैसे मेरे 4 मामू ने मिलकर मेरी गांड मारी। इस कहानी का शीर्षक 4 मामू और मेरी अकेली गांड की जोरदार चुदाई की कहानी है।

सबसे पहले मैं आपको बता दू, कि मैं एक दुबला-पतला सा लड़का हूं। मेरी गांड काफ़ी बड़ी है और मेरे स्तन भी हैं थोड़े से। मेरा जिस्म बिल्कुल एक लड़की जैसा है। ना मेरे जिस्म पे बाल है, ना कुछ।

मैं बचपन से लड़की जैसा दिखता था और हर जगह लोग मुझसे इस बात पर तंग भी करते थे।

अब अपनी हिंदी गे सेक्स कहानी की तरफ़ आता हूँ। ये बात तबकी है, जब मैं 12वीं कक्षा में था और मेरे स्कूल में गर्मी की छुट्टियां चल रही थीं।

मेरे 4 मामू भी उस वक्त हमारे घर आये थे। मैं उन्हें 3-4 साल से नहीं मिला था।

सबसे बड़े मामू का नाम नदीम था, जिसकी उम्र 52 थी, दूसरे मामू शकील, जिसकी उम्र 51 थी, तीसरा मामू जुनैद, जिसकी उम्र 49 थी और आखिरी मामू नाजिम, जिसकी उम्र 45 थी। वो सब दिखने में सवाल थे और सबके पेट निकले हुए थे।

4 मामू और मेरी अकेली गांड की जोरदार चुदाई – Hindi Gay Sex Kahani

उन सबका जिस्म बालों से भरा हुआ था। वो मुझसे बचपन में काफी प्यार करते थे। वो ज़मीन के मसले में हमारे शहर आये थे। मैंने उनके साथ काफी एन्जॉय किया, लेकिन मैंने नोटिस किया, कि वो हर वक्त मुझे काफी घूर रहे थे।

ज्यादातर वो लोग मेरी गांड को घूरते थे। मस्ती में हाथ लगाते और तंग करने के लिए मेरे स्तन दबा देते थे।

खैर 2 हफ्ते ऐसे ही गुजर गए और उनके वापस जाने का टाइम आ गया। जाने से एक दिन पहले उन्होंने मेरे अम्मी-अब्बू ने बोला, कि वो मुझे भी साथ ले जाते हैं गांव और फिर चुट्टियों की बाद वापस छोड़ देंगे।

मैंने भी जिद कर दी जाने की, खैर घर वाले मान गए और मैं अगले दिन उनके साथ रवाना हो गया।

4 मामू और मेरी अकेली गांड

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मुझे नहीं पता था, कि उनका मकसद क्या है मुझे साथ ले जाने का। गाड़ी में ही उन्हें मेरे साथ मस्ती शुरू कर दी थी।

मैं वैसे बता दूं, कि मैं उस वक्त सेक्स का कुछ नहीं जानता था। मुझे कुछ भी पता नहीं था, कि ये क्या होता है। खैर गाड़ी में काफ़ी दफा मुझे छेड़ते रहे और इधर-उधर टच करते रहे।

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रास्ते में मुझे पेशाब लगा, तो मैंने उनको बोला। उनको गाड़ी किसी खाली जगह पे रोक दी और मैं झाडियों की पीछे गया पेशाब करने। वहा मेरे साथ वो सब भी आ गये। मैने बोला-

अब हम 5 ही सिर्फ घर में थे, तो कभी कोई माँ नंगा घूम रहा था, कभी कोई। मैं भी अक्सर नंगा घूमता था।

एक दिन शकील मामू ने गेम खेलते वक्त सलाह दी, कि आज से सब नंगे घूमते हैं। सब मान गए, तो मुझे भी मानना पड़ा।

जब से आया था, तो कोई अपने कमरे में नहीं सोता था। सब एक ही कमरे में ज़मीन पर बिस्तर बिछा कर सोते थे।

अब उन्होंने असली प्लान चालू किया। एक दिन नदीम मामू ने पोर्न डीवीडी लगा दी टीवी पर। उसमे 6-7 लोग एक लड़के को चोद रहे थे।

मैं परेशान था, कि ये क्या हो रहा था। मैंने देखा, तो उन सबका लंड खड़ा हो गया और वो सब लंड हिला रहे थे। मुझे देख कर नाजिम मामू ने बोला-

एक दिन में नाजिम मामू का लंड चूस रहा था, तो पीछे से जुनैद मामू आए और मेरी गांड चाटना शुरू कर दिए।

यकीन मानो मुझे मजा आने लगा। इतने में उन्होंने अपना लंड मेरे छेद पे रख दिया और थूक लगा दी। मैं लंड चूसने में बिजी था, अचानक मैंने गांड में कुछ अंदर जाता महसूस किया।

मैंने जब लंड से मुंह हटाने की कोशिश की, तो नाजिम मामू ने मेरा मुंह पकड़ लिया और इतने में जुनैद मामू ने जोर का धक्का दिया और आधा लंड मेरी गांड केअंदर चला गया। मैं चीख भी नहीं पा रहा था और आंखों से आंसू आ रहे थे।

फिर मुझे दूसरा धक्का महसूस हुआ और मैं बेहोश हो गया। मेरी आंख कुछ देर बाद खुली और तब मैं नदीम मामू के ऊपर लेता हुआ था और वो मुझे चोद रहे थे।

मुझे मेरी गांड महसूस ही नहीं हो रही थी। मैं होश में था, फिर भी होश में नहीं था।

मैंने 1 घंटे तक उनकी चुदाई बर्दाश्त की और फिर मुझे नींद आ गई। सुबह जब मैं उठा, तो मैं चल भी नहीं पा रहा था।

मैंने मामू को गुस्से में बोला: मुझे घर छोड़ दो, मैं नहीं रहना चाहता यहाँ।

वो मेरे पास आए और रख के तमाचा मारा और बोले-

मामू: अब तू हमारी रंडी है, हम तुम्हें अगले 1 महीने चोदते रहेंगे।

फ़िर तो बस मेरे पैरों की नीचे से ज़मीन खिसक गई। मैं रोज़ उनसे चुदवाता था। पहले कुछ दिन दर्द हुआ, फिर मैं भी चुदवाने का आदी हो गया। मैं उन चारो की रंडी बन गया था, वो जब दिल चाहे मुझे चोदते थे। (4 मामू और मेरी अकेली गांड)

मुझे अब दर्द भी नहीं होता और मजा आता था। मैं खुद उनके लंडो पर चढ़ जाता था, बस ऐसे ही जब तक छुट्टिया रही तब तक यही सिलसिला चलता रहा। काफ़ी बार उन्होंने अपने दोस्तों को घर बुला कर भी चुदवाया

और इस तरह मेरी गांड को मेरे 4 मामूवो ने फाड दी और मुझे अपनी रंडी बना लिया और रोजाना मेरी गांड मारने लगे।

मुझे भी बहुत मजा आता था उनके मोठे और तगड़े लंड लेने में, क्योकि मेरी गांड को उनके लंड की आदत हो चुकी थी।

तो दोस्तों ये थी मेरी 4 मर्दो से अपनी गांड फड़वाने की गे सेक्स कहानी। उम्मीद करता हूँ आपको पसंद आयी होगी।

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